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Category: Defence

काश्मीर में घुसपैठियों ने एक भारतीय सैनिक को शहीद किया

एक तरफ तो पकिस्तान लगातार भारत के साथ संबंधों में सुधार लाने के आश्वासन दे रहा है मगर दूसरी तरफ काश्मीर बार्डर पर घुसपैठ भी जारी है| बीते रात एक और घुसपैठ की कौशिश को नाकाम कर दिया गया|
कश्मीर के कुपवाडा जिले के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सेना ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया। प्र्राप्त समाचारों के अनुसार इस घटना में सेना का एक जवान और एक आतंकवादी मारा गया।
मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार तंगधार सेक्टर में पिछली रात को घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। इसमें एक आतंकवादी मारा गया जबकि अन्य घायल अवस्था में नियंत्रण रेखा के पार भागने में सफल रहे।
घुसपैठियों के साथ हुई गोलीबारी में एक सैनिक भी शहीद हुआ है| कश्मीर घाटी में पिछले तीन दिनों में घुसपैठ की यह दूसरी घटना है

मानव और मशीन के बीच तालमेल जरूरी=नौसेना प्रमुख जोशी

मानव और मशीन के बीच तालमेल जरूरी है
पनडुब्बी भेदी विशेषग्य एडमिरल जोशी ने अपनी प्राथमिकताओं को बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय समृद्धि के लिए एक सागरीय ताकत के तौर पर नौसेना के प्रमुख के नाते वह यह तय करेंगे कि भारत की समुद्री सुरक्षा में कोई खाई नहीं रहे। पनडुब्बी युद्ध के माहिर माने जाने वाले एडमिरल जोशी ने कहा कि सुरक्षा से जुड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मानव और मशीन के बीच तालमेल जरूरी है |
मौजूदा संसाधनों के सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल के लिए नौसैनिकों को पेशेवर तरीके से तैयार रहने की जरूरत है।
एडमिरल देवेंद्र कुमार जोशी ने नौसेना के 23 वें प्रमुख के तौर पर दायित्व संभाल लिया है । शुक्रवार३१ अगस्त को नौसेना मुख्यालय के बाहर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और इसके बाद उन्होंने निवर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा से यह जिम्मेदारी संभाली।एडमिरल देवेंद्र कुमार जोशी ने नौसेना के 23 वें प्रमुख के तौर पर दायित्व संभाल लिया है । शुक्रवार३१ अगस्त को नौसेना मुख्यालय के बाहर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और इसके बाद उन्होंने निवर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा से यह जिम्मेदारी संभाली।
५८ वर्षीय एडमिरल जोशी ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके पश्चात आउट गोइंग एडमिरल वर्मा ने अपने कार्यालय में नौसेना प्रमुख की दूरबीन इन कमिंग एडमिरल जोशी को सौंपी।
पश्चिमी कमान के कमांडर रहे जोशी का कार्यकाल २०१५ तक है इस दौरान नेवी ने कई नए सुधार किये जाने है|
।पहले कमांडर के रूप में जे एस हाल का नाम नेवी इतिहास में दर्ज़ है

एडमिरल देवेंद्र कुमार जोशी बने चीफ आफ नवल स्टाफ

एडमिरल देवेंद्र कुमार जोशी ने नौसेना के 23 वें प्रमुख के तौर पर दायित्व संभाल लिया है । शुक्रवार३१ अगस्त को नौसेना मुख्यालय के बाहर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और इसके बाद उन्होंने निवर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल निर्मल वर्मा से यह जिम्मेदारी संभाली।
५८ वर्षीय एडमिरल जोशी ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके पश्चात आउट गोइंग एडमिरल वर्मा ने अपने कार्यालय में नौसेना प्रमुख की दूरबीन इन कमिंग एडमिरल जोशी को सौंपी।
पश्चिमी कमान के कमांडर रहे जोशी का कार्यकाल २०१५ तक है इस दौरान नेवी ने कई नए सुधार किये जाने है|

जनरल सिंह देश के युवाओं की कमान संभालने को तैयार

बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के साथ लोक तंत्र की लड़ाई लड़ने से मना कर चुके पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह देश की युवा सेना की कमान संभालने को तैयार हो गए हैं|
इसके लिए उन्होंने युवा शक्ति देश को आगे बढ़ने का जज्बा दिखाने को उत्साहित किया है|वाराणसी में उन्होंने बीते दिन डीएवी कालेज में संगोष्ठी के उपरांत पत्रकारों से बातचीत में कहा कि युवाओं में देश की तकदीर बदलने का माद्दा है सिर्फ उनके आगे बढ़ने की देर है।

गौरतलब है कि जनरल सिंह बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के मंचों पर जा चुके हैं और डाक्टर बी एम् सिंह के साथ किसानों के हक़ के लिए आवाज़ उठा चुके हैं|

पूर्व थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि देश जब आजाद हुआ था उस समय युवाओं को जो अवसर नहीं मिला वह अब दिया जा रहा है।
उन पर किसी तरह का दबाव नहीं है। वे राष्ट्रहित में निर्णय करने में सक्षम हैं। । इस समय नई सोच विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए युवाओं को पूरा मौका दिया जाना चाहिए।
एक प्रश्न के उत्तर में जनरल सिंह ने कहा कि न तो मैं अन्ना के साथ हूं और न ही बाबा रामदेव के। इन दोनों लोगों के पास मुद्दे बहुत अच्छे हैं और मैं उन मुद्दों के साथ हूं। उन्होंने कई प्रश्नों के उत्तर कुशल राजनीतिज्ञ की भांति दिए। यह पूछने पर कि बार-बार कहा जाता है कि अच्छे लोग राजनीति में आएं तो फिर आप चुनाव क्यों नहीं लड़ते? इस पर उन्होंने उल्टा सवाल किया कि आप लोग क्यों नहीं चुनाव लड़ते।
घोटालों और राजनीतिक सवालों पर कहा कि इसका सही जवाब इससे जुड़े लोग ही दे सकते हैं। प्रधानमंत्री के इस बयान पर कि मेरी खामोशी बयानों से अच्छी है के बारे में पूछने पर वे मुस्कुराते हुए अगले कार्यक्रम में जाने की बात कहते हुए खामोशी से बाहर निकल गए।

वायु सेना के दो हेलीकाप्टरों की टक्कर से ९ मरे

गुजरात के जाम नगर के समीप एयर फ़ोर्स के दो एम् १७ हेलीकाप्टर आपस में दुर्घटनाग्रस्त हो गए जिसमे सवार १० में से ९ के मारे जाने की पुष्ठी हो चुकी है| मृतकों में एयर फ़ोर्स के अधिकारी भी शामिल बताये जा रहे हैं|
बताया जा रहा कि दोनों चापर १२ बजे के समीप सामान्य अभ्यास उड़ान पर निकले थे थोड़ी देर बाद ही आपस में आमने सामने टकरा गए और एक में आग भी लग गई|
|बताया जा रहा है कि एक चापर में एक समय में ४ लोगों के बैठने कि व्यवस्था होती है|यदपि दुर्घटना के कारणों का तत्काल खुलासा नहीं किया जा सका है इसके लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं

रक्षा क्षेत्र में विदेशी पूँजी निवेश को २३% और बढाए जाने पर जोर

भारतीय रक्षा क्षेत्र में विदेशी पूँजी निवेश [एफडीआई] को 26 फीसदी से और बढाए जाने की सिफारिशें की जा रही हैं|
रक्षा क्षेत्र से जुड़े साजो-सामान में सुधारों के बारे में सुझाव देने के लिए बनाई गई नरेश चंद्र समिति ने सिफारिश की है कि रक्षा क्षेत्र में एफडीआई को 26 फीसदी से और बढ़ाया जाए।
समिति का कहना है कि इससे विदेशी कंपनियां सैन्य उपकरण बनाने को लेकर नई तकनीक देने के लिए आकर्षित होंगी। पीएमओ द्वारा हाल ही में नैशनल डिफेंस से जुड़ी चीजों के बारे में सुधार देने के लिए इस समिति का गठन किया गया था।
गौरतलब है कि वर्तमान में रक्षा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा 26 प्रतिशत है।
रक्षा मंत्रालय इसमें और किसी तरह की बढ़ोतरी करने का विरोध कर रहा है। समिति की रिपोर्ट के अनुसार ज्यादा एफडीआई का समर्थन करने की जरूरत है इससे विदेशी कंपनियां मॉडर्न टेक्नॉलजी लेकर भारत आ सकेंगी
कि इस क्षेत्र में एफडीआई की सीमा कम से कम २३% और बढ़ाये जाने कि मांग कि जा रही है|
अमेरिकी उप रक्षामंत्री कार्टर ने भी इस दिशा में दबाब बढ़ाते हुए कहा था कि अगर भारत एफडीआई सीमा बढ़ाता है, तो इससे ग्लोबल कंपनियां इन्वेस्टमेंट करने के लिए आकर्षित होंगी।

पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया

भारत ने एक और परमाणु मिसाईल का परीक्षण सफलता पूर्वक कर लिया है|
ओडिशा के एक सैन्य ठिकाने से आज शनिवार को परमाणु क्षमता सम्पन्न पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया ।
सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल का परीक्षण बालासोर जिले में चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज से किया गया।
यह मिसाइल 500 किलोग्राम मुखास्त्र वहन करके 350 किलोमीटर की दूरी तक निशाना भेद सकती है।

टेट्रा डिफेम जनरल तेजिंदर सिंह फिर फंसे

पुर्व सेना प्रमुख वी के सिंह को १४ करोड़ की रिश्वत आफर करने के आरोपी रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह को एक पत्रकार के साथ सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री की निगरानी में चलने वाले टीएसडी के गोपनीय परिसर में भी पकड़ा जा चुका है| सेना के इस संवेदनशील टेक्निकल सपोर्ट डिवीजन (टीएसडी) को बंद करने की सेना प्रमुख बिक्रम सिंह की योजना के पीछे भी यही चौंकाने वाली कहानी सुनने में आ रही है| रिटायर हो चुके तेजिंदर सिंह मिलिट्री इंटेलिजेंस के प्रमुख रह चुके हैं और इनकी पैंठ अभी तक सेना के वरिष्ठ अधिकारिओं में है|
तेजिंदर पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने इस परिसर की संवेदनशीलता और गोपनीयता को जानते हुए भी एक पत्रकार के साथ वहां १६ अगस्त को घुसपैठ करने की कोशिश की। यह वाकया सी सी टी वी केमरा में रिकार्ड हो गया|
मालूम हो कि तेजिंदर सिंह जनरल वीके सिंह को 14 करोड़ रुपये की घूस के आफर करने के मामले में पहले ही आरोपों के घेरे में हैं।

कैग ने अब रक्षा लेखा विभाग पर भी टिपण्णी कर दी है

आडिट अथारिटी कैग को लगता है कि लेखा जोखा चेक करते करते अब टिप्पणियां करने की भी आदत हो गई है| कोयला घोटाले को उजागर करके देश में सरकार के उत्तेजना फैला कर अति उत्साहित कैग ने अब रक्षा मंत्रालय के आंतरिक आडिट विभाग पर भी अकर्मण्यता का आरोप लगा दिया है|
नियंत्रक एवं महा लेखा परीक्षक [कैग]ने रक्षा मंत्रालय की लैब डिफैंस मेटेरियल्स एवं स्टोर रिसर्च डेवेलपमेंट इस्टेब्लिशमेंट का आडिट किया |इसमें दो करोड़ रुपयों का गोल माल को उजागर किया|
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद भी १.५२ करोड़ रुपयों की खरीददारी को बुक किया गया है|इसके अलावा एलाटमेंट से ४६ लाख ज्यादा खर्च किया गया है|
गौरतलब है कि २००५ में सैनिकों की वर्दी के लिए शोध कराया गया था जिसके लिए साड़े आठ करोड़ का बजट रखा गया था|दिसंबर २००९ में यह प्रोजेक्ट पूरा कर लिया गया इसका अडिट करते समय यह दो करोड़ रुपतों का घोटाला सामने आया है|अपनी रिपोर्ट में कैग ने आंतरिक आडिट द्वारा इस घोटाले को नहीएँ पकडे जाने पर प्रश्न चिन्ह लगाया है|
सूत्रों के अनुसार आन्तरिक आडिट रक्षा लेखा विभाग द्वारा किया जाता है यह केवल आंतरिक आडिट तक ही सिमित है |जबकि हायर आडिट के लिए टेस्ट आडिट टीम आती हैं यह टेस्ट अडिट कैग का ही सब आफिस होता है|
आंतरिक आडिट पर टिपण्णी करते समय कैग यह नहीं देख पाया कि उनकी टिपण्णी उनके अपने सब आफिस के विरुद्ध ही है|

विवादित द्वीपों पर जापानी ध्वजारोहण से चीन बौखलाया

जापान ने भी अब चीन की प्रभुसत्ता को धत्ता बताते हुए पूर्व चीन सागर के कुछ विवादित द्वीपों पर जापान जापानी ध्वज फहरा दिया है.|
इन द्वीपों को चीन में दियाओयू कहा जाता है. जापान के तट रक्षक अब इन लोगों से पूछताछ कर रहे हैं. इन लोगों को पहले द्वीपों पर जाने की अनुमति नहीं दी गई थी
.एएफ़पी के अनुसार शेनज़ेन, क्विंगदाओ और हारविन में भी जापान विरोधी प्रदर्शन हुए हैं.पूर्वी चीन सागर स्थित इन द्वीपों के चारों ओर गैस के भंडार हैं और इन पर ताइवान भी अपना हक जमाता रहा है.
जापान का कहना है कि उसने शनिवार को इस लिए अपना जल पोत वहां भेजा क्योंकि वह दूसरे विश्व युद्द के दौरान इन द्वीपों को पास मारे गए जापानी लोगों की याद में एक समारोह करना चाहते थे. जैसे ही वह तट पर पहुँचे, उन्होंने वहाँ पर जापानी ध्वज फहरा दिया.
इस पोत पर मौजूद एक राजनीतिज्ञ केनेची कोजिमा ने एएफ़पी को बताया, ‘मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बता देना चाहता हूँ कि यह द्वीप हमारे हैं.इसके ज़रिए जापान का भविष्य दाँव पर लगा हुआ है. ’
चीन ने चेतावनी दी है कि इस कार्रवाही से उसकी क्षेत्रीय प्रभुसत्ता पर सवाल उठे हैं.चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता क्विन गान ने कहा कि दियाओयू द्वीपों पर जापान द्वारा की गई कोई भी एकतरफा कार्रवाही गैर कानूनी और अवैध है.
इस सप्ताह के शुरू में इसी तर्ज़ पर हॉगकॉंग से चीन समर्थक लोगों ने वहाँ पहुँच कर इन द्वीपों पर चीन के दावों को मज़बूती प्रदान करने की कोशिश की थी.
एक अलग घटनाक्रम में जापानी समाचार पत्र योमियुरी शिमबुन ने खबर दी है कि जापान चीन में अपने राजदूत को बदलने की योजना बना रहा है.
राजदूत यूइचिरो निवा ने पहले आगाह किया था कि टोकियो की नगरपालिका के कुछ द्वीपों के खरीदने जाने के प्रस्ताव से चीन और जापान के बीच गहरा संकट खड़ा हो सकता है.जापान सरकार से उनके इस वक्तव्य के पसंद नहीं किया था.
चीन का दावा है कि यह द्वीप हमेशा से ही उसके क्षेत्र का हिस्सा रहे हैं जबकि जापान का कहना है कि उसने 1890 में यह सुनिश्चियत करने के बाद कि इन द्वीपों में कोई नहीं रह रहा, उन पर अपना नियंत्रण कर लिया था.