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Category: Glamour

शॉट गन सिन्हा के ये तो “कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना वाले” सियासी शॉट्स हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा इस भाजपा के अंदर ही कितना असंतोष है एक के बाद एक नेता अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं |अब तो शत्रुघन सिन्हा ने भी अपनी जुबानी गन से आरोपों के शॉट्स निकलने शुरू कर दिए हैं|ओये शॉटगन सिन्हा ने ७५ साल की “आयु “बार” लगाने की नीति की खुल कर आलोचना की और भाजपा की सरकार में एल के आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को मंत्री नहीं बनाये जाने को मुद्दा बना दिया है|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी पेड़ के नीचे बैठ कर आम के टूट कर गिरने की उम्मीद मत लगाओ|ये तो पटना साहिब में ढाई लाख वोटों से जीतने वाले शॉट गन के कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना वाले सियासी शॉट्स हैं|बिहार से मंत्रियों की लिस्ट में अपना नाम नहीं देख कर इनका क्षणिक विचलित होना स्वाभाविक ही है| देखा नहीं एक तरफ तो उन्होंने कहा है के अपने नेता नरेंद्र मोदी की समझदारी को चुनौती नहीं देना चाहते तो दूसरी तरफ उन्होंने स्वयं को मंत्रालय से दूर रखे जाने पर टिपण्णी भी कर दी है|

केंद्र सरकार सोशल मीडिया पर होगी:सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सोशल मीडिया कम्युनिकेशन हब बनेगा

सोशल मीडिया के महत्व और उसके इस्तेमाल को भली भांति समझने वाले नरेंद्र मोदी की सरकार के सभी मंत्रालय अब ट्विटर और फेस बुक जैसे सोशल साइट्स पर अपनी उपलब्धियों के साथ उपस्थित रहेंगे | मंत्रालय के विषय में कार्य की जानकारी अब सोशल साइट्स पर उपलब्ध होंगी|
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकश जावड़ेकर ने सर्कुलर जारी करके सभी मंत्रालयों को बताया है कि उनका मंत्रालय सोशल साइट्स पर ऐसे एकाउंट्स खोलने में मदद करेगा इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सोशल मीडिया कम्युनिकेशन हब बनेगा|

गोवा राज्य के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा वासियों को बधाई ट्वीट की

गोवा राज्य के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा वासियों को बधाई ट्वीट की है|
नरेंद्र मोदी ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर गोवा के लोगों को बधाई और राज्य विकास की नई उचाइयां छूने की कामना की |
प्रधानमंत्री का ट्वीट
“गोवा के राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर गोवा के लोगों को बधाई, आने वाले वर्षों में गोवा राज्य विकास की नई ऊचाईयों को छुए”।
गौरतलब है कि गोवा को पुर्तगालियों से १९ दिसंबर १९६१ को आजाद करवाया गया था २६ साल तक यूनियन टेरिटरी रहने के पश्चात ३० मई १९८७ में गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया था|

डॉ. हर्षवर्धन ने तम्बाकू से स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूकता के लिए रैली रवाना की

[नई दिल्ली]स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज विश्व तंंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में निर्माण भवन से 200 स्कूली छात्रों की रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया | यह रैली इंडिया गेट तक आयोजित की गई है| विश्व तंंबाकू निषेध दिवस कल ३१ मई को है |
डॉ हर्षवर्धन ने यह रैली ‘विश्व तम्बाकू निषेध दिवस’ पर तम्बाकू सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए आयोजित की है | प्राप्त जानकारी के अनुसार यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर शुरू की गई गतिविधियों का एक हिस्सा है। इसका उद्देश्य उन नीतियों का प्रचार करना भी है, जिनसे तम्बाकू सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे असर को कम करने में सहायता मिलती है।World No Tobacco Rally In Delhi वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन की इस वर्ष की थीम है – तम्बाकू सेवन को हतोत्साहित करने के लिए तम्बाकू पर कर बढ़ाना।
गौरतलब है कि विश्व भर में तम्बाकू निषेध दिवस हर वर्ष 31 मई को मनाया जाता है।
बीते दिन डॉ हर्षवर्धन ने ‘भारत में तंबाकू से संबंधित बीमारियों के आर्थिक दुष्‍प्रभाव पर रिपोर्ट की मुख्‍य-मुख्‍य बातें’ जारी की और तंबाकू नियंत्रण के लिए भारत के ब्रैंड एम्‍बेस्‍डर के रूप में श्री राहुल द्रविड़ के प्रिंट विज्ञापन का अनावरण किया।
उन्होंने इसकी नीति पर पुनर्विचार करने और सभी वर्गों को जोड़ने की जरूरतपर बल दिया | उन्‍होंने बताया कि तंबाकू का सेवन न करने व सकारात्‍मक स्‍वास्‍थ्‍य का संदेश फैलाने में बच्‍चे सुदृढ़ संदेशवाहक बन सकते हैं। उनके मुताबिक तंबाकू तथा तंबाकू उत्‍पादों का सेवन न करने पर बच्‍चे बड़ों को प्रेरित, शिक्षित और राजी कर सकते हैं।
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने यह भी बताया कि उनके लिए हर दिन तंबाकू निषेध दिवस है और वे इसके सेवन से लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराते रहते हैं।

राज्यों की ओर से उठाये गये मुद्दों को प्राथमिकता पर संवेदनशीलता के साथ विचार किया जाये:पी एम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने अपने कार्यालय के अधि‍कारि‍यों के साथ आज बैठक करके यह स्पष्ट किया कि वह देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने के लिए काम करेंगे ।इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उनका कार्यालय मुद्दों पर, विशेषकर राज्यों की ओर से उठाये गये मुद्दों को तरजीही आधार पर संवेदनशीलता के साथ विचार करे ।
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय (पी एम ओ) के अधि‍कारि‍यों के साथ एक प्रारंभि‍क बैठक की। अधि‍कारि‍यों ने उन्‍हें प्रधानमंत्री कार्यालय के ढांचे और कार्यप्रणाली के बारे में वि‍स्‍तृत जानकारी दी।
मोदी ने बैठक में आम लोगों की शि‍कायतों को त्‍वरि‍त आधार पर नि‍पटाए जाने की आवश्‍यकता पर बल दि‍या। उन्‍होंने इस बात पर भी जोर दि‍या कि‍ जो मुद्दे और वि‍षय उनके कार्यालय के समक्ष वि‍शेष रूप से लाए जाते है उनके नि‍पटारे तथा उन पर प्रभावी नि‍गरानी के लि‍ए आधुनि‍क तकनीक युक्‍त प्रणालि‍यों का इस्‍तेमाल कि‍या जाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि‍ पि‍छले कुछ दशकों में प्रधानमंत्री कार्यालय एक महत्‍वपूर्ण संस्‍थान के रूप में उभरा है और उसकी बेहतर प्रक्रि‍याओं को भवि‍ष्‍य में भी जारी रखा जाना चाहि‍ए। श्री मोदी ने संकेत दि‍या कि‍ उनका कार्यालय, राज्‍य सरकारों द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों को प्राथमि‍कता एवं संवेदनशीलता के आधार पर देखना पसंद करेगा। उन्‍होंने कहा कि‍ यह इस लि‍हाज से भी जरूरी है कि‍ भारत की प्रगति‍ उसके राज्यों की प्रगति‍ पर निर्भर करती हैं और इससे संघीय ढांचे को मजबूती मि‍लेगी।
पी एम ने बेहतर प्रशासन के लि‍ए मि‍लकर काम करने (TeamWork) पर जोर देते हुए अधि‍कारि‍यों से कहा कि‍ अपने वि‍चारों से उन्‍हें बेहिचक अवगत कराया जाता रहे

प्रधानमंत्री ने वीर सावरकर को श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र दामोदर दास मोदी ने आज संसद भवन में महान स्‍वतंत्रता सेनानी वीर विनायक दामोदर सावरकर के चित्र पर पुष्‍पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है ‘‘वीर सावरकर की जयंती पर उन्‍हें श्रद्धांजलि, मातृभूमि का गौरव बढ़ाने के लिए उनके अथक प्रयासों के लिए हम उनका स्‍मरण कर उन्‍हें नमन करते है।’’
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi paying homage at the portrait of Swatantryaveer Vinayak Damodar Savarkar, on his birth anniversary, at Parliament House, in New Delhi on May 28, 2014.

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन को ही यथेष्‍ट बताया

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन को ही यथेष्‍ट बताया श्री प्रकाश जावडेकर ने आज सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) का कार्यभार ग्रहण किया | मंत्रालय के सचिव तथा वरिष्‍ठ अधिकारियों ने नीतिगत रूपरेखा+अधिदेश + प्रमुख प्रयासों के बारे में मंत्री को संक्षेप में अवगत कराया।
सूचना और प्रसारण राज्‍यमंत्री के रूप में कार्यभार सँभालने के पश्चात मीडिया से बात करते हुए श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि प्रेस की स्‍वतंत्रता लोकतंत्र का स्‍तंभ है और लोकतंत्र की सफलता के लिए प्रेस की आजादी आवश्‍यक है इससे विविध राय मिलती है। उन्‍होंने यह भी बताया कि मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन यथेष्‍ट है।
श्री जावडेकर ने यह कहा कि लोकतंत्र के कार्यचालन के लिए संस्‍थाओं का महत्‍व है और भागीदारों से उचित विचार-विमर्श करते हुए प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जाएगा।
इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन ‘’मजबूत भारत, विकसित भारत’’ की ओर भी संकेत किया। उन्‍होंने यह भी बताया कि हमें सरकार के लिए बहुमत प्राप्‍त है, किंतु हमें 2025 तक सुदृढ़ और विकसित राष्‍ट्र बनाने के लिए सारे देश के सहयोग की आवश्‍यकता है।

President Appoints And Administers Oaths Narendra Modi And His First Team Of 45 Ministers

President Pranab Mkherji appointed And Administered Oaths To 23 Cabinet Ministers, 10 Ministers of State (Independent Charge) and 12 Ministers of State.
The President of India has appointed Shri Narendra Damodardas Modi as the Prime Minister of India. Further, as advised by the Prime Minister, the President has appointed the following as members of the Council of Ministers:-
CABINET MINISTERS
1]Shri Raj Nath Singh
2]Smt. Sushma Swaraj
3]Shri Arun Jaitley
4]Shri M. Venkaiah Naidu
5]Shri Nitin Jairam Gadkari
6]Shri D.V. Sadananda Gowda
7]Sushri Uma Bharati
8]Dr. Najma A. Heptulla
9]Shri Gopinathrao Munde
10]Shri Ramvilas Paswan
11]Shri Kalraj Mishra
12]Smt. Maneka Sanjay Gandhi
13]Shri Ananthkumar
14]Shri Ravi Shankar Prasad
15]Shri Ashok Gajapathi Raju Pusapati
16]Shri Anant Geete
17]Smt. Harsimrat Kaur Badal
18]Shri Narendra Singh Tomar
19]Shri Jual Oram
20]Shri Radha Mohan Singh
21]Shri Thaawar Chand Gehlot
22]Smt. Smriti Zubin Irani
23]Dr. Harsh Vardhan
MINISTERS OF STATE (INDEPENDENT CHARGE)
1. General V.K. Singh
2. Shri Inderjit Singh Rao
3. Shri Santosh Kumar Gangwar
4. Shri Shripad Yesso Naik
5. Shri Dharmendra Pradhan
6. Shri Sarbananda Sonowal
7. Shri Prakash Javadekar
8. Shri Piyush Goyal
9. Dr. Jitendra Singh
10. Smt. Nirmala Sitharaman
MINISTERS OF STATE
1]Shri G.M. Siddeshwara
2]Shri Manoj Sinha
3]Shri Nihalchand
4]Shri Upendra Kushwaha
5]Shri Radhakrishnan P
6]Shri Kiren Rijiju
7]Shri Krishan Pal
8] Dr. Sanjeev Kumar Balyan
9] Shri Mansukhbhai Dhanjibhai Vasava
10] Shri Raosaheb Dadarao Danve
11] Shri Vishnu Deo Sai
12] Shri Sudarshan Bhagat
The President administered the oaths of office and secrecy to the above members of the Council of Ministers at a ceremony held in the Rashtrapati Bhavan, today.
Photo Caption
The President, Shri Pranab Mukherjee and the Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari with the Prime Minister, Shri Narendra Modi and the other members of Council of Ministers after the Swearing-in Ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on May 26, 2014.

कम सरकार और अधिक शासन के सिद्धांत पर सत्ता में आये नरेंद्र मोदी को प्रणब मुखर्जी ने पहला सबक दिया

कम सरकार और अधिक शासन के सिद्धांत पर सुशासन लाने के लिए सत्ता में आये नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पहला सफल सबक दिया | इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति मुखेर्जी द्वारा नव नियुक्त मंत्री को शपथ ग्रहण करवाई जा रही थी | उसके पश्चात मंत्री को राष्ट्रपति से हाथ मिलाना और रजिस्टर पर हस्ताक्षर करना था |इसी प्रोटोकॉल के अंतर्गत २६ मई की शाम जब राष्ट्रपति अपने भवन में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण करवा रहे थे उस समय शपथ ग्रहण कर्ता मंत्री को शपथ लेने के बाद रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने को कहा जा रहा था जिस प्रक्रिया में अगले मंत्री को बुलाने में विलम्भ हो रहा था| दुनिया भर की निगाहें जिस फंक्शन पर टिकी हों उस में इस प्रकार की कमी को राष्ट्रपति ने तुरंत भांप लिया और तत्काल सम्बंधित अधिकारीयों को इस बाबत निर्देश दिया जिसके फलस्वरूप शपथ ग्रहण कर चुके मंत्री द्वारा हस्ताक्षर करते रहने के दौरान ही नेक्स्ट मिनिस्टर को बुलाया जाने लगा| इससे समय की बचत भी हुई और कार्यक्रम में गति बनी रही|
इसके आलावा अन्य मंत्रियों को उनकी गलती के लिए भी बीच में ही टोका गया| भाजपा की सहयोगी टी डी पी के सांसद अशोक गजपति राजू ने शपथ पत्र पढ़ने के बावजूद भी अपना नाम पहले नहीं बोला और सीधे शपथ पत्र पढ़ने लग गए |राष्ट्रपति द्वारा टोके जाने के पश्चात राजू ने ओह कह कर अपनी गलती तो सुधार ली लेकिन क्षमा याचना से परहेज किया |गोवा के सांसद एस पी नाइक ने पद की शपथ लेने से पहले गोपनीयता की शपथ पहले पढ़नी शुरू कर दी जिसे प्रणब मुखर्जी ने दुरुस्त कराया | गौरतलब है कि नव नियुक्त मंत्रियों द्वारा शपथ पत्र पढ़ कर ही शपथ ग्रहण की जा रही थी
सोर्स ब्यूरो
फोटो कैप्शन
The President, Shri Pranab Mukherjee administering the oath of office of the Prime Minister to Shri Narendra Modi, at a Swearing-in Ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on May 26, 2014.

चाय वाले नरेन्द्र मोदी ने भव्य समारोह में देश के 15वें प्रधानमंत्री के पद+गोपनीयता की शपथ ग्रहण की

[नई दिल्ली] चाय बेचने वाले नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में देश के 15वें प्रधानमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की| सम्भवत पहली बार राष्ट्रपति भवन में मोदी मोदी के नारे भी लगे|
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज एक भव्य समारोह में सांय लगभग ६.११ बजे नरेन्द्र मोदी को देश के 15वें प्रधानमंत्री के पद की शपथ दिलाई।उनके साथ ४५ सांसदों ने भी शपथ ग्रहण की |
इस अवसर पर[१]पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ[२]अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हा​मिद करजई,[३]श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे[४]मारिशॅस के प्रधानमंत्री नवीन चंद्र रामगुलाम [५] भूटान के त्शेरिंग तोबगे उपस्थित थें।
शपथ लेने से पहले नरेंद्र मोदी ने सुबह राजघाट पर महात्‍मा गांधी की समाधि‍ पर श्रद्धांजलि‍ अर्पि‍त की|
साध्वी उमा भारती को गंगा सफाई की कमान भी सौंपी गई है गौरतलब है कि बनारस से चुनाव लड़ कर मोदी ने स्वयं को गंगा से भी जोड़ा था और गंगा की सफाई के लिए विशेष प्रयास करने का आश्वासन दिया था इसके अलावा साध्वी उमा भारती भी गंगा सफाई अभियान से जुडी रही हैं|
फोटो कैप्शन
, Shri Narendra Modi paying homage at the Samadhi of Mahatma Gandhi, at Rajghat, in Delhi on May 26, 2014.
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कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन में हर काम के लिए समय-सीमा तय कर दी गई है

कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन में हर काम के लिए समय-सीमा तय कर दी गई है| भविष्‍य निधि की राशि अन्‍य खातों में ले जाने में मुश्किल अनुभव करने वाले कर्मचारियों के लिए यह एक राहत देने वाली खबर हो सकती है|
कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने संगठन में कुछ प्रकार के कार्य पूरे करने की समय-सीमा तय कर दी है। उम्‍मीद की जा रही है कि अगर यह समय-सीमा सफलतापूर्वक लागू हो जाती है, तो इससे संगठन के काम में बहुत अच्‍छा बदलाव आएगा।
ये जानकारी हाल ही में नई दिल्‍ली में सेंट्रल पीएफ कमिश्‍नर, श्री के.के. जालान ने दी। उन्‍होंने कहा कि यह एक बहुत महत्‍वपूर्ण चुनौती है कई बार सदस्‍य अपने भविष्‍य निधि की राशि अन्‍य खातों में ले जाने में मुश्किल अनुभव करते हैं। इसकी जरूरत तब पड़ती है जब वे नौकरी बदल लेते हैं और उन्‍हें नया खाता नंबर आवंटित कर दिया जाता है।
हाल ही में एक ऑनलाइन ट्रांसफर क्‍लेम पोर्टल (ओटीसीपी) शुरू किया गया है जिससे यह समस्‍या दूर हो सकती है। यूनिवर्सल एकाउंट नंबर (यूएएन) भी जल्‍दी ही शुरू किये जाने की उम्‍मीद है। उन्‍होंने कहा कि इलेक्‍ट्रोनिक चालान कम रिटर्न (ईसीआर) को आसान बना दिया गया है जिससे कोष के अंतरण का काम आसान हो जाएगा। इसे और सरल बनाया जा रहा है और उम्‍मीद है कि सरलीकृत फार्म पहली नवंबर 2014 से उपलब्‍ध हो जाएगा।
श्री जालान ने कहा कि ईपीएस के अंतर्गत 44 लाख पेंशनरों की सुविधा के लिए पेंशन निपटारा प्रक्रिया फिर से तैयार करने का फैसला किया गया है। इस पर काम शुरू हो गया है। उन्‍होंने कहा कि पिछले साल ईपीएफओ ने 1.23 करोड़ दावे निपटाये। इनमें से 66 % दावे दस दिनों के अंदर और 90 % 20 दिनों के अंदर निपटाये गये। कुल 98 % दावों का निपटारा 30 दिन के अंदर कर दिया गया। उन्‍होंने कहा कि कंप्‍यूटरीकरण के कारण सेवा में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।
दावा किया गया है कि ईपीएफओ का स्‍टैंडर्ड बढ़ रहा है। इससे सदस्‍यों को भी फायदा हो रहा है। चालू साल के दौरान 73 %सदस्‍यों के खाते अद्यतन किये जा चुके हैं। श्री जालान ने कहा कि इस संगठन में ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र बनाया गया है जो संभवत: पूरे सार्वजनिक क्षेत्र में सर्वश्रेष्‍ठ है। उन्‍होंने कहा कि 31.03.2014 की स्थिति के अनुसार इस संगठन ने चार हजार दो सौ शिकायतें लंबित थीं। ये पहला मौका है जब ईपीएफओ ने पूरे साल की कार्य योजना बनाकर हर काम के लिए समय-सीमा तय कर दी है। उन्‍होंने भरोसा जाहिर किया कि इससे सेवा में काफी सुधार आएगा और इसका लाभ सदस्‍यों को मिलेगा।