Ad

Category: Defence

रक्षा छेत्र में निवेश को आने दो :अरुण शौरी

पूर्व केन्द्रीय मंत्री+ वरिष्ठ पत्रकार और भाजपा लीडर अरुण शौरी ने आज आर्थिक स्थिति को सुद्र्ड करने के लिए डिफेंस में प्रोडक्शन को बढावा देने के लिए निजी पूंजी निवेश को इजाज़त देने का सुझाव दिया|एक निजी चेनल पर एक वरिष्ठ एंकर के प्रश्नों का जवाब देते हुए श्री शौरी ने सुझाव दिया किया कि डी आर डी ओ फ़िलहाल भारतीय रक्षा सेवाओं के लिए आवश्यक सामान को मुहैय्या करवाने में सक्षम नहीं है |जी डी १२% से २% रह गई है|इससे डिफेंस पर भी असर पड़ता है|ऐसे में डिफेंस सेक्टर में प्रोडक्शन के लिए निजी पूंजी को आने देना चाहिए|इससे आर्थिक स्थिति सुधरेगी| प्रोडक्शन बढेगा+पूंजी बढेगी और नौकरियां भी बढेंगी|उन्होंने बताया कि उनके मंत्रीमंडल के रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीज से लेकर वर्तमान ऐ के एंटोनी तक कहते आ रहे हैं कि इस छेत्र में पूँजी निवेश को देखेंगे मगर अभी तक कुछ नहीं हुआ|उन्होंने तत्काल रक्षा छेत्र में प्रोडक्शन के लिए पूंजी निवेश को ऐलाओ किये जाने पर जोर दिया

चीन के साथ १९६२ नहीं होगा:जनरल विक्रम सिंह

चीन के साथ हुए युद्ध में मिली Ist पराजय के पचासवें साल में सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने बुधवार को कहा कि चीन के साथ 1962 में हुआ युद्ध दोहराया नहीं जा सकता। उन्होंने राष्ट्र को आश्वस्त किया कि कोई भी दुश्मन सैनिक कभी भी भारतीय धरती पर कदम नहीं रख सकता। मीडिया के साथ बातचीत में जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि भारत के पास अपनी सीमा पर किसी भी तरह की गड़बड़ी से निपटने की पर्याप्त सैन्य योजना है। यह पूछे जाने पर कि क्या 1962 का युद्ध दोहराया जा सकता है तो इसपर सेना प्रमुख ने जोर देते हुए कहा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि 1962 दोहराया नहीं जाएगा।जनरल सिंह ने कहा कि सेना प्रमुख के नाते देश की क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं भरोसा दे रहा हूं। हम किसी भी शत्रु को अपनी अपनी सीमा में प्रवेश करने नहीं देंगें| चीन और पाकिस्तानीसीमा पर जारी चीन की गतिविधिओं से उसकी नियत पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं और चीन के रक्षा मंत्री द्वारा शहीद स्मारक पर श्रधान्जली नहीं देने से चीन की नियत पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं|

सैन्य अफसरों के लिए मुश्किल होगी निजी कम्पनिओं में नौकरी

Let Us Keep The Tricolor High

सेना को भ्रष्टाचार मुक्त बनाए रखने के लिए सरकार ने एक कदम और आगे बड़ा दिया है अगर सरकार की चली तो आने वाले समय में ब्रिगेडियर और उससे ऊपर के अफसरों के लिए सेवानिव्रती के पश्चात निजी कंपनियों में नौकरी करना आसान नहीं होगा|
वर्तमान में सेवानिव्रती के पश्चात एक साल तक निजी फर्म से जुड़ने पर रोक है|इस एक साल की बंदिश को सरकार पांच साल तक बढाना चाहती है|इस आशय का प्रस्ताव जल्द ही सेना के तीनो अंगों के पास उनके सुझाव के लिए भेजा जाएगा|रक्षा से जुडी संसदीय स्थाई समिति द्वारा यह प्रस्ताव आया है|गौरतलब है किरक्षा मंत्रालय के लिए खरीद से जुड़े अनेकों अधिकारी रिटायर होने के बाद हथियारों से जुडी निजी कंपनियों से जुड़ जाते हैं |इसकी रोक थाम को जरुरी बताया गया है\मालूम हो कि पहले यह समा दो साल कि थी मगर अफसरों के दबाब के चलते इसे एक साल कर दिया गया|अब चूंकि सेना के लिए खरीददारी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने लगे हैं सो इसकी रोकथाम के लिए यह समय सीमा बढाने का प्रस्ताव दिया गया है|

भारतीय सेना का मूवमेंट मीडिया के लिए अछूता नहीं रहा|

देश की सर्वोच्च अदालत ने शुक्रवार १४-९-२०१२ को सेना कूच[मार्च] की रिपोर्टिग पर रोक के इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के फैसले को रद्द कर दिया है| अब सेना का मूवमेंट मीडिया के लिए अछूता नहीं रहा|
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रेस परिषद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था जिसमें सैनिकों के कूच करने के मुद्दे पर मीडिया के रिपोर्टिग करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
मालूम हो कि बीते 10 अप्रैल को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति उमानाथ सिंह और न्यायमूर्ति वीरेंद्र कुमार दीक्षित द्वारा विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार के अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि सैनिकों के कूच करने के संबंध में प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कोई रिपोर्टिग न करे या कोई खबर नहीं जारी करे।
केंद्रीय गृह सचिव, सूचना एवं प्रसारण सचिव और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव (गृह) को ये निर्देश दिए गए थे। प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के [पीसीआई] अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति मार्कंडेय काट्जू के जरिए इन निर्देशों को चुनौती दी गई थी जस्टिस काटजू द्वारा दायर याचिका में कहा गया कि यह आदेश मीडिया और देश के हर नागरिक को संविधान के अनुच्छेद 19 (1) ए के तहत दिए गए मौलिक अधिकार का उल्लंघन करता है।

कंधार काण्ड का आरोपी मेहराजुद्दीन गिरफ्तार

विश्व प्रसिद्ध कांधार कांड के एक आरोपी को जे & के पोलिस ने गिरफ्तार कर लिया है|
एयर इंडिया के IC-814 विमान का अपहरण करके कांधार ले जाया गया था | मेहराजुद्दीन उर्फ जावेद नाम का भी आरोपियों की लिस्ट में था ये संदिग्ध आतंकी कश्मीर का ही रहने वाला बताया जा रहा है और यूनाईटेड जेहाद काउन्सिल के लिए फंड कलेक्शन को आर्गेनाइज करता है|
लश्कर का सक्रिय मिलिटेंट रह चुका यह मेहराजुद्दीन 1992 में कश्मीर से पाकिस्तान गया था और ये मौलाना मसूद अजहर का दायां हाथ भी रह चुका है। मेहराजुद्दीन बुधवार देर रात ही नेपाल के रास्ते जम्मू पहुंचा और रात को किश्तवाड़ जा रहा था। जहां नाके पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने दावा किया है कि जे & के पोलिस को पहले ही मेहराजुद्दीन के आने की खुफिया जानकारी मिल चुकी थी।

पायलेट ने असाम में राहुल गाँधी को नहीं उड़ाया

रक्षा मंत्री के आदेशों का पालन नहीं करते हुए एयर फ़ोर्स के पायलेट ने असाम के सलाकाटी हेलीपैड पर हेलीकाप्टर उतारने से मना कर दिया| खराब मौसम के कारण पायलेट ने हेलीकाप्टर वहां उतारने से मना किया|
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी असम के दंगा प्रभावित इलाके में ले गए थे | मंगल वार को वहां से वापिसी पर मौसम ख़राब हो गया| खराब मौसम के चलते उन्हें वापस लाने से पायलेट ने साफ इनकार कर दिया।
प्लेन में असम के सीएम तरुण गोगोई भी सवार थे।खास बात यह है कि रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी के दखल के बाद भी पायलट अपनी बात पर अड़ा रहा। आखिरकार राहुल गांधी को सड़क के रास्ते गुवाहाटी आना पड़ा। उधर, खबर है कि एयरफोर्स ने अपने पायलट के फैसले का समर्थन किया है। राहुल गांधी सोमवार को एयरफोर्स के प्लेन से असम के दंगा प्रभावित इलाके का दौरा करने गए थे। एयरफोर्स ने कोकराझार में सलाकाटी हेलिपैड पर हेलिकॉप्टर की लैंडिंग से इनकार कर दिया था। एयरफोर्स का तर्क था कि यह खतरनाक हो सकता है। इसके बाद वी आई पी की यात्रा को सुलभ बनाने के लिए रातोंरात बोंगाइगन स्टेडियम के पास एक नया हेलिपैड तैयार किया गया। आईएएफ पायलट ने फिर से बोंगाइगन पर हेलिकॉप्टर उतारने से मना कर दिया और उसे कोकराझार ले गया। कोकराझार में मौसम साफ था, लेकिन गुवाहाटी पर खराब मौसम की जानकारी थी। रक्षा मंत्री के दखल के बाद भी पायलट राहुल को वापस लाने के लिए तैयार नहीं हुआ|गौरतलब है की खराब मौसम के चलते पहले भी वी आई पी की जिद पर उड़ने भरी जाती रही है मगर दुर्घटनाएं भी होती रही है| हाल ही में एक चीफ मिनिस्टर [ऐ पी]की भी ऐसे ही हादसे में मौत हो चुकी है|इसीलिए सुरक्षा कारणों से पायलेट का यह इंकार [बेशक यह इनकार सत्ता रूड़ दल के महासचिव को ही क्यूँ नहीं था] सराहा ही जाना चाहिए| इसके अलावा यह कहना भी उचित ही होगा की स्वयम राहुल गाँधी के पिता श्री राजीव गांधी और चाचा श्री संजय गांधी भी पायलेट थे इसीलिए मौसम की अनदेखी करना कम से कम राहुल गांधी को तो शोभा नहीं देता |

सी डी ऐ की कोआपरेटिव सोसायटी १०%लाभांश देगी

द डिफेंस एकाउंट्स कोआपरेटिव क्रेडिट सोसायटी लिमिटेड मेरठ के वार्षिक सामान्य सभा में आज वर्ष ११-१२ के लिए १०% लाभांश की घोषणा की गई|६ लाख रुपयों का वितरण ७०० सदस्यों में वितरित किये जाने को स्वीकृति प्रदान की गई|आयुद्ध पथ स्थित बेलवेडियर काम्प्लेक्स में आयुजित इस आम सभा में लाभांश के अतिरिक्त संतुलन पत्र+लेखा परीक्षा प्रतिवेदन+और वर्ष २०१२-१३ के लिए बजट और समिति के अधिकतम दायित्व के निर्धारण सम्बन्धी प्रस्तावों को ध्वनी मत से पारित किया गया|समिति के सचिव फारूक ने बताया की इस सोसायटी का गठन १९२८ में किया गया था| इसका वार्षिक टर्न ओवर १५ करोड़ रूपये हैं|उन्होंने दावा किया की मेरठ में एल आई सी के बाद उन्ही की सोसायटी का नंबर आता है|
श्री फारूक ने सभा को जानकारी देते हुए बताया कीवर्तमान में ५ करोड़ रुपयों का सदस्यों को लोन वितरित किया गया है|जबकि साड़े चार करोड़ ऍफ़ डी में और ८४.४०लख सेविंग में है| सचिव ने बताया की लोन की सीमा तीन से पांच लाख कर डी गई है| लोन के लिए १० वर्ष की सेवा अवधि को अब घटा कर आठ साल कर दिया गया है | उन्होंने बताया की .०२५% सोसायटी की एजुकेशन के लिए रखा गया है|| इस सभा में सोसायटी के पुराने पड़े एक जनरेटर और कम्यूटर की सदस्यों में खुली नीलामी की गई सरकारी बोली १४०००/=के मुकाबिले १७ ६०० रूपये प्राप्त हुए \इस अवसर पर सदस्योंको लंच कराया गया |पवन कुमार+बिजेंद्र कुमार+राकेश मालिक[प्रधान]+राकेश कुमार+आई डी शर्मा+ब्रह्म शीला आदि उपस्थित थे

रक्षा लेखा विभाग में केडर रिव्यू नहीं हो रहा

रक्षा लेखा विभाग में बी और सी ग्रुप के कर्मियों के प्रोमोशन के लिए केडर रिव्यू की मांग की गई है|इस बाबत रक्षा लेखा कर्मी संघ की कलकत्ता शाखा के अध्यक्ष यतेन्द्र चौधरी ने एक पत्र रक्षा लेखा महा नियंत्रक को लिखा है|लगभग ढाई शतक पुराने इस विभाग के कर्मियों का प्रतिनिधित्व करते हुए श्री यतेन्द्र ने कहा है की यह सर्व विदित है की स्टाफ की संख्या में प्रतिमाह कमी हो रही है और आने वाले कुछ समय में ही स्टाफ की बेहद कमी होने वाली है|नई भर्ती स्टाफ भी यहाँ रुकने के स्थान पर कुछ माह में ही में ही दूसरे विभागों में चले जाते हैं|ऐसे में स्टाफ की कमी होना स्वाभाविक है और इससे रक्षा सेवाओं के आडिट सम्बन्धी महत्वपुर्ण महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होता है|
इसीलिए कार्यप्रणाली को नकारात्मक प्रभाव से बचाने और स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए कुछ सुझाव भी दिए गए हैं|
[१] सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार आर्टिकल १६ के अंतर्गत केडर रिव्यू किया जाना जरुरी है|अपेक्स कोर्ट के अनुसार पञ्च साल की अवधि में केडर रिव्यू किया जाना जरुरी है|
[२]विभागीय विकृतियों को दूर करने के लिए यह बेहद जरुरी है| लेकिन इसकी अनदेखी से स्वाभाविक निष्क्रियता और हीन भावना पैदा होती है|
.इस पत्र में भेदभाव का आरोप लगते हुए कहा गया है की ग्रुप ऐ के अधिकारियों का केडर रिव्यू लगातार किया जा रहा है|दुर्भाग्य से विभाग की रीड बी और सी ग्रुप की लगातार अनदेखी की जा रही है|
इस विषय में ६ठे वेतन आयोग का हवाला देते हुए कहा गया है की वेतन आयोग द्वारा इसे स्वीकार किये जाने के बावजूद भी उच्च नौकरशाही के कर्ण इसे लम्बे समय से दबाया जा रहा है|Permalink: http://jamosnews.com/?
.

वायु सेना अधिकारी और पत्नि के अन्तरंग क्षणों को पोर्न साईट पर डाला

.

आज कल भारतीय सेना के शीर्ष पर खलबली मची हुई है| वरिष्ठ सैनिक अधिकारी के अपनी पत्नी संग अंतरंग क्षणों को पोर्न साइटों पर अपलोड कर दिया गया है|इसके लिए उस पीड़ित अधिकारी के भटिंडा आर्मी बेस के सबोर्डिनेट मेजर पर आरोप लगाये जा रहे हैं| मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का आदेश दे दिया गया है.
अंग्रेज़ी के राष्ट्रीय अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित अधिकारी भटिंडा में तैनात एक स्क्वाड्रन में फ्लाइट कमांडर हैं.
बताया जा रहा है कि लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के फ्लाइट कमांडर और उनकी पत्नी के कई वीडियो क्लिपिंग्स और कई फोटो पोर्न साइटों पर अपलोड किए गए है.
इसमें पीड़ित अधिकारी की पत्नी का मोबाइल नंबर भी डाल दिया गया है |
ब्रिगेड के कमांडर द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है इस बीच मिलिट्री इंटेलिजेंस की मदद से तमाम साइटों से ये वीडियो ब्लॉक करा दिए गए हैं.

चीन ने फिर दिखाई भारत में धमक

चीन के रक्षा मंत्री जनरल लियांग गुआंगलेई भारत में चार दिन की सरकारी यात्रा पर आये हैं|२ सितम्बर को आये और चले भी गए|हमेशा की तरह पीछे कई विवादों को चर्चा के लिए छोड़ गए| चार दिनों की इस भारत यात्रा पर लगातार संशय के काले बादल मंडराते रहे| पहले उन्होंने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित करने से इनकार कर दिया और अब उन्होंने प्रोटोकॉल का उल्‍लंघन करते हुए भारतीय वायु सेना के दो पायलटों को एक लाख रुपये नकद का लिफाफा थमा दिया हैं। ये दोनों पायलट उन्हें स्पेशल प्लेन से मुंबई से दिल्ली लाए थे।
कूटनीतिक संवेदनशीलता के लिहाज़ से पैसा लौटाया नहीं गया है लेकिन परम्परानुसार इस राशि को तोषाखाने[सरकारी माल खाना ] में जमा करा दिया गया है।
सरकारी मालखाना [तोषाखाना] में सभी सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों द्वारा विदेशों से मिलने वाले तोहफे जमा कराए जाने की परंपरा है|
मीडिया में छपी खबरों के अनुसार चीनी रक्षा मंत्री ने विमान के कैप्टन को तोहफे में एक लिफाफा दिया। चीनी रक्षामंत्री के जाने के बाद जब पायलट ने उसे खोला, तो उसमें नकद राशि थी। विमान के कैप्‍टन ने एयरफोर्स हेडक्‍वॉर्टर को इस बारे में सूचित किया। साथ ही नियमानुसार भेंट में दी गई राशि को तोषाखाने में जमा करा दिया गया है।
आगंतुक मेहमान रक्षा मंत्री द्वारा शहीद स्मारक [अमर जवान ज्योति]पर श्रद्धांजलि अर्पित करने की प्रथा है इस प्रथा को तोड़ कर जनरल लियांग ने जनरल परवेज मुशर्रफ के उस हरकत की पुनर्रावर्ति की है जब पाकिस्तानी जनरल परवेज ने पकिस्तान में प्रवेश पर तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपई को सेल्यूट करने से मना कर दिया था |
इससे पहले अगर जाया जाये तो पंडित जवाहर लाल नेहरु के काल में भी चीनी नेता आये थे उन्होंने भारत भ्रमण के बाद भाखड़ा डेम पर टिप्पणी कर के सबको चौंका दिया था “इस डेम को तोड़ कर पूरा भारत डुबाया जा सकता है”
वर्तमान में चीन की गतिविधियाँ पकिस्तान में जमीन हड़पने और अपने नजदीक सागर सीमा में [तेल और गैस] प्रभुत्व जमाने में अधिक सक्रिय हैं | इसके अलावा व्यापार में भी भारत से टक्कर मिल रही है|इस लिए १९६२ में चीन से चोट
की याद को ताज़ा ही रखना जरुरी है|