Ad

Category: Jhalli Gallan

“आप”वाले बी पी एल नही”आम”है और आज कल गाडी+मकान तो हर आम आदमी की जरुरत है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भयभीत कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हमारी बात नहीं मान कर हमें दिल्ली की सत्ता से बेदखल करके इन कथित आम आदमी पार्टी वालों को हमारे कंधे पर बैठा दिया | देख इन्होने हुकूमत में आते ही सरकारी रोटी+वाहन+मकान का बंदोबस्त कर लिया |कपड़ा भी देर सवेर आ ही जायेगा |ओये विकास के नाम पर पराग +मधु में डूबे इन आप वालों की शान में तू भी ये दोहा पड़ ले
“नहिं पराग नहिं मधुर मधु, नहिं विकास यहि काल।
अली कली ही सा बिंध्यों, आगे कौन हवाल”

झल्ला

चतुर सुजाण जी ये “आप” वाले बी पी एल नहीं हैं “आम” है और आज कल रोटी +गाडी +कपड़ा और मकान हर आम आदमी की जरुरत है और कहा भी गया है कि “भूखे पेट ना भजे गोपाला लेलो अपनी कंठी माला” नहीं समझे अरे भापा जी”चैरिटी बिगिन्स एट होम्स”

अरविंद केजरीवाल की नज़र प्रधान मंत्री की कुर्सी पर है इसीलिए पॉश बंग्लो से दूर रहना जरूरी है

झल्ले दी झल्लिया गल्लां

उत्तेजित भाजपाई

ओये झल्लेया देखा आम आदमी पार्टी का असली रंग?बड़े कहते फिरते थे कि सरकार बनाते ही सरकारी बंगला नहीं लेंगें +सरकारी गाड़ी नहींलेंगे+कांग्रेस से समर्थन नहीं लेंगे और दिल्ली में सत्ता कब्जाते ही अरविन्द केजरीवाल ने कांग्रेस से समर्थन लेकर सरकार और स्पीकर बनवा लिए + भगवान् दास रोड पर अपने लिए [5×2 ] =१० कमरों वाले [७/६+७/७ ]आवास[Type6 ] तैयार करवा लिए+सरकारी बड़ी गाडी एलॉट करवा ली ओये लुटियन जोंस में आते ही इन्होने तो लूट ही मचा दी |वी आई पी कल्चर का विरोध करते हुए ओये ये “आम” आदमी तो खुद ही “खास” बनते जा रहे हैं इनके ये तेवर देखकर तो लोक सभा के चुनावों में इनकी लुटिया डूबे ही डूबे |

झल्ला

भापा जी आप लोग इस “आप” का गेम समझ नहीं रहे |भई पहले उन्होंने जनता से राय[PreSanctioned] लेकर कांग्रेस से समर्थन लिया अब जनता के एतराज के बाद [ExpostFacto] सरकारी [वी आई पी]आवास में शिफ्ट करने के लिए भी मना कर देंगे क्योंकि सियासी शतरंज का नियम है कि बड़ा मोर्चा जीतने के लिए छोटे मोटे मोहरों का मोह त्यागना जरूरी होता है |आपलोगों के बहकावे में आकर अगर गाडी भी ना लें तो सरकार कैसे चलेगी ? ये आप भी मानोगे और योगेंदर यादव भी कहते फिर रहे हैं कि अरविन्द केजरीवाल की नज़र प्रधान मंत्री की कुर्सी पर है इसीलिए इन बंग्लो से तो ये लोग दूर ही रहेंगे |

कांग्रेस अगर “आप” वालों से ईमानदारी ही सीख लेँ तो सारा टंटा[मुसीबत] ही मुक[खत्म] जायेगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे अरविंदर सिंह का लवली दिमाग? ओये हमें दिल्ली में हराने और हमें लगातार गालियां कड्डण वाली अल्प मत “आप” को कितनी सादगी और विनम्रता से समर्थन देकर दिल्ली वासियों के हित में गाली गाफटोरों की सरकार बनवा दी |ओये ये भाजपाइयों ने हमसे कुछ नहीं सीखने तो कसम खाई हुई है लेकिन हसाडे राजा दिग्विजय सिंह जी के नवीनतम ट्वीट उपदेश को ही मान लेँ और भाजपाई नरेंदर मोदी जी “आप” के अरविन्द केजरीवाल से ही विनम्रता सीख लेँ बड़ी बड़ी गाड़ियों के बजाय अपने प्रदेश में बनने वाली नैनो का ही इस्तेमाल शुरू कर देँ तो इनके कथनी और करनी का फर्क खत्म हो जायेगा|

झल्ला

हाँ जी वाकई सही कहा गया है कि “पर उपदेश चतुर बहुतेरे” अरे कांग्रेस वाले अगर आप वालों से ईमानदारी ही सीख लेँ तो सारा टंटा ही मुक[खत्म]हो जायेगा|वैसे ये तो बताते जाओ कि अपनी इज्जत+रेपुटेशन+स्वाभिमान+अभिमान को किस सौदे में बेच कर “आप” वालों को समर्थन दिया है|

“आम” आदमी के फेशन में “वी वी आई पी” के लिए अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टरों की डील कैंसिल होनी ही थी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे मन मोहने पी एम् की ईमान दारी|ओये ये भाजपाई एवंई बदनाम करते फिरते थे कि इटालियन फर्म अगस्ता वेस्ट लैंड से १२ हेलीकाप्टरों को खरीदने के लिए ३६० करोड़ रुपयों की रिश्वत ली गई है ओये अब हमने एक ही झटके में ३५३६ करोड़ के इस सौदे को ही कैंसिल कर दिया है|अब हमने तो उस दोषी पूर्व एयर चीफ एस पी त्यागी और उसके परिवार को भी नहीं छोड़ना

झल्ला

अरे मेरे चतुर सुजाण जी दरअसल आज कल आम आदमी का फेशन चल रहा है जिसके चलते ये वी वी आई पी के लिए हेलीकाप्टरों की खरीद २०१४ के चुनावों में कोई नया गुल खिला सकती थी इसीलिए दिल्ली में आम आदमी की आग में झुलसे आप जी के लिए अब वी वी आई पी कल्चर में फूंक फूंक कर कदम रखना सियासी मजबूरी भी है झल्लेविचारानुसार इस डील से जो नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई के लिए दोषी कंपनियों से वसूली हो जाये तो मानेंगे की आप लोग वाकई सुधर गए हो

केजरीवाल की तबियत क्या बिगड़ी,बिजली कंपनियों के साथ पोलिटिकल पार्टियों को भी बुखार चढ़ाना शुरू कर दिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आप पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे अरविन्द केजरीवाल का कमाल ओये हमें केवल चार दिन की चांदनी मिली है और उसमे ही हमने धमाल मचा दिया है |कल हमने पानी को फ्री किया था तो आज बिजली की कीमतें आधी करके तीनो बिजली कंपनियों का आडिट करवाने के लिए शुरुआत कर दी हैओये ऐसे होती है पॉलिटिक्स ये कंपनी वाले और दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार कहती फिरती थी कि कोर्ट में केस है ऑडिट नहीं हो सकता अब देख कल से आडिट शुरू हो जायेगा और हो जायेगा दूध का दूध और पानी का पानी इन सबको याद आ जायेगी उनकीअपनी ही नानी

झल्ला

बात तो आप जी कि अच्छी लग रही है अरविन्द केजरीवाल की तबियत खराब होने पर भी उन्होंने इन कंपनियों के साथ कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को बुखार चढ़ा दिया है |लेकिन अगर बिजली कंपनियों को बिना सब्सिडी दिए रेट्स कम हो जाते तो और ज्यादा अच्छा लगता |हे के नहीं ?

“कल” के जुगाड़ में बीते “कल” का ढोल पीट रहे ये नासमझ “कल” आएगा सामने तो “कल” की समझ पर रोयेंगे ये लोग

नया साल मुबारक
दीवार पर टंगे केलेण्डर को बदल कर दिल को खुश कर लिया
बीते साल की तरह ही हमने फिर आज नया साल कर लिया
अखबारें आज भी बीते साल की झलकियों से भरी हैं “झल्ला”
यारों ने बीते साल के मेरे संदेशों को कापी, कट, पेस्ट कर दिया
सरकारी केलेंडर भी दस सालों की बासी उपलब्धियों से भरा है
हुकुमरान उन्हें देख कर फूल कर कुप्पा हो रहे हैं आज कल
उनको यह गुमान है बहुत कुछ किया है उन्होंने आज तक
फेशन का चलन क्या है आज कल कुछ नहीं जानते ये लोग
“कल” के जुगाड़ में बीते “कल” का ढोल पीट रहे ये नासमझ
“कल” आएगा सामने तो “कल” की समझ पर रोयेंगे ये लोग

सोणा ते मन मोहणा पी एम् २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

खोजी पत्रकार

ओये झल्लेया देखा हसाड़ी खोजी पत्रकारिता का कमाल ओये हमने कहा था ना कि २०१४ के इलेक्शन से पह्ले डॉ मन मोहन सिंह को प्रधान मंत्री पद से हटा दिया जायेगा ओये अब सत्ता के गलियारों से आवाजें आ रही हैं कि डॉ मन मोहन सिंह खुद ही राहुल हन्दी के लिए प्रधान मंत्री के पद को छोड़ रहे हैं

झल्ला

अरे भोले भापा जी वोह दिन हवा हुए जब खलील मियां फाख्ता उड़ाया करते थे हसाडा सोणा ते मन मोहणा २०१४ तक सियासी रण छोड़ कर भागने वाला नहीं है यकीं नहीं आता तो पी एम् ओ का ब्यान पड लो

“आप” जी दिल्ली में शराब माफिआ को क्रेक करने के लिए एक करोड़ के दसवें हिस्से का इनाम भी घोषित कर दो

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप” पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे केजरीवाल का प्रशासनिक कमाल|ओये अपने चुनावी घोषणा पत्र की दूसरी क्लाज को पूरा करते हुए शराब माफिआ के हाथों शहीद हुए कांस्टेबिल “विनोद” के परिजनों को एक करोड़ रुपयों की सहायता राशि का एलान कर दिया है ओये अब पोलिस वाले भी बदमाशों का मुकाबिला करने के लिए सीना फुला कर आगे जायेंगे

झल्ला

ये राशि अगर लाल फीताशाही में नहीं फंसी तो वाकई हौंसला अफजाई है नहीं तो जग हसाई होगी |खैर इसके लिए बधाई लेकिन झल्लेविचारनुसार अगर इसके अलावा शराब माफिआ गैंग को क्रेक करने के लिए एक करोड़ की राशि का दस प्रतिशत भी घोषित कर दिया जाये तो खजाने पर आने वाले समय में एक करोड़ का भार नहीं पड़ेगा और कांस्टेबिल विनोद जैसी प्रतिभाएं देश सेवा के लिए जीवित रहेंगी

“आप” अगर आज फेयरली पानी नहीं देते तो “लवली” ने फेयर सरकार पर ही पानी फेर देना था

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

“आप ‘पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे वड्डे साहब जी दा कमाल ओये धोती को फाड़ कर कर दिया ना रुमाल| आज पहले दिन ही मेनिफेस्टो पर अमल करके दिल्ली वासियों को २०००० लीटर पानी मुफ्त देने की घोषणा कर दी गई है|बेशक यह सुविधा अभी तीन महीने तक रहेगी लेकिन ये तो देख कि [१]सरकार का पहला दिन है[२] मुख्य मंत्री खांसता हुआ बीमार पड़ा है[३] प्रेस वालों ने सेक्टेरिएट में ऐसी की तैसी की हुई है इसके बावजूदएक एक करके चुनावी वायदा पूरा किया जा रहा है|

झल्ला

अरे मेरे चतुर महान जीअगर आप फेयरली पानी नहीं देते तो कांग्रेसी लवली[अरविंदर सिंह] ने “आप” पर ही पानी फेर देना था| ये जो आप की फेयर[आप]+लवली[कोंग्रेस] सरकार बनी है वोह अगली[UGLY] फेयर[ Fair]बन कर रह जायेगा |

उनको ये शिकायत है कि हम शक करते हैं हुस्न पर शक करना तो अपनी मजबूरी है

उनको ये शिकायत है कि हम शक करते हैं
हुस्न पर शक करना तो अपनी मजबूरी है
ये कोई छुपा रहस्य नहीं, खुली हकीकत है
हुस्न को हकीकत समझाना खीर ढेड़ीहै
इश्क और शक एक ही सिक्के के दो पहलू हैं
इस राजे जिंदगानी का जानना भी जरूरी है
इश्क एक तोहफा है,नेमत है,करिश्मा है
इसीलिए अजीब सी दौलत का खजाना है
खजाने को पाने के बाद हिफाजत जरूरी है
हिफाजत के लिए ही शक करना भी जरूरीहै