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Category: Economy

शेयर बाज़ार आज दोपहर तक लगातार लुडकता रहा

देश के शेयर बाजारों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह लगभग 9.23 बजे 49.39 अंकों की गिरावट के साथ 18,889.07 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 20.50 अंकों की गिरावट के साथ 5726.45 पर कारोबार करते देखे गए। दोपहर एक बीस पर सेंसेक्स 18799.00 -139.46 (-0.74%)और निफ्टी 5698.40 -48.55 (-0.84%)यह गिरावट लगातार जारी है|

भ्रष्टाचार और मिस मेनेजमेंट की खबरों के चलते आज डी एल ऍफ़ और किंग फिशर के लगातार लुड़कते जा रहे हैं|

डी एल ऍफ़ 226.60-15.15 (-6.27%) पर लुडक चुका था
डी एल ऍफ़ अपने पुराने क्लोजर 241.७५ से गिर कर न्यूनतम २२५.२५ तक जा पहुंचा [ १.२० पी एम्]इस तरह दोपहर एक बीस पर ६.३९% की हानि दर्ज़ हो चुकी थी| किंग फिशर एयर लाइंस १३.२५ के पूर्व क्लोजर से गिर कर आज १.३० पी एम् पर १२.६० पर ही रहा एन एस ई के इस शेयर ने ४.९१% की फिसलन दिखाई |
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज(बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सुबह 30.73 अंकों की तेजी के साथ 18,969.19 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 4.90 अंकों की तेजी के साथ 5,751.85 पर खुला।भारतीय शेयर बाजार ने सप्ताह के पहले कारोबारी दिवस सोमवार को कमजोरी के साथ शुरूआत की। सुबह 11:30 बजे बीएसई का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 80.38 अंकों की गिरावट के साथ 18,858.08 पर कारोबार कर रहा था। वहीं इसी समय एनएसई का निफ्टी 28.90 अंक गिरकर 5,718.05 पर कारोबार कर रहा ‌था।
बाजार में कारोबार के इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज, बीएचईएल, टाटा पावर, एलएंडटी, विप्रो, डीएलएफ, जेपी एसोसिएट्स और अंबुजा सीमेंट्स जैसे दिग्गज शेयरों में 6-2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि सन फार्मा, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, आईटीसी, केर्न इंडिया और एशियन पेंट्स जैसे दिग्गज शेयरों में 1-4 फीसदी की उछाल आई है।

निफ्टी + सेंसेक्स ने फिसलन दिखाई

स्मॉलकैप शेयरों में यूबी होल्डिंग्स और हिंदुस्तान मीडिया जैसे स्मॉलकैप शेयरों में 6.9-4.5 फीसदी की कमजोरी आई है।

सुपर टेक पाम ग्रीन के खिलाफ भी आर डब्लू ऐ ने अवज्ञा आन्दोलन छेड़ दिया है

मेरठ में भी लगता है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आन्दोलन का असर होने लग गया है |यहाँ के एक प्रमुख कालोनाईज़र सुपर टेक पाम ग्रीन के खिलाफ भी आर डब्लू ऐ ने अवज्ञा आन्दोलन छेड़ दिया है
|हापुड़ बाई पास[ दिल्ली रोड]स्थित पाम ग्रीन रेसीडेंसी की रेसिडेंट वेल्फैर एसोसिएशन ने आज कालोनाईज़र बिल्डर सुपरटेक पाम ग्रीम के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है और बड़ी हुई दरों पर मेंटिनेंस और जेनेरेटर बेक अप शुल्क देने से इनकार कर दिया है|गौर तलब है कि मेंटिनेंस शुल्क को ५०% और जेनेरेटर बेक अप को ३०% बड़ा दिया गया है|रेसिडेंट्स का आरोप है कि सुविधाओं के नाम पर जीरो होने के उपरान्त भी टेक्स लगातार बढाए जा रहे हैं|इस अन्याय का पुरजोर विरोध किया जाएगा |

सुपर टेक पाम ग्रीन के खिलाफ भी आर डब्लू ऐ ने अवज्ञा आन्दोलन छेड़ दिया है

पेंशन में ऍफ़ डी आई का विरोध केन्द्रीय कर्मिओं की कन्फेडरेशन भी करेगी

केन्द्रीय कर्मिओं के वेतन से की जाने वाली पेंशन कटौती के लिए अब विदेशी बाज़ार खोलने की घोषणा से वाम पंथी दलों के साथ केन्द्रीय कर्मिओं में भी उबाल आने लगा है| वाम पंथी पोलित ब्यूरो ने एक स्टेटमेंट जारी करके केंद्र सरकार की पेंशन में ऍफ़ डी आई की नीति की कड़ी आलोचना की है| लेफ्टिस्ट विचारानुसार कर्मिओं की जमा पूंजी के साथ इसे पेंशन नीति को खतरनाक खिलवाड़ बताया है| और पोलित ब्यूरो ने इस घातक नीति का जम कर विरोध करने का आह्वाहन किया है|पोलिटिकल दलों से संसद में भी एकजुटता दिखाने का अहवाह्न किया है|

पेंशन में ऍफ़ डी आई का विरोध केन्द्रीय कर्मिओं की कन्फेडरेशन भी करेगी

गौरतलब है की एन डी ऐ सरकार के समय से ही केंद्र सरकार के कर्मिओं की पेंशन के लिए कटौती के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी जिसके फलस्वरूप नए भर्ती कर्मिओं के वेतन से भविष्य में पेंशन के लिए वर्तमान वेतन से कटौती की जारही है अब इसी पेंशन के ४९% तक के लिए विदेशी निवेशकों को आमंत्रित किया जा रहा है जो बाज़ार के उतार चड़ाव के अनुसार ही पेंशन का लाभ या हानि देगा| चूंकि पहले स्वयम भाजपा ने इस नीति का समर्थन किया था इसीलिए उससे इस नीति का विरोध की अपेक्षा बेकार होगी| केंद्र सरकार के कर्मिओं ने पहले भी इसका विरोध किया था अब फिर केंद्र सरकार के कर्मिओं की कन्फडरेशन ने दिल्ली में इसके विरोध का बीड़ा उठा लिया है|लगता है की बरसों से बसते में बंद रखा लाल झंडा एक बार फिर दिल्ली में लहराने जा रहा है| बेशक हाल के दिनों में कार्यालयों में कर्मिओं की संख्या बेहद कम हुई है| अधिकाँश पद खाली हैं|महत्वपूर्ण और अनेक मलाई दार पदों पर एक ही अधिकारी या कर्मचारी की तैनाती है शायद इसीलिए एयर इंडिया+किंग फिशर+मारुती सुजुकी+आदि में विरोध का लाल निशान फीका पडा मगर अब इस पेंशन के केस में लाखों कर्मी की सेविंग को दावं पर लगाया जा रहा है इस जमा पूंजी से ही कर्मी और उसका परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सकता है|मगर आरोप लगाए जा रहे हैं की इस सुरक्षा के दायरे से विदेशिओं को बाहर रखा जा रहा है|ऐसे में दिल्ली में सड़क से लेकर संसद तक जोर आजमाईश जोर शोर से ही होगी|

ऍफ़ डी आई की इजाजत जरुरत के मुताबिक होनी चाहिए

भारत में विकास और आर्थिक सुधार के नाम पर विदेशी निवेश को लेकर रोज़ाना कोई न कोई विवाद या विरोध उठ रहा है|भारत और इंडिया में आई गहराई लगातार बढाने के आरोप लग रहे हैं और सरकार इनसे जूझ रही है|ऐसा लगने लगा है कि देश में जरूरतों के मुताबिक़ अगर ऍफ़ डी आई को इजाजत दे दी जाये तो उसका विरोध कम होगा और विकास और जन संतोष ज्यादा होगा|
दुर्भाग्य से हमारे पहले से विकसित बाज़ारों में विदेशी घुसपैंठ को बढावा दिया जा रहा है जिसके फलस्वरूप पीछे रह गए राजनीतिकों को भी पावँ जमाने का मौका मिल रहा है|खुदरा+पेंशन+बीमा आदि ऐसे ही छेत्र हैं जहां विरोध ज्यादा हो रहा है और सरकार भी भरोसा जीतने में विफल हो रही है|अभी तक फ़ैल होने वाले देसी या विदेशी व्यापारी उपभोक्ताओं को उनके देय लौटा नहीं पाए हैं|कुबेर फायनेंस +सहारा+गरुडा आदि अनेको उधारण हैं इनके अलावा रिलायंस +आपका बाज़ार+सुभिक्षा खुदरा से बहार निकल रहे हैं|किंग फिशर एयर लाईन्स अपने कर्मिओं को सात माह का वेतन नहीं दे पा रही है| डेक्कन + एम् डी एल आर एयर लैंस बंद हो चुकी हैं |एम् डी एल आर और किंग फिशर के कर्मी आत्म हत्या को मजबूर किये जा रहे है|मगर सरकार किसी भी दिशा से हस्तक्षेप करने से कतरा रही है||इसीलिए विदेशी निवेश को आज्ञा देने से पहले देश वासिओं को सुरक्षा की गारंटी दिया जाना जाना जरुरी है|
यहाँ में अपनी बात के समर्थन में एक उदहारण देना चाहूंगा|अमेरिका के एक छोटे से शहर अल्बर्किकी में कोई विशेष पिकनिक सपाट या वीक एंड मनाने के लिए कोई स्थान नहीं है|लेकिन इस शहर के समीप व्हाईट सैंड के नाम से एक रेगिस्तान है|यहाँ पर इसका विकास किया गया अब यह एक लोक प्रिय और अति व्यस्त छेत्र बन गया है यहाँ लोग बाग आते हैं एन्जॉय करते हैं और आर्थिक विकास भी हो रहा है|ऐसे ही भारत में भी अनेक छेत्र है जहां विकास की

ऍफ़ डी आई की इजाजत जरुरत के मुताबिक होनी चाहिए

बेहद जरुरत है और विकास के लिए ऍफ़ डी आई की जरुरत है|तो क्या यहाँ के जंगलों को मंगल बनाने के लिए ऍफ़ डी आई को लाने के प्रयास किये जा सकेंगें???

टैबलेट आकाश अभी चला नहीं मगर मोदी और सिब्बल में व्यंग बाण चलने शुरू हो गए हैं

टैबलेट्स आकाश बेशक अभी तक जमींन पर नहीं उतरा है लेकिन इसे लेकर दो दिग्गजों में शब्द बाण चलने शुरू हो गए हैं | इस यौजना के जनक मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल और गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच तीखे व्यंग बाण चल रहे हैं| मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने आज नरेंद्र मोदी के उस बयान का जवाब दिया कि उन्हें कुछ आकाश टैबलेट घूस में भेजे गए थे । मंत्री ने कहा कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री को कम कीमत वाले उपकरण इसलिए भेजे ताकि वह उनके बारे में ‘सीख’ सकें ।छात्रों को टैबलेट की आपूर्ति में देरी के मोदी के आरोप पर सिब्बल ने संवाददाताओं को यहां कहा, ‘मैं उन्हें घूस दे रहा हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि वे आकाश के बारे में सीखें । ’ केंद्रीय मंत्री के मुताबिक उन्होंने कुछ दिन पहले मोदी को फीडबैक के लिए आकाश टैबलेट भेजे थे जो बिना आपूर्ति के वापस आ गए ।इससे पूर्व नरेन्द्र मोदी ने एक जन सभा में यह आरोप लगाया था कि सिब्बल सरकारी फंड का दुरूपयोग करके उन्हें[मोदी] टैबलेट की घूस दे रहे हैं|

आकाश-2 की उपयौगिता

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट आकाश-2 टैबलेट पर देश के तमाम महत्वपूर्ण नेताओं की फीडबैक लेने की योजना बनाई है। इसके तहत उसने एक ओर जहां सभी कैबिनेट मंत्रियों को आकाश-2 टैबलेट भेजे हैं वहीं अब सभी मुख्यमंत्रियों को टैबलेट भेजने की तैयारी है। मंत्रालय से जुड़े एक अहम सूत्र के मुताबिक, देश के सभी मुख्यमंत्रियों के नाम लेटर तैयार हो चुके हैं। अगले एक-दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्रियों के पास आकाश-2 भेजने का काम शुरू हो जाएगा। मंत्रालय कैबिनेट मंत्रियों की ओर से मिले पॉजिटिव फीडबैक से काफी उत्साहित है। उसे उम्मीद है कि अगर मुख्यमंत्रियों के पास यह टैबलेट भेजा जाता है तो कई राज्य अपने यहां इसे बांटने का फैसला कर सकते हैं।

राबर्ट वढेरा को निशाना बना रहे भाजपाई भी तो बेटी दामाद वाले हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये भाजपा वालों को क्या भसूडी पड़ जाती है|अब देखो महाराष्ट्र में खुले सिंचाई घोटाले में आरटीआई कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने व्हिसल ब्लोअर का काम किया|उन्होंने भाजपा के अध्यक्ष नितिन गडकरी और एक सांसद अजय संचेती सम्बन्धी भ्रष्टाचार के केस उजागर किये तो भाजपा ने बेचारी अंजलि के खिलाफ केस दायर कर दिया |अब इसके आधार पर हसाडे प्रवकता जनार्दन द्विवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस करके भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ जांच की मांग क्या कर दी अब ये सारे चट्टे बट्टे हसाडे बेचारे जवाई बाबू राबर्ट वढेरा के पीछे ही पड़ गए हैं|जवाई बाबू बेचारे सीधे साधे अपना बिजनेस कर रहे हैं तो उन्हें भी राजनीति की दलदल में घसीटा जा रहा है|वैसे जवाई बाबू खानदानी बिजनेस मेन हैं उन्होंने डी एल ऍफ़ से डील करके पैसा क्या कमा लिया ये भाजपाई हसाडी सोनिया जी के भी पीछे हाथ धो कर पड़ गए हैं| ये भी तो बेटी दामाद वाले हैं | ओये ऐसा भी कभी होता है |

राबर्ट वढेरा को निशाना बना रहे भाजपाई भी तो बेटी दामाद वाले हैं

झल्ला

चतुर सुजाण जी आप भी तो गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हो|महाराष्ट्र में १९८३ से ठेके लंबित हैं|संचेती को २००७-२००८ में विदर्भ सिंचाई विकास निगम से बांध का ठेका मिला |इसके भुगतान के लिए गडकरी ने आपके पवन बंसल को चिट्टी लिखी बेशक संचेती का नाम आदर्श घोटाले में भी आ चुका है लेकिन आप कहाँ सोये हुए थे |अब नरेन्द्र मोदी ने १८८० करोड़ की यात्राओं का हिसाब माँगा तो आपने उसके जवाब में गडकरी की कुण्डली खंगालनी शुरू कर दी| आप सरकार में बैठे हो और जांच करवाने के बजाये जांच की मांग का नाटक ही तो कर रहे हो | आप तो राजनीतिक शतरंज़ के पुराने घाघ हो आपको पता होना चाहिए कि क्रिया की प्रतिक्रिया और एक्शन का रिएक्शन होता ही है|

उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के पांच एअरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा :यात्रा भी महंगी हो सकती है

उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के पांच एअरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा :यात्रा भी महंगी हो सकती है

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की मीटिंग में उत्तर प्रदेश के लखनऊ व वाराणसी तथा दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली, मंगलूर और कोयम्बतूर समेत देश के पांच हवाई अड्डों को पूर्ण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा 4 अक्टूबर 2012 को दे दिया गया है|.
यह दर्जा पाने के बाद इन पांचों हवाई अड्डों पर सुविधाओं का विस्तार होगा तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का दायरा बढ़ जाएगा. इससे इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.लेकिन इसके साथ ही यहाँ करों की वसूली भी बाद जायेगी अर्थार्त यहाँ भी यात्रा महंगी हो सकती है|अगर दिल्ली से तुलना की जाये तो दिल्ली में केवल एक शुल्क ही १३००/= है|:
[१]घरेलू यात्री
[२]अंतर्राष्ट्रीय यात्री 1300/=
+ यूं डी ऍफ़
आधुनिकीकरण के बाद यहां से चीन, कोरिया, सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, यूरोप, अमेरिका आदि के शहरों को सीधी उड़ानें संभव होंगी.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ, वाराणसी, मंगलोर, तिरुचिरापल्ली तथा कोयंबटूर हवाईअड्डों को अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा का दर्जा दिये जाने के प्रस्ताव को गुरुवार को मंजूरी दे दी।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक के बाद वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘ये सभी हवाईअड्डे मध्यम से लंबी दूरी वाले विमानों के परिचालन में सक्षम हैं और रात्रि परिचालन की सुविधाओं से भी युक्त हैं।’ उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उन्नत बनाया गया है और इस घोषणा से घरेलू या अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। साथ ही यह संबंधित क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी मददगार होगा। । वित्तमंत्री ने कहा कि इन सभी एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन समेत अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। लखनऊ एयरपोर्ट पर फिलहाल एयरबस 300 विमान के सभी मौसमों में उड़ान भरने की सुविधा है। जबकि एयरपोर्ट पर 14 विमानों को पार्क करने की सुविधा है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद विमान पार्किंग की संख्या भी बढ़ेगी। जबकि वाराणसी एयरपोर्ट पर एयरबस 320 विमानों के सभी मौसम में उड़ानें भरने की क्षमता है और पांच विमानों की पार्किंग की सुविधा है। वाराणसी से देश की सरकारी और निजी एयरलाइनों के साथ दो विदेशी थाई एयरवेज और कास्मिक एयरवेज अपनी उड़ानें संचालित करते हैं।
नागर विमानन मंत्रालय ने इन हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव किया था। मेरठ में हवाई पट्टी के विस्तारीकरण का प्रस्ताव सारे आश्वासनों के बावजूद लंबित है|

राबर्ट वढेरा ने कलोनाईज़र को फायदा पहुंचा कर अपना घर भरा:कांग्रेस बोली केजरीवाल झूठे हैं

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल ने अब यूं पी ऐ अध्यक्षा श्रीमति सोनिया गांधी के दामाद और श्रीमति प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं| कांग्रेस ने तत्काल इसे नकार कर आरोप लगाने वालों को झूठा करार दे दिया| श्री केजरीवाल ने श्री वाड्रा पर आरोप लगाया है कि उन्‍होंने डीएलएफ से बिना ब्‍याज के लोन लिया और बदले में कंपनी को गैरकानूनी तरीके से फायदा पहुंचाया\ कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि झूठे आरोप लगाना केजरीवाल की पुरानी आदत है। भ्रष्टाचार और कालेधन को लेकर सरकार पर अक्सर हमला बोलने वाले जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्माण्यम स्वामी ने कहा है कि नेताओं पर आरोप लगाने से कुछ नहीं होता। आरोपों को लेकर जनहित याचिका दायर की जानी चाहिए |
आरोप लगाया गया है कि रॉबर्ट ने
[१] 2007 से 2010 के बीच प्रॉपर्टी खरीदी।
[२] डीएलएफ ने बिना कोई सिक्योरिटी लिए और बिना ब्याज वसूले वाड्रा को लोन दिया। यहीं नहीं
[३]डीएलएफ ने अपनी कई महंगी प्रापर्टियों को कौडि़यों के भाव पर वाड्रा और उनकी कंपनी को बेचा। सवाल यह है कि
[४] डीएलएफ ने वाड्रा पर इतनी मेहरबानी क्यों की। उनका आरोप है कि
[५] डीएलएफ ने कांग्रेस शासित राज्यों में खुद को प्रमोट करने के लिए वाड्रा का सहारा लिया।श्री केजरीवाल का आरोप है कि अनेकों कंपनियों के माध्यम से यह करोड़ों का घालमेल किया गया।
[६] इनमें से 5 कंपनियों में वाड्रा और उनकी मां का भी हिस्सा है।
[७] डीएलएफ ने गुड़गांव में 10 करोड़ के लागत वाले अपार्टमेंट को 75 लाख रुपये में वाड्रा को बेचा।
[८]इसके अलावा ग्रेटर कैलाश में एक करोड़ रुपये का फ्लैट खरीदा गया है। जबकि उसकी वास्तविक कीमत पांच करोड़ रुपये से अधिक है। जबकि
[९] बीकानेर में जमीन खरीदी गई है।
[१०]मानेसर में 15 करोड़, पलवल में 42 लाख, मेवात में 76 लाख और 69 लाख रुपये की प्रॉपर्टी खरीदी गई है। ये सारी फंडिंग डीएलएफ के माध्यम से हुई है।
[११]इसके अलावा साकेत में हिल्टन होटल 150 करोड़ रुपये में खरीदा गया जिसकी कीमत उस समय 300 करोड़ रुपये से ज्यादा थी और वर्तमान में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। वहीं केजरीवाल के सहयोगी शांति भूषण ने कहा है कि अब वाड्रा के खिलाफ जांच की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उनका अपराध साबित हो चुका है। अब उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई होनी चाहिए
इससे पूर्व भी अरविन्द की टीम ने १५ मंत्रिओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं| उसके विषय में भी जांच की मांग को दोहराया गया| उन्‍होंने मांग की कि अभी जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसकी भी जांच होनी चाहिए.वरिष्‍ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांति भूषण ने कहा कि देश में जो हो रहा है, वह हैरान करने वाला है.|
शांति भूषण ने इस घोटाले को ‘रॉबर्ट वाड्रा घोटाला’ या ‘सोनिया गांधी के दामाद का घोटाला’ नाम दिया है
शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल के सहयोगी एवं प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि आखिर क्यों डीएलएफ ने वाड्रा को बगैर ऋण व बगैर सुरक्षा राशि के यह रकम दी?
प्रशांत ने रजिस्ट्रार ऑफ इंडिया से मिले दस्तावेजों के आधार पर यह आरोप लगाये गए हैं|
उन्होंने कहा कि वाड्रा की कंपनियों को पहले डीएलएफ ने सस्ता ऋण दिया और फिर इसके द्वारा अपनी सम्पत्तियों को कौड़ियों के मोल बेच दिया। भूषण ने आरोप लगाया कि वाड्रा को सस्ती जमीन देने के कारण दिल्ली एवं हरियाणा की सरकारों ने डीएलएफ के लिए भूमि अधिग्रहण किया। उन्होंने कहा कि हम इस पूरे मामले की जांच की मांग करते हैं।
गौरतलब है कि २ अक्टूबर को केजरीवाल ने दो बड़ी हस्तियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत पेश करने की बात कही थी आज उसी कड़ी में श्री वढेरा के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं| केजरीवाल ने कहा कि वे 10 अक्टूबर को इसी तरह एक और शख्सियत के खिलाफ सबूत पेश करेंगे।

बाज़ार का एरो लगातार हरा रंग [ऊपर] दिखाने के बाद आज लाल रंग[नीचे] में तब्दील हो गया|

सरकार के आर्थिक सुधार से जुड़े फैसलों की घोषणा करने की वजह से लगातार हरा एरो[ऊपर] दिखाने वाला इंडेक्स आज लाल रंग[नीचे] में तब्दील हो गया| शुरुआत में बाजार में तेजी दिखी लेकिन उसके बाद बाजार में मुनाफावसूली का दौर शुरू होने से गिरावट का रुख देखने को मिला। सेंसेक्स 120 अंक की गिरावट के साथ 18,938 के स्तर पर यानि 0.63%और निफ्टी 41 अंक गिरकर 5,747 के स्तर परअर्थार्त ०.७०%पर बंद हुआ।निफ्टी में सर्किट फिल्टर लागू होने और मुनाफावसूली की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज गिरावट के साथ बंद हुए।
बाजार की शुरुआत भी मजबूती के साथ हुई। निफ्टी 5800 के स्तर के ऊपर खुला। इसके बाद बाजार में मजबूती पर कारोबार होने लगा लेकिन अचानक निफ्टी में सर्किट फिल्टर लागू होने की वजह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार अपने-आप रुक गया। इस दौरान निफ्टी 5800 के स्तर के नीचे फिसल गया। सेंसेक्स 18,757 और निफ्टी 4888 लाल निशान पर चले गये। दरअसल एमके ग्लोबल के 59 गलत सौदों की वजह से निफ्टी में सर्किट फिल्टर लागू हो गया, जिससे एक्सचेंज का कारोबार रुक गया था।९.५५ से १०.०५ तक कारोबार प्रभावित रहा हालाँकि एनएसई के स्पष्टीकरण के बाद 10:05 बजे बाजार में दोबारा खरीद-बिक्री शुरू हो गयी और बाजर वापस हरे निशान पर लौट आया लेकिन जल्द ही अपनी बढ़त गँवा कर लाल निशान पर चला गया। इस दौरान अनेकों निवेशकों को भारी हानि होने के भी समाचार हैं|

बाज़ार का एरो लगातार हरा रंग [ऊपर] दिखाने के बाद आज लाल रंग[नीचे] में तब्दील हो गया|

किंग फिशर के जहाज उड़ाने वालों ने आज सडकों पर जुलुस निकाला

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने आज शुक्रवार को मुम्बई की सडकों पर जुलूस निकाला और अपने सात माह से लम्बित वेतन और अन्य बकायों के भुगतान की मांग की। कल केंडल मार्च भी निकाला गया था |१२ अक्टूबर तक उड़ानें न शुरू होने की खबर से किंगफिशर एयरलाइंस का शेयर भी 4.७ % टूटा
गौरतलब है कि बीते दिन किंगफिशर प्रबंधन ने अपनी आंशिक ताला बंदी को 12 अक्टूबर तक बढ़ाकर हड़ताली कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की है।संभवत इसी दबाब का जवाब देने के लिए कर्मचारिओं ने आज रैली निकाली|
किंगफिशर के एक कर्मचारी की पत्नी द्वारा आत्महत्या किए जाने के एक दिन बाद , आज कर्मचारिओं में कंपनी +व्यवस्था के प्रति रोष और जनता में सहानुभूति दिखाई दी|
किंगफिशर कर्मचारी की पत्नी की आत्महत्या से कम्पनी के अन्य कर्मचारी सदमे में हैं, क्योंकि उनमें से कई कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है

बीमा और फंड्स की कटौती

यहाँ यह बताना भी जरुरी है कि कर्मचारिओं के वेतन से सीधे अनेक प्रकार के फंड्स [पेंशन+बीमा]की किश्त काट कर सम्बन्धित विभागों में +कम्पनिओं में जमा करवाई जाती है ऐसे में सात महीने से वेतन नहीं मिलने से बीमा और फंड्स की किश्त की कटौती भी लंबित हो गई होगी| ये किश्तेंकर्मिओं के परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए बेहद जरुरी भी हैं| सम्बन्धित विभाग को ये किश्तें जमा नहीं करवाए जाने से कर्मिओं के परिवार का भविष्य भी असुरक्षा के घेरे में आ जाता है|

कंपनी का अड़ियल रुख

कर्मचारी प्रबंधन के उस निर्णय से भी चिंतित हैं, जिसके तहत आंशिक बंदी एक सप्ताह और बढ़ा दी गई है।
आधी रात से ठीक पहले बंदी की मियाद बढ़ाने के लिए कंपनी ने हड़ताली पायलट, विमान रखरखाव इंजीनियर और तकनीशियन को जिम्मेदार ठहराया है| यह बंदी पहली अक्टूबर से ही लागू है। अब कम्पनी केवल एक माह का वेतन देकर हड़ताल खुलवाने पर अमादा है|
विमानन कम्पनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ”हमें खेद है कि अवैध हड़ताल अभी तक वापस नहीं ली गई है और कम्पनी में सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो पाई है, जिसके कारण पूरी कम्पनी का कामकाज लगातार बाधित है।कम्पनी के सचिव राघवन कल इस्तीफा दे चुके हैं|आज 12 अक्टूबर तक उड़ानें न शुरू होने की खबर से किंगफिशर एयरलाइंस का शेयर भी 4.7 % टूटा

मंत्रालय का रुख

उधर सिविल एविएशन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने इस पूरे मामले में कर्मिओं को राहत दिलाने में असमर्थता जताई है|फिर भी उन्होंने फ्लाईट्स की सेफ्टी के लिए कंपनी के ऊपर डी जी सी ऐ के प्रतिबंधों का पालन किया जाना आवश्यक कर दिया है|
बताते चलें कि डेकन कंपनी को टेक ओवर करने वाली इस किंग फिशर एयर लाइंस ने यात्रिओं से लगभग ६० करोड़ रुपयों का सर्विस टेक्स वसूला मगर अभी तक

किंग फिशर के जहाज उड़ाने वालों ने आज सडकों पर जुलुस निकाला

जमा नहीं कराया है|इसके अलावा सात माह का वेतन जो कि इस राशि का लगभग दोगुना होगा पेंडिंग है| बाज़ार हेसियत से सात गुना अधिक का कर्जा है|जबकि फ्रीज़ किये गए खातों में बेलेंस केवल ६०० करोड़ ही बताये जा रहे हैं|बैंकों ने इस कम्पनी को बैल आउट पैकेज देने में कोई रूचि नहीं दिखाई गई यहाँ तक कि ऍफ़ डी आई का लाभ भी मिलता नहीं दिख रहा |इस सब के बावजूद कंपनी के प्रति मंत्रालय की नरमी और पीड़ित कर्मिओं के प्रति उदासीनता के चलते आज प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने भी नाराजगी दिखाई है| प्रवक्ता मुख़्तार अब्बास नकवी ने सरकार से तत्काल इस समस्या का समाधान करने को कहा है|