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Archive for: December 2012

गुरुओं , संतों – महात्माओं की सल्तनत में हिसाब – किताब नहीं होता

न करदा गुनाहों की ये हसरत कि मिले दाद
ए राहिब अगर इन कर्दा गुनाहों की खता हो ।
मिर्ज़ा ग़ालिब

Rakesh Khurana

मिर्ज़ा ग़ालिब के इस रूहानी शायरी की व्याख्या करते हुए बताया गया है कि ग़ालिब जी कहते हैं कि मैंने बहुत गुनाह किये हैं मगर आप तो हिसाब करने बैठ गए , ये तो आपका काम नहीं है क्योंकि गुरुओं , संतों – महात्माओं की सल्तनत में हिसाब – किताब नहीं होता । अगर वे हिसाब – किताब के चक्कर में पड़ जाएँ तो हम में से कोई भी उनकी दया का पात्र न रहे ।आपका काम तो रूहानियत के खजाने लुटाने का है । इसी प्रकार सावन कृपाल रूहानी सत्संग मिशन के संत दर्शन सिंह जी महाराज ने भी अपने एक शेअर में कहा है :-
बस एक बार ही उठी निगाह महफ़िल में
किसे खबर कि खजाने लुटा दिए तूने ।
संत दर्शन सिंह जी महाराज
प्रस्तुती राकेश खुराना

मनीष तिवारी ने नरेन्द्र मोदी पर २० हज़ार करोड़ के घोटाले का आरोप लगा कर भाजपा को आरोपों का सिक्का लौटाया

घोटालों के आरोपों में घिरी यूं पी ऐ ने आज भाजपा के चर्चित चेहरे नरेन्द्र मोदी की सरकार पर 20 हजार करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगा कर भाजपा के सिक्के को लौटाने का प्रयास किया | सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने चुनावी मौसम में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार पर तहलका अखबार की एक रिपोर्ट के हवाले से आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने कृष्णा गोदावरी बेसिन में गैस ब्लॉक की दस फीसदी हिस्सेदारी २००३ में एक ऐसी कंपनी को दे दी जो डील से कुछ दिन पहले ही महज चौंसठ डॉलर की पूंजी के साथ बनी थी.उधर, बीजेपी ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि कांग्रेस बिना सबूत, मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।

I&B minister मनीष तिवारी


सीएजी ने भी सरकारी कंपनियों पर संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के दिए इस ठेके पर सवाल उठाए थे। अब भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही कांग्रेस को पहली बार मोदी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिला है।
तहलका की रिपोर्ट के मुताबिक इस जियो ग्लोबल पर गुजरात सरकार अब तक 20 हजार करोड़ लुटा चुकी है. सीएजी रिपोर्ट के हवाले से छपी खबर के मुताबिक बारबाडोस में बनी कंपनी ने इस सौदे के बदले एक रुपया नहीं चुकाया और उसे बीस हजार करोड़ रुपये दिए गए और तो और गैस खोजने का खर्च भी गुजरात सरकार की सार्वजनिक कंपनी गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कार्पोरेशन ने उठाया.
गुजरात सरकार के साथ सौदा करने के तुरत बाद जियोग्लबोल ने अपनी हिस्सेदारी का 50 फीसदी हिस्सा मॉरीशस की कंपनी को बेच दिया. अब इस डील को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार से सवाल पूछ रही है. |
केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने मोदी सरकार से जवाब मांगा है कि आखिर इस डील के पीछे क्या मंशा थी? आरोप गंभीर हैं लेकिन अपने पर बात आई तो बीजेपी को सवाल का सीधा जवाब नहीं सूझा और कहा कि आरोप लगाने की तो कांग्रेस की आदत है
उधर .बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस बिना सबूत, मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मुझे तो कांग्रेस पर दया आती है। जो खुद माइनिंग स्कैम में आकंठ डूबा है वो तहलका के मध्यम से लांछन लगा रहा है जिसमें कोई घोटाला नहीं है। हम इनके आरोपों को ख़ारिज करते हैं। गुजरात को बदनाम करने की कोशिश है।
वैसे, सीएजी ने भी सरकारी कंपनियों पर संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के दिए इस ठेके पर सवाल उठाए थे। अब भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही कांग्रेस को पहली बार भाजपा और नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिला है।

विश्व विकलांगता दिवस पर विकलांगों ने पुतला फूँका,प्रदर्शन किया और ट्रैफिक जाम किया

विकलांगों ने केंद्र और राज्य सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए आज सोम वार को काला दिवस मनाया |पुतला भी फूँका और दो घंटे तक ट्रैफिक जाम किया |विकलांग एकता परिवार समिति द्वारा आज मेरठ कमिशनरी पर प्रदर्शन किया गया| और अपने हकों के लिए नारे भी लगे| रियासत अली के न्रेतत्व में नितिन महेश्वरी+अनुज शर्मा+शबाना+शहजाद+अंसार +इरशाद+अजय+पप्पू+वीरेंदर पाल जिला प्रशासन को एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमे केंद्र और राज्य सरकार से विकलांग पेंशन को १५००/=प्रति माह किये जाने और रोज्दार के लिए अनुदान और नौकरियों में घोटाले रोकने की मांग की गई|

विश्व विकलांगता दिवस

रैली

विश्व विकलांगता दिवस पर आज सोमवार को मूक बघिर विद्यालय से रैली भी निकाली गई|जिला विकलांग अधिकारी यतेन्द्र कुमार ने रैली को रवाना किया

जाम

विश्व विकलांगता दिवस पर आज अनेकों कार्यक्रम हुए जिसके फलस्वरूप धरना प्रदर्शन भी हुआ मगर जब विकलांगों की कोई बात नहीं सुनी गई तब इन्होने बेगम पुल पर दो घंटे तक ट्रैफिक जाम कर दिया|इस दौरान ट्रैफिक अनियंत्रित रहा|

प्रधान मंत्री पद के लिए भाजपा और सपा में ख्वाहमखः लट्ठम लट्ठ नहीं है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झल्लेया लोक तंत्र का ये क्या मज़ाक उड़ाया जा रहा है ? पहले तो गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी किसी भाजपाई को भी फूटी आँखों नहीं सुहाते थे अब सभी उसी नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री का प्रबल दावेदार बताते नहीं अघा [थक]रहे|इसके साथ ही एक और कमाल हो गया कांग्रेस से तड़ीपार घोर कांग्रेसी एन के तिवारी ने भी अगला प्रधान मंत्री सपा के मुलायम सिंह यादव को घोषित करके खलबली मचा दी है|

प्रधान मंत्री पद के लिए भाजपा और सपा में ख्वाहमखः लट्ठम लट्ठ नहीं है

झल्ला

ओ बाबू साहब ये जुलाहों में ख्वाहमखः लट्ठम लट्ठ नहीं है |गुजरात की जनता अपने प्रदेश के व्यक्ति को प्रधान मंत्री बनते देखने के लिए उसे भारी मत से मुख्य मंत्री जरूर बना सकती है |और जहां तक तिवारी जी का सवाल है तो बुढापे में एक अदद लाठी की जरुरत तो सबको होती ही है|

पारस बिना भेदभाव के सबको खरा सोना बना देता है

एक लोहा पूजा में राखत , एक घर बधिक परों ।
पारस गुण अवगुण नहीं चितवै , कंचन करत खरौ ।

Rakesh Khurana


भाव : संत सूरदास जी कहते हैं कि लोहा तो एक है मगर उसको कई जगह इस्तेमाल करते हैं । लोहे से चाक़ू, छुरी, तलवार बनती है और उसी से देवताओं की मूर्ति भी बनती है । छुरी , तलवार आदि कसी , जल्लाद , हत्यारे के पास होती है और दूसरी ओर देवता की मूर्ति की पूजा होती है । मंदिरों में लोहे के त्रिशूल , चक्र आदि चिन्ह रखे जाते हैं । पारस के पास किसी भी किस्म का लोहा चला जाये चाहे कसी की छुरी हो या मंदिर में रखे जाने वाले चिन्ह , पारस दोनों में फर्क नहीं करता , वह दोनों को खरा सोना बना देता है । संत सूरदास जी प्रभु से प्रार्थना करते हुए कहते हैं हे प्रभु आप समदर्शी है आपके पास गुनाहगार भी आते है और पाक – पाकीज़ा भी आते हैं आप सब पर अपनी नज़रे – करम करते हैं और उनका उद्धार करते हैं ।
संत सूरदास जी की वाणी
प्रस्तुती राकेश खुराना

चौधरी अजित सिंह के राजनीतिक रडार पर अब इलाहाबाद हाई कोर्ट की बेंच भी आ गई है

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह के राजनीतिक रडार पर अब इलाहाबाद हाई कोर्ट की मेरठ के लिए खंडपीठ (बेंच) भी आ गई है| केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बनने के बाद मेरठ में एयरपोर्ट के लिए प्रयासरत चौधरी अजित सिंह अब अपने राजनीतिक प्रभावी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाई कोर्ट की खंडपीठ (बेंच) के लिए सक्रिय हो गए हैं। जाहिर है कि मेरठ में हाई कोर्ट की बेंच के मुद्दे को स्पोर्ट करके रालोद प्रमुख ने प्रदेश सरकार के लिए सरदर्दी बड़ा दी है|
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वकीलों व वादकारियों की लगभग तीन दशक पुरानी मांग को पूरा कराने के लिए उन्होंने केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार का दरवाजा खटखटाया है। कानून मंत्री से मुलाकात के बाद चौधरी अजित सिंह इस मामले में सकारात्मक नतीजे की उम्मीद लगाए हुए हैं।
हाईकोर्ट बेंच केन्द्रीय संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल के साथ शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार से मुलाकात कर अजित सिंह ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की मेरठ में बेंच स्थापित करने की कई वजह गिनाईं। [१]इलाहाबाद हाई कोर्ट में जितने मुकदमे चल रहे हैं, उनमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के काफी ज्यादा मामले हैं। [२], 20 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद हाई कोर्ट (लखनऊ बेंच समेत) में 99 लाख से अधिक मुकदमे लंबित हैं। [३]लखनऊ बेंच समेत इस हाई कोर्ट में 160 जजों के स्वीकृत पदों में से लगभग आधे खाली पड़े हैं।

चौधरी अजित सिंह


गौरतलब है कि मेरठ में इलाहाबाद हाई कोर्ट की खंडपीठ की मांग तीन दशक पुरानी है। कई बार लंबे आंदोलन हो चुके हैं। एक बार तो दाताराम शिंगल [अब स्वर्गीय] आदि के संचालन में जेल भरो आन्दोलन भी चलाया जा चुका है| एक कमीशन भी इसकी संस्तुति काफी पहले कर चुका है। खंडपीठ की स्थापना में सिर्फ राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है और उम्मीद है कि सरकार लगभग 30 साल पुरानी इस मांग को पूरा कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों की भावनाओं का सम्मान करेगी।
अजित सिंह की इस सक्रियता को रालोद की तरफ से लोकसभा की चुनावी तैयारियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। प्रतिनिधि मंडल में संघर्ष समिति के चेयरमैन अशोक शर्मा +संयोजक सुधीर पवार+ एम पी शर्मा+गजेन्द्र सिंह धामा, जितेन्द्र मोहन शर्मा आदि शामिल रहे।
बताते चलें कि पिछले दिनों छेत्र में राजनीतिक पकड़ के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव की सरकार और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह के बीच एक अघोषित जंग जारी है| केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय मेरठ के अलावा प्रदेश में एयर पोर्ट विकसित करने में इच्छुक है मगर मंत्रालय को प्रदेश सरकार द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं कराई जा रही|उलटे इस पहल का मज़ाक उड़ाया जा रहा है|काबिना मंत्री श्री आज़म खान राम पुर में एयर पोर्ट की जरुरत बताते हैं तो अखिलेश यादव भी मेरठ के बजाय इस्टर्न यूं पी को प्राथमिकता दिए जाने की वकालत करते नजर आते हैं|
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर ब्रेक लगाने पर अब मेरठ में हाई कोर्ट की बेंच की दशकों पुराणी मांग को पुनः उठा कर प्रदेश सरकार के लिए सरदर्दी बड़ा दी है|

पूर्व प्रधान मंत्री पुरुषार्थी आई के गुजराल पञ्च तत्व में विलीन:सात दिन का राजकीय शोक

पूर्व प्रधानमंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल का पार्थिव शरीर आज शनिवार को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गया।दिल्ली में राजघाट के निकट स्थल पर दोपहर तीन बजे उनके ज्येष्ठ पुत्र एवं शिरोमणि अकाली दल के सांसद नरेश गुजराल ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी।श्री गुजराल के सम्मान में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है|

पूर्व प्रधान मंत्री पुरुषार्थी आई के गुजराल पञ्च तत्व में विलीन:सात दिन का राजकीय शोक


श्री गुजराल का कल गुडगांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। वह 92 वर्ष के थे। इस मौके पर सेना के तीनों अंगों ने उन्हें सशस्त्र सलामी दी और उनके सम्मान में शीश झुकाये अंत्येष्टि के अवसर पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी+ उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी+ यूं पी ऐ अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के अलावा + भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवाणी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली सहित विभिन्न दलों के नेता अपनी पार्टी लाइन से ऊपर उठ कर वहां उपस्थित थे।
इससे पूर्व तिरंगे में लिपटे गुजराल के पार्थिव शरीर को पांच जनपथ स्थित उनके आवास से स्मृति स्थल लाया गया। उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे एक वाहन से स्मृति स्थल ले जाया गया। साथ में सैन्यकर्मी और करीबी रिश्तेदार भी थे। सशस्त्र सेना के तीनों अंगों के अधिकारी गुजराल के पार्थिव शरीर को दाह संस्कार स्थल तक लेकर गये।
आज सुबह से ही उन्‍हें श्रद्धां‍‍जलि देने के लिए बड़े राजनीतिज्ञ आते रहे। उनके निधन पर भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, मीरा कुमार, लालकृष्‍ण आडवाणी ने शोक व्‍यक्‍त किया। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने कहा कि गुजराल के निधन से मैनें एक करीबी दोस्‍त खो दिया। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा, गुजराल के निधन से हमारे देश ने एक स्वतंत्रता सेनानी, एक महान देशभक्त और एक विद्वान राजनीतिज्ञ खो दिया पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल को दिल्ली में अंतिम विदाई दे दी गई. उनका पार्थिव शरीर पंचततंत्व में विलीन हो गया. स्मृति स्थल पर पूर्व प्रधानमंत्री आईके गुजराल का अंतिम संस्कार हुआ. इससे पहले उनके आवास पर उनके पार्थिव शरीर को रखा गया था. गुजराल साहब के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा रहा|

दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल की निजी वेबसाइट भी हैक हो गई

दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल की निजी वेबसाइट को हैक करके अस्थाई रूप से उसका स्वरूप बिगाड़ दिया गया ।
श्री सिब्बल की गलत छवि पेश करने के लिए कल वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट कपिलसिब्बलएमपी डॉट कॉम को निशाना बनाया गया और उसमे प्रकाशित सामग्री में छेड़छाड़ की गयी। संसद में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिब्बल इस पोर्टल का इस्तेमाल अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद करने के लिए करते हैं।

Kapil Sibal

बताया जा रहा है कि दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल पर कुछ समूहों ने इंटरनेट सेंसरशिप और अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रतिबंध का आरोप लगाते हुए उनकी निजी वेबसाइट को हैक कर लिया तथा उसका स्वरूप बिगाड़ दिया। इस वेबसाइट की अधिकतर चीजें दुरूस्त कर लिए जाने का दावा किया जा रहा है| लेकिन ब्लॉग, गैलरी, भाषण और बातचीत जैसे कई खंड अब भी काम नहीं कर रहे।
इसी बीच सरकार ने कहा कि जनवरी-अक्तूबर, 2012 के दौरान विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों की 294 वेबसाइट हैक हुई है
सामाजिक दूरियों को दूर करने की नियत से डेवेलप किये गए सोशल साईट्स का नफरत फैलाने के लिए या अपने स्कोर सेटल करने के लिए किया जा रहा दुरूपयोग एक चिंता का विषय बनता जा रहा है| जहां इसके विषय में पर्याप्त जानकारी का न होना+प्रभावी कानून की अनुपस्थिति+ पोलिस गिरी+और इसके प्रभाव को सिमित करने की जद्दोजहद में इसका दुरूपयोग बदता जा रहा है यहाँ तक कि सरकारी मंत्री का एकाउंट भी हैक कर लिया गया है|इस विषय में एक प्रभावी कानून और उसका पालन करने वाले प्रशिक्षित स्टाफ कि जरुरत है|

अंधे वो हैं जिनके दिव्य चक्षु नहीं खुले

अंधे से न आखियन जिन मुख लोईण नाहि ।
अंधे से ही नानक जो खसमों कुत्थे जान ।

Rakesh Khurana

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भाव : अँधा उनको नहीं कहते जिनके चेहरे पर आँखें नहीं लगी हुई हैं ।अंधे वो हैं जिनके दिव्य चक्षु नहीं खुले| दिव्य चक्षुओं से अंतर में हम प्रभु के दर्शन कर सकते हैं । वो प्रभु जन – जन और कण – कण में समाया हुआ है , लेकिन हम उस ज्योतिर्मय प्रभु को देख नहीं रहे । वो सर्वव्यापक प्रभु सतगुरु का मानव तन धारण कर हमारी रक्षा और मार्गदर्शन के लिए इस धरा पर आता है , आकर हमें मोह निद्रा से जगाता है और हमारी अंतर की आँख खोलता है ।
गुरुवाणी
प्रस्तुती राकेश खुराना