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Category: Defence

मेरठ में नासूर बनते जा रहे छोटे मोटे गड्डे तक भरने के लिए कोई तैयार नहीं है

मेरठ में नासूर बनते जा रहे छोटे मोटे गड्डे तक भरने के लिए कोई तैयार नहीं है

मेरठ में नासूर बनते जा रहे छोटे मोटे गड्डे तक भरने के लिए कोई तैयार नहीं है

मेरठ एक एतिहासिक शहर है |यहाँ के विकास के लिए बातों की और बड़ी बड़ी बातें करने वालों की कोई कमी नहीं है|एक ढूंढो हज़ार मिल जायेंगे लेकिन यहाँ नासूर बनते जा रहे छोटे मोटे जख्म भरने के लिए कोई तैयार नहीं है|छावनी परिषद् और नगर निगम की तो छोड़ो मिलिट्री इंजीनीयरिंग सेवा की सड़कें भी केवल मार्च महीने का इंतज़ार तो करती हैं मगर उसके बाद फिर अपनी बेनूरी पर रोने को विवश हो जाती हैं|यात्रियों+वाहनों का दुर्घटना आम हो चला है|ऐसा ही कुछ पॉश साकेत में एक गड्डे में फंसा यह ट्रक बयान कर रहा है |दूसरे चित्र में गंगा नगर में नाला बेहाल दिख रहा है|

नौसेना के 5 मार्च को दुर्घटनाग्रस्त चेतक हेलीकॉप्टर के चालक दल के दो सदस्य अभी भी लापता :तलाश जारी

नौसेना के 5 मार्च को दुर्घटनाग्रस्त चेतक हेलीकॉप्टर के चालक दल के दो सदस्य अभी भी लापता :तलाश जारी

नौसेना के 5 मार्च को दुर्घटनाग्रस्त चेतक हेलीकॉप्टर के चालक दल के दो सदस्य अभी भी लापता :तलाश जारी

विशाखापत्तनम बंदरगाह के पास 5 मार्च मंगलवार को नौसेना का चेतक हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।चालक दल के दो सदस्य लापता बताये जा रहे हैं|इनके लिए तलाश जारी है|
नेवी अधिकारियों के अनुसार हेलीकॉप्टर में उस समय चार लोग सवार थे।चालक दल के दो सदस्यों को तुरंत बचा लिया गया, गोवा के पणजी में भी इसी तरह का हादसा बीते वर्ष हुआ था, जिसमें दो पायलट समेत तीन नौसेना कर्मियों की दुखद मौत हो गई थी।

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में केन्द्रीय गृह मंत्रालय का अनुभाग अधिकारी पकड़ में आया

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में केन्द्रीय गृह मंत्रालय का अनुभाग अधिकारी पकड़ में आया

पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में केन्द्रीय गृह मंत्रालय का अनुभाग अधिकारी पकड़ में आया

गृह मंत्रालय के एक अनुभाग अधिकारी को हिरासत में लिया गया है| इस अधिकारी पर पाकिस्तान को सूचना देने के आरोप हैं |
बताया जा रहा है कि इस अधिकारी ने पोखरण के बारे में पैसे लेकर पाकिस्तान को कई खुफिया सूचनाएँ साईफन की है.
इस अधिकारी पर हाल ही में पोखरण में भारत-पाक सीमा से सटे इलाके में भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए अभ्यास ‘आयरन फिस्ट’ की जानकारियां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई) को देने का आरोप है|.
चिन्हित इस अधिकारी [सेक्शन अफसर] का नाम चंद्रशेखर बताया जा रहा है और इसे आईबी द्वारा पकड़ा गया है| ये अधिकारी पाकिस्तानी एजेंट सुमेर खान को जानकारी देता था. आई एस आई द्वारा ट्रेंड सुमेर खान तीन बार पाकिस्तान जाकर भारतीय रक्षा मंत्रालय की जासूसी कर चुका है|हिंदुस्तान की अलग-अलग जेलों में बंद केदियों की लिस्ट इसके पास से बरामद हुई बताई गई है|बीते वर्ष जून में इसी मंत्रालय के भवन में भीषण आग भी लग चुकी है

अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच में देश का सबसे पुरानी सरकारी संस्था रक्षा लेखा विभाग सहयोग करेगा

 अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच में देश का सबसे पुरानी सरकारी संस्था रक्षा लेखा विभाग सहयोग करेगा

अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच में देश का सबसे पुरानी सरकारी संस्था रक्षा लेखा विभाग सहयोग करेगा

२५० वर्ष पुराना रक्षा लेखा विभाग संभवत देश का सबसे पुराना सरकारी विभाग है यह विभागअपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए अब वी वी आई पी हेलीकाप्टर खरीद में लगाये गए दलाली के आरोपों की जांच में सहयोग करने को आगे आ गया है|एयर फाॅर्स के अधिकारीयों के साथ जांच में इस विभाग के भा,र ,ले,से,[I D A S]के अनुभवी अधिकारी भाग लेंगे| यदपि इस विभाग की वेबसाईट पर इस विषय में कोई जानकारी पर हाथ नहीं रखा जा सका है लेकिन मीडिया में छन्न कर आ रही ख़बरों के अनुसार रक्षा लेखा विभाग के अधिकारी जांच में सहयोग करेंगे| इस विभाग के अधिनस्त कार्यालय पूरे देश में हैं|
गौरतलब है कि बोफोर्स के बाद रक्षा सौदों में सबसे बड़ी दलाली के रूप में ३६०० करोड़ के अगस्ता हेलीकाप्टर की खरीद में ३६० करोड़ की दलाली खाए जाने के आरोप लगाये जा रहे हैं| रक्षा लेखा विभाग जैसा कि नाम से ही ज्ञात होता है रक्षा मंत्रालय का ही एक अहम हिस्सा है | इसका मुख्यालय उलन बटार दिल्ली छावनी में है|वर्तमान में इस विभाग को रक्षा सेवाओं और उनकी सहायक इकाईयों को वित्तीय सलाह देना+ रक्षा सौदों का भुगतान करना+ और रक्षा सेवाओं के खातों का आंतरिक आडिट का दाईत्व दिया गया है|इन दाईतवों को निभाने में कड़ा परिश्रम किया जा रहा है|वित्तीय सलाहकार श्रीमती प्रीति मोहंती और अतिरिक्त रक्षा लेखा महानियंत्रक अरविन्द राणा कौशल अनुभवी होने के साथ ही कार्य कुशलता और इमानदारी के लिए जाने जाते हैं|इस विभाग ने स्वयम जाँच में सहयोग का आश्वासन दिया है तो इसे विभाग के अपने सीनियर होने के अहसास के साथ जोड़ कर देखा जाना चाहिए |यह कहना उचित ही होगा कि आंतरिक आडिट और वित्तीय सलाह देने का दाईत्व रक्षा लेखा विभाग का है लेकिन आये दिन बाह्य आडिट एजेंसी कैग द्वारा ही मुद्दे उछाले जाते रहे हैं|यहाँ यह कहना भी अन्यथा नहीं होगा कि इससे पूर्व बोफोर्स तोप काण्ड में इस विभाग के दिल्ली स्थित एक कार्यालय का का नाम उछाला गया था |एक पत्रिका ने तो रक्षा लेखा नियंत्रक द्वारा बोफोर्स के नाम जारी चेक को भी छापा था |अब इस चापर डील में एक सेवान्रिवत वायुसेना अध्यक्ष का नाम आरहा है सो हाई प्रोफाईल इस केस में संभवत इन्ही आरोप प्रत्यारोपों से बचने के लिए रक्षा लेखा विभाग ने अगस्ता वेस्टलैंड चापर डील की जांच का जिम्मा उठाया है सो इस दिशा में नए सकारात्मक परिणाम आने की संभावना दिखने लगी है|

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard

[मेरठ] छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने दशकों से खाली+उपेक्षित पड़ी बेशकीमती जमीन पर बने झोपड़ों को बुलडोज करके लगभग १०० परिवारों को भगा दिया|शनिवार २ मार्च को इस बहादुरी के कारनामे को अंजाम दिया गया| छावनी स्थित जाफर वाला बाग में सेना की 21 एकड़ ऐ -वन भूमि है। सैन्य भूमि संख्या-68-69 पर कुछ लोगों ने दशकों पहले झोपड़ी बना ली। पश्चिमी यूपी सब एरिया मुख्यालय ने 22 फरवरी को उन्हें जगह खाली करने का नोटिस दिया था।इसकी मियाद खत्म होने पर शनिवार को पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सब एरिया मुख्यालय की सैन्य यूनिट अतिक्रमण हटाने पहुंची।
जाफरा बाग में अवैध तरीके से रह रहे करीब 100 से अधिक परिवारों की झोपड़ियां तोड़ते समय जवानों को विरोध का सामना भी करना पडा |पीड़ितों ने सरे आम सैन्य अफसरों से कहा कि होटल और बंगलों पर न तो सेना कार्यवाही करती है और न ही बोर्ड ही कोई पहल करता है।
छेत्र वासियों का कहना है कि सेना की इस बहुमूल्य जमीन पर दशकों से ये झोपड़ियाँ बनी हुई हैं पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा में आ रहा था कि इनमे कुछ बंगलादेशी भी रहते हैं|

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard

छावनी छेत्र में अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा बता कर सेना ने १०० परिवारों को उजाडा: Security Hazard


इस तोड़ फोड़ का समर्थन करते हुए कहा गया है कि अवैध तरीके से बने भवनों से सुरक्षा को खतरा है | यह पहले फेज की कार्रवाई की गई है। अगले फेज में अन्य भवनों को तोड़ा जाएगा।
कहा जाता है कि

गेहूं के साथ घुन्न भी पिस जाता है

सो इस अभियान में ओल्ड ग्रांट के भवन में बने मकानों पर भी सेना का बुलडोज़र चल गया | रक्षा संपदा विभाग के अधीन बी-3 ओल्ड ग्रांट बंगला नंबर 70 में बने भवन गिरा दिए गए । बुलडोजर ने बंगले में कैंट बोर्ड की अनुमति के बगैर बने तीन भवनों को ध्वस्त कर दिया। यहां ब्रजकिशोर, जगन्नाथ और भारत का परिवार रहता था।
सेना की कार्रवाई का वहां के लोगों ने विरोध किया। उन्होंने उक्त भूमि सेना की न होने का प्रमाण दिया तो सैन्य अफसराें ने बंगला क्षेत्र में कार्रवाई रोक दी। ब्रजमोहन और भारत का कहना है कि बंगले पर जगत प्रसाद गोयल का कब्जा है, वे किरायेदार हैं।
सैन्य छेत्र से खदेड़ने से इन झोपड़ पट्टियों में रहने वाले बँगला देशी या अवैध कब्जे की समस्या का हल निकालने की यह पहल कारगर हो पायेगी इसमें संदेह है|क्योंकि एक छेत्र से उजड़ने के बाद ये लोग दूसरे छेत्र में बस जाते हैं ऐसे अनेको झोपड़े बेगम पुल से लेकर तोपखाने तक दिखाई देते हैं |सरकारें गरीबों के नाम पर ढेरों यौजनाएं बनाती हैं अगर ऐसे लोगों के लिए भी मकान बनवा दिए जाएँ तो शायद समस्या को सुलझाया जा सकेगा|और अगर ये लोग अनधिकृत हैं तो इन्हें डिपोर्ट करने के लिए राजनीतिक इच्छा शक्ति का प्रदर्शन करना होगा

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भारतीय सिपाही

ओये झल्लेया ये पाकिस्तान को क्या हो गया है ?जब देखो उलटे काम ही करता है|भड़काने वाले काम करता रहता है|अब देखो गलती से एक आवारा कुत्ता समझौता एक्सप्रेस में घुस गया और सबकी नज़रें बचा कर पकिस्तान के लाहौर पहुँच गया|अब इस गलती के जवाब में उन्होंने हिमाकत करते हुए उसी गाड़ी से ५० भूखे +खूंखार कुत्ते हसाड़े मुल्क में भेज दिए|ओये अभी तक तो लड़ाई में इंसान ही भेजे जा रहे थे अब क्या कुत्तों की लड़ाई लड़ी जायेगी|?

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है

पकिस्तान ने कुत्ते उलीच कर हमारे द्वारा उपेक्षित विद्वानों के आदर्शों का पालन किया है

झल्ला

ओये जवाना तेरी चिंता वाजिब है लेकिन ये भी तो देख कि हम लोगों ने अपने पूर्वजों की सीख को भुला दिया है लेकिन ये पाकिस्तान ने हसाड़े उपेक्षित पूर्वजों के सिद्धांत का ही पालन किया है “

जल बाड़े नाव में घर में बाड़े दाम ,दोनों हाथ उलीचिये यही सयानो काम

“अब उनके यहाँ कुत्ते ज्यादा हैं तो उन्हें ही उलीच रहे हैं|वैसे अगर आप बुरा नहीं मानो तो एक बात कहना जरुरी है कि आप एक कुत्ता नहीं पकड़ पाए और अगर एक आतंकवादी कुत्ता बन कर गाडी में आ जाये तो……. ?

रक्षा बजट के एलोटमेंट में दस हज़ार २१२ करोड़ रुपयों की वृद्धि

रक्षा सौदों में दलाली के आरोपों का सामना कर रही केंद्र सरकार ने आज एनाउंस किये बजट में दस हज़ार २१२ करोड़ रुपयों की वृद्धि का एलान किया है| रक्षा बजट के एलोटमेंट को बढ़ाकर दो लाख तीन हजार 672 करोड़ रुपये कर दिया गया है। पिछले साल का रक्षा आवंटन एक लाख 93 हजार 460 करोड़ रुपये था।
केन्द्रीय वित्तमंत्री पी चिंदबरम ने आज लोक सभा में 2013-14 का आम बजट पेश करते हुए कहा कि रक्षा आवंटन में 86,741 करोड़ रुपये का पूंजी व्यय शामिल है।यह यूं पी ऐ का ९वा बजट है|

हथियारों की इम्पोर्ट नीति घोटालों की जन्म दाता है :जनरल[Rtd] विजय कुमार सिंह

हथियारों की इम्पोर्ट नीति घोटालों की जन्म दाता है :जनरल[Rtd] विजय कुमार सिंह

हथियारों की इम्पोर्ट नीति घोटालों की जन्म दाता है :जनरल[Rtd] विजय कुमार सिंह

सेवाकाल के दौरान अपने विरुद्ध चलाई गई तमाम तिकड़मो पर विजय पाने वाले पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल विजय कुमार सिंह ने विदेशों से हथियारों की खरीद में चलाई जा रही दलाली की तिकड़मो को निशाना बनाया और कहा कि रक्षा सौदों में भारी दलाली होती है। पारदर्शिता के अभाव के कारण विदेशों से हथियार खरीद की पूरी प्रक्रिया ही संदेहास्पद है।
जनरल वी के सिंह २६ फरवरी को मेरठ में आये थे यदपि इससे पूर्व भी उनका वर्दी में आगमन हो चुका है मगर अब रिटायरमेंट के बाद जन सेवार्थ किसान सेना[बिना हथियार] के गठन के लिए आये |कमिश्नरी पार्क पर स्थित चौधरी चरण सिंह[किसान] और सुभाष चंद बोस[जवान] की मूर्तियों का माल्यापर्ण करके श्रधान्जली दी और जवान और किसान को एक नई शक्ति के रूप में उभरने का आह्वाहन किया|
इस अवसर पर उन्होंने हथियारों की इम्पोर्ट नीति को घोटालों की जन्म दाता बताया और कहा कि देश में ही निजी पूंजी निवेश के जरिए हथियार बनाए जा सकते हैं। उन्होंने हाल में सामने आए हेलीकॉप्टर घोटाले पर कहा कि हथियार खरीद की प्रणाली लंबी और अपारदर्शी है। इसके कारण इसमें भ्रष्टाचार घुसा हुआ है। चुनाव तंत्र में भी सुधार की जरूरत है। आज अपराधी और पैसे वाले लोग सिस्टम में आ जाते हैं। जब चुनाव लड़ने के लिए पोंटी चड्ढा जैसों से मदद न लेनी पड़े तभी अच्छा काम हो सकता है।
यह भी कहा कि नक्सलवाद जैसे मसले को हल करने के लिए देश की आर्थिक नीतियों की समीक्षा जरूरी है। आर्थिक असमानता की खाई चौड़ी रहेगीतब तक , समस्या बनी रहेगी।
गौरतलब है कि सरकारों द्वारा रक्षा सौदों में इमानदारी का ढोल पीटा जाता रहा है मगर एक के बाद एक घोटाले भी उजागर हो रहे हैं |
इनमे से कुछ प्रमुख हैं
[१]१९४८ में जीप खरीद में घोटाला हुआ जिसे १९५५ में बंद कर दिया गया
[२] श्रीमती इंदिरा गांधी इ सरकार में पनडुब्बी घोटाला उजागर हुआ इसे २००५ में बंद कर दिया गया
[३]१९८७ में बोफोर्स घोटाले ने राजीव गांधी [अब स्वर्गीय]की सरकार का तख्ता पलट दिया इस तोप की गूँज अब बंद है
[४] एन डी ऐ में तहलका ने तहलका मचाया और रक्षा मंत्री जार्ज फर्नाडीज की विदाई हुई
[५]ताबूत घोटाला भी इस सरकार के माथे को दागदार कर गया
[६]टेट्रा घोटाले में जनरल विजय सिंह फंसते फंसते बचे
[७]अगस्ता वेस्ट लैंड हेलीकाप्टर दलाली में बेचारे चीफ आफ एयर फ़ोर्स इतने भाग्यशाली नहीं दिख रहे
देश में ही रक्षा उपकरणों के उत्पादन को हतोत्साहित करने के लिए अक्सर यहाँ की गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया जाता है या फिर सुरक्षा कारणों से प्राइवेट सेक्टर के प्रवेश को रोक दिया जाता है|इसके फलस्वरूप विदेशों से हथियारों को बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है जिसके एवज में विदेशी करेंसी बाहर जाती है |घोटाले होते हैं |और अब सेना अधिकारियों के मनोबल पर भी अटैक होने लग गए हैं|इसीलिए कुशल प्रबंधन का प्रदर्शन करते हुए देश में ही हथियारों के उत्पादन के विषय में एक प्रभावी और टाईम बाउंड नीति बनानी होगी|

जनरल वी के सिंह ने किसानो के मसीहा रालोद के प्रभावी छेत्र और सपा के की रियासत में धरने का हल चला कर गन्ना किसानो के हक़ के बीज बोये

जनरल वी के सिंह ने किसानो के मसीहा रालोद के प्रभावी छेत्र और सपा के की रियासत में धरने का हल चला कर गन्ना किसानो के हक़ के बीज बोये

जनरल वी के सिंह ने किसानो के मसीहा रालोद के प्रभावी छेत्र और सपा के की रियासत में धरने का हल चला कर गन्ना किसानो के हक़ के बीज बोये

[ मेरठ] सेवानिवृत सेनाध्यक्ष वी के सिंह ने किसानो के मसीहा रालोद के चौधरी अजित सिंह के प्रभावी छेत्र और सपा के मुलायम सिंह यादव की रियासत में धरने का हल चला कर गन्ना किसानो के हक़ के बीज बोये|:राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनर तले किसानों ने २६ फरवरी मंगलवार को कमिश्नरी पार्क पर अनिश्चित कालीन डेरा डाल दिया है।इस अवसर पर जय जवान जय किसान का नारा देते हुए किसान और जवान की एक सेना बनाने का भी एलान किया गया|
उधर, उप गन्ना आयुक्त बीवी सिंह का कहना है कि किसानों से धरना समाप्त करने का आग्रह किया गया है। आठ मार्च को बीएम सिंह को पक्ष रखने को बुलाया है।
कमिश्नरी के सामने स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में किसानों की मांगों को लेकर मंगलवार से शुरूहुए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अनिश्चितकालीन धरने के दौरान पूर्व जनरल वीके सिंह ने कहा कि देश के अस्सी फीसदी वोटर किसान हैं। इसके बाद भी दिल्ली लखनऊ के सिंहासन पर बैठने वाले लोग किसानों के साथ न्याय नहीं करते। देश में सबसे ज्यादा पीड़ित किसान ही है। किसानों को उनकी फसलों के दाम तय करने का भी हक नही है। ऐसे में वक्त आ गया है कि किसानों को संगठित हो जाना चाहिए। उन्होंने किसान सेना के गठन का ऐलान करते हुए कहा कि सेवानिवृत्त फौजियों और किसान नौजवानों को संगठित करके एक किसान सेना का गठन किया जाएगा। जो केवल किसानों के हकों की लड़ाई शांति के साथ लड़ेगी।
हराष्ट्रीय किसान मजूदर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह ने कहा कि जब तक सरकार किसानों की मांग पूरी नही करेगी। धरना जारी रहेगा। इसके लिए अगर दस बीस साल भी लगे तो उन्हे परवाह नही है। मांगों में मुख्यत मय ब्याज गन्ना भुगतान, नियमित बिजली सुविधा, सी रंगराजन आयोग की रिपोर्ट लागू करना आदि हैं। मंच संचालन मेजर डाक्टर [सेवानिवृत]हिमांशु ने किया
कार चोरी
कमिश्नरी पार्क में शुरू हुए धरने के दौरान भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ही वाहन चोरों ने अपना करतब दिखा दिया। पार्क के बाहर पुलिस फोर्स के बीचों बीच खड़ी मारुति 800 चोरी हो गई। किसानों ने मंच से कार चोरी की जानकारी देते हुए पुलिस फोर्स से कार बरामद करने को कहा। लेकिन पुलिस के कानों पर जूं नही रेंगी।
किसान के बेहोश
होनेपर मची अफरा-तफरीपीलीभीत के किसान जगमोहन पार्क के बाहर अचानक ही बेहोश होकर गिर पड़ा जिससे धरना स्थल पर अफरातफरी मच गई। बाद में पुलिस ने उसे अपनी गाड़ी में डालकर जिला अस्पताल पहुंचाया तो पता चला कि उसे दौरा पड़ गया था।

हेलीकॉप्टर सौदे में करोड़ों की दलाली को लेकर पूर्व वायुसेनाध्यक्ष त्यागी पर शक के दायरे को यकीन में बदलना शुरू

हेलीकॉप्टर सौदे में करोड़ों की दलाली को लेकर पूर्व वायुसेनाध्यक्ष त्यागी पर शक के दायरे को यकीन में बदलना शुरू

हेलीकॉप्टर सौदे में करोड़ों की दलाली को लेकर पूर्व वायुसेनाध्यक्ष त्यागी पर शक के दायरे को यकीन में बदलना शुरू

वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में करोड़ों की दलाली को लेकर शक के दायरे में यकीन का रंग आने लगा है |इससे घेरे में आए पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। ऑगस्टा वेस्टलैंड वीवीआई हेलीकॉप्टर डील पर त्यागी बंधुओं में पूर्व वायुसेनाध्यक्ष एसपी त्यागी + उनके चचरे भाईयों [जूली,संदीप]से जल्द ही सीबीआई पूछताछ कर सकती है। जांच एजेंसी ने इस केस में प्राथमिक जांच रिपोर्ट दर्ज कर पड़ताल शुरु कर दी है।
आरोपों के अनुसार त्यागी ने ही ऑगस्टा वेस्टलैंड के लिए टेंडर की शर्त बदलवाई और टेंडर में कंपनी की तरफ से जाने वाली तकनीकी बिड को भी आखिरी रूप दिया। हेलीकॉप्टर सौदे के मुख्य दलाल गुइडो हाश्क ने इटली के जांचकर्ताओं के सामने ये बात कबूली है। दूसरी तरफ एक स्विस बिचौलिये का कहना है कि वो पूर्व एयरचीफ एसपी त्यागी से 6 या 7 बार मिला था।कुछ दिन पहले पूर्व एयरचीफ त्यागी ने देश के तमाम न्यूज चैनलों पर खुद को निर्दोष बताते हुए शक की सुई एन डी ऐ सरकार की तरफ मौडते हुए कहा था कि हेलीकॉप्टर के मानक तय करने में उनका कोई रोल ही नहीं था। सीएनएऩ-आईबीएन चैनल के एडिटर इन चीफ राजदीप सरदेसाई से बातचीत करते हुए श्री त्यागी ने कहा था कि हेलीकॉप्टर की ऊंचाई के लिए तय मानक 2003 में बदले गए। उस वक्त के तत्कालीन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार [एन एस ऐ] ब्रजेश मिश्र ने ऐसा करने को कहा था। यही नहीं त्यागी के मुताबिक ठेके का नियम बदलने का फैसला तत्कालीन पीएमओ का था।