Ad

Category: Unrest Strikes

केजरीवाल ब्रिगेड को दूसरी शिफ्ट में वाटर +टीयर गैस और लाठियां मिली

सुबह की शिफ्ट में विजय पताका फहरा कर सस्ते में छूठे अरविन्द केजरीवाल ब्रिगेड को दूसरी शिफ्ट में वाटर गन+टीयर गैस गन और लाठियों का सामना करना पड़ा | अरविन्द केजरीवाल अपने साथियों के साथ जंतर मंतर पहुंच गए और वहां जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ भड़ास निकालने लगे।
वहां से दोबारा सभी टुकड़ियों में बंटकर कांग्रेस मुख्यालय+पी एम् आवास+संसद भवन+ भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवास की ओर कूच कर दिया । पुलिस ने उन्हें रोका तो जमकर हंगामा करने लगे। प्रदर्शनकारियों में महिला की संख्या भी अधिक होने से पुलिस को उनपर काबू पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। सभी लोगों ने अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय तथा जनपथ पर बैरिकेड तोड़ आगे बढ़ने की कोशिश की तो काबू करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन, लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
दोपहर एक बजे से अपराह्न तीन बजे तक इंडियन एगेंस्ट करप्शन के समर्थक व पुलिस कर्मियों में रस्साकस्सी जारी रही|
इसी बीच अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनके घेराव के दो मकसद थे। एक था सरकार के कारनामे का पर्दाफाश और दूसरा कांग्रेस+ भाजपा की मिलीभगत को उजागर करना।
दोनों ही मकसद पूरे हो गए ये दोनों उद्देश्य प्राप्त करके घेराव को समाप्त घोषित कर दिया गया|
इसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस लेते हुए नई दिल्ली इलाके की प्रमुख सड़कें जो सुबह से ही बंद रखी थी उन्हें आवा जाही के लिए खोल देने का निर्देश दिया गया |

शाम तक हालात सामान्य हो गए|

हिरासत में लिए गए अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण, मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, कुमार विश्वास को बाद में रिहा कर दिया गया|

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के धरनानिति को फेल करने के लिए दिल्ली पोलिस ने फिर ऊपरी आदेशों से मिसमैनेज कर दिया\आज प्रात अरविन्द केजरीवाल+संजय सिंह+कुमार विश्वाश और मनीष शिशोदिया आदि को ७ रेस कोर्स+१० जनपथ और भाजपा अध्यक्ष निवास से गिरफ्तार करके छोड़ा और जंतर मंतर पर जाने दिया गया|
अरविन्द केजरीवाल ने कोयला घोटाले को लेकर आज पी एम् डाक्टर मन मोहन सिंह+श्रीमती सोनिया गाँधी+नितिन गडकरी के आवासों को सुबह ११ बजे घेरने की घोषणा की थी लेकिन अपनी रणनीति बदल दी और पूर्व घोषित समय से लगभग ४ घंटे पहले ही गिनती के वरिष्ठ नेता ही हाथों में राष्ट्रीय झंडा लेकर दो दो की संख्या में श्रीमति सोनिया गाँधी+डाक्टर मन मोहन सिंह और नितिन गडकरी के आवास पर पहुँच गये |और अपना विरोध दर्ज़ करा दिया गया|
इस आन्दोलन को कुचलने के लिए पहले ६ मेट्रो ट्रेन्स बंद की गई फिर धारा १४४ लगाई गई |इस धारा का उल्लंघन न हो इसीलिए धरने का समय बदला गया |

धारा १४४ के उल्लंघन के लिए ४ या उससे अधिक लोगों का जमावड़ा जरुरी होता है मगर मनीष शिशोदिया के अनुसार वोह केवल दो थे और हाथों में तिरंगा लेकर वी आई पी आवास के सामने से गुजर रहे थे की उन्हें पकड़ कर बिना आरोप बताये पोलिस जीप में बैठाया गया और बिना कारण बताये ही उन्हें रिहा भी कर दिया गया| श्री मनीष के अनुसार उन्हें ऊपरी आदेशों के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया और मार पीट की गई
इसीबीच मनीष ने पोलिस पर उनके साथ मार पीट किये जाने के आरोप भी लगाए गए हैं|

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के सदस्य जंतर मंतर पर इकठ्ठा होने शुरू हो गए हैं ११ बजे पुनः घेराव के प्रयास किये जाने की खबरें आ रही हैं|

इसके बाद सभी जंतर मंतर पहुंच गए और वहां जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली गई|

केजरीवाल को रोकने के लिए वी वी आई पी इलाके सील

इंडिया एगेंस्ट करप्शन के आन्दोलन से जूझ रही दिल्ली पोलिस ने आज ६ मेट्रो ट्रेन्स तो चलवा दी मगर अब पीएम-सोनिया के आवास के आसपास सहित सभी वीवीआईपी इलाकों के रास्‍ते सील कर दिए गए हैं
कोयला घोटाले को लेकरआज सुबह घेराव करने पहुंचे कार्यकर्ताओं को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार करके रिहा कर दिया गया था|
इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता अन्‍ना हजारे और इंडिया अगेंस्ट करप्शन के समर्थकों द्वारा 12 बजे प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी, नितिन गडकरी के घर का फिर से घेराव करने की घोषणा की गई है|
इसके मद्देनजर पीएम-सोनिया के आवास के आसपास सहित सभी वीवीआईपी इलाकों के रास्‍ते सील कर दिए गए हैं। इससे पहले घेराव करने की कोशिश कर रहे अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर छोड़ दिय था। केजरीवाल और उनके साथियों को मंदिर मार्ग थाने के बाहर उनके समर्थकों ने जबरन पुलिस की गाड़ी से उतार लिया। गाड़ी से उतरने के बाद ये लोग जंतर मंतर पहुंचे।
अरविंद केजरीवाल ने रिहा होने के बाद सरकार और बीजेपी दोनों पर निशाना साधते हुए पूछा कि, क्या इस देश के भ्रष्ट नेता इन पोलिस वालों को तनख्वाह देते हैं उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस-दोनों पर देश को लूटने का आरोप लगाया है|

अन्ना हजारे की अनुपस्थिति के लिए उनकी बीमारी को एक कारण बताया जा रहा है लेकिन टीम की अहम् सदस्या किरण बेदी भी आज के इस राजनितिक मंच पर दिखाई नहीं दे रही

प्रधान न्यायाधीश ने न्यायधीशों को अधिकार छेत्र में रहने की सलाह दी

न्यायपालिका पर अंकुश लगाये जाने के सरकार के प्रयासों को १५ अगस्त को चुनौती देने वाले प्रधान न्यायाधीश एसएच कपाड़िया ने अब न्यायाधीशों को अपने अधिकार छेत्र में रहने की सलाह दे डाली है|
श्री कपाडिया ने शनिवार को कहा कि न्यायाधीशों को देश का शासन नहीं चलाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जजों को ं नीतियां नहीं बनानी चाहिए। सोने का अधिकार+ मौलिक अधिकार जैसे फैसले लागू किए जा सकते हैं या नहीं यह जांच लिया जाना चाहिए|
न्यायपालिका के कामकाज पर आश्चर्य जताते हुए उन्होंने कहा कि तब क्या होगा यदि कार्यपालिका न्यायपालिका के उन निर्देशों को मानने से इन्कार कर दे जो लागू करने लायक नहीं है। हमने कहा ‘जीवन का अधिकार’ तो इसमें पर्यावरण से रक्षा, मर्यादा के साथ रहने का अधिकार शामिल है। अब हमने इसमें सोने का अधिकार शामिल कर दिया है। हम कहां जा रहे हैं?
यह एक आलोचना नहीं है। क्या हम इसे लागू करने में सक्षम हैं? जब आप अधिकारों का विस्तार करते हैं तो न्यायाधीश को हर हाल में यह भी जांच करनी चाहिए उसे किस तरह लागू किया जाएगा? न्यायाधीशों को हर हाल में सवाल पूछना चाहिए कि क्या यह लागू करने के लायक है? आज यदि कोई न्यायाधीश कोई नीतिगत प्रस्ताव देता है तो सरकार कहती है कि हम उसे मानने नहीं जा रहे। आप अवमाननावाद का रास्ता चुनेंगे या उसे लागू करेंगे?
श्री कपाड़िया ‘संवैधानिक ढांचे का विधिशास्त्र’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। हाल में योग गुरु बाबा रामदेव समर्थकों पर रामलीला मैदान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सुप्रीम ने अपने फैसले में सोने के अधिकार को मौलिक अधिकार घोषित किया है। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को कड़े नियमों के जरिए आगे बढ़ने की जरूरत है। जब भी आप नियमन देते हैं तो उससे

शासन में हस्तक्षेप नही होना चाहिए। हम लोगों के प्रति जवाबदेह नहीं हैं। उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों को सख्ती के साथ संवैधानिक व्यवस्था का पालन करना चाहिए। संविधान ने स्पष्ट रूप से न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका के अधिकार को अलग कर रखा है। कपाड़िया ने सुप्रीम कोर्ट के उस निर्देश का हवाला दिया जिसमें कर्नाटक के बेल्लारी में पर्यावरण के खतरे को देखते हुए खनन गतिविधियों पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की चिंता और सतत विकास के साथ संतुलन बनना चाहिए। बंद के साथ बेरोजगारी भी बढ़ी है और अर्थव्यवस्था को भी नुकसान पहुंचेगा।

नरेन्द्र मोदी ने अपना ट्वीट एकांउट काला किया

सोशल वर्चुअल मीडिया पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों की हर छेत्र में विरोध हो रहा है बीते दिन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने तरीके से विरोध दर्ज़ करते हुए ट्विट्टर एकाउंट पर अपनी तस्वीर हटा कर काली फोटो लगा दी है|
उन्होंने केंद्र सरकार के कदम की कड़ी आलोचना की है, जिसमें ट्विटर पर कई खातों को बंद कर दिया है। इसमें संघ परिवार से लेकर आई टी मिनिस्टर और पत्रकार भी शामिल हैं|
मोदी ने इस फैसले के विरोध स्वरूप अपने ‌ट्विटर अकाउंट पर काली तस्वीर लगा कर ट्वीट किया है, ‘एक आम आदमी के नाते मैं अभिव्यक्ति की आजादी के खिलाफ भारत सरकार की कार्रवाई के विरोध में शामिल हो रहा हूं। मैं अपनी डिस्प्ले पिक्चर को बदल रहा हूं। सबको सम्मति दे भगवान।’
इसके अलावा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने भी विरोध स्वरुप लिखा है कि सरकार टि्‌वटर पर अभिव्यक्ति की आजादी की अनुमति नहीं दे रही है और विपक्ष उसे संसद में बोलने नहीं दे रहा है। ऐसे में मैं भी भारत सरकार को ऐसे ट्विटर्स की एक सूची भेज रहा हूं जिनको मैं अपने टाइमलाइन से ब्लॉक करना चाहता हूं। अगर वे प्रधानमंत्री को सुरक्षित कर सकते हैं तो मुझे क्यों नहीं।
बड़ी संख्या में लोगों ने भी सरकार की इस कार्रवाई के विरोध में अपने अकाउंट पर काली तस्वीर लगाकर अपना विरोध जाहिर किया है।

पी एम्+भाजपा अध्यक्ष के आवासों का रविवार को घेराव

अन्ना हजारे और इंडिया अगेंस्ट करप्सन द्वारा पी एम् और भाजपा अध्यक्ष के आवासों का रविवार को घेराव करने की घोषणा की गई है|
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवासों का घेराव करने की

इस धमकी के मध्यनज़र जंतर-मंतर और प्रधानमंत्री आवास के आसपास वाले छह मेट्रो स्टेशन बंद रखने की घोषणा की गई है।प्राप्त जानकारी के अनुसार, केन्द्रीय सचिवालय+ पटेल चौक+रेसकोर्स+उद्योग भवन+जोरबाग तथा खान मार्केट के स्टेशन सुबह आठ बजे से १० घंटों के लिए बंद रहेंगे।

यह दिल्ली पोलिस के निर्देसानुसार किया गया है|
केन्द्रीय सचिवालय पर मेट्रो लाइन दो और छह के यात्री ट्रेनों की सिर्फ अदला-बदली कर सकेंगें। गौरतलब है कि बंद रहने वाले तीन स्टेशन प्रधानमंत्री आवास के आसपास हैं।
अन्ना समर्थकों ने दिल्ली मेट्रो की इस कार्रवाई को जनता के मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों की हत्या बताते हुए कहा है कि सरकार चाहे कितने भी अवरोध क्यों ने खड़ा कर दे, जनता हर हाल में विरोध प्रदर्शन करेगी।
अन्ना समर्थकों का आरोप है कि उनके इस कार्यक्रम को कुचलने के लिए सरकार ने दिल्ली पुलिस को सुपारी दी है।

नौकरियों में प्रोमोशन पर आरक्षण के विरोध में राष्ट्रपति को ज्ञापन

नौकरियों में प्रोमोशन पर आरक्षण के विरोध में राष्ट्रपति को ज्ञापन
नौकरियों में प्रोमोशन पर आरक्षण के विरोध में ब्राहमण उत्थान समिति ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा है |प्रधान ललित गौड़ द्वारा हस्ताक्षरित यह ज्ञापन जिलाधिकारी मेरठ की मार्फत प्रेषित किया गया है|
इस ज्ञापन में राष्ट्रपति से अनुरोध किया गया है कि भारत सरकार अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट कर नौकरियों में प्रोमोशन पर आरक्षण देने का प्रयास कर रही है अत राष्ट्रपति स्वयम हस्तक्षेप करके इस अन्याय को रुकवाने का प्रयास करें| समिति के सदस्यों ने शुक्रवार को सी सी एस पार्क पर प्रदर्शन भी कियाPermalink: http://jamosnews.com/

मीडिया पर लगाम ब्लाक कराय ट्विट्टर एकाउंट्स

ट्विट ट्विट ट्विट
केद्र सरकार ने सोशल मीडिया पर लगाम लगाने को पहला कदम बड़ा दिया है|पहले चरण में कुछ ट्विट्टर एकाउंट्स [ जिनमे दो पत्राकारों के बभी हैं] ब्लाक कर दिए गए हैं|
इस कदम को लेकर सरकार की खूब किरकिरी हो रही है। लोग इसकी तुलना इमर्जेंसी से कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने जो ट्विटर अकाउंट ब्लॉक किए हैं उनमें से एक कुछ दिन पहले तक अंग्रेजी अखबार पायनियर से जुड़े रहे कंचन गुप्ता का है। दूसरा अकाउंट एक न्यूज चैनल में डेप्युटी एडिटर शिव अरूर का है।
ये अकाउंट ट्विटर ने बंद नहीं किए हैं। इंटरनेट सर्विस प्रवाइडर्स की मदद से ये अकाउंट ब्लॉक कराए गए हैं। अकाउंट को एक्सेस करने पर मेसेज आता है, की यह वेबसाइट /यूआरएल कोर्ट के ऑर्डर या डिपार्टमेंट ऑफ डेलिकम्यूनिकेशंस के अगले आदेश तक के लिए ब्लॉक किए जाते हैं।ट्विट ट्विट ट्विट

मुम्बई के कमिशनर अरूप हटाये गए

महाराष्ट्रा में कांग्रेस कोटे के चीफ मिनिस्टर पृथ्वीराज चव्हाणने आज एक तीर से दो शिकार करके अपने कुर्सी पर छाए अनिश्चितत्ताके बादल छांट दिए|पोलिस कमिश्नर अरूप पटनायक को प्रोन्नत करके मुम्बई से बाहर करके मनसे प्रमुख राज ठाकरे की आधी मांग मान ली तो दूसरी तरफ एन सी पी कोटे के गृह मंत्री आर आर पाटिल और सपा के अबू आज़मी के चहीते कमिशनर को बाहर का रास्ता दिखा कर इन दोनों का कद नीचे कर दिया|
असाम दंगों को लेकर मुम्बई का आज़ाद मैदान में भड़की हिंसा को रोक पाने में नाकाम कमिशनर और गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर राज ठाकरे ने आज्ञा नहीं होने के बावजूद मार्च निकाल कर अपना शक्ति प्रदर्शन किया |
इस सारे घटनाक्रम से कांग्रेस के चीफ मिनिस्टर की अब तक बेदाग रही छवि और क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाने शुरू हो गए |
सहयोगी दल एन सी पी के कोटे के गृह मंत्री को हटा कर शरद पवार सरीखे कद्दावर नेता की नाराजगी को दावत देने के बजाय उनके प्रिय कमिश्नर को हटाना ज्यादा उचित था|अरूप के स्थान पर अब यूं पी मेरठ के निवासी डाक्टर सत्यपाल सिंह को मुम्बई का कमिश्नर बनाया गया है|
राज्य में सपा के एक मात्र एम् एल ऐ अबू आज़मी ने तो खुले आम प्रोमोशन पर भी कमिशनर को नहीं हटाये जाने की मांग की थी|गृह मंत्री स्वयम भी कमिशनर को हटाने के पक्ष में नहीं थे |लेकिन अब कमिशनर को दंड स्वरुप ट्रांसफर करने के बजाये कमिशनर को प्रोन्नत करके वहां से हटाया जा रहा है|

गुरुद्वारे में फायरिंग की अमेरिकी कांग्रेस में सुनवाई की मांग

विस्कोंसिन ओक क्रीक

की गई है|
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में १५० से अधिक संगठनों के समूह द्वारा विस्कॉन्सिन के ओक क्रीक गुरुद्वारे में ५ अगस्त को हुई गोलीबारी पर अमरीकी कांग्रेस में सुनवाई की अपील की गई |
है ५ अगस्त के रविवार को अमरीकी सेना में काम कर वेड माईकल पेज ने गोलीबारी की थी। इसमें 6 सिख श्रद्धालु[५ पुरुष+१ महिला] मारे गए थे और पुलिस की कार्रवाई में पेज भी मारा गया और एक सुरक्षा अधिकारी घायल हुआ था
वाशिंगटन स्थित ‘सिख कोयालिशन के नेतृत्व में विभिन्न धर्मों और क्षेत्रों से जुड़े १५० से अधिक संगठनों ने बीते दिन सीनेट की न्यायिक समिति को पत्र लिखा है|
इस पत्र में घृणा अपराधिओं वाले समूहों को लेकर सुनवाई आयोजित करने की मांग कीगई है|

बैंक कर्मचारियों ने आज बैंकिंग ठप कर दी


देश के लगभग १०लाख बैंक कर्मिओं की आज से शुरू दो दिवसीय हड़ताल से बैंको का कम काज ठप्प हो गया |इसमें राष्ट्रीयकृत के अलावा अन्य गैर सरकारी बैंको के कर्मियों ने भी भाग लिया|इस हड़ताल से लगभग ७५००० शाखाओं का कम काज प्रभावित हुआ है|
बैंको में विदेशी और देसी निवेश को मंजूरी दिए जाने के साथ आउट सोर्सिंग से काम करने को लेकर भी यूनियनों में विरोध है| यह हड़ताल कल भी चलेगी|