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Category: Education

साढ़ेतेरह लाख विद्यार्थीयों को घर पर मुफ़्त वर्दी बाँटने के लिए 80 करोड़ ₹ का बजट

(चंडीगढ़,पँजांब)साढ़ेतेरह लाख विद्यार्थीयों को घर पर मुफ़्त वर्दी बाँटने के लिए 80 करोड़ ₹ का बजट
स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंदर सिंगला के अनुसार अकादमिक सैशन 2021-22 के लिए सरकारी स्कूलों के लगभग 13,48,632 विद्यार्थियों को उनके घरों में ही मुफ़्त वर्दियाँ उपलब्ध करवाई जाएंगी और इस संबंधी शिक्षा विभाग द्वारा 80.92 करोड़ रुपए का अनुदान जारी किया गया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अपेक्षित अनुदान जारी करने के उपरांत सभी ज़िला शिक्षा अधिकारियों को वर्दियों के उचित प्रबंध करने के लिए विस्तृत निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं और विद्यार्थियों को वर्दियों के वितरण दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन करने के लिए भी कहा गया है। मंत्री के अनुसार वर्दियों की खरीद के लिए यह फंड ज़िला स्तर से सीधे स्कूल प्रबंधन समितियों (एस.एम.सी.) के खाते में डाले जाएंगे।

पढ़ो ते पढ़ाओ अंग्रेज़ी पँजांब:ऑनलाइन ‘शो एंड टेल’ प्रतियोगिता शुरू

(चंडीगढ़) पढ़ो ते पढ़ाओ अंग्रेज़ी पँजांब:ऑनलाइन ‘शो एंड टेल’ प्रतियोगिता शुरू
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों की अंग्रेजी भाषा की प्रतिभा को उभारने के लिए स्कूल स्तर पर ‘शो एंड टेल’ विषय के तहत मुकाबले शुरू कर दिए गये हैं। यह मुकाबले 25 मई तक चलेंगे
एस.सी.ई.आर.टी. के डायरैक्टर जगतारसिंह कुलड़ीयां के अनुसार छटी से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के यह स्कूल स्तरीय मुकाबले आज शुरू हो गए हैं और यह 25 मई तक जारी रहेंगे। कोविड -19 महामारी के कारण स्कूल बंद हैं इसीकारण यह मुकाबले आनलाइन करवाए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों की अंग्रेजी भाषा के मानक में सुधार लाना है।

चुनाव हो लिए सो निडर सरकार ने अध्यापकों की मृत्यु पर निर्भीकता से पल्ला झाड़ा

झल्लीगल्लां
उत्तेजित शिक्षक

Teacher Unrest

Teacher Unrest

ओए झल्लेया! ये सरकार ने क्या कहर बरपा किया हुआ है?ओए पहले तो कोरोनासुरों के आतंक में चुनाव करवाये फिर हमारी मर्जी के बगैर हमारी ड्यूटी असुरक्षित छेत्रों में लगा दी।जिसके फलस्वरूप डेढ़ हजार कर्मी मारे गए लेकिन सरकार ओनली तीन शिक्षकों की मृत्यु को ही कोरोना मुआवजे के लिए सुपात्र मान कर हसाडे जले पर नमक छिड़क रही है।ओए ये तो सरकारी नाकामी और झूठ की बेशर्मी का सबूत है
झल्ला
चुनाव हो लिए सो निडर सरकार ने अध्यापकों की मृत्यु पर निर्भीकता से पल्ला झाड़ा माननीय ! मृतकों के प्रति मेरी सम्वेदनाएँ है।
चुनाव हो लिए!सो मस्त सरकार को कोई डर या जरूरत नही है।इसीलिए निर्भीकता से कहा जा रहा है कि तीन ही मरे।शेष लोगों की मृत्यु के कोई प्रमाण नही हैं

PAU Ludhiana Not Implementing Reservation So Stop Grants

(Chd,Pb)PAU Ludhiana Not Implementing Reservation So Stop Grants
The Punjab State Commission for Scheduled Castes today issued an order directing the Punjab Government not to release grants/funds to the Punjab Agricultural University Ludhiana until it does not implement the reservation policy of the state Government.
As per Chairperson of Punjab State Commission for Scheduled Castes Mrs. Tajinder Kaur this action is bases on complaints from campus ,
http://diprpunjab.gov.in/?q=content/stop-grants-pau-ludhiana-sc-commission-punjab-government

पँजांब में कोरोनाकारण बन्द स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कवायद जारी

झल्लीगल्लां
पँजांबकांग्रेसचेयरलीडर

Smart Schools in Punjab

Smart Schools in Punjab

ओए झल्लेया! ये तो बल्ले बल्ले हो गई।
ओये हसाडे होनहार शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला 13000 सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों में बदल दिया है। जिसके फलस्वरूप इस सेशन में 15 प्रतिशत से भी ज्यादा छात्र आये हैं
ओए ओनली दो सालों से भी कम समय में तकरीबन 13 हज़ार स्कूलों के 41336 क्लास रूमों को स्मार्ट क्लास रूम बनाया जा चुका है।
झल्ला
झल्लाचतुर सुजाणा! कॉरोनानुसरों ने स्कूल पहले से ही बंद करवा रखे हैं और आपलोग स्मार्ट स्कूल स्मार्ट स्कूल का पहाड़ा रटने में लगे हो। जो विपदा सर् पर है पहले उससे निबटने के लिए स्मार्ट बनो

कैपिटेशन फी+आरक्षण वाले डॉक्टर्स की भी यह कोरोनावधि परीक्षा की घड़ी है

झल्लीगल्लां
चिन्तितबुद्धिजीवी
ओएU Turn झल्लेया!ये डॉक्टर लोग महामारी में भी क्या कुफ्र कमा रहे हैं?ओए एक तरफ तो बीमार और तीमारदार पहले से ही दुखी लाचार हैं ऊपर से ये डॉक्टर्स कोरोना प्रोटोकॉल काउल्लंघन करते हुए अनाप शनाप भारीभरकम दवाएं प्रेस्क्राइब किये जा रहे है।बेशक ये लोग अपने एमआर को ओब्लाइज कर रहे हैं और सरकारी मशीनरी कालाबाजारी देखने वाले चश्मे कही रख कर भूल चुकी हैं लेकिन मरीज तो गोलोकधाम सिधार रहे हैं
झल्लाझल्ला
भापा जी!वाकई सोचने का विषय है।कैपिटेशन फी +आरक्षण के दम पर बने डॉक्टर्स और धनाढ्य पिता के इन्वेस्टमेंट वाले अस्पतालों में उपलब्ध डॉक्टर्स की भी यह परीक्षा की घड़ी है ।

राष्ट्रहित मे शोधकार्यों के लिए हो जाये जवानी और अनुभव में प्रतिस्पर्धा

झल्लीगल्लां

Education Policy

Education Policy

चिंतितशिक्षाविद ओए झल्लेया!हसाडे मुल्क में शिक्षा और शोध पर जो भी खर्च हो रहा है उसका पर्याप्त लाभ देश को नही मिल पा रहा।डॉक्टर/इंजीनियर/ टेक्नोक्रेट्स आदि आदि अनुदान वाले शिक्षण संस्थाओं से महंगी महंगी डिग्रियां लेकर उनका उपयोग जनता के लाभ के लिए नही करते।शोधकर्ता तो (अधिकांश)राजनीति में आने को ही लालायित रहते हैं।होस्टल में जवानी खपाने वाली प्रतिभाओं का राजनीतिक शोषण भी हो रहा है।अब देख तो कोरोना नाशक वैक्सीन के लिए भी रशियाँन स्पुतनिक और अमेरिकन पफिज़र की तरफ देखना पढ़ रहा है।किसान डिग्रियां लेकर भी खेत बेच कर कंक्रीट के जंगल विकसित करने में जुटा है।जनलाभः वाले शोध कुछ व्यवसायियों की चारदीवारी से बाहर केवल उनकी तिजोरी भरने के लिए ही निकाले जाते हैं।
झल्लाभापा जी!राष्ट्रहित मे शोधकार्यों के लिए हो जाये जवानी और अनुभव में प्रतिस्पर्धा
शिक्षाआप जी की गल और उसमे लिपटी पीड़ा वाकई जायज है। लेकिन अनेकों नाम ऐसे हैं जो अपनी शिक्षा और व्यवसाय से पूर्णतया न्याय कर रहे है।डॉ हर्षवर्धन+डॉ महेशशर्मा+मनीषतिवारी+कपिल सिब्बल+रविशंकरप्रसाद जैसे अनेकों नाम गिनाए जा सकते हैं ।फिर भी चूंकि आपने जायज सवाल उठाया है सो झल्लेविचारानुसार सेवानिवृत होने वाले सरकारी/गैर सरकारी लोगों को भी शोध के लिए एक प्लेटफॉर्म दिया जाना चाहिए।हो जाये जवानी और अनुभव में प्रतिस्पर्धा

उपराष्ट्रपति जी! पीड़ित किसकी मां को मासी कहे

झल्लीगल्लां
भजपाईलेखक
VP M Venkaiyya naiduओए झल्लेया!हसाडे सुयोग्य उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने आज अपनी मूल जड़ों को याद रखने तथा अपनी माता, मातृभाषा, मातृभूमि और पैतृक स्थान को सम्मान देने का आह्वाहन किया है।
ओए श्री नायडू ने भुवनेश्वर राजभवन में “नीलिमारानी- माई मदर-माई हीरो” नामक पुस्तक का विमोचन करने के बाद जनसमूह को संबोधित करते हुए शिक्षा, न्यायपालिका तथा प्रशासन में मातृभाषा के व्यापक उपयोग की अपील की। “साझा करने एवं देखभाल करने” की सच्ची भावना में, उन्होंने सफल पुरूषों एवं महिलाओं को अपने पैतृक गांवों में रहने वाले लोगों की सहायता एवं समर्थन करने की अपील है।
झल्ला
चतुर सेठ जी!
झल्लाहसाडी माता रब्ब के चरणों मे समा गई।हसाडे पुरखों की मातृभूमि (रावलपिंडी/दन्दी)दूसरों को दे दी गई।मातृभाषा (पंजाबी) वालों ने 1947 के रिफ्यूजियों को लूट लिया।पैतृक स्थान वाले हुक्मरां पीड़ा सुनने तक को तैयार नही।ऐसे मैं आप ही बताओ कि मैं किसकी मां को मासी खून???

होली और शबेरात में घुस आई बुराईयों से निजात पाने को दुआ करें

झल्लीगल्लां
आमनागरिक

झल्ला

झल्ला

ओए झल्लेया!होली दियां लख लख वधाइयाँ!ओए आज एक साथ दो दो मुकद्दस ध्याड़े हैं!होली पर बुराईयों का अंत करने के लिए होलिका को जलाया जाता है तो गुनाह माफ करवाने के लिए अल्लाह की इबादत करते हुए शबे रात मनाने का चलन है।
झल्लाझल्ला खैर मुबारक जी!वाकई ये दोनों त्यौहार ईमानदारी से मनाए जाएं तो हसाडा भारत स्वर्ग बण जाए।दुर्भाग्य से होली पर रंग फैंकने में बदनीयत और आतिशबाजों के साथ स्टंट बाज समाज के दूसरे वर्गों में जो ख़ौफ़ पैदा करते है उससे त्यौहार के रंग फीके हो जाते हैं ।आओ इन बुराईयों से निजात पाने को दुआ करें

विश्व कविता दिवस !पापा! मुझको एप्प दिला दो ,मोबाइल अपडेट करा दो

#विश्वकवितादिवस

World Poetry Day

World Poetry Day

पापा! मुझको एप्प दिला दो ,मोबाइल अपडेट करा दो
ज्ञान, विज्ञान भरा है इनमें,पेंटिंग के भी गुर सिखलाते
रौजाना अदभुत बातें बतलाते।ये तो फ्री में भी आ जाते
कक्षा में सभी बातें करते एक से बढ़ कर एक एप्प दिखलाते
विश्व मे समकक्ष रहें,खेल खेल में नया कर दिखाएं
विकास की नई राह दिखलाते,मैं भी ज्ञानी बन पाऊं
बढ़ रहा हमारा हिंदुस्तान,में भी करूं छोटा मोटा योगदान
कार्टून द्वारा नितिन सबलोक