अगर सी बी आई को लगता है कि साजिशन कोयला ब्लाक एलोट किये तो ऍफ़ आई आर में पहले पी एम् का नाम हो:पीसी पारेख सीबीआई ने 2005 में कोयला ब्लॉकों के आबंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख के खिलाफ जो आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए उन्हें लेकर अब देश में की राजनीती में एक बार फिर उबाल आ गया है |
कोयला खदानों के आवंटन में साजिश तथा भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहे पूर्व कोयला सचिव पारेख ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन में तो अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का था, ऐसे में उन्हें तो पहला ‘साजिशकर्ता’ समझा जाना चाहिए।लेकिन इसके साथ ही उन्होंने किसी भी साजिश से इंकार भी किया है| पारेख ने इस करार में किसी गड़बड़ी से इनकार करते हुए कहा है कि सीबीआई जनहित में लिए गए सही और गलत फैसलों में फर्क करने में नाकाम है |हिंडाल्को को तालाबीरा के आवंटन के पीछे कोई साजिश नहीं है। फिर भी अगर सीबीआई को साजिश लगती है तो इस आवंटन को मंजूरी देने वाले प्रधानमंत्री को उसे आरोपी नंबर एक बनाना चाहिए। यह हैरानी की बात है कि सीबीआई ने मेरी ही नीयत पर सवाल उठाया,
प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख की टिप्पणी के बाद आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलते हुए आश्चर्य जताया कि कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए अंतिम मंजूरी देने वाला कोई व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी से कैसे बच सकता है।
यशवंत सिन्हा ने कहा,कि अब पारेख के लिए बोलने का समय आ गया है उन्हें सब कुछ स्पष्ट करना चाहिए |अगर हिंडाल्को को आवंटन में सीबीआई को कोई साजिश लगती है तो वह सबसे पहले प्रधानमंत्री को आरोपी बनाए। ।सिन्हा ने कहा कि जितने भी कोल ब्लॉक आवंटन हुए वह प्रधानमंत्री के आदेश से हुए हैं, जो आदेश देता है, वह ज्यादा दोषी है।
कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने भाजपा को चेतावनी देते कहा कि एनडीए इस मामले में जल्दबाजी न करें, क्योंकि उनके खिलाफ भी राज खुल सकते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने पारेख को नसीहत देते हुए अपनी बात मीडिया में कहने के बजाये सी बी आई के समक्ष कहने की सलाह दी |
सीपीआई ने भी मामले की जांच की मांग की है|
बताते चलें कि देश के बड़े उद्योगपतियों में एक कुमारमंगलम बिड़ला के खिलाफ सीबीआई ने धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला [FIR ]दर्ज किया है। उनकी कंपनी हिंडाल्को पर कोल ब्लॉक आवंटन में घपले का आरोप है। 2005 का यह मामला है, जब ओडिशा के जासूगुडा ज़िले में हिंडाल्को को तालाबेरा दो कोल ब्लॉक दिए गए।इस एफआईआर में कोयला मंत्रालय के पूर्व सचिव पीसी पारेख का भी नाम है |
Category: Unrest Strikes
सी बी आई को लगता है कि कोयला ब्लाक साजिशन एलोट किये तो ऍफ़ आई आर में पहले पी एम् का नाम हो:पीसी पारेख
चुनावों से ठीक पहले कोयला घोटालों के आरोपी पारेख के खिलाफ ऍफ़ आई आर दर्ज करके मुद्दों का चौथा करने की कांग्रेसी कवायद शुरू हुई
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
भाजपाई चीयर लीडर
ओये झल्लेया देखा हम कहते थे ना कि कोयले की दलाली में बड़े बड़ों ने मुंह काला किया है| अब देखो देर से ही सही सी बी ई ने पूर्व कोयला सचिव प्रकाश चंद्र पारेख के खिलाफ मंगलवार को एफआईआर दर्ज करा ही दी | और अब इस काले पारेख ने भी कह दिया है कि प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह चूंकि उस समय कोयला मंत्री थे इसीलिए अगर सीबीआई को कोई साजिश दिखती है तो पीएम खुद आरोपी नंबर 1 होने चाहिए। ओये अब तो मानता है न कि कोयले की कालिख पी एम् के मत्थे भी लगे ही लगे |
झल्ला
अरे मेरे भोले सेठ जी आपकी समझ में कांग्रेसी रण नीति नहीं आ रही |चुनावों से ठीक पहले कोयला घोटालों के आरोपी पारेख के खिलाफ ऍफ़ आई आर दर्ज करके मुद्दों का चौथा करने की कांग्रेसी कवायद शुरू हो गई है अभी भी नहीं समझे अरे आप लोग कहते थे कि सी बी आई जांच नहीं कर रही +फाइलें गुम हैं+ दोषियों को पकड़ा नहीं जा रहा और इन्हों मुद्दों की हवा निकालने के लिए ही चुनावों से ठीक पहले सी बी आई काम भी करने लगी है+दोषी [पारेख] और बिरला के खिलाफ ऍफ़ आई आर भी हो गई है| हसाड़े सोणे ते मन मोहणे पी एम् साफ़ बेदाग़ निकल आये हैं | इस चौथी ऍफ़ आई आर से आप लोगों के मुद्दों का भी चौथा हो जाणा है |
पिछले महीने एयर इंडिया के खाने में से कीड़े निकले तो कल इसी कंपनी के ड्रीम लाइनर के पेनल ही निकल गए
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
चिंतित हवाई यात्रीओये झल्लेया ये सिविल एविएशन में क्या हो रहा है? प्राइवेट एयर लाइन्स वाले अपनी देन दारी सरकार को नहीं चुका रहे सरकारी एयर इंडिया में प्रशासनिक कुशलता की तरफ किसी का ध्यान नहीं है ओये पिछले महीने एयर इंडिया के खाने में से कीड़े निकले तो कल इसी कंपनी के ड्रीम लाइनर[७८७]के पेनल ही निकल गए ओये ऐसा कैसा चलेगा?
झल्ला
दरअसल आप जी इनकी मजबूरी नहीं समझ रहे भाई साहब इनकी सरकार के दिन जा रहे हैं इसीलिए इनका समय घडी और तिजोरी को देखने में ही बीत रहा है ऐसे में आप ही बताओ के इंडिगो +स्पाइस जेट आदि से कर्जा वसूली +यात्रियों के खाने की गुण वत्ता+और ड्रीम लाइनर की सुरक्षा जांच करने के लिए समय ही किस के पास है|जब समय मिलेगा तो ड्रीम लाइनर के बोइंग वाले मालिकों से भी कर्जा वसूली के लिए ब्यान दे दिए जायेंगे
नरेन्द्र मोदी के डर का कोहरा छांटने का मौलाना महमूद मदनी प्रयास काबिले गौर +इबरत+और लाजमी तौर पर काबिले तामीर है
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
भाजपाई चीयर लीडर
ओये झल्लेया अब तो मानता है न कि हसाड़े वड्डे वढेरे लाल कृषण अडवाणी जी जो कहते हैं ठीक ही कहते हैं |ओये अडवाणी जी का कहना है कि कांग्रेस ने छद्म धर्म निरपेक्षता का चौला ही पहना हुआ है वास्तव में सबसे बड़ी सम्प्रदाइक पार्टी तो यही कांग्रेस ही है ओये अडवाणी जी की बात को कोई ध्यान नहीं दे रह था अब देख मुसलमानों के बड़े नेता मौलाना महमूद मदनी ने भी इसकी पुष्ठी कर दी है|ओये जनाब मदनी साहब ने बड़े ही अदब से फरमाया है कि हसाड़े नरेंदर मोदी का डर दिखा कर मुसलमानों की वोट हासिल करने का कोई दुस्स्साह न करे |मुस्लमान किसी से भी अब डरने वाले नहीं हैं|यदि कांग्रेस मुसलमानों के वोट चाहती है तो उसे मुसलमानों को डराने के बजाय उनकी भलाई के काम करने ही होंगे | ओये इससे तो कांग्रेसियों के साथ ही उनके सहयोगी एन सी पी और जे डी [यूं ] वालों का भी पायजामा ढीला हो गया | ओये अब तो मुसलमान भाई लोग मोदी से डर कर कांग्रेस की झोली में एक मुश्त गिरने से रहे
झल्ला
हाँ सेठ जी बेशक कुदरती वातावरण में कोहरा छाने की बहार आई है लेकिन मौलाना मदनी ने जो मुस्लिम समाज पर छाए सियासी कोहरे को छांटने का प्रयास किया है यह अपने आप में अहम् है +काबिले गौर है +काबिले इबरत है + और लाजमी तौर पर काबिले तामीर है|
दतिया भगदड़ में मारे गए यूं पी के लोगों के परिजनों को अखिलेश यादव ने दो-दो लाख की आर्थिक सहायता का एलान किया
मध्य प्रदेश के दतिया जिले के रतन गढ़ माता मंदिर में मची भगदड़ में मारे गए उत्तर प्रदेश के श्रधालुओं के परिजनों को मुख्य मंत्री ने दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है |
उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने आज रतन गढ़ माता मंदिर दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की उन्होंने दिवंगत हुए यूं पी के लोगों के परिजनों को २-२ लाख रुपयों की सहायता राशि का एलान भी किया
फिलिन की फैलाई तबाही से पीडितो को उबारने के लिए सेना के सभी अंग मुस्तैदी से जमे
फिलिन तूफान[ cyclone Phailin ] का प्रभाव बेशक कम हो गया है लेकिन अपने पीछे तबाही फैला गया है जिससे पीड़ितों को उभारने के लिए सेना के सभी अंग मुस्तैदी से जमे हुए हैं|
भारतीय वायुसेना ने आज पूर्वी वायु कमान एयरबेस बैरकपुर से चार एम आई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर उड़ीसा के बालासोर तथा चांदीपुर से सटे इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए भेजे हैं।
इन इलाकों में रात भर वर्षा होने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। प्रभावित इलाकों में रेमुना, धर्मपुर तथा बदपाल हैं। इन क्षेत्रों में राज्य प्रशासन द्वारा मुहैया कराए गए खाने के लगभग 15,000 पैकेट गिराए गए। चार उड़ानों में 5.5 टन की सामग्री गिराई गई। एम आई-17 वी 5 हेलीकॉप्टरों के जरिए भारतीय जल सेना के गोताखोर भी उन इलाकों में गए जो जल से भर गए हैं। बालासर और चाँदीपुर के गंभीर रूप से प्रभावित इलाकों से इन गोताखोरों को हेलीकॉप्टर से लाया गया है।
थल सेना ने भी राहत और बचाव कार्य के लिए बालासोर में एक कालम तैनात किया है। गोपालपुर से कार्य कर रहा सेना का इंजिनियरिंग कार्यबल सोमवार को सबेरे छतरपुर के पीथल गांव की ओर बढ़ा। यह स्थान गंजाम से 100 किलोमीटर पश्चिम में है।
उड़ीसा में भारतीय सेना की त्वरित मेडिकल टीम भी तैनात की गई है
भारतीय वायुसेना का 37 सदस्यीय त्वरित चिकित्सा दल फिलिन तूफान के बाद चिकित्सा आपदा से निपटने के लिए असम के जोरहाट से उड़ीसा पहुंचा। इसमें एक सर्जन, एक निश्चेतक (एनेस्थेटिस्ट) तथा एक महिला चिकित्सा अधिकारी हैं। इस दल के साथ दो नर्सिंग अधिकारी तथा अन्य पारामेडिकल कर्मी हैं।
दल का नेतृत्व कर रही डॉक्टर स्केवर्डन लीडर लवनीत कौर ने कहा कि हमने हर स्थिति से निपटने की तैयारी की है।
शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ विंग कमांडर एस वी कुलकर्णी ने बताया कि हमारी टीम ने घायल 30 मरीजों का ईलाज किया, इनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं थीं।
भारतीय वायुसेना ने आपदा स्थित से निपटने के लिए 1999 में बंगलौर, जोरहाट तथा हिंडन में त्वरित मेडिकल टीम का गठन किया था। अब यह दल बहरामपुर से भुवनेश्वर चला गया है
फोटो कैप्शन [१]Relief packets being dropped from a plane in a locality after heavy rains in the aftermath of super cyclone Phailin, in Balasore, Odisha.
रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने अपने वोट बैंक को पहले डांटा तो अब महासचिव जयंत ने सहानुभूति का मलहम लगाया
राष्ट्रीय लोक दल [रालोद]सुप्रीमो अजित सिंह की डांट के बाद उनके पुत्र राष्ट्रीय महासचिव सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और पीड़ितों के जख्मो पर सहानुभूति का मलहम लगा कर अपने वोट बैंक को बिखरने से बचाने का प्रयास किया | चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक विरासत के तीसरे युवा नेता ने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की |
लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ तथा मुजफ्फरनगर जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का१४ अक्टूबर को दौरा किया। उन्होंने मेरठ जनपद के राधना तथा मुजफ्फरनगर जनपद के सोरम और सिसौली गांवों का दौरा कर दंगा पीडि़तों के परिवारीजनों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वसन दिया सांसद जयन्त चौधरी सबसे
[१]पहले सोरम में विपिन के परिवारीजनों से मिले। विपिन की मौत 07 सितम्बर को पुर बलियान गांव में हिंसा के दौरान हुई थी। सांसद जयन्त चौधरी ने मृतक के परिवाजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में रालोद पीडि़तों के साथ है।
[२] उसके बाद वह सिसौली पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया नरेश टिकैट के साथ बैठक कर क्षेत्र के हालात पर चर्चा की। बैठक में पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक प्रदीप बालियान तथा अन्य बुजुर्ग लोग उपस्थित थे।
बाद में वह मेरठ जनपद के
[३] राधना गांव में पहुंचे और हिंसा में जख्मी लोगों का हाल जाना। खेड़ा गांव में पंचायत के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में इस गांव के कई लोग जख्मी हुए थे।
युवा सांसद ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। हिंसा में किसानों के ट्रैक्टरों तथा नलकूपों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की है। रालोद महासचिव ने लोगों से शान्ति व सौहार्द बनाने की अपील की।
स्टेचू आफ लिबर्टी को अमेरिका के शट डाउन से १२ दिन पश्चात लिबर्टी मिल ही गई
स्टेचू आफ लिबर्टी को अमेरिका के शट डाउन से १२ दिन पश्चात लिबर्टी मिल ही गई |रविवार से इसके द्वार पर्यटकों के लिए पुनः खोल दिए गए हैं| इसके लिए न्यू यॉर्क के गवर्नर एंड्रू कोमो[ AndrewCuomo ] और स्टेट असेम्बली को जाता है| इन्होने इस एतिहासिक स्मारक के खर्च वहन करने पर सहमती जताई| यूं एस ऐ का न्यूयॉर्क एक संपन्न स्टेट हैं और शट डाउन के कारण इसके प्रतिष्ठित स्मारक की बंदी के कारण इसे अपयश का भागी बनना पड़ रहा था| सम्भवत इसीलिए इस राज्य ने स्टेचू आफ लिबर्टी के लिए केंद्र से फंड प्राप्त होने तक के लिए ६१६०० $ प्रति दिन का खर्चा उठाने पर सहमति दे दी है|इसके फलस्वरूप मेनहट्टन के इस बेक वाटर में मोटर बोट्स टूरिस्ट को स्टेचू आफ लिबर्टी के फोर्ट तक लाने लग गई है गौरतलब है कि ओबामा केयर के कारण विपक्षी रिपब्लिकन्स और सतारुड डेमोक्रेट्स में गतिरोध बना हुआ है जिसके फलस्वरूप बजट लंबित है और सरकार ने अनावश्यक खर्चों में रोक लगा दी हैइसी कड़ी में राष्ट्र के सारे मुसियम बंद कर दिए गए हैं |
ओये रब्बा अजय माकन के कहने का मतलब है कि सारा मीडिया ही भाजपा के इशारे पर प्रियंका गाँधी का प्रचारक बन गया है ?
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
दुखी इलेक्ट्रोनिक पत्रकार
ओये रब्बा ये किस प्रोफेशन में फंसा दिया ! खबर रिले करो तो मुसीबत और न करो तो मुसीबत| हुन असानू कांग्रेसी सूत्रों ने बताया था कि श्री मति इंदिरा गाँधी की कापी प्रियंका गाँधी देश भर में भाजपाई नरेंदर मोदी के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगी | कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक पत्रकार के पूछने पर कहा कि अगर प्रियंका गांधी ऐसा करेंगी तो इसमें बुरा ही क्या है। इससे कांग्रेस को फायदा पहुंचेगाइन्ही के सहयोगी घटक एनसीपी के प्रवक्ता डीपी त्रिपाठी ने इसका स्वागत भी कर दिया|अब प्रवक्ता अजय माकन ने उलटी ही हवा घुमानी शुरू कर दी है| अजय माकन ने इस खबर का खंडन करते हुए इसकी निंदा भी करनी शुरू कर दी है और भ्रम फैलाने के लिए सोची समझी रणनीति के तहत साजिश करार दिया।
और तो और माकन ने साजिश के पीछे भाजपा को जिम्मेदार बता दिया उन्होंने इस खबर को दतिया के रतनगढ़ मंदिर हादसे से जोड़ते हुए कहा कि यह मध्यप्रदेश सरकार की नाकामी को छिपाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में हुए हादसे में जिसमें राज्य सरकार की नाकामी की बदौलत कई लोगों की मौत हो गई, उसे छिपाने के लिए प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार करने का दुष्प्रचार किया गया है। उन्होंने इसके लिए मीडिया को भी कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि भ्रामक खबर फैलाई जा रही है। इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है।बेशक भाई प्रियंका लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी लेकिन यारा अपनी मत और भाई के लिए र्फ रायबरेली और अमेठी तो जायेंगी हीअब ऐसे में अपनी ही खबर का खंडन करने की इतनी जल्दी क्या थी|
झल्ला
अरे बिरादर आप जी की इन गल्लां से तो जाप्ता के कांग्रेस के अनुसार सारा मीडिया ही भाजपा के इशारे पर चल रहा है और अगर ऐसा है तो अबकी बार तो किसी राम राम होगी उसे आसानी से समझा जा सकता है|
रतनगढ़ दुर्गा मंदिर में पहले अफवाह उड़ाई फिर लाठियां चलाई और सौ से ज्यादा श्र्धालू मारे गए अब दोषियों को पकड़ने के बजाये सरकार को कोसा जा रहा है
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
या रब्बा मध्य प्रदेश सरकार की ये कैसी बेहयाई है ओये दतिया जिले के रतनगढ़ दुर्गा मंदिर में लाखों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए केवल दो सौ पोलिस वाले ही लगाये गए जिस कारण वहां भगदड़ मच गई और १०० से ज्यादा बेचारे बेकसूर+निर्दोष+माँ के भक्त मारे गए +इससे ज्यादा कुचले गए+रौंद दिए गए | ये सरासर सरकार की नाकामी है इसीलिए इस भाजपाई सरकार को तो तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए |
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण जी वाकई ये त्रासदी दुखद है मानव निर्मित है प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी संवेदनाएं प्रगट की है और | दोषियों को बक्शा नहीं जाना चाहिए लेकिन एक गल समझ विच नहीं वड रही के कहा जा रहा है के कुछ पोलिस वालों ने पुल टूटने की अफवाह उड़ाई फिर लाठी चार्ज कर दिया लेकिन पोलिस वालों के मुखिया आई जी चम्बल ने साफ़ कर दिया है के उनके सरकारी कर्मचारी ऎसी शर्मनाक हरकत नहीं कर सकते ऐसे में झल्ला सवाल उछालें मार रहा है के पोलिस की वर्दी में कौन थे +उन्हें क्यों + किसने भेजा था क्योंकि एक के साथ एक फ्री का चलन है सो एक प्रश्न और झल्ल्यत दिखा रहा है के केंद्र सरकार के किसी नेता ने बेशक चुनावी आचार संहिता के कारण कोई राहत पॅकेज की घोषणा नहीं की लेकिन इसके साथ ही अफवाह फ़ैलाने वालों की जांच की मांग भी नहीं की| दिग्विजय सिंह+कमल नाथ जैसे सदैव तैयार भाषण बाजों ने प्रदेश सरकार को ही कोसना शुरू कर दिया है |ऐसा क्यॊऒऒऒऒऒऒन है?
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