Ad

Category: Economy

राष्‍ट्रीय सांख्‍यि‍की पुरस्‍कार भारतीय रिजर्व बैंक के सांख्‍यि‍कीविद डॉ. अभिमान दास को दिया गया:सांख्‍यि‍की दिवस

भारत सरकार ने राष्‍टीय स्‍तर पर विज्ञान भवन में सांख्‍यि‍की दिवस मनाया और प्रो. सी.आर. राव के सम्‍मान में दिया जाने वाला राष्‍ट्रीय सांख्‍यि‍की पुरस्‍कार भारतीय रिजर्व बैंक के जाने-माने सांख्‍यि‍कीविद डॉ. अभिमान दास को दिया गया। श्री श्रीकांत कुमार जैना ने उन्‍हें शॉल, प्रशस्‍ति पत्र और दो लाख रूपये के नकद इनाम से सम्‍मानित किया।
इस अवसर पर कई महत्‍वपूर्ण सांख्‍यि‍कीय प्रकाशन भी जारी किए गए।इसके अतिरिक्त सांख्‍यि‍की और कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय+ राज्‍य सरकारों+ राष्‍ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के देश भर के कार्यालयों+ भारतीय सांख्‍यि‍कीय संस्‍थान+ विश्‍वविद्यालयों+विभागों आदि में [१]संगोष्ठियों[२] सम्‍मेलनों[३]वाद विवाद [४] क्विज [५] व्‍याख्‍यान मालाओं[६] निबंधन प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया |
अपने संबोधन में सांख्‍यि‍की एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन तथा रसायन और उवर्रक मंत्री श्री श्रीकांत कुमार जैना ने कहा कि सांख्‍यि‍की दिवस, सांख्‍यि‍कीविदों, विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, शि‍क्षकों और छात्रों को एक-दूसरे के साथ संपर्क कायम करने का महान अवसर उपलब्‍ध कराता है, ताकि आंकड़ों की नई जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयुक्‍त उपाए किए जा सकें। उन्‍होंने कहा कि देश के प्रशासन में सांख्‍यि‍कीविदों की भूमिका को और सशक्‍त बनाए जाने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्‍यक्ष डॉ. सी. रंगराजन ने अपने भाषण में कहा कि भारतीय सांख्‍यि‍कीय प्रणाली को सामान्‍य रूप से तथा विशेषकर श्रम और रोजगार सांख्‍यि‍की के संदर्भ में और सशक्‍त बनाने की जरूरत है।
इस समारोह को सांख्‍यि‍की एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय में सचिव प्रो. टी.सी.ए. अनंत और राष्‍ट्रीय सांख्‍यि‍कीय आयोग के अध्‍यक्ष डॉ. प्रणब सेन ने भी संबोधित किया।
गौर तलब है कि आर्थिक योजना और सांख्‍यि‍की विकास के क्षेत्र में स्‍वर्गीय प्रशांत चन्‍द्र महालनोबिस के उल्‍लेखनीय योगदान के सम्‍मान में भारत सरकार उनके जन्‍मदिन, 29 जून को हर साल सांख्‍यि‍की दिवस के रूप में मनाती है। यह दिवस राष्‍ट्रीय स्‍तर पर मनाया जाता है। इस साल के सांख्‍यि‍की दिवस का विषय ‘श्रम और रोजगार सांख्‍यि‍की’ है। इस दिन को मनाने का उद्देश्‍य सामाजिक-आर्थिक नियोजन और नीति निर्धारण में प्रो. महालनोबिस की भूमिका के बारे में जनता में, विशेषकर युवा पीढ़ी में जागरूकता जगाना तथा उन्‍हें प्रेरित करना है।

भाजपा ने निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने का विरोध किया

भाजपा ने निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए विदेशी निवेश [एफडीआई] की सीमा बढ़ाने का विरोध किया है। रिटेल में एफडीआई का भी पार्टी विरोध करती आ रही है|
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए ऍफ़ डी आई की सीमा बढाने का प्रस्ताव देश की सुरक्षा के हिसाब से उचित नहीं है। उन्होंने सुरक्षा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढ़ाने वाली शमायाराम कमेटी की सिफारिशों पर कड़ी आपत्ति जताई है।
श्री जोशी ने कहा कि भाजपा खासतौर पर निजी सुरक्षा एजेंसियों में एफडीआई की सीमा 49 से बढ़ाकर 100 फीसदी करने के सख्त खिलाफ है।
उन्होंने बताया कि लगभग 50 लाख लोग निजी सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े हैं और ये सुरक्षा गार्ड निजी व सरकारी कार्यालयों की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे हैं।
लाल किला से लेकर कुतुब मीनार जैसी ऐतिहासिक भवनों की सुरक्षा भी निजी सुरक्षा गार्डों के पास है।
इसके बावजूद यह बात समझ में नहीं आ रही है कि सरकार निजी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एफडीआई की सीमा 100 फीसदी क्यों करने जा रही है। ऐसे में विदेशी मालिक होंगे जोकि देश की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।

एयरपोर्ट मेट्रो ट्रेन से रिलायंस ने पीछा छुड़ाया: डीएमआरसी संचालन करेगी

दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन .डीएमआरसी. ने एयरपोर्ट मेट्रो लाइन का परिचालन जारी रखने के अपने संकल्प को दोहराया है | रिलायंस इंफ्रा[ DAMEPL] ने घाटे की दुहाई दी और मात्र तीन के नोटिस के साथ ३० जून से इस महत्पूर्ण यौजना से हटने की सूचना डी एम् आर सी[DMRC] को दी |इसी के फलस्वरूप रिलायंस इन्फ्रा अगर एयरपोर्ट मेट्रो को नहीं चलाएगी तो डीएमआरसी द्वारा इसका संचालन अपने हाथों में लेने की बात कही जाने लगी है|
डीएमआरसी बोर्ड ने रिलायंस के २७ जून के पत्र से उपजी स्थिति पर विचार विर्मश किया और रिलायंस इंफ्रा के नोटिस को अवैध तथा दोनो पक्षो के बीच समझौते के खिलाफ बताया|बोर्ड ने इस नोटिस को ख़ारिज करने का निर्णय भी लिया लेकिन इसके साथ यह भी कहा गया कि यदि रिलायंस मेट्रो ट्रेन नही चलायेगी तो जनता के हित में डी एम् आर सी स्वयम इसका संचालन करेगी|रिलायंस के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है|
गौरतलब है कि नई दिल्ली से एयरपोर्ट मेट्रो लाइन पर 23 फरवरी 2011 में पहली बार हाईस्पीड ट्रेन 105 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली थी। इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकरों ने गर्व के साथ क्रेडिट लिया |
[१]8 जुलाई 2012 को अचानक बेयरिंग में खराबी आने से इस लाइन को बंद कर दिया गया।
[२] 23 किलोमीटर लंबी लाइन पर 75 % बेअरिंग बदले गए|
[३] 22 जनवरी से गति कम करके 80 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से दोबारा ट्रेन चलाई गई|
[४]रिलायंस ने 30 साल की लीज पर डीएमआरसी से यह लाइन विशेष हाईस्पीड ट्रेन चलाने के लिए लिया था|

डॉ मन मोहन सिंह ने टिएर २ और ३ के शहरों में भी नए हवाई अड्डों के निर्माण को हरी झंडी दी

प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के नए कम लागत वाले हवाई अड्डों के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है|
इसके अलावा[१] भुवनेश्वर और इंफाल में दो नए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे भी बनाये जाने हैं|
[२]सरकारी-निजी भागीदारी के जरिए नवी मुम्बई+जुहू+गोवा+कन्नूर+पुणे+श्री पेरेम्ब्दूर+बेल्लारी और रायगढ़ में 8 ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों का काम सौंपा जाना है:
[३]चेन्नई+ कोलकाता+ लखनऊ+ गुवाहाटी+जयपुर+अहमदाबाद में में सरकारी-निजी भागीदारी के जरिए हवाई अड्डा परिचालन और रखरखाव शुरू किया जाएगा।
[४]आन्ध्र प्रदेश+मध्य प्रदेश+उत्तर प्रदेश+अरुणाचल प्रदेश+असम+झाड़खंड+बिहार+पंजाब+ओड़िसा+राजस्थान+महाराष्ट्र में कम लागत वाले ५० नए हवाई अड्डे बनेंगे|इनमे से अधिकाँश टिएर२ &३ वाले शहर हैं|

कोल इंडिया ने उत्तराखंड सी एम् राहत कोष में ५० करोड़ और कर्मियों ने पी एम् कोष में ५ करोड़ के यौगदान की घोषणा की

कोल इंडिया लिमिटेड[ CIL ] ने विपदाग्रस्त उत्‍तराखंड के विकास के लिए वहां के मुख्‍यमंत्री राहत कोष में 50 करोड़ रुपये का योगदान दिया है|
उत्‍तराखंड में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के बचाव+ राहत+ पुनर्निर्माण + पुनर्वास के लिए कोयला खदान महारत्‍न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने मुख्‍यमंत्री राहत कोष में 50 करोड़ रुपये का योगदान दिया है । यह आर्थिक मदद कॉरपोरेट सामाजिक उत्‍तरदायित्‍व बजट से की गई है| यह बजट प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास के लिए स्‍थापित किया गया है।
सीआईएल के अध्‍यक्ष एस. नरसिंह राव ने कोयला मंत्रालय में सचिव एस. के. श्रीवास्‍तव की उपस्थिति में कोयला मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल को ५० करोड़ रुपयों का चेक प्रदान किया।
प्रधानमंत्री के राहत कोष में 54,737 कर्मचारियों के एक दिन के मूल वेतन का योगदान करने का निर्णय लिया गया है।मंत्रालय का अनुमान है कि एक दिन का यह वेतन लगभग पाँच करोड़ रुपये से अधिक होगा।
कोयला मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने सीआईएल तथा डब्‍ल्‍यूसीएल के कर्मचारियों की इस सदाशयता की प्रशंसा की है।

बिजली वालों ने अरविन्द केजरीवाल की बिजली कनेक्शन का बलात्कार किया

बिजली वालों ने अरविंद केजरीवाल के घर की बिजली काटी तो केजरीवाल ने खुद जोड़ लिया कटा कनेक्शन|
बिजली वालों ने आज आम आदमी पार्टी[आप] नेता अरविंद केजरीवाल के घर का बिजली कनेक्शन काट दिया जिसे बाद में केजरीवाल ने खुद जोड़ लिया. बिजली पानी आंदोलन के चलते अरविंद केजरीवाल के परिवार वालों ने भी मार्च महीने से ही गाजियाबाद स्थित अपने घर का बिजली का बिल नहीं भरा था जिसके चलते यूपी बिजली बोर्ड ने उनके कौशांबी स्थित गिरनार अपार्टमेंट के घर की बिजली काट दी.| गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से कुछ कांग्रेस के वक्ताओं ने आप पार्टी पर आरोप लगाने शुरू कर दिए थे कि आप के नेता दूसरों को तो बिजली का बिल नही देने के लिए भड़का रहे हैं और खुद बिजली पानी के बिल भर रहे हैं |अब अरविन्द केजरीवाल की बिजली काट कर उन्होंने अपने ही कथन को जुठालाया है | अरविन्द केजरीवाल और मुख्य मंत्री शीला दीक्षित में मुह जबानी बहस के पश्चात अभी तक पवन खेडा के माध्यम से ही खतोखिताबत[पत्राचार] ही चल रही थीअब फिर से लड़ाई सड़क पर आती दिख रही है और सड़क की लड़ाई में आप अपने हाथ दिखा ही चुकी है कनेक्शन की इस कटौती से बेशक दिल्ली की सरकार ने रिक्शा टेम्पो के पर लगे पोस्टर वॉर से ध्यान हटाने का प्रयास किया है लेकिन बिजली के मुद्दे को चुनावों तक ज़िंदा रखने के लिए आप को यह अवसर मिल गया है|
अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि “मैंने दिल्ली के लोगों से बिजली के बिल नहीं भरने की अपील की थी. मेरे परिवार ने तय किया कि बिल नहीं भरने से दिल्लीवासियों को जो परेशानी होगी उसे झेलने के लिए हम भी तैयार हैं इसलिए हमने मार्च से बिल भरना बंद कर दिया था. गांधीजी ने कहा था कि सरकार की गलत नीति का डटकर विरोध करना चाहिए और इस विरोध के चलते सरकार अगर सजा देती है तो उसे भुगतने के लिए भी तैयार रहना चाहिए. मैंने सत्याग्रही का फर्ज निभाया और इसके सभी परिणाम भुगतने को तैयार हूं.”
आप पार्टी ने दिल्ली में पानी और बिजली के नाजायज बिलों के खिलाफ सत्याग्रह शुरू किया था. पार्टी ने सबूतों के साथ बिजली के बढ़े दामों का सच जनता के सामने रखा था कि किस तरह शीला दीक्षित खुलेआम बिजली कंपनियों को भारी मुनाफा पहुंचा रही हैं और इसका खामियाजा आम आदमी को महंगी बिजली के रूप में चुकाना पड़ रहा है. शीला दीक्षित की इस मिलीभगत के चलते ही दिल्ली में बिजली के दाम दो साल में दोगुना से ज्यादा बढ़ा दिए गए.
इस मुद्दे पर दिल्लीवासियों को एकजुट करते हुए अरविंद केजरीवाल ने मार्च महीने में 15 दिनों का अनशन किया था. उन्होंने जनता से आह्वान किया था कि बिजली और पानी के नाजायजों बिलों के प्रति अपना विरोध जताने के लिए वह बिलों का भुगतान रोक दे. अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली में उन घरों के बिजली के कटे कनेक्शन जोड़ रहे हैं जिनकी बिजली, निजी बिजली कंपनियों ने बिलों का भुगतान न कर पाने के कारण काट दी थी.

उत्तराखंड के पुनर्निर्माण के लिए जे. एम्. सिंधिया का पॉवर सेक्टर २५ करोड़ का यौगदान करेगा

पॉवर मिनिस्टर ज्योत्रिदितिया एम् सिंधिया[ Jyotriditya M Scindia ] ने पॉवर सेक्टर के पी एस यूं [ POWER sector PSUs ] को विपदाग्रस्त उत्तराखंड के पुनर्निर्माण के लिए २५ करोड़ रुपयों की राशि मुहैय्या करवाने को कहा है| मंत्रालय +sii एम् डी और पब्लिक सेक्टर अंडर टेकिंग[ PSUs ] के वरिष्ठ अधिकारीयों के साथ एक मीटिंग में यह ऐलान किया गया|श्री सिंधिया ने कहा कि उत्तराखंड में आई त्रासदी से सड़के+स्कूल+ पुल+और अन्य संसाधन नष्ट हो गए हैं | प्रदेश और देश के विकास के लिए उन्हें पटरी पर लाना जरुरी है |इसीलिए पॉवर सेक्टर के ९ पी एस यूं [१] एन टी पी सी==१० करोड़ [२]पी जी सी आई एल==५ करोड़ [३]एन एच पी सी==१ करोड़ [४]टी एच डी सी == १ करोड़ [५]एस जे वी एन=१ करोड़ [६] पी ऍफ़ सी ===३ करोड़ [७]आर ई सी==२ करोड़ [८] डी वी सी== १ करोड़ [९]एन ई ई पी सी ओ== [१ करोड़ ] मिल कर २५ करोड़ रुपयं का यौगदान करेंगे| स्टेट गोवरंमेंट से सलाह करके प्रोजेट्स का सलेक्शन किया जाएगा|

,

डॉ मन मोहन सिंह ने जम्मू -कश्मीर को रेल मार्ग से जोड़ने का राष्ट्रीय सपना साकार किया

डॉ मन मोहन सिंह ने जम्मू&कश्मीर को रेल मार्ग से जोड़ते हुए पीरपंजाल पर्वत श्रृंखला में 11 किलोमीटर लंबी बनिहाल-काजीगुंड रेलवे लाइन का आज उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने यह भारत का सबसे बड़ा और एशिया में दूसरी सबसे बड़ी परिवहन सुरंग है। उद्घाटन भाषण[यह पी एम् १६४ वा भाषण है] इस अवसर पर प्रधान मंत्री ने ट्रेन में बनिहाल से काजीगुंड तक यात्रा भी की इस एतिहासिक यात्रा में उनके साथ यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी के अलावा गवर्नर एन एन वोहरा + रेल मिनिस्टर मल्लिकार्जुन खडगे + मुख्य मंत्री उमर अब्दुल्लाह + और स्कूली छात्राएं भी थी|
| उदघाटन भाषण में [१६४वा भाषण]प्रधान मंत्री ने कहा कि हम इंजीनियरिंग के एक ऐसे आश्‍चर्यजनक नमूने को राष्‍ट्र और देश के नाम समर्पित करने जा रहे हैं जिसे रेलवे के तकनीकी विशेषज्ञों और कर्मचारियों ने सर्वोत्‍कृष्‍ट हिमालय से तराशा है। यह निसंदेह एक बहुत बड़ा यादगार अवसर है।
जम्मू-ऊधमपुर-कटरा-काज़ीगुण्ड-श्रीनगर-बारामूला रेल मार्ग, एक राष्‍ट्रीय स्‍वप्‍न रहा है। आपमें से कुछ लोग जानते हैं कि ये सपना किसी और ने नहीं बल्कि महाराजा प्रताप सिंह ने आज से बहुत साल पहले 1898 में देखा था। तब से यह सपना तमाम मुश्किलों के रास्ते से गुज़रा है। इस वास्‍तविकता के बावजूद कि इस रेल संपर्क के लिए एक परियोजना को आज से काफी पहले यानी 1905 में ही मंजूरी मिल गई थी, इसे अभी तक पूरा नहीं किया जा सका। देश के बंटवारे के बाद जम्मू भी दूसरे भारतीय रेलवे नेटवर्क से कटकर रह गया था। 1971 में जम्मू को तो भारतीय रेलवे के बाकि नेटवर्क से एक ब्रॉडगेज लाइन के ज़रिए पठानकोट के रास्ते से जोड़ा था, ये श्रीमती इंदि‍रा गांधी का एक सपना था जो उन्‍होंने पूरा कि‍या लेकिन, जम्मू के उत्‍तर की ओर की लाइन पर कोई काम नहीं हो सका।आख़िरकार श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने इस बेहद महत्‍वपूर्ण लाइन पर 1983 में काम शुरू करवाया। हम तब से अब तक एक लम्बा सफर तय कर चुके हैं और मुझे बहुत खुशी है कि हमारे पुराने सपने को यथार्थ रूप देने का काम बहुत अच्छे ढंग से संपूर्णता की तरफ आगे बढ़ रहा है। इस महत्‍वपूर्ण और निसंदेह खूबसूरत रेलवे प्रोजेक्ट के बहुत से हिस्से पूरे हो चुके हैं। मैं स्‍वयं सन् 2005 में इस रेलवे संपर्क के जम्मू-ऊधमपुर हिस्से के उद्घाटन से जुड़ा रहा हूं। तत्‍पश्‍चात 2008 में अनन्तनाग और माज़होम के बीच रेल संपर्क कायम हो गया। माज़होम-बारामूला भाग 2009 में पूरा हुआ और इसके बाद काज़ीगुण्ड-बारामूला के बीच 119 किलोमीटर लम्‍बी रेलवे लाइन बिछाई गई।
आज शुरू हो रहे बनिहाल-काज़ीगुण्ड रेल संपर्क को संपूर्णता तक पहुंचाने में तमाम लोगों ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और विपरीत मौसम की चुनौतियां का सामना करते हुए जबरदस्‍त मेहनत की है। पीरपंजाल में 11 किलोमीटर लंबी सुरंग, जो भारत में सबसे लंबी सुरंग है, जिसे मुकम्मल करने में 7 साल लगे। ये सिर्फ इंजीनियरिंग का एक आश्‍चर्यजनक उदाहरण ही नहीं है बल्कि इसका महत्‍व कहीं अधिक है। पूरे साल इस रेल संपर्क की सुविधा कश्मीर घाटी के लोगों को बाकी हिन्दुस्तान में होने वाले आर्थिक विकास से जोड़ कर उन्हें बहुत फायदा पहुंचाएगी। रेल संपर्क की ये सुविधा जम्मू-कश्मीर में होने वाले आर्थिक कामों को हि‍न्‍दुस्‍तान की तरक्की का एक अटूट हिस्सा बना सकेगी। ये रेल संपर्क खुशहाली और रोज़गार उपलब्‍ध कराएगा। जम्मू व कश्मीर में बनने वाले सामान और चीज़ें देश के बाकी हिस्से में पहुंचेंगी और इसी तरह देश के दूसरे हिस्सों में बनने वाले सामान यहां लाए जा सकेंगे। आम लोगों के आने-जाने और व्‍यापार का सिलसिला रफ्तार पकड़ेगा। देश के इस सबसे खूबसूरत राज्‍य में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा जिसके परिणामस्‍वरूप दूसरे संसाधनों का विकास होगा। अब कश्मीर घाटी के दोनों तरफ के लोगों को पूरे साल आपस में जोड़े रखने वाला एक किफायती माध्‍यम स्‍थापित हो जाएगा।
कश्मीर घाटी की रेलवे लाइन अभी तक एक द्वीप की तरह है। जैसे-जैसे यह प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ेगा, हम इस लाइन को हिन्दुस्तान के बाकी नेटवर्क से जोड़ते जाएंगे। कटरा-ऊधमपुर सेक्शन पर काम चंद महीनों में पूरा हो जाएगा और इसके बाद सिर्फ ऊधमपुर और बनिहाल के बीच के हिस्से पर काम बाकी रहेगा, जो सबसे चुनौती भरा है। 359 मीटर ऊंचा चनाब पुल दुनिया में मेहराबदार रेलवे पुलों में सबसे ऊंचा रेलवे पुल होगा। मैं रेलवे विभाग से कहना चाहता हूं कि वो इस हिस्से के काम को जितना जल्दी हो सके पूरा करने की भरपूर कोशि‍श करें ताकि हम कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से हर मौसम में इस्तेमाल के लायक यातायात की व्‍यवस्‍था से जोड़ सकें।
जिस रेल संपर्क का आज उद्घाटन किया जा रहा है वो जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए केन्‍द्रीय यूपीए सरकार की कोशिशों का एक हिस्सा है। आपको याद होगा कि 2004 में जब मैं यहां दौरे पर आया था, तो मैंने जम्मू-कश्मीर के लिए नए रूप की एक परियोजना का ऐलान किया था। मुझे आपको ये बताते हुए खास खुशी हो रही है कि नए रूप की इस परियोजना में शामिल 67 प्रोजेक्टों में से, 34 पूरे हो चुके हैं और बाकी के क्रियान्‍वयन के सिलसिले में अच्छी शुरूआत हो रही है। इस सिलसिले में 7215 करोड़ रुपए की रकम जारी की गई है। पूरे किए गए चंद महत्‍वपूर्ण परियोजनाओं में, राज्‍य में 1 हजार माइक्रो हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजनाओं का क्रियान्‍वयन, ख़ानाबल-पहलगांव और नरबल-तंगमर्ग सड़कों को बनाना, 14 नए डिग्री कालेजों को शुरू करना, 9 नए आई टीआई संस्‍थानों को बनाना, श्रीनगर हवाई अड्डे पर यात्री और बुनियादी ढांचे की नई सुविधाएं देना और इस हवाई अड्डे को एक अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की शक्ल देना, राज्‍य पुलिस में 5 नए भारत रिजर्व बटालियन का गठन, बारह पर्यटन विकास प्राधिकरण का गठन आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, करीब 1 हजार करोड़ रुपए की लागत की परियोजना, जम्मू और लद्दाख क्षेत्रों की विशेष ज़रूरतें पूरी करने के लिए, लागू किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के नौज़वानों को कौशल की ट्रेनिंग देने और उन्हें यथोचित रोज़गार देने के लिए लागू की जा रही अनुशंसाओं और उड़ान योजनाओं के अच्‍छे नतीजे सामने आने लगे हैं। जम्मू कश्मीर में विशेष छात्रवृत्ति की योजना राज्‍य के नौज़वानों को प्रोत्‍साहित करने के साथ उन्हें इस योग्‍य बना रही है कि वो देश के दूसरे हिस्सों में मौजूद शैक्षिक सुविधाओं का लाभ हासिल कर सकें।
मैं आपको विश्‍वास दि‍लाना चाहता हूं कि‍ हि‍न्‍दुस्‍तान की केन्‍द्रीय सरकार जम्‍मू और कश्‍मीर के विकास को आगे बढ़ाने के लि‍ए हर ओर से सहयोग देगी। अंत में, मैं भारतीय रेलवे को इस बेहद कठिन काम को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं। साथ ही साथ मैं जम्‍मू और कश्‍मीर के लोगों को भी इस अवसर पर बधाई देता हूं। मुझे पूरी उम्मीद है कि काम के बाकी हिस्से को निर्धारित समय में जल्‍द से जल्‍द पूरा किया जाएगा। ताकि जम्‍मू और कश्मीर के लोग साल के बारह महीनों के दौरान मौसम के विरुद्ध होने के ख़तरे से मुक्‍त होकर इस रेल संपर्क से लाभान्वित हो सकें।”
गौरतलब है कि इंजीनियरिंग के इस अद्भुत कार्य में करीब 1300 मजदूरों और 150 इंजीनियरों ने पिछले सात वर्षों तक अथक परिश्रम किया। सुरंग पर काम नवम्बर 2005 में शुरू हुआ था। इस सुरंग का निर्माण नवीन ऑस्ट्रियाई सुरंग पद्धति से किया गया है और भारत में पहली बार इस पद्धति का इतने बड़े पैमाने पर प्रयोग किया गया है।

भारत की प्रमुख अन्तराष्ट्रीय स्तर की जेट एयर वेज़ को सी एन बी सी ने बेस्ट डोमेस्टिक एयर लाइन्स का एवार्ड दिया

भारत की प्रमुख अन्तराष्ट्रीय स्तर की जेट एयर वेज़ को सी एन बी सी ने बेस्ट डोमेस्टिक एयर लाइन्स का एवार्ड दिया|
भारत की प्रमुख अन्तराष्ट्रीय जेट एयर वेज़ ने बेस्ट डोमेस्टिक एयर लाइन्स का ख़िताब भी हासिल कर लिया है| प्रमुख बिजनेस चैनल सी एन बी सी [ CNBC ] आवाज ट्रेवल और महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कारपोरेशन[ MTDC ] द्वारा मुंबई में आयोजित सातवें एवार्ड फंक्शन २०१३ में महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर पृथ्वी राज चव्हाण ने यह ख़िताब दिया है|
जेट एयर वेज़ के सी सी ओ सुधीर राघवन ने इस एवार्ड पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे सम्मान जनक बताया | एवार्ड प्राप्त करने से हमारे हौंसलों में और बढोत्तरी हुई है | अपने यात्रियों को और बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए प्रेरणा मिली है| एवार्ड के मानकों के अनुरूप अब हवाई यात्रा में सेवायें देने में नए आयाम स्थापित करने के लिए और अधिक प्रयास किये जायेंगे|
कंपनी की उपाध्यक्ष रागिनी चोपड़ा ने बताया के वर्ष २००८ में इकोनोमी क्लास और वर्ष २०१२ मेंबेस्ट बिजनेस क्लास के लिए बेस्ट डोमेस्टिक एयर लाइन्स के एवार्ड्स मिले हैं | १०००० यात्रियों से इकठ्ठा किये गए आंकड़ों पर की गई रिसर्च के आधार पर सी एन बी सी ने क्लास डेस्टिनेशन+आर्गेंईजेशन +तथा सर्विस प्रोवाईडर की श्रेणी में जेट एयर वेज़ को सर्व श्रेष्ठ घोषित किया है|

बराक ओबामा ने पहली बार कोयले से चलने वाले बिजली घरों से हो रहे प्रदूषण पर लगाम कसने का ऐलान किया

राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कार्बन उत्सर्जन के अमरीकी इतिहास में पहली बार कोयले से चलने वाले बिजली घरों से हो रहे प्रदूषण पर लगाम कसने का ऐलान किया है . और २१वी सदी में अमेरिका को इस लड़ाई का नायक बनाने के लिए सबको एकजुट होने का आह्वाहन भी किया|”ओबामा ने अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करते हुए पर्यावरण बचाव एजेंसी को 2015 से पहले इसका खाका तैयार करने का आदेश दिया है. अमरीका में कोयले से चलनेवाले बिजलीघर लगभग ४०% ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन के लिए ज़िम्मेदार माने जाते हैं.
अमरीका में जलवायु परिवर्तन पर जो आम सोच है वो राजनीतिक रूप से बहुत आकर्षक नहीं मानी जाती. राष्ट्रपति ओबमा ने अपनी पहले चुनाव अभियान में मौसम परिवर्तन को एक बड़ा मुद्दा बनाया था लेकिन तब डेमोक्रेट्स के इस प्रस्ताव को विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी ने पारित नहीं होने दिया था.|
जार्जटाउन यूनिवर्सिटी [ Georgetown University, ] के तपते प्रांगण में मंगल वार को भाषण देते हुए बराक ओबामा ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करने के लिए उन्होंने बड़े रोचक स्टाईल में छात्र श्रौताओं से सीधे संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आज सभी अपनी जेकेट्स उतार ले |मैं [बराक] भी अपनी जेकेट उतारता हूँ क्यों कि अब ये सेक्सी नही है| उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस में रिपब्लिकन्स के विरोध के बावजूद इस दिशा में प्रयास जारी रखेंगे|उन्होंने ग्रीन गैस उत्सर्जन को हतोत्साहित करने और नवीकरणीय ऊर्जा की आवश्यकता पर बल दिया| उन्होंने कहा कि इस विषय पर बहुत चर्चा डिबेट हो चुकी अब समय कार्य करने का है|