Ad

Archive for: July 2014

कांठ स्कोर बराबर करने के लिए सहारनपुर में विशेष प्रशिक्षित गुट को छूट तो नहीं दी गई दी गई ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

उजड़ा हुआ सहारनपुरिया

ओये झल्लेया इन दंगाइयों ने अपनी नफरत की आग में हसाड़ी रोजी रोटी को भी स्वाह कर दिया और ये जो हुकमरान हैं हाथ पर हाथ धरे चल चित्र का आनंद ले कर मात्र कमेंट्री करने में लगे हुए हैं|ओये इन बेलगाम दंगाइयों ने अकर्मण्य नौकर शाही +नासमझ शासकों की शह पर पहले मुजफ्फर नगर फिर कांठ और अब हसाडे शांत सहारनपुर को भी अशांत बेसहारा कर दिया तीन निर्दोष लोग मरे गए अनेकों घायल कर दिए गए और तो और दुकानों + घरों को लूटा तक गया नाम पूछ पूछ कर खुले आम गोली मारी गई | ये तो हसाडे लिए दूसरा पाकिस्तान बन गया ओये इन्होने तो हसाडे पवित्र गुरुद्वारा साहब की जमीन को भी कब्रिस्तान बना दिया|ओये कंद्र सरकार+कांग्रेस सरकार+ पंजाब सरकार और यहाँ तक कि अकाल तख्त साहब भी इन दबंगों से न्याय नहीं दिला पा रहे

झल्ला

मेरी संवेदनाएं |झल्ला प्रश्न है|मुजफ्फर नगर और कांठ का स्कोर बराबर करने के लिए सहारनपुर में दंगाइयों के एक विशेष प्रशिक्षित आयातित गुट को खुली छूट देकर रमजान महीने में कहीं सियासी सवाब तो नहीं कमाया जा रहा ?

“आप”पार्टी के एच एस फुल्का ने सहारनपुर के दंगों को उ प्र. सरकार की नाकामी बताया

“आप ” पार्टी ने सहारनपुर के दंगों को प्रदेश सरकार और पोलिस की नाकामी बताया और साम्प्रदायिकता के विरुद्ध बिल को पास करने के लिए केंद्र सरकार से मांग की आप पार्टी के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील हरविंदर सिंह [एच एस] फुल्का ने कम्युनल वायलेंस के खिलाफ राज्य सभा में आठ वर्षों से लंबित बिल को पास किये जाने की मांग उठाई|श्री फुल्का ने प्रदेश सरकार और पोलिस दंगों के दौरान मात्र मूक दर्शक बने रहने का आरोप भी लगाया | श्री फुल्का ने बताया कि कहा जा रहा है कि पोलिस फ़ोर्स कम थी और दंगाई संख्या में ज्यादा थे इसीलिए दंगे रोकने को प्रभावी कदम उठाने में पोलिस असफल रही |उन्होंने इस यह दलील को अस्वीकार्य करते हुए सहारनपुर के सुप्रीडेन्टेन्ड आफ पोलिस[ SP] को तत्काल सस्पेंड किये जाने की मांग की श्री फुल्का १९८४ के दंगों के सिख पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए प्रसिद्द हैं |

.

नरेंद्र मोदी ने नागरि‍कों को भारत सरकार से सीधे जोड़ने के लिए”पोर्टल”माई गवर्नमेंट लांच कि‍या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरि‍कों को सीधे सरकार से जोड़ने के लिए “पोर्टल “माई गवर्नमेंट लांच कि‍या| इसके माध्यम से देश के प्रबुद्ध लोगों से रचनात्मक फीडबैक लेकर उसका उपयोग व्‍यापक ज्ञान भंडार के रूप में होगा| प्राप्त सुझाव ,कार्यान्वयन के लिए, स्वीकृत होने पर प्रोत्साहन अंक भी दिए जायेंगे | इसका लिंक है http://mygov.nic.in
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज माई गवर्नमेंट लांच कि‍या|दावा किया गया है कि यह प्‍लेटफॉर्म भारत के नागरि‍कों को सुशासन की दि‍शा में योगदान देने के लि‍ए अधि‍कार संपन्‍न बनाएगा । अपनी सरकार के 60 दि‍नों के पूरे होने को चि‍न्‍हि‍त करते हुए , प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ लोकतंत्र की सफलता लोगों की भागीदारी के बि‍ना असंभव है। अतीत में लोगों तथा सरकार की प्रक्रि‍या के बीच अंतर की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ पि‍छले 60 दि‍नों में सरकार का यह अनुभव रहा है कि‍ अनेक लोग राष्‍ट्र नि‍र्माण में योगदान देना चाहते हैं और अपना समय तथा ऊर्जा लगाना चाहते हैं। उन्‍हें केवल चमक का अवसर देने और उनके योगदान को दि‍खाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ माईगवर्नमेंट मंच तकनीकी प्रेरि‍त माध्‍यम है जो सुशासन में योगदान करने का अवसर देगा।
प्रधानमंत्री ने वि‍श्‍वास व्‍यक्‍त कि‍या कि‍ लोग इस प्रयास का स्‍वागत करेंगे1 उन्‍होंने इस मंच को मजबूत बनाने तथा सुधारने के लि‍ए सुझाव भी मांगे। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि‍ देश को आगे ले जाने तथा गरीब-गरीब से लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति‍ इस मंच से जुड़ेगे।उनसे रचनात्मक फीड बैक मिलेगा उन्‍होंने कहा है कि‍ इस मि‍शन सफलता के प्रति‍ आश्‍वस्‍त हैं कि‍ क्‍योंकि‍ उन्‍हें 125 करोड़ भारतीय लोगों की शक्‍ति‍ और क्षमता पर भरोसा है।
जो लोग वि‍चार-वि‍मर्श से आगे बढ़कर जमीनी योगदान देना चाहते हैं उनके लि‍ए माई गवर्नमेंट पोर्टल अनेक अवसर देता है। नागरि‍क वि‍भि‍न्‍न कायों के लि‍ए स्‍वयं आगे बढ़ सकते हैं और अपनी प्रवृष्‍टि‍यां दे सकते हैं। फि‍र इन कार्यों की समीक्षा अन्‍य सदस्‍य तथा वि‍शेषज्ञ करेंगे। मंजूरी के बाद इन कार्यों को पूरा करने वाले लोगों तथा माई गवर्नमेंट के अन्‍य सदस्‍यों से साझा कि‍या जाएगा। प्रत्‍येक मंजूर कार्यों को पूरा करने के लि‍ए प्रोत्‍साहन अंक मि‍लेंगे।
नेशनल इंफोरमेटि‍क्‍स सेंटर (एनआईसी) तथा इलैक्‍ट्रॉनि‍क्‍स एवं सूचना प्रौद्योगि‍की वि‍भाग माई गवर्नमेंट मंच का क्रि‍यान्‍वयन और प्रबंधन करेंगे और इससे सुशासन में नागरि‍कों की भागीदारी में मदद मि‍लेगी।
समूह और कॉर्नर माई गवर्नमेंट के प्रमुख हि‍स्‍सा हैं। इस मंच को स्‍वच्‍छ गंगा, बालि‍का शि‍क्षा, स्‍वच्‍छ भारत, कौशलपूर्ण भारत, डीजि‍टल भारत और रोजगार सृजन जैसे वि‍भि‍न्‍न समूहों में बांटा गया है। प्रत्‍येक समूह को ऑनलाइन तथा ऑनग्राउंड कार्य दि‍ए गए हैं जि‍से योगदानकर्ता अपने हाथ में लेंगे। इसका उद्देश्‍य लोगों की भागीदारी के जरि‍ए गुणात्‍मक परि‍वर्तन लाना है। संचार तथा सूचना प्रौद्योगि‍की, वि‍धि‍ और न्‍याय मंत्री श्री रवि‍शंकर प्रसाद तथा भारत सरकार के वरि‍ष्‍ठ अधि‍कारी इस अवसर पर मौजूद थे।
फोटो कैप्शन
Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi at the launch of “MyGov portal”, an official portal of Government India, in New Delhi on July 26, 2014.

Indian Home Ministry Reiterates National Policy Of Not Supporting illegal Migration

India has a policy of not supporting illegal migration either into India or anywhere outside India.
This Clarification Is Issued By Ministry of Home Affairs
As Per Clarifications Issued By Home Ministry Indian authorities have clearly conveyed to the Australian side[ During the visit of Minister Morrison to India ] that the first requirement is to provide consular access to Indian High Commission officials in Australia to the persons. India’s policy is to accept return of Indian citizens and other persons whose return it is obligated to accept under applicable Indian domestic law. As per current policy, India will take back its own nationals provided the consular access clearly determines their origin.
There have been some press reports on briefings by Australian Minister of Immigration and Border Protection Scott Morrison on the issue of 157 persons who are held up at sea off the shores of Australia and his interactions with the Indian Minister for Home Affairs Shri Rajnath Singh and Minister for External Affairs Smt. Sushma Swaraj in New Delhi Recently .
Mr. Scott Morrison, Australian Minister for Immigration & Border Protection met the Union Home Minister Shri Rajnath Singh The Union Minister for External Affairs Smt. Sushma Swaraj The meeting was mainly to discuss issues relating to illegal migration. In this context, the Australian Minister mentioned that a boat with 157 persons onboard was seized by the Australian authorities in the last week of June, 2014.
The Union Home Minister reiterated that India, as a matter of policy, does not support any kind of illegal migration either into its own territory or illegal migration of its citizens to foreign territories.
Photo Caption
The Australian Minister for Immigration & Border Protection, Mr. Scott Morrison meeting the Union Home Minister, Shri Rajnath Singh, in New Delhi on July 22, 2014. The Union Minister for External Affairs and Overseas Indian Affairs, Smt. Sushma Swaraj is also seen.

“आप” ने लगाया भाजपा+सपा+कांग्रेस पर यूं पी में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश का आरोप

आम आदमी पार्टी ने भाजपा+सपा+कांग्रेस पर उत्तरप्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया
और भारतीय़ जनता पार्टी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की इस साजिश की कडे शब्दों में भर्त्सना की|
आप पार्टी का कहना है के पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम से स्पष्ट है कि मुरादाबाद के कांठ इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैलाने में भाजपा के केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी के धरने पर बैठने और पांच सांसदों के संवेदनशील इलाके में गिरफ्तारी देने से प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ा है।
कांग्रेस ने इस मौके पर शांति मार्च के नाम पर जो राजनीति की है उसने आग में घी डालने का ही काम किया है। सांप्रदायिक आधार पर मतों के बंटवारे की कुत्सित राजनीति में पहले प्रदेश में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ही शामिल थी। पर अब कांग्रेस भी इसमें शामिल हो गई है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप पार्टी ने कांग्रेस पर विभाजन की राजनीती करने का आरोप लगाते हुए कहा के कांग्रेस ने अपने एक वरिष्ठ नेता की अगुवाई में शांतिमार्च के नाम पर विभाजन और घृणा की राजनीति की शुरूआत की है जिससे सांप्रादायिक माहौल तो बिगड़ा ही साथ ही शांति मार्च के नाम पर जमा हुए हुड़दंगियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-24 को भी जाम कर दिया जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उत्तरप्रदेश में पिछले एक साल में प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार सांप्रदायिक तनाव और हिंसा के मामलों को रोकने व उनपर नियंत्रित करने में बुरी तरह असफल रही है।
आज सहारणपुर में दो गुटों के बीच हुई पत्थरबाजी और हिंसा इसका सबसे ताजा सबूत है। पर ज्यादा खेदजनक बात यह है कि ज्यादातर घटनाओं में समाजवादी पार्टी के नेता खुद भी शामिल रहे हैं। सांप्रदायिक राजनीति के भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के प्रयोग ने मुज्फ्फरनगर में बड़ी तादाद में निर्दोष लोगों की जाने ली थी। अब, कांग्रेस पार्टी भी इस खेल में शामिल हो गई है। मुरादाबाद समेत पूरे पश्चिम उत्तरप्रदेश में ये राजनैतिक दल सांप्रदायिक राजनीति का भयानक प्रयोग को दुहराने की तैयारी में हैं।
आम आदमी पार्टी उत्तरप्रदेश के लोंगों से अपील की है कि वे नफरत व खूनखराबे की राजनीति के शिकार न हों।

नरेंद्र मोदी ने कारगिल युद्ध के शहीदों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन ट्वीट किया

प्रधानमंत्री ने कारगिल युद्ध के शहीदों के अदम्य साहस और बलिदान को नमन ट्वीट किया |प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘‘विजय दिवस’’ पर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कारगिल विजय दिवस पर श्रद्धांजलि‍ अर्पित करते हुए कहा कि हम अपनी सशस्त्र सेना के अदम्य साहस और बलिदान को याद करते हैं। राष्ट्र बहादुर शहीदों को नमन करता है। यह दिन 1999 के संघर्ष में पाकिस्तान पर भारत की जीत के रूप में याद किया जाता है।
मोदी ने ट्विटर पर कहा, ‘‘हम कारगिल विजय दिवस पर अपने सैन्य बलों के अदम्य साहस और बलिदान को याद करते हैं। राष्ट्र इन वीर शहीदों को नमन करता है।
इससे पूर्व रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि सरकार एक ‘विशाल’ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निर्माण स्थल के बारे में जल्द फैसला करेगी।
साल 1999 के कारगिल युद्ध शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद जेटली ने कहा कि वह जल्द ही सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों के साथ इंडिया गेट परिसर के निकट प्रिंसेज पार्क इलाके का दौरा करेंगे ताकि इस मुद्दे पर फैसला किया जा सके।सेना के तीनों अंगों के सर्वोच्च अधिकारियों ने अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र चढ़ाये और शहीदों को सेल्यूट किया |

Arun Jaitely Promises Site for National War Memorial: Kargil War Diwas

On 15th anniversary of the Kargil War ,Nation Pays Tribute to Those Brave Heart Saviours Who Made Supreme Sacrifice.
on the occasion of Kargil Vijay Diwas, in New Delhi on July 26, 2014

 Shri Arun Jaitley, at Amar Jawan Jyoti, on the occasion of Kargil Vijay Diwas, in New Delhi on July 26, 2014.

Shri Arun Jaitley, at Amar Jawan Jyoti, on the occasion of Kargil Vijay Diwas, in New Delhi on July 26, 2014.

.Union Minister for Defence, Arun Jaitley Laid Wreath at Amar Jawan Jyoti, addressing after laying Wreath Defence Minister Sh Jaitley Declared That govt will soon finalise site for construction of “grand” National War Memorial
The Chief of Army Staff, General Bikram Singh+ the Chief of Naval Staff, Admiral R.K. Dhowan +the Chief of the Air Staff, Air Chief Marshal Arup Raha also Saluted And Paid Tribute To Martyrs .

सौ रुपयों में टमाटर अगर खाया तो चढ़ा रंग हुआ भी उतरेगा फ़ौरन

निकला हूँ घर से सामान के लिए, हाथों में थैला और फरमान लिए हुए
वाजिब पैसे हैं जेब में तरकारी के लिए,ऐ टी एम से निकाले इसी काम के लिए
सलाद के लिए टमाटर के जब पूछे भाव जेब खाली होती दिखी बिना भाव
सौ रुपयों में टमाटर अगर खाया तो चढ़ा रंग हुआ भी उतरेगा फ़ौरन
सब्जी मंडी में है चहुँ और मारा मारी.लेना हो तो लो वरना आगे बढ़ो
बस यही कोहराम मचा हुआ है हर तरफ इस छोटी सी जान के लिए

मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी तो यारा पूरे बेशर्म ही हैं देख तो १६ वी लोक सभा का चुनाव बुरी तरह से हारने के बावजूद अबनंगे पर उतर आये हैं |४४ सांसदों के बल पर लोक सभा में नेता विपक्ष का रूतबा मांग रहे हैं और इसके लिए लगातार राज्य सभा को किसी ना किसी पंगे में डाल कर दबाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं |ओये अब तू ही बता जब अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी साहब ने कह कह दिया है कि नेता विपक्ष के लिए ५५ सीटों का होना लाजमी है और कांग्रेस के पास ओनली ४४ सीटें ही हैं ऐसे में इन्हें नेता विपक्ष कैसे मान लें?

झल्ला

वाकई सेठ जी सत्ता का ही सारा खेल है अब देखो ना सत्ता से बाहर क्या हुए कांग्रेसियों ने अपनी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को ही संसदीय बोर्ड की मीटिंग कैंसिल होने की सूचना नही दी बेचारी को कल बेरंग ही राष्ट्रपति से मिलने जाना पड़ा |झल्ले विचारानुसार मांगने से ही अगर सत्ता मिलजाती तो कौन मांगता ओहदाए नेता विपक्ष

भारत में नवीनीकरण+नवाचार[innovation] को बढ़ावा देने के लिए बजट में १०० करोड़ रुपये

नवीनीकरण+नवाचार[innovation] को बढ़ावा देने के लिए १०० करोड़ रुपये |देश के विकास के लिए नवीनीकरण+नवाचार आवश्यक है और इसे बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने १०० करोड़ रुपये का प्रावधान किया है| इस राशि से मार्च २०१७ तक ६० इनोवेशन हब[ innovation hubs ] स्थापित किये जायेंगे |फ़िलहाल कलकत्ता +बैंगलोर + नई दिल्ली +गुवाहाटी+मुंबई में ये हब काम कर रहे हैं |