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Category: Unrest Strikes

संसद,पी एम् के आदेश दबा कर , कोर्ट की अवमानना करके एयर इंडिया के पायलट्स के वेतन रोके

१५ वी लोक सभा और सत्ता रुड यूं पी ऐ की सरकार के कार्यकाल के केवल ११ माह शेष रह गए हैं लेकिन अन्य समस्यायों के साथ ही नेशनल कैरियर एयर इंडिया के पायलट्स के वेतन +भत्तों की समस्या भी लटकी हुई है| संसद में चिंता प्रकट की गई +अदालतों ने आदेश पारित किये +मंत्रालय ने आश्वासन दिए लेकिन पायलट्स के वेतन और भत्तों के एरियर का भुगतान नहीं किया गया है| उत्पीडन भी हो रहा है|यात्री विमान को उड़ाने के लिए पायलट्स को तनाव मुक्त रहना और रखना बेहद जरुरे होता है लेकिन दुर्भाग्य से एयर इंडिया में इसका ठीक उल्टा हो रहा है|
देश को चलाने के लिए स्वीकृत स्थम्भों में [१] मुख्यत संसद ने अपनी चिंता प्रकट की और प्रधान मंत्री डा मन मोहन सिंह ने ड्यूज को जल्द क्लीयर करने का आश्वासन दिया है[२]कोर्ट ने अपना आदेश सुना दिया है| मीडिया भी पायलट्स के उत्पीडन की खबरें छापता आ रहा है| इस सबके बावजूद अभी तक सारे असंतुष्ट पायलट्स की न तो नौकरी बहाल की गई है और नाही उनके ड्यूज ही क्लीयर गए हैं| अब कहा जा रहा है कि नवम्बर २०१२ तक भत्तों का मात्र ७५% ही दिया जाएगा और फ्लाईंग अलाउंस पर तलवार लटका दी गई है|खर्चे कम करने के नाम पर ३०% से ४०% तक वेतन में कटौती करने की यौजना को हवा दी जा रही है| इसके लिए पायलट्स को दिए जाने वाले फ्लाईंग अलाउंस को निशाना बनाया जा रहा है| स्ट्राईक की धमकी के पश्चात फ्लाईंग अलाउंस के पेमेंट की घोषणा की गई लेकिन अभी तक एरियर क्लियर नहीं किये गए हैं| पहले तो एयर इंडिया के घाटे की दुहाई दी जाती थी ५००० करोड़ रुपये जुटाने के अपनी प्रॉपर्टी बेचने के लिए १० वर्षीय यौजना बनाई गई|लेकिन गए वित्तीय वर्ष में इसका १०% भी इकट्ठा नहीं किया जा सका|अब ले दे कर पायलट्स के भत्तों पर नज़र रख दी गई है|वर्तमान में एयर इंडिया के बेड़े में लगभग १५०० पायलट्स हैं इनमे से लगभग आधे के पद पर कमांडर हैं| शेष को पायलट्स की श्रेणी में आते हैं|बीते आठ महीने से इनके भत्तों का एरियर रोका गया है| सोर्सेस से प्राप्त इन्फोर्मेशन के अनुसार कमांडर रैंक के एक पायलट के लगभग १५ लाख रुपये तक के एरियर हैं | रैक के हिसाब से को- पायलट्स के इससे कुछ कम हैं| अनेकों कमांडरों के १० से १५ लाख रुपयों का एरियर फंसा हुआ है|
गौरतलब है कि वेतन को कम होने के कारण एयर इंडिया ने अपने पायलट्स को कंपनी के साथ जोड़े रखने के लिए अलाउंस बड़ा रखे हैं|यह लगभग ८०% बनते हैं| इनमे मुख्यतः फ्लाईंग अलाउंस है|अब रेवेन्यु जेनेरेट करने के नाम पर बेक डेट से अलाउंस पर तलवार चलाई जा रही है|इस कर्मचारी विरोधी पालिसी से रुष्ट होकर पायलट्स एयर इंडिया छोडने को मजबूर किये जा रहे हैं| सोर्सेस के अनुसार ५० अनुभवी पायलट्स एयर इंडिया को छोड़ चुके हैं इनमे से केवल २ पायलट्स ही वापिस लाये जा सके हैं|
एक तरफ तो एयर इंडिया पायलट्स की कमी का रोना रोते रहती है किंग फिशर एयर लाइन्स के ग्राउंड पर आ जाने के कारण एयर इंडिया अब घाटे वाले लाल निशान को पीछे छोड़ कर कुछ फायदे में आती दिख रही है| इसके उपरान्त भी अपने अनुभवी पायलट्स को नाराज़ करके कंपनी छोडने को मजबूर किया जा रहा है|अब यहाँ यह कहना भी तर्क संगत ही होगा कि संसद की चिंताऔर पी एम् के आदेशों को फाइलों में दबाने के साथ साथ कोर्ट के आदेशों की अवमानना की जा रही है| यह कहीं न कहीं दाल में कुछ काले की तरफ संकेत जरुर करता है|

मेडिकल कालेज में अब कर्मचारी एसोसिएशन ने लड़ाई का ऐलान कर दिया

मेडिकल कालेज में नर्सों की हड़ताल समाप्त हुई तो अब कर्मचारी एसोसिएशन ने लड़ाई का ऐलान कर दिया है|आज कचहरी परिसर में एक प्रेस कांफ्रेंस में कर्मचारी नेता विपिन त्यागी ने कहा की उन्हें साजिशन फंसाया गया है| नर्स बब्बन मेसी को कुछ भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा शह दी गई |उन्होंने अपनी इस जंग में समाज के विभिन्न तबकों को शामिल करने की बात कही|उन्होंने सोम वार१५ अप्रैल से मेडिकल कालेज में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन समर्थन जुटाने की बात भी कही|डी जी [मेडिकल] को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा के इससे पहले भी अनेकों समान घटनाएँ हुई हैं लेकिन कार्यवाही केवल उनके खिलाफ ही की गई है| यह सोची समझी साजिश है|गौरतलब है के होली की रात ड्यूटी पर तैनात एक नर्स बब्बन मेसी ने कर्मचारी नेता विपिन त्यागी पर छेड़ चाड और दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाये थे |आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आठ दिन तक उन्होंने हड़ताल भी की |विपिन त्यागी को पहले सेवा से निलंबित किया गया फिर पोलिस ने गिरफ्तार किया आज कल विपिन जमानत पर हैं|

आम आदमी पार्टी [आप]ने कोल गेट स्कैम में प्रधान मंत्री का इस्तीफा माँगा

आम आदमी पार्टी [आप]ने आज कोयला कांड में प्रधान मंत्री के इस्तीफे के साथ एस आई टी द्वारा जाँच की मांग की है|
मीडिया में छापी खबरों के हवाले से कहा गया है कि सी बी आई द्वारा तैयार की गई कोल गेट स्कैम की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में पेश करने से पहले पी एम् ओ कार्यालय द्वारा इसमें छेड़ छाड़ की गई है|सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए सी बी आई की जांच रिपोर्ट को पी एम् ओ के साथ शेयर किया गया है| अंग्रेजी के अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के हवाले से कहा गया है के केंद्रीय कानून मंत्री और पी एम् ओ ने ना केवल सी बी आई की जांच रिपोर्ट को देखा है वरन उनके द्वारा रिपोर्ट में फेर बदल भी की गई है| इसके लिए पहले भूमिका तैयार करने के लिए सी बी आई के जाँच अधिकारी डी आई जी रविकांत को ट्रांसफर कर दिया गया |
आप का आरोप है के जब कोल गेट स्कैम में अनेकों मंत्री और पी एम् तक शामिल हैं और उन्हें बचाने के लिए जांच प्रभावित की जा रही है ऐसे में जन लोक पाल की बेहद जरुरत है और जन लोक पाल के बगैर निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा की कल्पना भी नहीं की जा सकती

रक्षा लेखा पेंशनरों को कैंटीन सुविधा के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल संसद में आवाज उठाएंगे

रक्षा लेखा पेंशनरों की सी एस डी कैंटीन सम्बन्धी समस्या को उठाने के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल आगे आये हैं| श्री अग्रवाल ने रक्षा मंत्रालय को पात्र लिखने और मामले को संसद में उठाने की घोषणा की है|
भाजपा के मेरठ से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा है के रिटायरमेंट के पश्चात एक वर्ग विशेष को कैंटन सुविधाओं से वंचित किया जाना सर्वथा निंदनीय है|और इसे संसद में उठाएंगे| उन्होंने रक्षा मंत्रालय से इस विषय को लेकर पत्राचार करने की बात भी कही |
गौरतलब है के १ अप्रैल २०१३ से रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन सुविधा को प्रतिबंधित कर दिया गया है| इससे वरिष्ठ नागरिकों में बेहद असंतोष है|इस मुद्दे को जमोस न्यूज डाट काम द्वारा उठाया गया है| फेस बुक पर इसका लिंक भी दिया गया थाजिस पर समर्थकों की संख्या में निरंतर बढोत्तरी हो रही है|
एक तरफ तो सरकार आम आदमी के हितों की रक्षार्थ समर्पित होने के तमाम दावे कर रही है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ विपरीत ही दिखती है|अब रक्षा लेखा विभाग के पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन की सुविधा को १ अप्रैल से समाप्त कर दिया गया है|इससे रक्षा पेंशनर्स रिटायर्मेंट के बाद भी ठगे से महसूस कर रहे है|
मेरठ में ही रक्षा लेखा विभाग की तीन कैंटीन हैं [सी डी ऐ [१]आर्मी+[२]पेंशन संवितरण और[३] फंड्स|इन तीनो कैंटीनों में पेंशनर्स के लिए सुविधा मना कर दी गई है| बताया जा रहा है के सी एस डी कैंटीन डिपार्टमेंट द्वारा आदेश जारी किया गया है के कैंटीन के लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड बनवा कर ही कैंटीन की सुविधा डी जानी चाहिए| आउट सोर्सिंग से स्मार्ट कार्ड बनवाए जाते हैं| इस कार्ड में भरे जाने वाले कालम में एक जगह सेवानिवृति का भी कालम है उस तिथि के पश्चात कार्ड स्वत कैंसिल हो जाता है|
३१ मार्च तक सी डी ऐ की इन तीनो कैंटीनो में बिना स्मार्ट कार्ड के ही उनके परिचय पत्र के आधार पर सुविधा दी जा रहे थी|लेकिन अब स्मार्ट कार्ड को जरुरी किये जाने के कारण रिटायर्ड कर्मियों के कार्ड बनाने के कोई आदेश नहीं है| ऐसा कह कर रिटायर्ड कर्मियों का पत्ता काट दिया गया है|इससे लोगों में बेहद रोष है|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मियों की एसोसिएशन [जे सी एम् ]ने दिल्ली के उलन बटार स्थित मुख्यालय में इस वर्ष की शुरुआत में आयोजित एक मीटिंग में उठाया था तब यह कह कर आश्वासन दिया गया था के मामला संज्ञान में हैं और विचार किया जा रहा है|डी ओ पी टी की मीटिंग में भी रखा गया था लेकिन मंत्री नारायम सामी द्वारा यह कह कर पल्ला झड लिया गया के यह मामला रक्षा मंत्रालय से जुडा है इसीलिए वहीँ से निर्णय आयेगा| इसके अलावा जबल पुर की एक अदालत ने भी डिफेंस मिनिस्ट्री के लिए छोड़ दिया गया है|

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

एक तरफ तो सरकार आम आदमी के हितों की रक्षार्थ समर्पित होने के तमाम दावे कर रही है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ विपरीत ही दिखती है|अब रक्षा लेखा विभाग के पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन की सुविधा को १ अप्रैल से समाप्त कर दिया गया है|इससे रक्षा पेंशनर्स रिटायर्मेंट के बाद भी ठगे से महसूस कर रहे है|
मेरठ में ही रक्षा लेखा विभाग की तीन कैंटीन हैं [सी डी ऐ [१]आर्मी+[२]पेंशन संवितरण और[३] फंड्स|इन तीनो कैंटीनों में पेंशनर्स के लिए सुविधा मना कर दी गई है| बताया जा रहा है के सी एस डी कैंटीन डिपार्टमेंट द्वारा आदेश जारी किया गया है के कैंटीन के लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड बनवा कर ही कैंटीन की सुविधा डी जानी चाहिए| आउट सोर्सिंग से स्मार्ट कार्ड बनवाए जाते हैं| इस कार्ड में भरे जाने वाले कालम में एक जगह सेवानिवृति का भी कालम है उस तिथि के पश्चात कार्ड स्वत कैंसिल हो जाता है|
३१ मार्च तक सी डी ऐ की इन तीनो कैंटीनो में बिना स्मार्ट कार्ड के ही उनके परिचय पत्र के आधार पर सुविधा दी जा रहे थी|लेकिन अब स्मार्ट कार्ड को जरुरी किये जाने के कारण रिटायर्ड कर्मियों के कार्ड बनाने के कोई आदेश नहीं है| ऐसा कह कर रिटायर्ड कर्मियों का पत्ता काट दिया गया है|इससे लोगों में बेहद रोष है|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मियों की एसोसिएशन [जे सी एम् ]ने दिल्ली के उलन बटार स्थित मुख्यालय में इस वर्ष की शुरुआत में आयोजित एक मीटिंग में उठाया था तब यह कह कर आश्वासन दिया गया था के मामला संज्ञान में हैं और विचार किया जा रहा है|डी ओ पी टी की मीटिंग में भी रखा गया था लेकिन मंत्री नारायम सामी द्वारा यह कह कर पल्ला झड लिया गया के यह मामला रक्षा मंत्रालय से जुडा है इसीलिए वहीँ से निर्णय आयेगा| इसके अलावा जबल पुर की एक अदालत ने भी डिफेंस मिनिस्ट्री के लिए छोड़ दिया गया है|

यूं बी के ऐ टी ऍफ़ से अब विजय माल्या अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे

पेरेंट कंपनी यूं बी के पैसे से विजय माल्या अब अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे |
शराब किंग विजय माल्या की, छह महीनों से, ग्राउंडेड किंग फिशर एयर लाइन्स[ के ऍफ़ ऐ एल ] को बार फिर हवा में उड़ाने की इच्छा प्रकट की गई है|के ऍफ़ ऐ एल ने १० अप्रैल बुधवार एक बार फिर डी जी सी ऐ के दरबार में दस्तक दी |कंपनी के सी ई ओ संजय अग्रवाल ने डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा से मुलाकात करके नियामक की शर्तों के अनुरूप जानकारी सौंप कर लाईसेंस को रिन्यू करने का आग्रह किया है|श्री अग्रवाल द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी को टेक आफ करने के लिए शुरुआती पैसा यु बी से आएगा| डी जी सी ऐ कार्यालय से अभी तक कोई निर्णय घोषित नहीं किया जा सका है|

1984 के सिख दंगों के दोषियों को सजा की संभावना फिर जीवित हो उठी है:सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट खारिज

1984 के सिख दंगों के मामले के दोषियों को सजा दिलाने की संभावना एक बार फिर जीवित हो उठी है| दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत ने आज १० अप्रैल बुधवार को सीबीआई द्वारा दाखिल क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया है|इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर मुख्‍य अभियुक्‍त हैं। । इस फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी और उसके नेता जगदीश टाइटलर के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। अब सीबीआई को इस केस में दोबारा जांच करनी होगी|। अदालत ने अपने फैसले में कहा है कि सीबीआई उन सभी गवाहों के बयान दर्ज करें, जिन्‍होने खुद को चश्‍मदीद बताया और टाइटलर को दंगा भड़काते देखा।
अतिरिक्‍त सत्र न्‍यायाधीश अनुराधा शुक्‍ला भारद्वाज ने इस केस में अपना अहम फैसला सुनाया है। इससे पहले कोर्ट परिसर के बाहर सिख समुदाय के लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और टाइटलर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
दिल्‍ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सिरसा ने कहा है कि अदालत के इस फैसले से न्‍याय की आस जगी है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने 1984 के केस में टाइटलर को क्लीन चिट देकर कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी।
दिल्ली के पुलबंगश इलाके में तीन सिखों की नृशंस हत्या कर दी गई थी| जिसकी जांच कर रही सीबीआई ने सितंबर 2007 में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी।

मेडिकल कालेज की १०० से अधिक नर्सों ने ८ दिन की हड़ताल के बाद ड्यूटी ज्वाईन कर ली : अब वेतन का क्या होगा ?

[मेरठ] एल एल आर एम् मेडिकल कालेज की हड़ताली नर्सों ने अपनी हड़ताल को समाप्त करके आज मेडिकल कालेज में ड्यूटी ज्वाईन कर ली| कालेज और स्थानीय प्रशासन ने राहत की सांस ली हैहड़ताल बेशक समाप्त हो गई है लेकिन एक यक्ष प्रश्न और खड़ा हो गया हैऔर वोह प्रश्न है हड़ताल के पीरियड के वेतन का| आठ दिन चली इस हड़ताल के दौरान का वेतन कया हड़ताली नर्सों को मिलेगा?
गौरतलब है कि होली की रात द्युति दे रहे नर्स बब्बन मैसी ने आरोप लगाया था कि कर्मचारी नेता विपिन त्यागी ने उनके साथ छेद छाड़ और दुर्व्यवहार किया था|विपिन त्यागी के विरुद्ध तत्काल कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण नर्सों ने पहली अप्रैल से हड़ताल कर दी| विपिन त्यागी को निलंबित कर दिया गया लेकिन पोलिस आरोपी कर्मी को गिरफ्तार नहीं कर सकी इसी के फलस्वरूप हड़ताल जारी रही |पोलिस थाणे में जम कर हंगामा किया |पोलिस के विरुद्ध नारे लगाये अधिकारियों को चूड़ियां भेंट की गई और पोलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हुए छेड़ छाड़ के आरोपी विपिन त्यागी से पैसे खा कर धाराओं को हल्का करने का आरोप भी लगाया |बीते दिन आरोपी कर्मी की गिरफ्तारी दिखा दी गई|इसी लिए आज नर्सें ने काम पर लौट आई|
मेडिकल कालेज के सर्वोच्च अधिकारी डा. विनय अग्रवाल ने आज संतोष व्यक्त करते हुए बताया कि नर्सों की हड़ताल समाप्त हो गई है| नर्सों ने ड्यूटी पर हाजरी दे दी है| यह पूछे जाने पर कि २ से लेकर ९ अप्रैल तक की हड़ताल के कारण गैर हाजरी को कैसे रेगुलराइज किया जाएगा तो डा विनय अग्रवाल ने बताया कि हड़ताल के प्रत्येक दिन की एब्सेंट स्टेटमेंट [हाजरी] डायरेक्टर जनरल कार्यालय भेजी जाती रही है |आदेशनुसार फिलहाल हड़ताल के पीरियड का वेतन देय नहीं है|गौरतलब है कि १०० से अधिक नर्सों के ८ दिन के वेतन का सवाल है|और स्ट्राईक पीरियड को दो डी जी कार्यालयों से रेगुलराईज किया जाना है|

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

सोश्लाईट मेधा पाटेकर के एन जी ओ= एन ऐ पी एम् द्वारा छेड़ी गई गरीबों के आशियानों को बचाने की मुहीम को समाज के विभिन्न भागों से समर्थन मिल रहा है|आम आदमी पार्टी [आप]ने भी आज मेधा पाटेकर के घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन को समर्थन जारी करते हुए आन्दोलन कारियों के समाज सेवा के इस कार्य में साथ रहने का आश्वासन दिया है|इसके अलावा विभिन्न छेत्रो से जुड़े निम्न बुद्धि जीवियों ने भी महाराष्ट्रा के मुख्य मंत्री को पत्र लिख कर छह दिन से चल रहे इस आन्दोलन के प्रति सरकार के असंवेदन शील व्यवहार पर अपनी नाराजगी जाहिर की है|और बीते छह दिन से अनशन पर बैठी[आज सातवा दिन] मेधा पाटेकर के गिरते स्वास्थ्य की ध्यान आकर्षित करते हुए सरकार को आन्दोलन कारियों से तत्काल डायलाग स्थापित करने को कहा गया है| गरीबों के आशियानों को तोड़ने की कार्यवाही बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है|

सेवा निवृत जस्टिस राजिंदर सच्चर+ पूर्व सांसद कुलदीप नैय्यर +स्वामी अग्निवेश+ सुप्रीम कोर्ट के एडवो. प्रशांत भूषण+संजय पारिख+ एडिटर मेन स्ट्रीम सुमित चक्रवर्ती+सुहास बोरकर+प्रो. के बी सक्सेना+प्रो. मनोरंजन मोहंती+पूर्व आई ऍफ़ एस एम् भादुरी+डा. बी डी शर्मा

आनंद पटवर्धन+ फिल्म मेकर चन्द्र शेखर+आर्कि. सुनीति एस आर ने भी अनशन स्थल पर पहुँच कर समर्थन दिया+इसके साथ ही आज एम् के एस एस अरुणा रॉय ने भी महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री पृथ्वी राज चव्हाण को पत्र लिख कर गरीबों के घरों को गैर कानूनी ढंग से तोड़े जाने के सरकारी मुहीम को रुकवाने को कहा है|

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

हेल्थ बुलेटिन

अनशन कारी मेधा पाटेकर के गोलीबार मुम्बई से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार स्वास्थ्य में गिरावट जारी है लेकिन अभी स्थिर हैं| उलटी +बदन दर्द+ और कमर की शिकायतों के बावजूद अनशनकारी ने सरकारी चिकित्सकों की सेवायें लेने से इंकार किया है|मेधा के साथ अनशन कर रही माधुरी शिवकर का स्वास्थ्य स्थिर बताया जा रहा है|
आन्दोलन के प्रेस प्रवक्ता ने बताया के एन एच आर सी ने महाराष्ट्रा के चीफ सेक्रेट्री से दो सप्ताह में स्पष्टीकरण माँगा है|
इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री अजय माकन द्वारा इस मामले में दखल देने के उपरान्त भी ४३ माकन तोड़ डाले गए शेष पर तलवार लटक रही है|
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विकास के नाम पर कुछ बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए स्लम तोड़े जा रहे है कहा जा रहा है कि यह इनके पुनर्वास यौजना का हिस्सा है इस कार्यवाही के फलस्वरूप वहां गरीब मजदूर घरं से बेघर कर दिए गए हैं और खुले में जीवन कि घड़ियाँ गिनने को अभिशिप्त हैं|इन पीड़ितों को राहत और न्याय दिलाने के लिए विश्व प्रसिद्द सोशलाईट मेघा पाटेकर के एन जी ओ ने आन्दोलन छेड़ा मेधा पाटेकर स्वयम अनिश्चित कालीन अनशन पर हैं उनके अनशन का आज सातवाँ दिन है|

हाउस टैक्स की अनाप शनाप प्रणाली से त्रस्त शहर वासिओं ने सर्वे टीम को लौटाया

हाउस टैक्स के निर्धारण में धांधली से त्रस्त नगर वासियों ने आज, हाउस टैक्स का सर्वे करने आई टीम को घेर कर, अपना विरोध प्रकट किया| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और शहर विधायक डा. लक्ष्मी कान्त वाजपई के छेत्र में आज प्रात विभाग द्वारा हाउस टैक्स का सर्वे प्रारम्भ किया गया |सर्वे टीम जब बुढ़ाना गेट पहुंची तब उन्होंने हाउस टैक्स के निर्धारण के लिए दोबारा प्रक्रिया को जरुरी बताया|यह सुनते ही पहले से हे त्रस्त छेत्र वासियों ने सर्वे टीम के साथ सहयोग करने से इकार कर दिया |टीम के कागजात नष्ट करवा दिए गए और टीम के विरुद्ध नारे भी लगाए गए|इस विरोध का सामना करने में अक्षम सर्वे टीम लौट गई|
गौरतलब है कि शहर के विभिन्न हिस्सों में हाउस टैक्स की निर्धारण प्रक्रिया में धाधली के आरोप लगते आ रहे हैं|एक ही गली मोहल्ले में एक से भवनों के लिए अलग अलग टैक्स निर्धारण की शिकायतें आम हो चली है|इसी के चलते आज यह विरोध झेलना पडा आज प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के हीरो मंगल पांडे की शहादत का दिन है और इस छेत्र में शहीद मंगल पांडे की मूर्ति भी लगी है संभवत इसी से प्रेरणा लेकर छेत्र वासियों ने हाउस टैक्स निर्धारण टीम को दौड़ा लिया