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Category: Unrest Strikes

एक तेंदुए ने मेरठ छावनी में सुरक्षा व्यवस्था के दावों की पोल खोली

आपात कालीन स्थिति का मूल्यांकन करने और मुसीबत पर काबू पाने में सक्षमता के दावों की पोल खोलने के लिए मेरठ के सुरक्षित कहे जाने वाले पॉश “छावनी “में एक तेंदुए ने भी बीते दिन सफलता पा ली है। इस टाइगर को पकड़ने में शासन +प्रशासन के सिविल+आर्मी+व् फोरेस्ट आदि विभाग नाकाम रहे |यहाँ तक कि छावनी में ही उत्तेजित टाइगर की लोकेशन को लोकेट करने में भी असफल रहे |

Tiger In Meerut Cantt

Tiger In Meerut Cantt

चीन +बंग्ला देश+पकिस्तान +नेपाल+श्रीलंका की सीमाओं और देश के भीतर समस्यायों को हैंडल करने में हम कब सक्षम होंगे ??? यह एक यक्ष प्रश्न निरंतर भयावह होता जा रहा है |समस्या को सुलझाने के लिए घोषित+अघोषित “अलर्ट” रूपी दैवीय शक्ति का सहारा लेना मजबूरी बन गया है| लिहाजा शहर में आज [सोमवार]अलर्ट है |स्कूल बाजार बंद करने की घोषणा हो चुकी हैं |चोरी+ डकैती+लूट+मर्डर+और बलात्कार की घटनाएं तो रूटीन बनती जा रही हैं लेकिन दिल्ली में निर्भया काण्ड+मुजफ्फर नगर में दंगे अपने आप में चुनौती पूर्ण घटनाये हुई हैं और इन्हें समय रहते रोकने में सभी असफल रहे हैं |अब मेरठ में तेंदुए को पकड़ने के लिए पोलिस की पिस्टल+राइफल+ऐ के ४७ तक फेल हो गई |आर्मी की कथित रणनीती धरी रह गई| सत्ता रुड या विपक्ष का कोई नेतानहीं दिखाई दिया एक निर्दोष की जान चली गई और अनेकों घायल हो गए|हो सकता है कि अपनी छवि बचाने के लिए मुआवजा[ Compensation] वाली लकीर पीटने की कवायद शुरू हो जाए|
ऐसा नहीं कि यह पहली बार हुआ है ऐसा पहले भी हो चूका है इसी छेत्र में लगभग डेढ़ दशक पहले भी कैन्ट नागरिक एक अन्य टाइगर का आतंक झेल चुके हैं एक विशाल हाथी भी अपना रौद्र रूप दिखा चुका है |इसके बावजूद अब विशेषकर वन+पर्यावरण विभाग की अकर्मण्यता पर जांच तो बनती है |
ये तेंदुआ शहर को दिन भर खौफजदा रखने के बाद रात बारह बजे खुली आबादी में निकल भागा।सुबह शहर के सदर बाजार और कैंट अस्पताल के बाद दिन भर चला अभियान उस समय प्रशासनिक तमाशा साबित हुआ जब आधी रात को दीवार तोड़कर निकले तेंदुए ने एक बार फिर पूरे शहर को खौफ के साए में ले लिया।फायरिंग और पटाखों के बावजूद भी तेंदुए का बाल बांका नहीं हुआ। इस अफरातफरी में छह -सात लोग घायल हुए हैं। इस लापरवाही के बाद प्रशासन हमेशा की तरह अगले दिन स्कूल-कालेज और बाजार बंद करने की औपचारिक घोषणा भर करता रहा।

“AAP”Condemned discontinuation of existing relief provided to electricity consumers

While Targeting Congress and B J P,The Aam Aadmi Party (AAP) strongly condemned the discontinuation of the existing relief provided to the electricity consumers by its government in their monthly bills in Delhi from April 1.
According to the interim budget passed by the Parliament on Friday, the much needed relief of subsidising the electricity bills upto 50% for those consuming upto 400 units every month, provided by the AAP government from January onwards, will be discontinued from the next financial year.
AAP Party has expressed shocked over the central government’s decision to ignore the proposal of their government to continue this relief for the next six months (till September 2014).
Party Spokesperson Asawati Murlidharan has stated that When the preparations for the interim budget had started, the AAP government had clearly made a provision for this relief to continue and the power department was ready with its proposal. The Congress-led UPA government’s decision to reverse this pro-people’s measure is a betrayal with the people of Delhi.
The BJP is an equal partner in this anti-people decision, since despite having promised 30% reduction in the electricity bills in its manifesto for the Delhi assembly elections, it did not protest the Central government’s move when the interim budget was placed in both Houses of Parliament on Friday.
It is surprising to note that when more than 90% of the MLAs in the existing Delhi assembly, except for the eight Congress MLAs, agree that electricity bills should be reduced by atleast 30%, then how could the central government ignore such an overwhelming majority and impose its arbitrariness on the people of Delhi ?
It is clear that the Congress, which is yet to come to terms with its worst electoral performance in Delhi’s history, is trying to control the capital through President’s rule and is hell bent on seeking a revenge on the people for having punished it so badly for its misdeeds, by imposing financial burdens on the common man.
First, the Congress government led by Smt.Sheila Dikshit kept on fooling the people of Delhi that the audit of private power distribution companies by the C&AG was not possible due to the matter being pending in courts and now when it has been proved that the party was lying, it has now decided to help these companies by using the President’s rule as a ploy.
By having reversed the proposal of an elected state government, the Congress-led UPA government has tried to insult the popular mandate and the BJP needs to answer for how long is it willing to allow the undemocratic step of the assembly being kept in suspended animation ?
Party has called It a match-fixing between the Congress and BJP to increase the woes of the common man. The BJP’s mysterious silence on President’s rule is a clear signal that it wants to deny the people their right of having a democratically elected government.

राहुल के त्रिसुंडी वाले मुन्ना ने भूषनडी के रूप में डॉ विश्वास को कहा “मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम”

Dr Kumar Vishvas Threatened By Congress Supporters In Amethi

Dr Kumar Vishvas Threatened By Congress Supporters In Amethi

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी का उत्तेजित चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो हसाडे नाल कैसा जुल्म हो रहा है| भ्रष्टाचार के खिलाफ उतरे “आप” पार्टी के सिपहसालारों के साथ भ्रष्टाचार के ठेकेदारों ने हाथापाई भी शुरू कर दी है |भाई हम लोग शांति पूर्वक “झाड़ू चलाओ बेईमान भगाओ” अभियान[“Jhadu Chalao, Beiman Bhagao Yatra]चला रहे हैं लेकिन कांग्रेसियों और चैनल पत्रकारों को ये भी रास नहीं आ रहाअमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ बिगुल फूंकने वाले डॉ कुमार विश्वास को धमकियां दी जाने लगी है अभी यात्रा को तीन दिन ही हुए हैं कि कांग्रेसियों की सांसे उखड़ने लग गई है दिन दिहाड़े दुर्गापुर बाजार में राहुल गांधी के स्थानीय छुटभैय्ये मुन्ना सिंह ने यात्रा को रोक कर डॉ कुमार को जान से मारने की धमकी दे डाली|

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झल्ला

अरे भोले भापा जी दिल्ली की पूर्व मुख्य मंत्री शीला दीक्षित की तरह सारे खुशफहमी में नहीं जीते अपनी खुशफहमी के कारण ही शीला दीक्षित आप जी के अरविंद केजरीवाल के हाथों अपनी दिल्ली की सरकार भी हार गई अब चूँकि दूध का जला छाज भी फूंक फूंक कर पीता है सो कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के त्रिसुंडी [Trishundi]वाले मुन्ना ने भूषनडी के रूप में कहा होगा कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है ?

नितीश कुमार ने १४ जिलों से सूचना एवं जन संपर्क विभाग के २२ पदाधिकारियों का ताबड़ तोड़ तबादला किया

बिहार सरकार ने सूचना एवं जन संपर्क विभाग के १४ जिलों से २२ पदाधिकारियों का ताबड़ तोड़ तबादला किया |
मुख्य मंत्री नितीश कुमार के आदेश पर निर्गत विभागीय अधिसूचना जारी की गई है |
इस स्थांतरण आदेश का पालन करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है|मुख्य जिले निम्न हैं
[१]सीवान[२]मुजफ्फरपुर[३]समस्तीपुर[४]औरंगाबाद[५]सेखपुरा[६]मोतिहारी[७]प. चम्पारण[८]लखि सराय[९]मुंगेर[१०]पटना[११]खगड़िया[१२]वैशाली[१३]सीतामढ़ी[१४]कैमूर[१५]जहानाबाद[१६]भोजपुर[१७]पूर्णिया[१८]

साढ़े बारह हजार से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों को 2013-14 में सह क्रेच[ CRECHE ] में बदला जायेगा:श्रीमती कृष्णा तीरथ

१२६५३ आंगनवाड़ी केंद्रों को वर्ष 2013-14 में आंगनवाड़ी केंद्र सह क्रेच[ CRECHE ] में बदल दि‍या जाएगा:12वीं योजना के दौरान 70,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को आंगनवाड़ी केंद्र सह क्रेच में बदलने का निर्णय लिया गया है: श्रीमती कृष्णा तीरथ
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ ने लोकसभा में पूछे गए एक प्रश्‍न के लि‍खि‍त उत्‍तर में बताया कि भारत सरकार द्वारा अनुमोदि‍त सुदृढ़ीकरण और पुनर्गठि‍त आईसीडीएस के तहत, मौजूद आंगनवाड़ी केंद्रों के 5 % को आंगनवाड़ी केंद्र सह क्रेच में बदल दि‍या जाएगा
मंत्री ने प्रश्नकर्ता के माध्यम से सदन को बताया कि राजीव गांधी राष्‍ट्रीय क्रेच स्‍कीम के तहत संगठि‍त और असंगठि‍त दोनों क्षेत्रों में कामकाजी महि‍लाओं के बच्‍चों के लि‍ए वर्त्तमान में 23,555 कार्यकारी क्रेच हैं,
16,393 क्रेच ग्रामीण/जनजातीय क्षेत्रों में और
7162 क्रेच शहरी क्षेत्रों में है,
प्रत्‍येक में 25 शि‍शुओं तक के रहने की व्‍यवस्‍था है।
मंत्री के अनुसार 12वीं योजना के दौरान 70,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को आंगनवाड़ी केंद्र सह क्रेच में बदल दि‍या जाएगा।
वर्ष 2013-14 के दौरान, 12,653 आंगनवाड़ी केंद्रों को आंगनवाड़ी सह क्रेच में बदलने को स्‍वीकृति‍ प्रदान की गई है।
राज्‍यों/संघ राज्‍यों क्षेत्रों के पास ऐसे आंगनवाड़ी केंद्रों के चुनाव का वि‍कल्‍प रहेगा।

फाड़ दो फैंक दो के कानफोड़ू शोर+कागजों की बारिश और भाजपा के संशोधनों को दरकिनार करके राज्य सभा ने ध्वनि मत से तेलंगाना पर मोहर लगाईं

फाड़ दो फैंक दो के कानफोड़ू शोर+कागजों की कतरनों की बारिश और भाजपा के संशोधनों को दरकिनार करते आज राज्य सभा ने ध्वनि मत से तेलंगाना पर को २९ वे राज्य के रूप में अपनी मोहर लगा दी |
इस अवसर पर प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने शेष आंध्र प्रदेश के लिए विशेष छह सूत्री पैकेज का ऐलान भी किया
डॉ मन मोहन सिंह ने कहा
[प्रथम], केंद्रीय सहायता के उद्देश्यों के लिए, 13 जिलों वाले शेष आंध्र प्रदेश को पांच वर्ष की अवधि के लिए विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा दिया जाएगा जिसमें चार जिले रायलसीमा के और तीन जिले उत्तर तटीय आंध्र के होंगे। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
[दूसरी], विधेयक में पहले ही निर्धारित किया गया है कि केंद्र सरकार विभाजन के बाद दोनों राज्यों में औद्योगीकरण और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए कर छूट सहित समुचित राजकोषीय उपाय करेगी। ये छूट कुछ अन्य राज्यों को दी जा रही छूट की तरह ही होंगी।
[तीसरी], विधयेक में पहले ही कहा गया है कि शेष आंध्र प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों, विशेष रूप से रायलसीमा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के जिलों में विशेष विकास पैकेज उपलब्ध कराया जाएगा। यह विकास पैकेज ओडिशा में के-बी-के (कोरापुट-बोलनगीर-कालाहांडी) विशेष योजना तथा मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड विशेष पैकेज की तरह ही होगा।
[चौथी], मैं माननीय सदस्यों को पुनः आश्वासन देता हूं कि यदि पोलावरम प्ररियोजना के लिए सुगम और पूर्ण पुनर्वास और पुनर्स्थापना (आर एंड आर) के लिए कोई और संशोधन आवश्यक हुए तो जल्द से जल्द प्रभावी किए जाएंगे। हमारी सरकार पोलावरम परियोजना निष्पादित करेगी -इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
[पांचवी], नए राज्य के बनाने के लिए दिन अधिसूचित तिथि से संबंधित इस तरह से नियत किया जाएगा ताकि कार्मिक, वित्त और परिसंपत्तियों एवं देनदारियों के वितरण के संबंध में तैयारी करने का काम संतोषजनक ढंग से पूरा किया जा सके।
[छठी], विभाजन के बाद शेष आंध्र प्रदेश में पहले वर्ष, खासतौर से नियुक्ति दिन और भारत सरकार द्वारा 14वें वित्त आयोग की सिफारिशें स्वीकार करने की अवधि के दौरान होने वाले संसाधन के अंतर की पूर्ति 2014-15 के लिए नियमित बजट में की जाएगी।

केजरीवाल ने एस आई टी के शीघ्र गठन के लिए एल जी नजीब को जंगी पत्र लिखा

नई दिल्ली [जासं]।आम आदमी पार्टी के नेशनल कन्वीनर और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल नजीब जंग को पत्र लिख कर अपील की है कि 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए जल्द से जल्द विशेष जांच दल [एसआइटी] का गठन किया जाए।
उनका कहना है कि ३० वर्ष पूर्व हुए सिख दंगों के कई चश्मदीद गवाह बुजुर्ग हो चुके हैं इन दंगों में लगभग ३ हजार निर्दोष मारे गए थे| एसआइटी का गठन न्याय के लिए एक मात्र उम्मीद है। इसलिए एसआइटी टीम के गठन की प्रक्रिया शुरू की जाए।
गौरतलब है कि आप सरकार ने छह फरवरी को उपराज्यपाल से सिफारिश की थी कि सिख दंगों की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया जाए और एक साल के भीतर जांच कराई जाए। यह सिफारिश केजरीवाल मंत्रिमंडल ने भेजी थी,इसमें दिल्ली से बाहर के तीन आई पी एस अधिकारीयों को शामिल करने का सुझाव दिया गया था जिसे उपराज्यपाल ने मंजूरी भी दे दी थी।एस आई टी की रिपोर्ट के लिए एक वर्ष का समय निर्धारित किया गया है| केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि दर्ज कराई गई ५८७ ऍफ़ आई आर में से आधी क्लोज कर दी गई हैं ऐसा कांग्रेस के दबाब में किया गया है|

केंद्रीय संसद के दोनों सदनों में जो शर्मनाक हुआ उसका असर प्रदेशों की विधान सभाओं में तो होना ही था

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

दुखी आम आदमी

ओये झल्लेया ये राजनीती में कैसा नंगा नाच शुरू हो गया है|लोकतंत्र की मर्यादा को तार-तार किया जा रहा है देख तो जम्मू कश्मीर की विधान सभा में खुले आम थप्पड़ मारे जा रहे हैं तो हसाडे अपने उत्तर प्रदेश में कपडे उतारे जा रहे हैं|जम्मू कश्मीर में विस्थापित पंडितों के लिए राशन की मांग को लेकर विपक्षी पी डी पी के उग्र टोपी धारी विधायक ने स्टाफ पर ही थप्पड़ बरसा दिए तो यूं पी की विधान सभा में चीनी मिल मालिकों के खिलाफ बरसों से खुड्डे लाईन लगे हुए कांग्रेस+रालोद+बसपा+भाजपा आदि ने सारे नियम कानून ताक पर रख दिए कुछ ने तो अपने कमीज टी शर्ट तक उतार दिए और तो और ताजुलवक्त हुकुमरान जनाब आजम खान साहब ने फार्मा दिया कि बाकी के कपडे भी उतार दो ताकि मर्दानगी अच्छी तरह से देखी जा सके | ओये हसाडा लोक तंत्र अगली सदी में जा भी पायेगा ???

झल्ला

भापा जी काह गया है कि बाप पे पूत जात पे घोडा बहुत नहीं तो थोडा थोड़ा अब इस कहावत को राजनीती में फिट करो तो देश की संसद के दोनों सदनो में जो मिर्ची स्प्रे हुआ+महासचिव के साथ टी डी पी की धक्का मुक्की हुई फिर ब्लैक आउट हुआ ऐसे में इन बड़ों का असर इनके बच्चों यानि विधान सभाओं में पड़ना लाजमी ही है

Barack Obama Announced Four Relief Actions For Century’s worst Drought Hit California

President Barack Obama Announced Four New Relief Actions For worst Drought Effected California Which is experiencing some of its driest years in a century .
. On Friday, President Obama headed to California to tour drought-affected areas and talk to those affected by impacts of one of the state’s worst droughts in over 100 years. While there, President Obama announced new actions that the Administration will take to help the farmers+ ranchers+ small businesses+ and communities being impacted.
President Obama laid out these Administration actions while touring fields from Joe and Maria Gloria Del Bosque’s farm that will lay fallow this year because of the drought:
Remedial Actions Are As Under
[First] we’re accelerating $100 million of funds from the farm bill that I signed last week to help ranchers. For example, if their fields have dried up, this is going to help them feed their livestock.
[Second], last week, we announced $20 million to help hard-hit communities, and today, we’re announcing up to $15 million more for California and other states that are in extreme drought.
[Third], I’m directing the Interior Department to use its existing authorities, where appropriate, to give water contractors flexibility to meet their obligations.
[ fourth], I’m directing all federal facilities in California to take immediate steps to curb their water use, including a moratorium on water usage for new, non-essential landscaping projects.
Secretary Vilsack, who joined the President on Friday, has already declared 27 counties as primary natural disaster areas, making farmers and ranchers eligible for emergency loans. Over the past two weeks, the Department of Agriculture and the Department of the Interior have released new funds for conservation and irrigation; investments to upgrade water infrastructure; and have partnered with California to stretch the water supply as much as possible. In addition, last week as part of the Climate Action Plan that President Obama put forward last summer, the Department of Agriculture announced seven new “climate hubs” to help farmers and ranchers adapt their operations to a changing climate.
California is experiencing some of its driest years in a century , almost 99 percent of California is drier than normal.
Courtesy White House

तेलंगाना पर हो रही खूनी सियासत को देख कर,झल्ले मुंह से निकला सबके खुदा प्लीज सबकी खैर करीं

चाहत नहीं है अब महल या फिर माढ़ियों की। बस उतना मिल जाये जितना अपना भर है॥
ये भी नहीं समाज ने कहा वो ही अपना हक़ है । सरकारी एलान पर भी नहीं है कोई शुबहों शक॥
संसद,परिषदों में हंगामे रोज देख कर “झल्ला”। अपना तो पाक साफ़ ईमान तक डोलने है लगा ॥
दशकों पुरानी बात अब नई बन कर उभर आई है। आप बीती सुनो बेशक”झल्ला”होनी जग हंसाई है॥
देश विभाजन में कुनबे दरबदर यहाँ वहाँ से हो गए । मुआवजे की आस लिए पीढ़ियां भी रुखसत हो गईं॥
हुकुमरानों ने अब आंध्रप्रदेश को तक्सीम किया है।सीमांध्र के लिए मोटे पैकेज का एलान किया है ॥
ये और बात है कि १९४७ के पीड़ितों का मुआवजा |अभी भी कागजों के कब्रिस्तानों में ही दफ़न है पड़ा है |
कहते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता है बार बार । नई पीढ़ी की सोच कर ही रूह कांप कांप जाती है॥
तेलंगाना पर हो रही खूनी सियासत को देख कर |पंजाब और हरियाणा में फंसे चंडीगढ़ की याद आती है|
अब हैदराबाद की सोच कर बेसाख्ता मुह से यही निकलता है प्लीज सबके खुदा सबकी खैर खैर खैर करे||