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Category: Economy

आम आदमी पार्टी [आप]ने कोल गेट स्कैम में प्रधान मंत्री का इस्तीफा माँगा

आम आदमी पार्टी [आप]ने आज कोयला कांड में प्रधान मंत्री के इस्तीफे के साथ एस आई टी द्वारा जाँच की मांग की है|
मीडिया में छापी खबरों के हवाले से कहा गया है कि सी बी आई द्वारा तैयार की गई कोल गेट स्कैम की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में पेश करने से पहले पी एम् ओ कार्यालय द्वारा इसमें छेड़ छाड़ की गई है|सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए सी बी आई की जांच रिपोर्ट को पी एम् ओ के साथ शेयर किया गया है| अंग्रेजी के अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के हवाले से कहा गया है के केंद्रीय कानून मंत्री और पी एम् ओ ने ना केवल सी बी आई की जांच रिपोर्ट को देखा है वरन उनके द्वारा रिपोर्ट में फेर बदल भी की गई है| इसके लिए पहले भूमिका तैयार करने के लिए सी बी आई के जाँच अधिकारी डी आई जी रविकांत को ट्रांसफर कर दिया गया |
आप का आरोप है के जब कोल गेट स्कैम में अनेकों मंत्री और पी एम् तक शामिल हैं और उन्हें बचाने के लिए जांच प्रभावित की जा रही है ऐसे में जन लोक पाल की बेहद जरुरत है और जन लोक पाल के बगैर निष्पक्ष जांच और दोषियों को सजा की कल्पना भी नहीं की जा सकती

रक्षा लेखा पेंशनरों को कैंटीन सुविधा के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल संसद में आवाज उठाएंगे

रक्षा लेखा पेंशनरों की सी एस डी कैंटीन सम्बन्धी समस्या को उठाने के लिए सांसद राजेंद्र अग्रवाल आगे आये हैं| श्री अग्रवाल ने रक्षा मंत्रालय को पात्र लिखने और मामले को संसद में उठाने की घोषणा की है|
भाजपा के मेरठ से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा है के रिटायरमेंट के पश्चात एक वर्ग विशेष को कैंटन सुविधाओं से वंचित किया जाना सर्वथा निंदनीय है|और इसे संसद में उठाएंगे| उन्होंने रक्षा मंत्रालय से इस विषय को लेकर पत्राचार करने की बात भी कही |
गौरतलब है के १ अप्रैल २०१३ से रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन सुविधा को प्रतिबंधित कर दिया गया है| इससे वरिष्ठ नागरिकों में बेहद असंतोष है|इस मुद्दे को जमोस न्यूज डाट काम द्वारा उठाया गया है| फेस बुक पर इसका लिंक भी दिया गया थाजिस पर समर्थकों की संख्या में निरंतर बढोत्तरी हो रही है|
एक तरफ तो सरकार आम आदमी के हितों की रक्षार्थ समर्पित होने के तमाम दावे कर रही है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ विपरीत ही दिखती है|अब रक्षा लेखा विभाग के पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन की सुविधा को १ अप्रैल से समाप्त कर दिया गया है|इससे रक्षा पेंशनर्स रिटायर्मेंट के बाद भी ठगे से महसूस कर रहे है|
मेरठ में ही रक्षा लेखा विभाग की तीन कैंटीन हैं [सी डी ऐ [१]आर्मी+[२]पेंशन संवितरण और[३] फंड्स|इन तीनो कैंटीनों में पेंशनर्स के लिए सुविधा मना कर दी गई है| बताया जा रहा है के सी एस डी कैंटीन डिपार्टमेंट द्वारा आदेश जारी किया गया है के कैंटीन के लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड बनवा कर ही कैंटीन की सुविधा डी जानी चाहिए| आउट सोर्सिंग से स्मार्ट कार्ड बनवाए जाते हैं| इस कार्ड में भरे जाने वाले कालम में एक जगह सेवानिवृति का भी कालम है उस तिथि के पश्चात कार्ड स्वत कैंसिल हो जाता है|
३१ मार्च तक सी डी ऐ की इन तीनो कैंटीनो में बिना स्मार्ट कार्ड के ही उनके परिचय पत्र के आधार पर सुविधा दी जा रहे थी|लेकिन अब स्मार्ट कार्ड को जरुरी किये जाने के कारण रिटायर्ड कर्मियों के कार्ड बनाने के कोई आदेश नहीं है| ऐसा कह कर रिटायर्ड कर्मियों का पत्ता काट दिया गया है|इससे लोगों में बेहद रोष है|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मियों की एसोसिएशन [जे सी एम् ]ने दिल्ली के उलन बटार स्थित मुख्यालय में इस वर्ष की शुरुआत में आयोजित एक मीटिंग में उठाया था तब यह कह कर आश्वासन दिया गया था के मामला संज्ञान में हैं और विचार किया जा रहा है|डी ओ पी टी की मीटिंग में भी रखा गया था लेकिन मंत्री नारायम सामी द्वारा यह कह कर पल्ला झड लिया गया के यह मामला रक्षा मंत्रालय से जुडा है इसीलिए वहीँ से निर्णय आयेगा| इसके अलावा जबल पुर की एक अदालत ने भी डिफेंस मिनिस्ट्री के लिए छोड़ दिया गया है|

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

रक्षा लेखा पेंशनरों के लिए कैंटीन की सुविधा को समाप्त कर दिया गया: वरिष्ठ नागरिकों में रोष

एक तरफ तो सरकार आम आदमी के हितों की रक्षार्थ समर्पित होने के तमाम दावे कर रही है लेकिन धरातल पर स्थिति कुछ विपरीत ही दिखती है|अब रक्षा लेखा विभाग के पेंशनरों के लिए सी एस डी कैंटीन की सुविधा को १ अप्रैल से समाप्त कर दिया गया है|इससे रक्षा पेंशनर्स रिटायर्मेंट के बाद भी ठगे से महसूस कर रहे है|
मेरठ में ही रक्षा लेखा विभाग की तीन कैंटीन हैं [सी डी ऐ [१]आर्मी+[२]पेंशन संवितरण और[३] फंड्स|इन तीनो कैंटीनों में पेंशनर्स के लिए सुविधा मना कर दी गई है| बताया जा रहा है के सी एस डी कैंटीन डिपार्टमेंट द्वारा आदेश जारी किया गया है के कैंटीन के लाभार्थियों को स्मार्ट कार्ड बनवा कर ही कैंटीन की सुविधा डी जानी चाहिए| आउट सोर्सिंग से स्मार्ट कार्ड बनवाए जाते हैं| इस कार्ड में भरे जाने वाले कालम में एक जगह सेवानिवृति का भी कालम है उस तिथि के पश्चात कार्ड स्वत कैंसिल हो जाता है|
३१ मार्च तक सी डी ऐ की इन तीनो कैंटीनो में बिना स्मार्ट कार्ड के ही उनके परिचय पत्र के आधार पर सुविधा दी जा रहे थी|लेकिन अब स्मार्ट कार्ड को जरुरी किये जाने के कारण रिटायर्ड कर्मियों के कार्ड बनाने के कोई आदेश नहीं है| ऐसा कह कर रिटायर्ड कर्मियों का पत्ता काट दिया गया है|इससे लोगों में बेहद रोष है|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मियों की एसोसिएशन [जे सी एम् ]ने दिल्ली के उलन बटार स्थित मुख्यालय में इस वर्ष की शुरुआत में आयोजित एक मीटिंग में उठाया था तब यह कह कर आश्वासन दिया गया था के मामला संज्ञान में हैं और विचार किया जा रहा है|डी ओ पी टी की मीटिंग में भी रखा गया था लेकिन मंत्री नारायम सामी द्वारा यह कह कर पल्ला झड लिया गया के यह मामला रक्षा मंत्रालय से जुडा है इसीलिए वहीँ से निर्णय आयेगा| इसके अलावा जबल पुर की एक अदालत ने भी डिफेंस मिनिस्ट्री के लिए छोड़ दिया गया है|

यूं बी के ऐ टी ऍफ़ से अब विजय माल्या अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे

पेरेंट कंपनी यूं बी के पैसे से विजय माल्या अब अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे |
शराब किंग विजय माल्या की, छह महीनों से, ग्राउंडेड किंग फिशर एयर लाइन्स[ के ऍफ़ ऐ एल ] को बार फिर हवा में उड़ाने की इच्छा प्रकट की गई है|के ऍफ़ ऐ एल ने १० अप्रैल बुधवार एक बार फिर डी जी सी ऐ के दरबार में दस्तक दी |कंपनी के सी ई ओ संजय अग्रवाल ने डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा से मुलाकात करके नियामक की शर्तों के अनुरूप जानकारी सौंप कर लाईसेंस को रिन्यू करने का आग्रह किया है|श्री अग्रवाल द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी को टेक आफ करने के लिए शुरुआती पैसा यु बी से आएगा| डी जी सी ऐ कार्यालय से अभी तक कोई निर्णय घोषित नहीं किया जा सका है|

मेडिकल कालेज की १०० से अधिक नर्सों ने ८ दिन की हड़ताल के बाद ड्यूटी ज्वाईन कर ली : अब वेतन का क्या होगा ?

[मेरठ] एल एल आर एम् मेडिकल कालेज की हड़ताली नर्सों ने अपनी हड़ताल को समाप्त करके आज मेडिकल कालेज में ड्यूटी ज्वाईन कर ली| कालेज और स्थानीय प्रशासन ने राहत की सांस ली हैहड़ताल बेशक समाप्त हो गई है लेकिन एक यक्ष प्रश्न और खड़ा हो गया हैऔर वोह प्रश्न है हड़ताल के पीरियड के वेतन का| आठ दिन चली इस हड़ताल के दौरान का वेतन कया हड़ताली नर्सों को मिलेगा?
गौरतलब है कि होली की रात द्युति दे रहे नर्स बब्बन मैसी ने आरोप लगाया था कि कर्मचारी नेता विपिन त्यागी ने उनके साथ छेद छाड़ और दुर्व्यवहार किया था|विपिन त्यागी के विरुद्ध तत्काल कोई कार्यवाही नहीं होने के कारण नर्सों ने पहली अप्रैल से हड़ताल कर दी| विपिन त्यागी को निलंबित कर दिया गया लेकिन पोलिस आरोपी कर्मी को गिरफ्तार नहीं कर सकी इसी के फलस्वरूप हड़ताल जारी रही |पोलिस थाणे में जम कर हंगामा किया |पोलिस के विरुद्ध नारे लगाये अधिकारियों को चूड़ियां भेंट की गई और पोलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हुए छेड़ छाड़ के आरोपी विपिन त्यागी से पैसे खा कर धाराओं को हल्का करने का आरोप भी लगाया |बीते दिन आरोपी कर्मी की गिरफ्तारी दिखा दी गई|इसी लिए आज नर्सें ने काम पर लौट आई|
मेडिकल कालेज के सर्वोच्च अधिकारी डा. विनय अग्रवाल ने आज संतोष व्यक्त करते हुए बताया कि नर्सों की हड़ताल समाप्त हो गई है| नर्सों ने ड्यूटी पर हाजरी दे दी है| यह पूछे जाने पर कि २ से लेकर ९ अप्रैल तक की हड़ताल के कारण गैर हाजरी को कैसे रेगुलराइज किया जाएगा तो डा विनय अग्रवाल ने बताया कि हड़ताल के प्रत्येक दिन की एब्सेंट स्टेटमेंट [हाजरी] डायरेक्टर जनरल कार्यालय भेजी जाती रही है |आदेशनुसार फिलहाल हड़ताल के पीरियड का वेतन देय नहीं है|गौरतलब है कि १०० से अधिक नर्सों के ८ दिन के वेतन का सवाल है|और स्ट्राईक पीरियड को दो डी जी कार्यालयों से रेगुलराईज किया जाना है|

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

सोश्लाईट मेधा पाटेकर के एन जी ओ= एन ऐ पी एम् द्वारा छेड़ी गई गरीबों के आशियानों को बचाने की मुहीम को समाज के विभिन्न भागों से समर्थन मिल रहा है|आम आदमी पार्टी [आप]ने भी आज मेधा पाटेकर के घर बचाओ घर बनाओ आन्दोलन को समर्थन जारी करते हुए आन्दोलन कारियों के समाज सेवा के इस कार्य में साथ रहने का आश्वासन दिया है|इसके अलावा विभिन्न छेत्रो से जुड़े निम्न बुद्धि जीवियों ने भी महाराष्ट्रा के मुख्य मंत्री को पत्र लिख कर छह दिन से चल रहे इस आन्दोलन के प्रति सरकार के असंवेदन शील व्यवहार पर अपनी नाराजगी जाहिर की है|और बीते छह दिन से अनशन पर बैठी[आज सातवा दिन] मेधा पाटेकर के गिरते स्वास्थ्य की ध्यान आकर्षित करते हुए सरकार को आन्दोलन कारियों से तत्काल डायलाग स्थापित करने को कहा गया है| गरीबों के आशियानों को तोड़ने की कार्यवाही बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए की जा रही है इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है|

सेवा निवृत जस्टिस राजिंदर सच्चर+ पूर्व सांसद कुलदीप नैय्यर +स्वामी अग्निवेश+ सुप्रीम कोर्ट के एडवो. प्रशांत भूषण+संजय पारिख+ एडिटर मेन स्ट्रीम सुमित चक्रवर्ती+सुहास बोरकर+प्रो. के बी सक्सेना+प्रो. मनोरंजन मोहंती+पूर्व आई ऍफ़ एस एम् भादुरी+डा. बी डी शर्मा

आनंद पटवर्धन+ फिल्म मेकर चन्द्र शेखर+आर्कि. सुनीति एस आर ने भी अनशन स्थल पर पहुँच कर समर्थन दिया+इसके साथ ही आज एम् के एस एस अरुणा रॉय ने भी महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री पृथ्वी राज चव्हाण को पत्र लिख कर गरीबों के घरों को गैर कानूनी ढंग से तोड़े जाने के सरकारी मुहीम को रुकवाने को कहा है|

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

गरीबों के आशियानों को बचाने के लिए अनशनकारी मेधा पाटेकर की सपोर्ट में अनेकों संस्थाए आई

हेल्थ बुलेटिन

अनशन कारी मेधा पाटेकर के गोलीबार मुम्बई से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार स्वास्थ्य में गिरावट जारी है लेकिन अभी स्थिर हैं| उलटी +बदन दर्द+ और कमर की शिकायतों के बावजूद अनशनकारी ने सरकारी चिकित्सकों की सेवायें लेने से इंकार किया है|मेधा के साथ अनशन कर रही माधुरी शिवकर का स्वास्थ्य स्थिर बताया जा रहा है|
आन्दोलन के प्रेस प्रवक्ता ने बताया के एन एच आर सी ने महाराष्ट्रा के चीफ सेक्रेट्री से दो सप्ताह में स्पष्टीकरण माँगा है|
इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री अजय माकन द्वारा इस मामले में दखल देने के उपरान्त भी ४३ माकन तोड़ डाले गए शेष पर तलवार लटक रही है|
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में विकास के नाम पर कुछ बिल्डरों को फायदा पहुंचाने के लिए स्लम तोड़े जा रहे है कहा जा रहा है कि यह इनके पुनर्वास यौजना का हिस्सा है इस कार्यवाही के फलस्वरूप वहां गरीब मजदूर घरं से बेघर कर दिए गए हैं और खुले में जीवन कि घड़ियाँ गिनने को अभिशिप्त हैं|इन पीड़ितों को राहत और न्याय दिलाने के लिए विश्व प्रसिद्द सोशलाईट मेघा पाटेकर के एन जी ओ ने आन्दोलन छेड़ा मेधा पाटेकर स्वयम अनिश्चित कालीन अनशन पर हैं उनके अनशन का आज सातवाँ दिन है|

भाजपा की स्थानीय इकाई ने जिला आपूर्ति अधिकारी से पूछा ,राशन कार्ड्स कैसे बनते हैं ?

भाजपा की मेरठ इकाई ने जिला आपूर्ति अधिकारी[District Supply Officer] से पूछा कि राशन कार्ड बनवाने और पुराने कार्डों के नविनीकरण की क्या प्रक्रिया है|भाजपा मेरठ इकाई के सुरेश जैन ऋतू राज के न्रेतत्व में आज भाजपाइयों ने जिलापूर्ति कार्यालय[डी.एस ओ]में संपर्क किया| और निम्न सवाल किये
[१]नए राशन कार्ड बनवाने और पुराने कार्डों को बदलवाने की प्रक्रिया क्या है
[२] इस कार्य में किस विभाग और स्तर के कर्मचारी तैनात किये जायेंगे|
[३]इसकी जानकारी कैसे प्रचारित की जायेगी|

भाजपा की स्थानीय इकाई ने जिला आपूर्ति अधिकारी से पूछा ,राशन कार्ड्स कैसे बनते हैं ?

भाजपा की स्थानीय इकाई ने जिला आपूर्ति अधिकारी से पूछा ,राशन कार्ड्स कैसे बनते हैं ?


[४]कार्ड बनाने में कितना समय लगेगा|
[५]पारदर्शिता के लिए क्या कदम उठाये जा रहे हैं|
प्राप्त जानकारी के अनुसार राशन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता का आभाव है जिसके चलते आम जनता को पता ही नहीं चल पता कि कब राशन कार्ड बनेंगे और कहाँ बनेंगे|इसी आड़ में अपात्रों के भी कार्ड बनालिए जाते हैं सूत्रों की माने तो विदेशी नागरिकों के भी कार्ड आसानी से बनाये गए है अब सुरेश जैन ऋतुराज के अनुसार लगभग १० लाख कार्ड्स दोबारा बनाये जाने हैं ऐसे में किसी भी धांधली को रोकने के लिए इसमें पारदर्शिता जरुरी है |इसीलिए बंगला देशियों के बनाये जा रहे कार्ड्स कि रोक थाम के उपाय जरूर पूछे जाने चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से स्थानीय भाजपा इकाई ने यह महत्वपूर्ण प्रश्न अपनी प्रश्नावली में जोड़ा ही नहीं |गौरतलब है कि यह मुद्दा भाजपा ही जोर शोर से उठाती आ रही है लेकिन इसकी रोकथाम के लिए प्रथम तल पर प्रयास होते नहीं दिख रहे|

हाउस टैक्स की अनाप शनाप प्रणाली से त्रस्त शहर वासिओं ने सर्वे टीम को लौटाया

हाउस टैक्स के निर्धारण में धांधली से त्रस्त नगर वासियों ने आज, हाउस टैक्स का सर्वे करने आई टीम को घेर कर, अपना विरोध प्रकट किया| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और शहर विधायक डा. लक्ष्मी कान्त वाजपई के छेत्र में आज प्रात विभाग द्वारा हाउस टैक्स का सर्वे प्रारम्भ किया गया |सर्वे टीम जब बुढ़ाना गेट पहुंची तब उन्होंने हाउस टैक्स के निर्धारण के लिए दोबारा प्रक्रिया को जरुरी बताया|यह सुनते ही पहले से हे त्रस्त छेत्र वासियों ने सर्वे टीम के साथ सहयोग करने से इकार कर दिया |टीम के कागजात नष्ट करवा दिए गए और टीम के विरुद्ध नारे भी लगाए गए|इस विरोध का सामना करने में अक्षम सर्वे टीम लौट गई|
गौरतलब है कि शहर के विभिन्न हिस्सों में हाउस टैक्स की निर्धारण प्रक्रिया में धाधली के आरोप लगते आ रहे हैं|एक ही गली मोहल्ले में एक से भवनों के लिए अलग अलग टैक्स निर्धारण की शिकायतें आम हो चली है|इसी के चलते आज यह विरोध झेलना पडा आज प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के हीरो मंगल पांडे की शहादत का दिन है और इस छेत्र में शहीद मंगल पांडे की मूर्ति भी लगी है संभवत इसी से प्रेरणा लेकर छेत्र वासियों ने हाउस टैक्स निर्धारण टीम को दौड़ा लिया

ब्रिटिश इंदिरा लोह महिला मार्गरेट थैचर नहीं रही A Tribute To Margaret Thatcher

ब्रिटिश इंदिरा लोह महिला मार्गरेट थैचर नहीं रही| पुरुष प्रधान ब्रिटिश [ शीर्ष]राजनीति में पहली महिला पी एम् और लगातार तीन टेंयौर के लिए पी एम् बन कर राष्ट्रहित में कड़े फैसले लेने वाली आयरन लेडी [कंजर्वेटिव] मार्गरेट थैचर की लम्बी बीमारी के उपरान्त देहांत हो गया है|मार्क और करोल थैचर के हवाले से ब्रिटिश मीडिया ने यह दुखद समाचार प्रकाशित किया है|
दुनिया के दो छोर पर ऑयरन लेडी के नाम से दो मशहूर महिलाएं पी एम् थीं। [१] यूरोप में मारग्रेट थैचर का दबदबा था और[२]भारतीय उपमहाद्वीप में श्रीमति[कांग्रेस] इंदिरा गांधी के नाम का डंका बज रहा था। श्रीमति थैचर 1979 में ब्रिटेन में प्रधानमंत्री बनीं और 1980 के आम चुनावों में इंदिरा गांधी की शानदार वापसी हुई|उस समय श्रीमति इंदिरा गांधी ने वित्तीय संकट से देश को उबारने के लिए अनेको सुधारात्मक कड़े कदम उठाये थे |उनमे से एक महंगाई भत्ते को प्रोविडेंट फंड में डालना भी था||उस समय ब्रिटेन में भी कुछ ऐसे ही कड़े कदम उठाये गए थे जिनके फलस्वरूप थैचर और इंदिरा में समानता देखी जाती थी| इन दोनों शक्तियों ने अपने समय में एक दूसरे को सम्मान भी दिया | १९८४ में प्रधानमंत्री श्री मति इंदिरा गांधी के शव पर पुष्पचक्र रखते हुए तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर ने कहा भी था कि , ‘मैं श्रीमती इंदिरा गांधी को बहुत मिस करूंगी|इससे पूर्व मार्गरेट को उनके इंडिया आगमन पर भरपूर सम्मान भी दिया गया था|
13 अक्टूबर, 1925 को जन्मीं मारग्रेट हिल्डा रॉबर्ट्स ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से रिसर्च कैमिस्ट की डिग्री लेने के बाद 1954 में वकालत की परीक्षा पास की। पिता अल्फ्रेड[मेथोडिस्ट] ग्रांथम शहर के मेयर थे।-२६ वर्ष की आयु में समृद्ध बिजनेसमैन डेनिस थैचर से शादी की। उनके एक पुत्र और पुत्री है। ५२ वर्ष के वैवाहिक जीवन के पश्चात थैचर के पति का निधन हो गया|
1975 में थैचर को प्रमुख विपक्षी नेता बनाया गया । 1979 में पार्टी के सत्ता में आने के बाद पहली बार उन्हें ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाया गया|
– उन्होंने[१] सरकारी कंपनियों के निजीकरण की वकालत की।[२] ट्रेड यूनियनों में सुधार किया।[३] टैक्स घटाया और[४] सामाजिक खर्च को कम किया। इन कदमो से मुद्रास्फीति बेशक घटी लेकिन बेरोजगारी भी बढ़ी।
अमेरिकी राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन से उनके संबंध अच्छे रहे। सुधारवादी सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचेव ने उनको ऑयरन लेडी का खिताब दिया।
-1987 के आम चुनावों में वह जीत तो जरूर गई, लेकिन घरेलू स्तर पर उनकी नीतियों के प्रति असंतोष बढ़ने लगा था। लिहाजा नवंबर, 1990 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया 1992 में उन्होंने हाउस ऑफ कामंस को छोड़ दिया। 2002 में बीमारियों के चलते सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया।

किंग फिशर एयर लाइन्स के दो हवाई जहाज़ों का पंजीकरण रद्द करो: दिल्ली हाई कोर्ट का फरमान


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा देसी हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?दिल्ली की हाई कोर्ट ने विदेशी सेठों की कम्पनी डी.वी.बी.एविएशन फाइनेंस एशिया के हक़ में फैसला सुनाते हुए इस्ताम्बुल में डंप किये गए किंग फिशर के दो जहाजों पर कब्जा दिए जाने के लिए भारतीय डी जी सी ऐ को हुकुम सुना दिया है|ओये ये जहाज अगर भारत के हाथों से निकल गए तो किंग फिशर एयर लाइन्स से कर्जा कैसे वसूला जा सकेगा| हवाई यात्रा सस्ती कैसे होगी?

झल्ला

भाई जी बुजुर्गों ने दो कहावतें बनाई हैं
[१] जो पहले मारे सो ही मीर
[२] बाहर का जोगी सिद्ध
ये दोनों कहावतें इस मुकद्दमे में भी १६ आने सच्ची साबित हो रही हैं|