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Category: Crime

ओबामा केयर फार्मूले के कारण अमेरिका में रेस्टोरेंट व्यवसाय प्रभावित नही हो रहा

ओबामाकेयर के फार्मूले के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका[ USA ] के रेस्टोरेंट्स[ restaurants ] उद्योग में प्रभावित नही हो रहा है वरन व्यवसाय और अधिक वृद्धि पर है| यह दावा आज व्हाईट हाउस द्वारा किया गया है| व्हाईट हाउस के ब्लॉगर डेविड vअन्दिविएर [David Vandivier ] ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि रेस्टोरेंट्स में नौकरियों की कमी को लेकर मीडिया द्वारा छुटपुट समाचार छापे जा रहे हैं इसके लिए ओबामा केयर को दोषी ठहराया जा रहा है जबकि स्थिति इसके ठीक उलट है| वास्तव में रेस्टोरेंट्स में कार्य अवधि[Business Hours ] कम नही हुई वरन अपेक्षा से कहीं अधिक बढ रही है|इस लिए यह कहना उचित नहीं है कि ओबामा के अफोर्डेबल केयर एक्ट [ Affordable Care Act ] के कारण रेस्टोरेंट व्यवसाय प्रभावित हो रहा है|
इस कथन के समर्थन में चार वर्षों के आंकड़े भी प्रस्तुत किये गए हैं |बताया गया है कि जून २००९ से ८७% एम्प्लॉयमेंट बढ़ा है| मार्च २०१० में अफोर्डेबल केयर एक्ट लाया गया था तब से ९०% एम्प्लॉयमेंट[फुल टाईम ] बढ़ा है|
गौरतलब है कि इमीग्रेशन सुधारों और अफोर्डेबल केयर एक्ट के कारण अनस्किल्ड लेबर की कमी होने के आरोप लग रहे हैं जिसके फलस्वरूप रेस्टोरेंट उद्योग प्रभावित हुआ है इन्ही आरोपों का जबाब दते हुए उपरोक्त टिपण्णी की गई है|

पोक्‍सो अधिनियम को स्‍कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करके बच्चों को शिक्षित किया जाना जरुरी : श्रीमती कृष्‍णा तीरथ

श्रीमती कृष्‍णा तीरथ ने बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्‍सो) अधि‍नियम 2012 के प्रथम क्षेत्रीय सम्‍मेलन का उद्घाटन किया
-महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्‍णा तीरथ ने आज यहां बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम 2012 के प्रथम क्षेत्रीय सम्‍मेलन का उद्घाटन किया और पोक्‍सो अधिनियम को स्‍कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करके बच्‍चों को इसके प्रावधानों के बारे में शिक्षित किये जाने पर बल दिया
इस अवसर पर श्रीमती तीरथ ने बताया कि पोक्‍सो अधिनियम यौन अपराधों के बारे में ज्ञान कराने के साथ यौन उत्‍पीड़न का सामना कर चुके बच्‍चों को मैत्रीपूर्ण माहौल और संवेदनशील व्‍यवहार प्रदान करता है। उन्‍होंने कहा कि बच्‍चों को सुरक्षित माहौल प्रदान करने की जिम्‍मेदारी देश के सभी नागरिकों की है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बढ़ते बाल यौन उत्‍पीड़न की मौजूदा स्थिति, खासतौर से यौन अपराधों से बच्‍चों की सुरक्षा एवं उनके संरक्षण के लिए मंत्रालय द्वारा उठाए गए विभिन्‍न पहलों का जिक्र करते हुए राज्‍य सरकारों से पोक्‍सो अधिनियम 2012 के क्रियान्‍वयन के लिए आवश्‍यक कदम उठाने का आग्रह किया है। श्रीमती कृष्‍णा तीरथ ने कहा कि इस अधिनियम को स्‍कूलों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए और बच्‍चों को इसके प्रावधानों के बारे में भी शिक्षित किया जाए। उन्‍होंने कहा कि यौन उत्‍पीड़न का सामना करने वाले बच्‍चों को बंद कमरे में कार्रवाई, अनुवादक और उचित चिकित्‍सा की सुविधा उपलब्‍ध कराई जानी चाहिए।
महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती नीता चौधरी ने पोक्‍सो अधिनियम बनाने की मंशा और इसके मुख्‍य प्रावधानों के बारे में विस्‍तार से बताया। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि यह केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों का कर्तव्‍य है कि वे इस प्रकार के सम्‍मेलनों का आयोजन करें ताकि इस विषय पर जागरूकता बढ़े।
राष्‍ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की अध्‍यक्ष सुश्री कुशाल सिंह ने कहा कि पोक्‍सो अधिनियम में एनसीपीसीआर की निगरानी भूमिका का प्रावधान है। उन्‍होंने कुछ बुनियादी समस्‍यों के बारे में भी बताया।
इस सम्‍मेलन में केन्‍द्र और राज्‍यों के महिला एवं बाल विभाग, बाल अधिकार आयोग, शिक्षा विभाग, पुलिस अकादमी, न्‍यायिक अकादमी, विधि सेवा प्राधिकरण, गृह विभाग, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग, यूनिसेफ एवं संयुक्‍त राष्‍ट्र महिला, प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्‍थान सहित कई महत्‍वपूर्ण विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। दिल्‍ली, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, मध्‍य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्‍तीसगढ़ जैसे कई राज्‍यों ने भी इस सम्‍मेलन में हिस्‍सा लिया।

भाजपा ने गोवंश विकास प्रकोष्ठ के लिए २३ पदाधिकारियों की टीम उतारी और गोवंश रक्षार्थ राष्ट्रीय अभियान का एलान किया

जैसे जैसे लोक सभा के चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे वैसे भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] अपने तरकश से पुराने अजमाए हुए कारगर शस्त्रों को निकालने लग गई है |इसी कड़ी में आज गोवंश[Cow ]विकास प्रकोष्ठ के लिए २३ पदाधिकारियों की टीम उतारी गई है | इस प्रकोष्ठ के संयोजक मयांकेशवर सिंह के अनुसार बढ़ती गोहत्या+गौचर भूमि का अतिक्रमण+गोधन आधारित अर्थव्यवस्था का पतन के विरुद्ध राष्ट्रीय अभियान छेड़ा जाएगा
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह और प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक मयन्केशवर सिंह के न्रेत्त्व में एक बैठक का आयोजन किया गया|इस बैठक में गोवंश प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों की घोषणा की गई| जयभगवान अग्रवाल[दिल्ली]+राजेंद्र सिंह राजपुरोहित[राजस्थान] +बनवारी लाल यादव[यूं पी]+कीमती भगत[पंजाब]वी के सूद [हरियाणा]दिलीप भाई[गुजरात]+हनुमंत राय[हैदराबाद]+परमानंद पांडे[बिहार]विक्रम बुन्देला[एम् पी]श्री मति सुमिता राय [मुम्बई] आदि कोप्रकोष्ठ में शामिल किया गया है|

भाजपाई मुंडे की खींची १८ करोड़ की लाइन को छोटा करने के लिए कांग्रेसी वीरेंदर ने १०० करोड़ का रहस्य उगला भई जांच तो इसकी भी बनती ही है


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई चीयर लीडर

ओय झल्लेया देखा इन कांग्रेसियों की असलियत सामने आ ही गई ना| ओये इनके अपने सांसद और कद्दावर नेता विरेंदर सिंह ने राज्य सभा की सदस्यता के लिए १०० करोड़ का खर्चा आने का एलानिया रहस्योद्घाटन किया है और इस खर्चे को अपने रसूख से ८० करोड़ करवाने का दावा भी किया है| इसका मतलब तो यह हुआ कि ये महाशय जी राज्य सभा की सदस्यता के लिए दलाली कर रहे हैं |ओये इस पर अब कोई कांग्रेसी कुछ नही बोल रहा | सबकी घिग्गी क्यों बंध गई | हसाड़े बीड से सांसद और लोकसभा में उप नेता गोपी नाथ मुंडे जी ने पिछले महीने तैश में आकर ये क्या कह दिया कि २००९ के चुनावों में उन्होंने १८ करोड़ रुपये खर्च किये थे तो इन कांग्रेसियों ने उनका जीना हराम कर दिया| सत्यव्रत चतुर्वेदी जैसे , खुडे लेन लगे हुए , नेता भी कहने लग गए कि यह तो आयोग की सीमा से कहीं ज्यादा है | ये तो चुनाव कानून का उल्लंघन है और इनकम टैक्स वालों से नोटिस भी भिजवा दिया|

झल्ला

सेठ जी बेशक किलस के सही मगर बात तो आप ठीक ही कर रहे हो| भाजपाई मुंडे की खींची १८ करोड़ की लाइन को छोटा करने के लिए अब कांग्रेसी वीरेंदर ने १०० करोड़ के खर्चे का रहस्य खुद ही उगल दिया है सो भई जांच तो इसकी भी बनती ही है

अखिलेश यादव जी दुर्गा नागपाल कोई वायरस नही है लिहाजा उसे आसानी से डिलीट नही कर पाओगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

आई ऐ एस अधिकारियों की एसोसिएशन का एक दुखी उत्तर प्रदेशी सदस्य

ओये झल्लेया उत्तर प्रदेश के युवा मुख्य मंत्री को क्या होगया है?अच्छे खासे चलते चलते इनकी सरकार ये कैसे हिंच्कोले खाने लगती है अब देखो रेत माफिया पर लगाम कसने वाली हसाडी कर्मठ अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल [आई ऐ एस]को प्रताड़ित करने के लिए बिना कोई जाँच कराये ही सस्पेंड कर दिया और फैसला वापस लेना तो दूर बहस तक करने को तैयार नहीं हो रहे| दुर्गा नागपाल ने अपने नाम की शक्ति के अनुरूप दो दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ फिर+ दर्जनों गाड़ियों जब्त+15 लोगों की गिरफ्तारी का रिकार्ड बनाया अब ऐसे अधिकारी को लापरवाही बरतने के इल्जाम में सस्पेंड कर दिया गया है| और रेत माफिया की जैसे बांछें खिल गईं। अपने खिलाफ जांच पूरी होने तक दुर्गा की शक्ति ले ली गई है
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झल्ला

अरे सर जी दुर्गा की शक्ति कोई छीन सका है आज तक? सपाईयों ने पहली गलती करते हुए दुर्गा को कमजोर समझा और अपने रेत माफियाओं को फायदा पहुँचाने के लिए एक महिला अधिकारी को लगाया |जब इस दुर्गा ने अपनी शक्ति दिखाई और रेत माफिया से टकराने का साहस दिखाया तो बोखलाई प्रदेश सरकार ने इस साहसी महिला अफसर को सस्पेंड करके दूसरी गलती कर दी|अब अपनी गलतियों पर अड़े रह कर पीछे हटाने को तैयार नहीं हैं जाहिर है लेप टॉप में सपा सरकार की सेवाओं का सुनहरा पेज बनाया था उसे नष्ट करने के लिए दुर्गा को वायरस समझ कर उसे डिलीट करने की एक और गलती कर बैठे हैं | इसीलिए झल्ले का निशुल्क सन्देश है के अखिलेश यादव जी दुर्गा नागपाल कोई वायरस नही है लिहाजा उसे आसानी से डिलीट नही कर पाओगे

स्वाईन फ़्लू [Influenza ] से पहले मात्र पौने सात महीनों में १४ राज्यों में ६१० मौतें हुई

स्वाईन फ़्लू [Influenza ]

स्वाईन फ़्लू [Influenza ]

[नई दिल्ली]स्वाईन फ़्लू [Influenza ] से इस वर्ष के पहले मात्र पौने सात महीनों में १४ राज्यों में ६१० मौतों की पुष्ठी की गई है जबकि १६ राज्यों में इस घातक रोग के कुल ४८६८ केस दर्ज किये गए| भाजपा शासित राज्य गुजरात में १९६ मौतें हुई जबकि कांग्रेस की सरकार वाले राजस्थान में १६३ मृत्यु की पुष्ठी की गई है|लेबोरेटरी टेस्ट के आधार पर जारी आंकड़ों के अनुसार गुजरात राज्य में १०६१ केस दर्ज़ किये गए जिनमे से १९६ मरीजों को बचाया नही जा सका| राजस्थान में ८५२ में से ६८९ को ही बचाया जा सका है|इन दोनों राज्यों में सत्ता रूड कांग्रेस ]राजस्थान]और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा[गुजरात]की सरकार है| प्रवक्ता के अनुसार यह आंकडे २०१३ के लिए २६ जुलाई तक के हैं|अन्य राज्यों के आंकड़े निम्न हैं:
[३]राजधानी दिल्ली में १५०७ केसों में १६ मृत्यु हुई|
[४]हरियाणा में प्रतिशत के हिसाब से चिंताजनक स्थिति है यहाँ ४४८ रोगियों में से ४१ मौत का ग्रास बने |
[५]महाराष्ट्र में ४१३ में से ९० को बचाया नही जा सका|
[६] जबकि मध्यप्रदेश में अलार्मिंग सिचुएशन है यहाँ १०५ रोगियों में से ३१ को बचाया नहीं जा सका|
[७]पंजाब के आंकडें भी कोई संतोष जनक नही हैं इस समर्द्ध प्रदेश में १८३ रोगियों में से केवल १४१ को ही बचाया जा सका|
[८] उत्तर प्रदेश में ७४ में से ८ मोतें हुई हैं| [९]जे & के में २[१०] आन्ध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में में ५-५[१२][१३] कर्नाटका में ७ [१४]केरल में मात्र एक[१५]तमिल नाडू में ३[१६] मोतें हुई हैं|
उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में भी क्रमश २ और ३ केस डिटेक्ट किये गए |

गुड़गांव-जयपुर मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्तों की सहायतार्थ छह जीवन रक्षक एंबुलेंस लगाई

राष्‍ट्रीय राजमार्ग-8 के गुड़गांव-जयपुर मार्ग पर आपातकालीन स्‍थि‍ति‍ में चिकित्‍सा संबंधी प्रयासों का शुभारंभ करके दुर्घटनाग्रस्तों की सहायतार्थ छह जीवन रक्षक एंबुलेंस लगाई गई|
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री ऑस्कर फर्नांडिस ने आज राष्‍ट्रीय राजमार्ग-8 के गुड़गांव-जयपुर मार्ग पर आपातकालीन स्‍थि‍ति‍ में चिकित्‍सा संबंधी प्रयासों का शुभारंभ किया। केंद्रीय मंत्री ने राष्‍ट्रीय राजमार्ग-8 के गुड़गांव-जयपुर मार्ग पर दुर्घटना में घायल लोगों को तुरंत मुफ्त इलाज कराने संबंधी प्रायोगिक परियोजना की शुरूआत की। इस अवसर पर, राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री श्री अशोक गहलोत, हरियाणा के मुख्‍यमंत्री श्री भूपिन्‍दर सिंह हुड्डा, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्‍य मंत्री डॉक्‍टर तुषार ए चौधरी, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्‍य मंत्री श्री सर्वे सथ्‍यानारायण उपस्थित थे ।
श्री फर्नांडिस ने हादसे में घायल लोगों को तत्‍काल नजदीक के अस्‍पताल ले जाने के लिए छह नई उन्‍नत जीवन रक्षक एंबुलेंस को झंडी दिखाकर रवाना किया। यह एंबुलेंस केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा उपलब्‍ध कराई गई हैं। श्री फर्नांडिस ने गंभीर हादसों की वैज्ञानिक तरीके से जांच के लिए राष्‍ट्रीय ऑटोमेटिव परीक्षण अनुसंधान और विकास अवसंरचना परियोजना (एनएटीआरआईपी) द्वारा तैनात किए गए एक जांच वाहन को भी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस मौके पर श्री फर्नां‍डिस ने राष्‍ट्रीय परिवहन एवं राजमार्ग द्वारा विकसित राष्‍ट्रीय एंबुलेंस कोड जारी किया। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि इन प्रयासों से देश में सड़क के सुरक्षा परिदृश्‍य में महत्‍वपूर्ण बदलाव होगा।
इस अवसर पर स्थानीय प्रतिनिधि, मीडिया, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय, भारी उद्योग विभाग, नेहरू युवक केंद्र आदि से अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

मेरठ छावनी में कारगिल के 92 शहीदों के नाम के शिलापट लगाए

जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय स्थित अलंकृत वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि देते पूर्व सैनिक

जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय स्थित अलंकृत वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि देते पूर्व सैनिक

मेरठ में २६ जुलाई [शुक्रवार] को कारगिल विजय दिवस मनाया गया। सब एरिया कार्यालय के समीप स्थित शहीद स्मारक पार्क में सब एरिया कमांडर मेजर जनरल वीके यादव ने कारगिल के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और 92 शहीदों के नाम के शिलापट का लोकार्पण किया इस अवसर पर शहीदों के परिजन और सैन्य अधिकारी भी शामिल हुए |जिला सैनिक बोर्ड कार्यालय स्थित अलंकृत वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई इसका आयोजन भारतीय पूर्व सैनिक संगठन के सदस्यों ने किया ।
भारतीय पूर्व सैनिक संगठन के सदस्य कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए

भारतीय पूर्व सैनिक संगठन के सदस्य कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए


महासचिव पूर्व मेजर राजपाल सिंह+ अध्यक्ष पूर्व मेजर पद्म सिंह वर्मा+ संरक्षक मेजर जनरल कर्ण सिंह सोलंकी+ रनबीर सिंह+ कर्नल ओकार सिंह+ आदि ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन,सुप्त महामारी के विरुद्ध, २८ जुलाई को मनायेगा विश्व हेपेटाइटिस दिवस

विश्व स्वास्थ्य संगठन [ WHO ]ने २८ जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस [ WorldHepatitis Day, ]मनाने की घोषणा की है | वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन ने सरकारों से हेपेटाइटिस के ५ वायरस के खात्मे के लिए समर्पित भाव से कार्य करने का आग्रह किया है| संगठन द्वारा हेपेटाइटिस के घातक ५ वायरस के विषय में जागरूकता फैलाई जा रही है ||डब्लू एच ओ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार हेपेटाइटिस वायरस से लीवर में इन्फेक्शन होता है|यहाँ तक की लीवर कैंसर और सिरोसिस , [ cirrhosis, ] जैसी घातक बीमारियाँ हो रही हैं | इस बीमारी से प्रति वर्ष विश्व में १.४ मिलियन मौतें होती हैं[ 1.4 million deaths every year.] साइलेंट महामारी का रूप लेती जा रही इस बीमारी में आमदनी घटती है और इलाज के लिए खर्चा बढ़ता जाता है|
डॉ खेइजि फुकुदा , विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहायक निदेशक डॉ खेइजि फुकुदा [Dr Keiji Fukuda ] ने वैश्विक स्तर पर प्रतिरक्षण[ immunization ]+ स्क्रीनिंग[ screening, ] +जांच के बाद एंटीवायरल थेरेपी पर बल दिया जाना चाहिए |
संगठन द्वारा एकत्रित आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में ३७% में वायरल हेपेटाइटिस के विरुद्ध राष्ट्रीय रणनीतिक यौजना है लेकिन ८२% देशों में सर्विलांस प्रोग्राम हैं लेकिन इनमे से ५०% में ,हेपेटाइटिस बी और सी[ BC] श्रेणी के वायरस के इलाज के लिए बहुत कुछ किया जाना है|अभी बहुत कुछ किया जाना है|
विशेषज्ञों के अनुसार दूषित रक्त चड़ने + सेक्सुअल कान्टेक्ट+ के अलावा संक्रमित माँ से बच्चे को और इन्फेक्टेड इंजेक्शन नीडल आदि से हेपेटाइटिस बी +सी+डी होता है| बी और सी जीवन पर्यंत व्यक्ति को रोगी बना कर रख देते हैं|

कृपया अपने अमूल्य विचार व्यक्त करें :क्या कांग्रेस की छवि को हो चुके डेमेज को इसके धुरंधर कंट्रोल कर पायेंगे

१/=५/=और १२ /= में भरपेट भोजन की दलील देने वाले नेताओं से कांग्रेस द्वारा किनारा किये जाने के पश्चात अब कांग्रेस के विश्वस्त और अनुभवी नेताओं ने पार्टी की छवि को सुधारने के लिए यौजना आयोग के ३३ /= [शहर]और २७/=[ग्रामीण] के ऊपर के अमीरों वाले फार्मूले की ही आलोचना शुरू कर दी है।
[१] वरिष्ठ और अनुभवी कानून विद कपिल सिब्बल ने तो प्रश्न ही खड़ा कर दिया है कि इतनी कम राशि में कोई कैसे पेट भर सकता है| एक कार्यक्रम में केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने गरीबी का आकलन करने के योजना आयोग के तरीके को चुनौती दे दी उन्होंने कहा कि पांच लोगों का परिवार 5,000 रुपये मासिक की आय में गुजर नहीं कर सकता। योजना आयोग की गरीबी की परिभाषा में कुछ गलत जरुर है।


[२] पार्टी के संकट मोचक महासचिव दिग्विजय सिंहने सोशल साइटपर ट्विट करके यौजना आयोग के इस फार्मूले के आधार को अपनी समझ से परे बताया । उन्होंने सुझाव भी दिया है कि परिवार के सदस्यों में कुपोषण को मापदंड बनाया जाना चाहिए। digvijaya singh ‏@digvijaya_28[Twitter ]I have always failed to understand the Planning Commission criteria for fixing Poverty Line . It is too abstract can’t be same for all areas
[३]]योजना और संसदीय राज्य मंत्री और पूर्व पत्रकार राजीव शुक्ला ने तो गरीबी के आंकड़ों को लेकर देश में छिड़ी बहस को बेवजह कि बहस बताते हुए एक नई दलील निकाली है श्री शुक्ला के अनुसार इन आंकड़ों को न तो सरकार ने तय किया है और न उन पर कोई निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि तेंदुलकर समिति की रिपोर्ट को सरकार ने अभी तक स्वीकार नहीं किया है। इस संबंध में रंगराजन समिति की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है जो अगले वर्ष आयेगी।
गौरतलब है कि योजना आयोग ने कहा था कि पांच लोगों का परिवार अगर ग्रामीण इलाके में 4,080 रुपये मासिक और शहरी क्षेत्र में 5,000 रुपये मासिक खर्च करता है तो वह गरीबी रेखा में नहीं आएगा।यौजना आयोग के इस फार्मूले को सपोर्ट करने के लिए कांग्रेस के प्रवक्ता राज बब्बर ने ऐ आई सी सी की प्रेस वार्ता में दावा किया की मुंबई जैसे शहर में मात्र १२/= में भरपेट खाना मिलता है| इसके पश्चात सांसद रशीद मसूद ने कहा की दिल्ली की जाम मस्जिद इलाके में तो ५/=में ही भरपेट खाना मिलता है|सरकार के सहयोगी और मंत्री फारुख अब्दुल्लाह तो इस लिमिट को मात्र १/= तक ले आये| तभी से देश में बहस चल रही है | मीडिया वाले सड़को पर ५/=और १२/= लेकर खाना तलाशते दिखाए जा रहे हैं| सोशल साईट्स पर सरकारी आयोजनों में ७७२१/= की थाली का पुनः जिक्र होने लगा है| सरकार की छवि को स्वभाविक धक्का लगा है इसी डेमेज को कंट्रोल करने के लिए धुरंधरों की टीम उतरी है लेकिन यक्ष प्रश्न है कि चुनावों में महज एक साल रह गया है इतनी कम अवधि में क्या ये धुरंधर पार्टी इमेज को हो चुके डेमेज को कंट्रोल कर पायेंगे ? कृपया अपने अमूल्य विचार व्यक्त करें