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Archive for: August 2013

प्रो0 वामन केन्‍द्रे बने राष्‍ट्रीय नाट्य वि‍द्यालय (एनएसडी) के पांच साल के लिए नि‍देशक

सरकार ने प्रो0 वामन केन्‍द्रे को एनएसडी का नि‍देशक नि‍युक्‍त कि‍या
सरकार ने प्रो0 वामन केन्‍द्रे को राष्‍ट्रीय नाट्य वि‍द्यालय (एनएसडी) का नि‍देशक नि‍युक्‍त कि‍या है। उनकी नि‍युक्‍ति‍पदभार ग्रहण करने की ति‍थि‍से पांच वर्ष के लि‍ए हुई है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय विश्व में रंगमंच का प्रशिक्षण देने वाले श्रेष्ठतम संस्थानों में से एक है |भारत में यह अपनी तरह का एकमात्र संस्थान है जिसकी स्थापना संगीत नाटक अकादमी ने 1959 में की थी। इसे 1975 में स्वायत्त संगठन का दर्जा दिया गया, जिसका पूरा खर्च संस्कृति विभाग वहन करता है।
इसका उद्देश्य रंगमंच के इतिहास, प्रस्तुतिकरण, दृश्य डिजायन, वस्त्र डिजायन, प्रकाश व्यवस्था और रूप-सज्जा सहित रंगमंच के सभी पहलुऔं का प्रशिक्षण देना है

रालोद के सांसद जयन्त चौधरी ने दुर्गा शक्ति नागपाल के निलम्बन पर यूपी सरकार की निन्दा की

राष्ट्रीय लोक दल [रालोद]भी आज दुर्गा शक्ति नागपाल के समर्थन में उतर आया है| रालोद के राष्ट्रीय महासचिव और मथुरा से सांसद जयन्त चौधरी ने नोयडा में एस डी एम् दुर्गा शक्ति नागपाल के निलम्बन पर यूपी सरकार की निन्दा की|
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद श्री जयन्त चौधरी ने गौतमबुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को खनन माफियाओं पर लगाम लगाने पर निलंबित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की कड़े शब्दों में निन्दा की है। उन्होंने कहा है कि खनन माफिया प्रदेश में लम्बे समय से हावी हैं। राज्य सरकार में इनकी धमक है। प्रशासन इन पर लगाम लगाने में असमर्थ है। यदि कोई ईमानदार अधिकारी इन पर कार्रवाई करता भी है तो ये माफिया राज्य सरकार पर दवाब बनाकर उसका तबादला या निलम्बन करा देते हैं।
श्री जयन्त चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में आए दिन ईमानदार अधिकारियों का स्थानांतरण कर प्रताडि़त किया जा रहा है। राज्य सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी। अपराधी एवं माफिया बेलगाम हैं और उन्हें राज्य सरकार की शह प्राप्त है। प्रदेश में पुलिस का राजनीतिकरण हो गया है। पुलिस अपराधियों पर कार्रवाई करने से कतराती है।
राष्ट्रीय लोकदल पुलिस एवं प्रशासन सुधार के लिए लगातार मांग करता रहा है। श्री जयन्त चौधरी ने प्रदेश सरकार से दुर्गा शक्ति नागपाल को बहाल करने की मांग की है।

वाटर एंड पावर कंसलटेंसी सर्वि‍सेज (वैपकौस) ने २० करोड़ का लाभ दिया

जल संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजि‍नक क्षेत्र के संगठन वाटर एंड पावर कंसलटेंसी सर्वि‍सेज (वैपकौस) ने आज नई दि‍ल्‍ली में जल संसाधन मंत्री श्री हरीश रावत को 2012-13 के लि‍ए 12 करोड़ रुपये का लाभांश तथा 8 करोड़ रुपये का बोनस शेयर प्रमाणपत्र भेंट कि‍या।
इस चेक हस्तांतरण सभा में जल संसाधन सचि‍व श्री आलोक रावत और वैपकौस के अध्‍यक्ष सह-प्रबंध नि‍देशक श्री आर. के. गुप्‍ता भी उपस्थित थे
इस अवसर पर श्री रावत ने वैपकौस की उपलब्‍धि‍यों के लि‍ए प्रबंधन की सराहना की।
फोटो कैप्शन
CMD, Water and Power Consultancy Services (WAPCOS), Shri R.K. Gupta presenting a dividend cheque for the year 2012-13 to the Union Minister for Water Resources, Shri Harish Rawat, in New Delhi on August 01, 2013.
The Secretary, Ministry of Water Resources, Shri Alok Rawat is also seen.

पहली अगस्त से नए विदेश और न्याय सचिवों ने पद भर ग्रहण किया

पहली अगस्त से नए विदेश और विधि न्याय सचिवों ने पद भर ग्रहण किया
[१] विदेश सचिव
श्रीमती सुजाता सिंह ने नए विदेश सचिव का कार्यभार, नई दिल्ली में ,ग्रहण किया ,
[२]न्‍याय वि‍भाग
कर्नाटक कैडर की 1979 बैच की आईएएस अधि‍कारी श्रीमती अनि‍ता कौल ने वि‍धि‍एवं न्‍याय मंत्रालय के न्‍याय वि‍भाग में सचि‍व का पदभार ग्रहण कि‍या। श्रीमती कौल केन्‍द्र और राज्‍य स्‍तर पर वि‍भि‍न्‍न पदों पर कार्य कर चुकी हैं। श्रीमती अनि‍ता कौल मानव संसाधन वि‍कास मंत्रालय में संयुक्‍त सचि‍व तथा अपर सचि‍व भी रह चुकी हैं।
[३]इसके अलावा जुलाई 29, २०१३ को सुश्री एम. सुबाशिनी,को बारबाडोस के लिए भी भारत की उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है |
इस समय सूरीनाम गणराज्य में भारत की राजदूत सुश्री एम. सुबाशिनी (वाईओए: 1987), बारबाडोस के लिए भारत की उच्चायुक्त भी नियुक्त की गई हैं।इन्हें आवास पारामारीबो में एलोट किया गया है|
[४]श्री डी. बाल वेंकटेश वर्मा,को [जुलाई 26, २०१३] संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण सम्मेलन, जिनेवा के लिए भारत के अगले राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त
श्री डी. बाल वेंकटेश वर्मा (भाविसे: 1988), संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण सम्मेलन, जिनेवा के लिए भारत के अगले राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि नियुक्त किए गए हैं।
फोटो कैप्शन
Smt. Sujata Singh taking charge as the New Foreign Secretary, in New Delhi on August 01, 2013.

चौधरी अजित सिंह ने पृथक तेलंगाना की मांग का समर्थन करके आन्ध्र प्रदेश में भी सियासी मित्र अर्जित किये

उत्तर प्रदेश में राजनीती के चतुर खिलाड़ी चौधरी अजित सिंह ने पृथक तेलंगाना की मांग का दिल्ली में समर्थन करके आन्ध्र प्रदेश में भी सियासी मित्र अर्जित कर लिए हैं|
आन्ध्र प्रदेश के सांसदों एवं राज्य सरकार के मंत्रियों तथा विधायकों ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष व केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह से मुलाकात की। मुलाकात करने वालों में सांसद श्री वी हनुमंतराव + श्री पूनम प्रभाकर +राज्य सरकार के मंत्री श्री जैना रेड्डी+ श्रीमती गीता रेड्डी+श्रीमती डीके अरुणा+ श्रीमती सुनीता लक्ष्मी रेड्डी और अन्य विधायकगण शामिल थे। इन्होंने चौ. अजित सिंह को तेलंगाना के लिए किए गए अथक प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया है। चौ. अजित सिंह ने इन सभी नेताओं को तेलंगाना को अलग राज्य बनाने में पूर्ण सहयोग करने का विश्वास दिलाया।
राष्ट्रीय लोकदल लम्बे समय से तेलंगाना को अलग राज्य का दर्जा दिलाने के लिए प्रयासरत है। रालोद बेहतर प्रशासन एवं विकास के लिए छोटे राज्यों के पक्ष में है। चौ. अजित सिंह ने कहा है कि तेलंगाना के लोग काफी लम्बे समय से अलग राज्य की मांग कर रहे हैं और अब समय आ गया है कि उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाए।

कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा के सभी १८ बैच रद्द

कैलाश मानसरोवर यात्रा, 2013 के समस्त 18 बैच रद्द कर दिए गए हैं| यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के हित में यह निर्णय लिया गया है|
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के रूट पर सड़कों, पुलों एवं रास्तों पर निरंतर व्यवधान के मध्य नजर यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के हित में यात्रा- 2013 के शेष सभी बैचों 15-18 को भी रद्द करने का निर्णय लिया है।इसे पूर्व जत्था संख्या १४ तक रद्द किये जा चुके हैं|
कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए कुल 18 जत्थे ही जाने थे।

कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा

कैलाश मानसरोवर की पवित्र यात्रा

भारत सरकार के सौजन्य से हर वर्ष मई-जून में सैकड़ों तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा करते हैं। इसका एक भाग चीन में पड़ता है | इसके लिए उन्हें भारत की सीमा लांघकर चीन में प्रवेश करना पड़ता है| कैलाश पर्वत की ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 20 हज़ार फीट है[भारत कोष]। इसलिए तीर्थयात्रियों को कई पर्वत-ऋंखलाएं पार करनी पड़ती हैं। यह यात्रा अत्यंत कठिन मानी जाती है। भारत कोष में वर्णित हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार जिसको भोले बाबा का बुलावा होता है, वही इस यात्रा को कर सकता है। सामान्यतया यह यात्रा 28 दिन में पूरी होती है। भारतीय भू-भाग में चौथे दिन से पैदल यात्रा आरम्भ होती है। भारतीय सीमा में कुमाउँ मंडल विकास निगम इस यात्रा को संपन्न कराती है | अंतर्राष्ट्रीय नेपाल तिब्बत चीन से लगे उत्तराखण्ड के सीमावर्ती पिथौरागढ़ के धारचूला से कैलास मानसरोवर की तरफ जाने वाले दुर्गम पर्वतीय स्थानों पर सडकें न होने और 75 किलोमीटर पैदल मार्ग के अत्यधिक खतरनाक होने के कारण हिमालय के मध्य तीर्थों में सबसे कठिनतम भगवान शिव के इस पवित्र धाम की यह रोमांचकारी यात्रा भारत और चीन के विदेश मंत्रालयों द्वारा आयोजित की जाती है। इस पवित्र यात्रा पर केवल भारत ही नहीं अन्य देशों के श्रद्धालु भी जाते हैं। वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद बंद हुये इस मार्ग को धार्मिक भावनाओं के मद्देनज़र दोनों देशों की सहमति से वर्ष 1981 में पुनः खोल दिया गया था।
भगवान शिव के आवास की मनोहरी झांकी के दर्शन और पवित्र मानसरोवर झील में स्नान के लिए श्रृद्धालूओं की सुविधानुसार 18 जत्‍थे बनाये गए थे
अब चूंकि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा आई हुई है और यात्रा के रूट पर सड़कों, पुलों एवं रास्तों पर निरंतर व्यवधान आ रहे हैं| इसीलिए यह पवित्र यात्रा रद्द की गई है |शिव तीर्थ केदार नाथ में आई त्रासदी के पश्चात शिव के ही मनोरम स्थल कैलाश मानसरोवर के दर्शन से भी श्र्धालूजन इस वर्ष वंचित ही रह जायेंगे