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देश की तीसरी सबसे बड़ी कैंट में २० मार्च के बाद डेयरियाँ नहीं चलेंगी

देश की तीसरी सबसे बड़ी कैंट में २० मार्च के बाद डेयरियाँ नहीं चलेंगी

देश की तीसरी सबसे बड़ी कैंट में २० मार्च के बाद डेयरियाँ नहीं चलेंगी

[ मेरठ]कैंट में २० मार्च के बाद डेयरियाँ नहीं चलेंगी| सोमवार को छावनी परिषद् की स्पेशल बोर्ड बैठक में अध्यक्ष ने 20 मार्च तक डेयरियों को कैंट सीमा से 30 किमी बाहर ले जाने का आदेश दिया है।अवहेलना करने पर डेयरी संचालकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। संचालकों को भूमि का इंतजाम भी खुद करना होगा। इसके अलावा बोर्ड में संविदा सफाई कर्मियों की तैनाती, बैंक्वेट हॉल को नोटिस देने समेत कई अन्य अहम निर्णय बैठक में लिए गए। 75 संविदा कर्मियों की नियुक्ति की गई। डॉ. अनुराधा गुप्ता के निलंबन बहाली का फैसला सदस्यों के विरोध के चलते बोर्ड बैठक तक टाल दिया गया है।

दिल्ली छावनी के बेस हॉस्पिटल के समीप रखे गए बैग को हलके विस्फोट से निष्क्रिय किया गया

दिल्ली छावनी स्थित बेस हॉस्पिटल के समीप फैंके गए एक बैग में रखे गए विस्फोटक को निष्क्रिय कर दिया गया है लेकिन सतर्कता बरतते हुए वहां के यातायात को अभी भी आवागमन के लिए खोला नहीं गया है| दिल्ली में आज कुछ जगहों पर बम मिलने की अफवाह से काफी अफरातफरी मची रही |[१] सबसे पहले आर्मी के कैंट एरिया में एक लावारिस बैग देखा गया. जिसमें बम होने का शक था. ऐसी खबर आ रही है कि बम निरोधक दस्ते ने इस संदिग्ध बैग को खोलने के लिए एक हल्के विस्फोट का सहारा लिया. बैग में किसी विस्फोटक की उपस्थिति या त्रीवता की आधिकारिक सूचना नहीं है| बैग को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.|इस विषय में दो पहिया संदिग्ध वाहन की तलाश की जा रही है|
गौरतलब है कि संदिग्ध बैग की खबर मिलने के बाद मौके पर बम निरोधक दस्ते को रवाना कर दिया गया. साथ ही एनएसजी की टीम को भी बुलाया गया. कैंट अस्पताल की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया. इस वजह से जाम की समस्या भी होने लगी.
दरअसल भ्रम कि स्थिति तब पैदा हुई जब आर्मी के स्निफर डॉग ने बैग को देखकर भौंकना शुरू कर दिया. शक होने पर बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. वहां पर बैग को खोलने के लिए एक हल्के विस्फोट का सहारा लिया गया.
[२] एक लावारिस बैग जीके वन के एम ब्लॉक मार्केट में मिला. खबर सामने आने के बाद एम ब्लॉक मार्केट को खाली करा दिया गया. हालांकि कि बाद में यह फाल्स अलार्म साबित हुआ|
[३] मंगोल पुरी में भी संदिग्ध वस्तु के मिलने की अफवाह सामने आई थी. पुलिस को इस बारे में एक फोन कॉल मिली थी. जांच के बाद पुलिस ने इसे भी मात्र अफवाह ही बताया बेस हॉस्पिटल के बाहर सोमवार दोपहर को बाइक सवार युवक एक बैग फेंक कर भाग गया. सेना के जवानों ने बैग की जांच की तो उसमें विस्फोटक पाया गया.
दिल्ली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लगभग ५०० मीटर के इलाके को सील किर दिया

भारतीय सेना और निजी एयर लाइन्स के अधिकारियों की अपराधिक गठबंधन की जड़ों तक जाना जरुरी है

भारतीय सेना अनुशासन में रहने के लिए विश्व भर में प्रसिद्द है और एयर लाइन्स [नागरिक उड्डयन ] में इंडिगो एयर लाइन्स को सस्ती और प्रॉफिट मेकिंग के लिए नंबर वन कहा जा रहा है मगर पिछले सप्ताह मणि पुर पोलिस ने सीमांत[पल्लेल] गाँव के समीप से 20 करोड़ की ड्रग्स के साथ कुछ ड्रग्स तस्करों को भी पकड़ा ।दुर्भाग्य से इनमे से एक भारतीय सेना में कर्नल रैंक के अजय चौधरी और इंडिगो एयर लाइन्स के सहायक प्रबंधक ब्रिजेन्द्र सिंह भी पकडे गए हैं।सेना ने अपनी साख बचाने के लिए कार्यवाही के आदेश भी दे दिए हैं। Law , no doubt, will take its own course लेकिन प्रॉफिट मेकिंग एयर लाइन्स इंडिगो की तरफ से कोई ब्यान या स्टेटमेंट या स्पष्टिकरण ही नहीं दिया गया है।सिविल एविएशन मंत्रालय भी किंकर्तव्य विमुड दिख रहा है।यह बार्डर पर घटी एक सामान्य तस्करी के घटना नहीं है वरन राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी है | एक कर्नल की अशांत छेत्र में चार साल से पोस्टिंग और एक निजी एयर लाइन्स के एसिस्टेंट मैनेजर का यह अपराधिक गठबंधन की जांच निश्चित समय सीमा में पूर्ण की जानी चाहिए इसके लिए सेना को महज़ छेत्रिय पोलिस के भरोसे जांच को छोड़ कर अपनी जिम्मेदारी से बचने के बजाय स्वयम इसकी जड़ों तक जाने की जरूरत है|

ड्रग्स तस्करी में सेना के कर्नल अजय चौधरी के अलावा इंडिगो एयर लाइन्स के कर्मी भी हिरासत में लिए गए

भारतीय सेना के एक वरिष्ठ कर्नल रैंक के अधिकारी अजय चौधरी को मणिपुर में 20 करोड़ की ड्रग्स के साथ पकड़ा गया है| कर्नल ने ड्रग तस्करी में अपना हाथ होने से इंकार करते हुए अपने साथ साथ धोखा धडी का आरोप लगाया है|। कर्नल का कहना है कि उन्हें पता नहीं था कि गाड़ी में क्या सामान रखा हुआ है। अजय का कहना था कि उनसे सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह सामान ले जाने को कहा था कर्नल चौधरी के अनुसार उनके द्वारा पूछे जाने पर बंद बौरे में व्यापार का सामान बताया गया था |
बताया जा रहा है कि कर्नल चौधरी इंफाल में पिछले चार सालों से सेना के पीआरओ के तौर पर तैनात थे। इंटरनेशनल मार्केट में ड्रग्स की कीमत 15 से 20 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।पुलिस ने मोरे की ओर जा रहे इन लोगों को पकड़ने का दावा किया है|। मोरे भारत और म्यांमार की सीमा के पास का गांव है। यह ड्रग्स तीनों वाहनों की छत पर लदी हुई थी हिरासत में लिए जाने के बाद कर्नल अजय चौधरी ने एक वरिष्ठ सेना के अधिकारी का नाम लिया है जिसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार कर्नल अजय चौधरी के अलावा पांच स्थानीय नागरिकों और एक टेरिटोरियल आर्मी के एक सैनिक को भी हिरासत में लिया गया था। गिरफ्तार लोगों में इंडिगो एयरलाइंस का एक कर्मचारी भी था।बताया जा रहा है कि सेना द्वारा इसकी जाँच प्रारम्भ कर दी गई है मगर अभी तक नागरिक उड्डयन महानिदेशक और इंडिगो एयर लाइन्स की तरफ से कोई टिपण्णी या खंडन नहीं आई है|

डाक्टर मन मोहन सिंह ने आज हैदराबाद बम्ब ब्लास्ट के पीड़ितों का दुःख दर्द बांटा:सहायता का आश्वासन दिया

डाक्टर मनमोहन सिंह ने आज रविवार २४ फरवरी को हैदराबाद बम्ब ब्लास्ट के पीड़ितों का दुःख दर्द बांटाऔर इस संकट की घड़ी में धेर्य नहीं खोने के लिए हैदराबाद के नागरिकों को धन्यवाद और बधाई दी | उन्होंने घटनास्थल के निरीक्षण के साथ ही यशोदा [१५ मिनट्स]और ओमनी[१० मिनट्स] [ yashoda and Omni. ] हॉस्पिटल्स में घायलों के दुःख दर्द को बांटा और सभी प्रकार की सहायता का आश्वासन दियाऔर व्यवस्थापकों के दिशा निर्देश भी दिए|पी एम् ने स्वयम कहा कि मै आप लोगों का दुःख दर्द बांटने आया हूँ |पी एम् का स्वागत राज्य के मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने किया। इसके फौरन बाद उनका काफिला दिलसुखनगर और फिर यशोदा अस्पताल की तरफ मुड़ गया जहां घायलों का इलाज चल रहा है। यहां पर उन्होंने पीड़ितों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और कहा कि वह यहां पर पीड़ितों का दर्द बांटने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि गुरुवार को पांच मिनट्स के अंतराल में हुए दो बम ब्लास्ट में 16 लोगों की मौत हो गई थीऔर ११९ घायल हो गए| प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हैदराबाद के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए गुरुवार को हुए विस्फोटों के स्थलों का आज दौरा किया और अस्पतालों में भर्ती घायलों से मुलाकात की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शांति की अपील करते हुए नगर के लोगों की सराहना की कि वे उकसाने वाली कार्रवाई से अप्रभावित रहे।
प्रधानमंत्री ने अस्पतालों में विस्फोट पीड़ितों से मुलाकात करने के बाद कहा, मैं यहां हैदराबाद के लोगों का दुख बांटने आया हूं। मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करना हूं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को सभी मेडिकल सहायता का आश्वासन दिया है। दिल्ली से वायुसेना के एक विशेष विमान से हैदराबाद पहुंचे मनमोहन सिंह ने कहा, राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि इलाज के लिए हर मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री ने शांति की अपील करते हुए कहा, मैं लोगों से दुख की इस घड़ी में शांति बनाए रखने का आह्वान करता हूं। मुझे खुशी है कि हैदराबाद के लागों ने उकसाने वाली पर ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा था कि इस कायराना हरकत के जिम्मेदार लोग दंड से नहीं बच सकेंगे।
विस्फोटों में घायल हुए के परमेश्वर की मां को दिलासा देते हए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पुत्र का हरसंभव ख्याल रखा जाएगा।
दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी से ऐसे उपाय करने को कहा, जिसके तहत विस्फोटों के कारण शारीरिक रूप से अशक्त हो गए और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सके।
डाक्टर मनमोहन सिंह ने मुख्यमंत्री और राज्य के मंत्रियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की, जिसमें पुलिस महानिदेशक वी दिनेश रेड्डी ने मामले की जांच में हुई प्रगति से उन्हें अवगत कराया। प्रधानमंत्री को बताया गया कि क्लोज सर्किट कैमरों से मिले फुटेज और जेल में कुछ संदिग्ध लोगों से हुई पूछताछ से ‘ठोस सुराग’ मिले हैं। डीजीपी ने प्रधानमंत्री से कहा, हम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के साथ तालमेल में काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्दी ही मामले को सुलझा लिया जाएगा।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की तीन घंटे की यात्रा के दौरान उन्हें सूचित किया कि हैदराबाद में निगरानी बढ़ाने के लिए करीब 3500 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए जा रहे हैं।

बसपा सुप्रीमो माया वती ने आतंकवाद से लड़ने के लिए संसद में सरकार को तीन सूत्र सुझाये

बहुजन समाजवादी पार्टी[B S P ] सुप्रीमो माया वती[राज्य सभा] ने आज संसद में चल रही बहस में हिस्सा लेते हुए आतंक वाद से लड़ने के लिए केंद्र सरकार को ३ सूत्रीय सुझाव दिए| उन्होंने कहा की आतंक वाद से लड़ाई को केवल राज्यों के भरोसे नही छोड़ा जा सकता |इस छेत्र में राज्यों के पास सीमित जानकारी होती है ऐसे में तत्काल कार्यवाही नहीं हो पाती| अत आतंक वाद से लड़ाई के लिए केंद्र को अधिक जिम्मेदारी लेनी होगी|उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत करके आतंक वादियों के ग्रुप +उनके ठिकाने और उनके समर्थकों के खिलाफ यौजना बद्द तरीके से कमर तोड़ने वाली कार्यवाही करने होगी इसके लिए पूरा सदन सरकार के साथ है|

मुलायम सिंह यादव ने हैदराबाद ब्लास्ट पर कडा रुख अपनाते हुए लोक सभा में कड़े प्रश्न किये

हैदराबाद में हुए कल बम ब्लास्ट पर लोक सभा में आज समाज वादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कडा रुख दिखाया और सरकार से विफलता पर केडे प्रश्न किये| मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आज पूरी देश भक्त फौज है| संसद का सपोर्ट सरकार को है और आतंकवाद पर पूरा देश सहयोग देने को सदैव तैयार है |इस पर भी आतंक वादी हमले हो रहे हैं और निर्दोष मारे जा रहे हैं|सरकार का यह फेल्यौर है|इसके कारण सरकार द्वारा दश को बताने चाहिए |आज कोई भी अपने आप को सुरक्षित नहीं समझ रहा |पैदल या वाहन सवार भी दहशत में जी रहा है| इससे निबटने के लिए सरकार की अगर कोई रण नीति हैं तो उसे देश को बताया जाना चाहिए|

सी डी ऐ आर्मी मेरठ में निरीक्षण शुरू

[मेरठ] रक्षा सौदों में नित नए घोटाले सामने आ रहे हैं|कैग भी फाईलें खोल रहा है मगर दो शताब्दियों से अधिक समय से रक्षा विभाग के आन्तरिक अडिट का दाईत्व संभाले हुए रक्षा लेखा विभाग के मेरठ स्थित कार्यालय में ना केवल खानापूर्ति की जा रही है वरन मिली भगत से गोपनीय और महत्वपूर्ण कागजात जलाये भी जा रहे है| रक्षा लेखा नियंत्रक (सेना) की जिम्मेदारी है कि सेना के अनावश्यक खर्चों पर अंकुश लगाए, वित्तीय अनियमितता को रोके, लेकिन विभाग ऐसा कुछ नहीं कर रहा। इसके उलट सैन्य यूनिटों और ठेकेदारों से मिलीभगत कर ऑडिट की खानापूर्ति की गई और फिर बिलों को जला दिया गया।
‘ दैनिक अमर उजाला’ के मेरठ संस्करण के विनीत त्रिपाठी ने भी इसे प्रमुखता से छापा है| विनीत ने तो यह दावा भी किया है कि उनके हाथ सहारनपुर स्थित एक सैन्य यूनिट में दुग्ध सप्लाई के वर्ष 2009 के कुछ बिल लगे हैं। इनके बिलों का भुगतान तो सैन्य यूनिट द्वारा किया जा चुका है, लेकिन रक्षा लेखा नियंत्रक (सेना) द्वारा पोस्ट ऑडिट नहीं किया गया। न तो बिलों के मानक पूरे होने की जांच की गई और न ही मुख्य पृष्ठ पर पुष्टि की गई। लेकिन सैकड़ों बिल ऐसे थे, जो खाक हो चुके हैं।
उधर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आनन फानन में दस्तावेजों को जलाये जाने की जांच भी शुरू कर दी गई है। विभाग की मंशा दस्तावेजों को जलाने वाले दोषियों को पकड़ने से ज्यादा इस पर है कि यह खबर विभाग से बाहर कैसे पहुंची। बुधवार २० फरवरी को अमर उजाला ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद रक्षा लेखा नियंत्रक (सेना) कार्यालय की गैलरी में पड़ी दर्जनों फाइलों को आनन-फानन में हटा कर सफाई कराई गई। जहां पान कीई पीकों के बदनुमा दाग नई बिल्डिंग में साफ़ दिखा करते थे वहां अब दिन में दो बार फिनाईल के पौंचे लगाए गए हैं|
रक्षा लेखा नियंत्रक (सेना) कार्यालय में पेंशन-वेतन, ठेकेदारों के बिलों समेत अन्य वित्तीय दस्तावेजों की जांच के लिए बुधवार को सहायक रक्षा लेखा नियंत्रक नई दिल्ली राम लुभाया शर्मा के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम मेरठ आ गई है। राम लुभाया ने टीम को विभिन्न सेक्शन में दस्तावेजों की गुरुवार से जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है।बताया जा रहा है कि श्री शर्मा मेरठ के ही रहने वाले हैं और यहाँ की गतिविधियों से बखूबी वाकिफ हैं|इसीलिए इनसे किसी घपले को खोलने की आशा की जा रही है|

देश की तीसरी सबसे बड़ी छावनी में मंदिर मार्ग पर जगह जगह लगे हैं कचरे के ढेर

मेरठ के मशहूर और एतिहासिक मार्गों में शामिल वेस्टएंड रोड स्थित मंदिर मार्ग पर लगे जगह जगह कचरे के ढेर छावनी परिषद् और सैनिक अधिकारियों की सफाई व्यवस्था के प्रति उदासीनता को दर्शाने के लिए पर्याप्त हैं|
गौर तलब है कि इस मार्ग पर चिकित्सालय+ अनेकों मंदिर और शिक्षण संस्थान हैं| वैवाहिक घर और रिहायशी कालोनी हैं|यहाँ धार्मिक श्र्धालू +स्कूली बच्चे और मरीजों का आवागमन रहता है| इसके बावजूद भी यहाँ कूड़े के ढेर लगे रहते हैं

भारतीय रक्षा लेखा कर्मचारी संघ [कोलकता]की नई कार्यकारिणी गठित : २० और २१ फरवरी को हड़ताल

[नागपुर]१९२५ से कार्यरत अखिल भारतीय रक्षा लेखा कर्मचारी संघ [कोलकता]के केन्द्रीय कार्यकारिणी में मेरठ से सदस्यों को वरिष्ठ सदस्यों को शामिल किया गया है|रक्षा लेखा नियंत्रक पेंशन संवितरण के करण प्रदीप को उपाध्यक्ष [फोर]औररक्षा लेखां नियंत्रक सेना के राकेश मलिक को केन्द्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता प्रदान की गई है| सी डी ऐ ऐ ऍफ़ के यतेन्द्र चौधरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है|कुल ३३ पदाधिकारी हैं|बीते शनिवार को नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय चुनावों में निर्वाचित नई कार्यकारिणी ने चार प्रस्ताव पारित किये |१४०००+के स्टाफ में ज्यादा से ज्यादा सदस्य बनाने का संकल्प लियाऔर सदस्यों के हितों की खातिर २० और २१ फरवरी को राष्ट्र व्यापी हड़ताल की घोषणा की गई| महासचिव जी पी दत्ता द्वारा हड़ताल का नोटिस रक्षा लेखा महानियंत्रक उलन बटार दिल्ली केंट को दिया जा चुका है|नोटिस के साथ तीन भागों में ४० डिमांड्स भे राखी गई हैजिन में मुख्यत एम् टी एस को क्लर्क का प्रोमोशन देना+ट्रांसफर पालिसी में पारदर्शिता+भत्ते बढाना+भर्ती + बोनस+आउट सोर्सिंग आदि रहे |