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Archive for: December 2013

यतेन्द्र चौधरी ने अखिल भारतीय रक्षा लेखा कर्मचारियों को नववर्ष की शुभ कामनाएं देते हुए एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण करने की अपील की

यतेन्द्र चौधरी ने अखिल भारतीय रक्षा लेखा कर्मचारियों को नववर्ष की शुभ कामनाएं देते हुए एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण करने की अपील की
अखिल भारतीय रक्षा लेखा कर्मचारी संघ [कलकत्ता]के राष्ट्रीय अध्यक्ष यतेन्दर चौधरी ने विभाग के १३६९१ सदस्यों को नव वर्ष कि शुभ कामनाएं देते हुए कहा कि किसी फल कि इच्छा से पहले उसके लायक बनना जरूरी है[First Deserve Than Desire] उन्होंने कहा कि पहले लायक बनो फिर इच्छा करो
उन्होंने बताया कि जन कल्याण कार्यक्रमो में यदि कहीं कोई बाधा है तो वह केवल यह है कि दोनों स्तरों पर पढने की अरुचि है |इसी कारन विषय की जानकारी का अभाव है|एसोसिएशन और जे सी एम् सम्बन्धी जानकारी और उचित प्रशिक्षण के आभाव में जहां एक और कभी कभी प्रशासन में लचीलापन की कमी खलती है वहीँ दूसरी और रीडिंग के प्रति उदासीनता के कारण एसोशिएशन के प्रतिनिधि गण भी कभी कभी उन बातों में उलझ जाते हैं जो शायद उनके कार्य छेत्र में आता ही नहीं|
एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा कि मांग में ईमानदार और तर्क संगत होने पर उसका निदान भी शीघ्र होता है|एसोसेशन के प्रयासों से अब विभाग के वेब साईट [CGDA]पर बैठकों की मिनट्स अप लोड होने लग गई हैं|रक्षा लेखा विभाग में कुल संख्या १३६९१ है जिनमे से पूना मुख्यालय की संख्या ७४४० है चूंकि अपनी कमीज सबको सफ़ेद लगती है इसीलिए अपील करता हूँ कि कलकत्ता मुख्यालय कि सदस्यता ग्रहण करके उत्साह वर्धन करें ताकि जनकल्याण के अधिक से अधिक कार्य कर सकें |

सोणा ते मन मोहणा पी एम् २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

खोजी पत्रकार

ओये झल्लेया देखा हसाड़ी खोजी पत्रकारिता का कमाल ओये हमने कहा था ना कि २०१४ के इलेक्शन से पह्ले डॉ मन मोहन सिंह को प्रधान मंत्री पद से हटा दिया जायेगा ओये अब सत्ता के गलियारों से आवाजें आ रही हैं कि डॉ मन मोहन सिंह खुद ही राहुल हन्दी के लिए प्रधान मंत्री के पद को छोड़ रहे हैं

झल्ला

अरे भोले भापा जी वोह दिन हवा हुए जब खलील मियां फाख्ता उड़ाया करते थे हसाडा सोणा ते मन मोहणा २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है यकीं नहीं आता तो पी एम् ओ का ब्यान पड लो

डॉ मन मोहन सिंह ने नववर्ष के संदेश में सबके लिए शांति,सुरक्षा,प्रसन्‍नता,समृद्धि की कामना की

प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने नव वर्ष के सन्देश में सबके लिए शांति, सुरक्षा, प्रसन्‍नता और समृद्धि की कामना की
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने नववर्ष की पूर्व संध्‍या पर देशवासियों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि नया वर्ष हममें से प्रत्‍येक के लिए बीते हुए वर्ष की सफलताओं और उपलब्धियों के साथ-साथ कमियों और गलतियों पर दृष्टिपात करने का समय है। यह हमें स्‍वयं का पुनर्मूल्‍यांकन करने और भावी वर्ष के लिए योजना बनाने, सुधारात्‍मक कार्य करने तथा नये लक्ष्‍य तय करने का अवसर प्रदान करता है। यह समय उम्‍मीद बनाए रखने, लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने, संकल्‍प और विश्‍वास के साथ नई शुरूआत करने का है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्‍ट्र के रूप में यह एकजुट होने और भावी अवसरों तथा चुनौतियों के लिए अपने आपको तैयार करने का समय है।
डॉ. सिंह ने कहा कि मैं कामना करता हूं कि वर्ष 2014 सभी के लिए शांति, सुरक्षा, प्रसन्‍नता और समृद्धि लाए।

“आप” के आशीर्वाद के बावजूद बिशनसिंह बेदी डी डी सी ऐ के चुनाव हारे

[नई दिल्ली] क्रिकेटर बिशन बेदी अरुण जैटली के खासुलखास एस पी बंसल के हाथों [ DDCA ] के चुनाव हार गए| “आप” पार्टी ने बेशक भ्रष्टाचार के विरुद्ध दिल्ली में २८% जंग जीत ली मगर ७२% करप्शन अभी भी व्याप्त है जिसके चलते अरविन्द केजरीवाल से आशीर्वाद पाये बिशन सिंह बेदी, भाजपा नेता अरुण जेटली के ख़ास , स्नेह प्रकाश बंसल के हाथों दिल्ली जिला क्रिकेट संघ [DDCA] के चुनावों में पराजित होकर अपमानित हो गए हैं|
श्री बंसल अब डी डी सी ऐ के नए अध्यक्ष होंगे। सोमवार को हुए चुनाव में [ BCCI ] उपाध्यक्ष बंसल ने अध्यक्ष पद पर भारत के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी को भरी के अंतर से हराया। बंसल को बेदी के बंसल के मुकाबिले केवल १०% मत ही मिले ।इससे बेदी गुट का सफाया हो गया है |
बंसल मौजूदा अध्यक्ष अरुण जेटली की जगह लेंगे,जैटली ने डीडीसीए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था|बेदी शुरू से ही परोक्ष मत की व्यवस्था के खिलाफ थे उनकी यह मांग ठुकराए जाने के कारण ही चुनावी नतीजे आये हैं |पुराणी व्यवस्था के चलते किसी बाहरी व्यक्ति काDDCA चुनाव जीतना लगभग असंभव है।
नए चयनित पदाधिकारी निम्न होंगें
[१]अध्यक्ष : स्नेह प्रकाश बंसल।
[२]उपाध्यक्ष : चांद खन्ना, चेतन चौहान, गंगा प्रसाद गुप्ता।
[३]महासचिव : अनिल खन्ना।
[४]खेल सचिव : सुनील देव।
[५]कोषाध्यक्ष : रविंद्र मनचंदा।
[६]क्लब सचिव : एसके जैन।

“आप” जी दिल्ली में शराब माफिआ को क्रेक करने के लिए एक करोड़ के दसवें हिस्से का इनाम भी घोषित कर दो

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप” पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे केजरीवाल का प्रशासनिक कमाल|ओये अपने चुनावी घोषणा पत्र की दूसरी क्लाज को पूरा करते हुए शराब माफिआ के हाथों शहीद हुए कांस्टेबिल “विनोद” के परिजनों को एक करोड़ रुपयों की सहायता राशि का एलान कर दिया है ओये अब पोलिस वाले भी बदमाशों का मुकाबिला करने के लिए सीना फुला कर आगे जायेंगे

झल्ला

ये राशि अगर लाल फीताशाही में नहीं फंसी तो वाकई हौंसला अफजाई है नहीं तो जग हसाई होगी |खैर इसके लिए बधाई लेकिन झल्लेविचारनुसार अगर इसके अलावा शराब माफिआ गैंग को क्रेक करने के लिए एक करोड़ की राशि का दस प्रतिशत भी घोषित कर दिया जाये तो खजाने पर आने वाले समय में एक करोड़ का भार नहीं पड़ेगा और कांस्टेबिल विनोद जैसी प्रतिभाएं देश सेवा के लिए जीवित रहेंगी

“आप” अगर आज फेयरली पानी नहीं देते तो “लवली” ने फेयर सरकार पर ही पानी फेर देना था

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप ‘पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे वड्डे साहब जी दा कमाल ओये धोती को फाड़ कर कर दिया ना रुमाल| आज पहले दिन ही मेनिफेस्टो पर अमल करके दिल्ली वासियों को २०००० लीटर पानी मुफ्त देने की घोषणा कर दी गई है|बेशक यह सुविधा अभी तीन महीने तक रहेगी लेकिन ये तो देख कि [१]सरकार का पहला दिन है[२] मुख्य मंत्री खांसता हुआ बीमार पड़ा है[३] प्रेस वालों ने सेक्टेरिएट में ऐसी की तैसी की हुई है इसके बावजूदएक एक करके चुनावी वायदा पूरा किया जा रहा है|

झल्ला

अरे मेरे चतुर महान जीअगर आप फेयरली पानी नहीं देते तो कांग्रेसी लवली[अरविंदर सिंह] ने “आप” पर ही पानी फेर देना था| ये जो आप की फेयर[आप]+लवली[कोंग्रेस] सरकार बनी है वोह अगली[UGLY] फेयर[ Fair]बन कर रह जायेगा |

राज नाथ सिंह ने कांग्रेस की तुलना रामायण की “मंथरा” और महाभारत के “कंस” से की

कांग्रेस शासित झाड़खंड के रांची [ध्रुव ]में इस साल की आखिरी विशाल विजय संकल्प रैली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह भी काग्रेस पर जम कर बरसे |उन्होंने प्राचीन भारतीय ग्रंथों में वर्णित कथाओं के माध्य्म से कांग्रेस की तुलना रामायण की पात्र “मंथरा” और महाभारत के कंस से की उन्होंने कहा कि नरेंदर मोदी के प्रधान मंत्री बनाने में रोड़े अटका कर कांग्रेस आज कल मंथरा और कंस की भूमिका निभा रही है |कैकैई कि दासी मंथरा ने जिस प्रकार श्री राम के बनवास का कुचक्र रचा था उसी प्रकार केंद्र सरकार के मंत्री भी मोदी के खिलाफ रोज नए नए षड्यंत्र रच रहे है |स्नूपिंग काण्ड की जाँच आयोग का गठन भी उसी कड़ी का हिस्सा है|कंस ने तो कृष्ण के जन्म से पूर्व देवकी से जन्मी कन्यायों का वध कर दिया था |कांग्रेस भी उसी दिशा में अग्रसर है|

झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए नरेंदर मोदी ने प्रदेश की सभी १४ लोक सभा सीटें भाजपा को देने की अपील की

प्रधानमंत्री पद के भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस शासित झाड़खंड के रांची में आयोजित विशाल विजय रैली में केंद्र सरकार पर आजादी के बाद से ही झाड़ खंड की आवाज को दबाने का आरोप लगाया|झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए नरेंदर मोदी ने २०१४ में प्रदेश की सभी १४ लोक सभा सीटें भाजपा को देने की अपील की|उन्होंने कहा कि प्रदेश १४वे साल में प्रवेश कर रहा है यहाँ लोक सभा की १४ सीटें है और चुनाव भी २०१४ में होने जा रहे हैं इसीलिए झाड़ खंड का भाग्य बदलने के लिए इस १४ के जादुई आंकड़े का उपयोग करने से प्रदेश का भाग्य बदल जायेगा |
लाख+ लोगों की भीड़ को संबोधित करते मोदी ने आश्वासन दिया कि वे अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों का झारखंड बनाएंगे और आदिवासी-दलित-पीड़ित शोषितों के सपनों को पूरा करेंगे। Bjp Vijay Rally In Ranchi
उन्होंने केंद्र और राज्य में सत्तारुड कांग्रेस से पूछा कि झारखंड गरीब क्यों है? अलग झारखंड की आवाज को क्यूँ ५० सालों तक दबोचा गया।
मोदी ने तीन राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि उत्तराखंड+झाड़ खंड और छत्तीसगढ़ का निर्माण भी वाजपेयी जी की सरकार में हुआ। मध्यप्रदेश से अलग छत्तीसगढ़ बना+ बिहार से अलग झारखंड बना+ उत्तरप्रदेश से अलग उत्तराखंड बना। तीनों राज्यों की कठिनाइयां समान थी। भाजपा शासित छत्तीसगढ़ आगे निकल गया। कांग्रेस शासित झारखंड और उत्तराखंड पिछड़ गए।उन्होंने कहा कि विकास के लिए झारखंड में 14 सीटें भाजपा अध्यक्ष राज नाथ सिंह को दे दें |
मोदी ने कांग्रेस के विजन पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि यहाँ भरपूर कोयला हैमगर बिजली नहीं है+बरसात का पानी आता है लेकिन पीने का पानी नहीं है+प्रदेश पर पहले छह हजार करोड़ का कर्ज था जो बढ़ कर अब चौंतीस हजार करोड़ हो गया है|यहाँ ५०% जनता गरीब है | प्रचुर मात्र में प्राकृतिक सम्पदा होने पर भी यहाँ दयनीय स्थिति है| मूल कारण यह है कि न तो इनको विकास की चिंता है न तो सुशासन की चिंता है।
गुजरात में हमने फर्टिलाइजर कारपोरेशन को प्रोफेशनलिज्म की तरफ ले जाने का काम किया। फालतू खर्च कम किए। आज लुढ़का हुआ पीएसयू सबसे ज्यादा मुनाफा कर रहा है। रोजी-रोटी की गारंटी हो गई। इरादे चाहिए सिर्फ वादे नहीं। इरादे भी नेक होने चाहिए। कांग्रेस के पास न तो इरादे हैं न तो नेक वादे. इरादों में भी नैतिकता नहीं है।
जिस राज्य में क्रिकेटर धौनी-और दीपिका हैं वह राज्य बदहाल क्यों?

Meditation Should Be Kept At The Top In The List Of New Year’s Resolutions:Sant Rajinder Singh Ji

Sant RAJINDER SINGH Ji Maharaj Has Showered New Year’s Greetings And Blessed With The Massage That Meditation Should Be Kept At The Top In The List Of New Year’s Resolutions.
Sant Rajinder Singh Ji Maharaj Of Science of Spirituality+ SAWAN KRIPAL RUHANI MISSION Said That At this time of year, most people have two major decisions to make. The first is what holiday gifts we want to receive. The second is what New Year’s resolutions we want to make.
The question of holiday gifts often focuses on a material gift we want for ourselves or to give our loved ones. From childhood, many children are told to make a list of what they want as a holiday gift and most focus on toys and games. As adults, we focus on gadgets, necessities, or something fun and entertaining. Most involve items that are perishable, as they will either break, become lost, or we will lose interest in them. Few holiday gifts are lasting and meaningful.
New Year’s resolutions usually do not focus on physical gifts, but on making new habits to improve our physical body and mind. For the body, some popular resolutions focus on our weight, fitness, health, appearance, or bodily goals. For the mind, we may want to improve our emotional wellness, our relationships, or our skills. We may want to take a course to improve our mind or develop a new ability. Often we want to eliminate habits that are not helpful to us.
Masters give a different perspective on life. They point out that any gifts or resolutions related to this physical world, our body, and our mind are not lasting. They are perishable as anything made of matter will one day be destroyed. Material gifts we receive or give have a limited shelf life. Resolutions that affect our physical body and mind are also only going to last as long as we reside in this physical body. What, then, are decisions we can make for holiday gifts and New Year’s resolutions that are lasting? Saints advise that the gifts that are lasting are those of a spiritual nature that benefit our soul. Our soul is eternal and anything we receive to help our soul or any choices we make to improve our spiritual development will last beyond our physical life. Such spiritual gifts go with us beyond this life and stay with us for eternity.
The most lasting gift we can give ourselves and our loved ones is learning how to meditate on the inner Light and Sound. Through meditation, we connect with an eternal source of all happiness, love, and Light that does not perish. This inner connection fulfills us with more joy and bliss than any material gifts of this world. The best resolution we can make is to meditate daily and avail of the spiritual riches God wants to bestow on us—union with God. Of all the resolutions we can make for our body and mind, the one with the most lasting benefit is meditation as that enriches our soul. Fulfillment of our soul provides far greater joy and ecstasy than any gains for our body and mind.
This year, we can benefit the most by placing meditation on the inner Light and Sound at the top of our gift wish list. If we already know how to meditate, then let us pray for the regularity, devotion, commitment, and passion to keep it a priority in our life. For our New Year’s resolution, by placing a minimum of two and a half hours daily meditation at the top of our list, we can enjoy a gift that never perishes and is always a source of joy, love, and bliss—union of our soul with God.

उनको ये शिकायत है कि हम शक करते हैं हुस्न पर शक करना तो अपनी मजबूरी है

उनको ये शिकायत है कि हम शक करते हैं
हुस्न पर शक करना तो अपनी मजबूरी है
ये कोई छुपा रहस्य नहीं, खुली हकीकत है
हुस्न को हकीकत समझाना खीर ढेड़ीहै
इश्क और शक एक ही सिक्के के दो पहलू हैं
इस राजे जिंदगानी का जानना भी जरूरी है
इश्क एक तोहफा है,नेमत है,करिश्मा है
इसीलिए अजीब सी दौलत का खजाना है
खजाने को पाने के बाद हिफाजत जरूरी है
हिफाजत के लिए ही शक करना भी जरूरीहै