आयुर्वेद+यूनानी+योग+सिद्ध पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से दुनियाभर को लाभ पहुँचाने का हंगरी के माध्यम से शुभारम्भ भारत और हंगरी अब अपनी परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए आपस में सहयोग करेंगे |इस समझौते से आयुर्वेद+ यूनानी+योग+ सिद्ध, होम्योपेथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से दुनियाभर को लाभ पहुंचे जा सकेगा|
हंगरी के प्रधान मंत्री विक्टर ओर्बन आजकल अपने सहयोगियों के साथ भारत में आये हुए हैं और १७ अक्टूबर को परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के विकास के लिए द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किये गए हैं
बृहस्पतिवार को हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और हंगरी के प्रधानमंत्री श्री विक्टर ओर्बन की मौजूदगी में भारत की ओर से केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती संतोष चौधरी और हंगरी के राष्ट्रीय संसाधन मंत्री श्री जोर्टन बनोंग ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये। हंगरी ने भारत की परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों विशेषकर आयुर्वेद में काफी दिलचस्पी दिखाई है।
इस सहमति पत्र का मुख्य उद्देश्य समानता और परस्पर लाभ के आधार पर दोनों देशों की परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के सशक्तिकरण, प्रोत्साहन और विकास में सहयोग देना है। सहमति पत्र चिकित्सा की परम्परागत पद्धतियों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने, इन्हें इस्तेमाल करने के लाइसेंस तथा एक-दूसरे के बाजारों में उनके विपणन के अधिकार के बारे में कानूनी सूचना के आदान-प्रदान, विशेषज्ञों, अर्द्ध चिकित्सा कर्मियों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों और छात्रों की अदला-बदली के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देता है। इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने से दोनों देशों के बीच परम्परागत चिकित्सा पद्धतियों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा, जिससे नई आर्थिक और व्यावसायिक संभावनाओं का पता चलेगा और पर्यटन का विकास होगा।
श्रीमती संतोष चौधरी ने आशा व्यक्त की कि इस प्रकार के आपसी समझौतों पर हस्ताक्षर होने से भारत आयुर्वेद, यूनानी, योग, सिद्ध, होम्योपेथी जैसी चिकित्सा पद्धतियों को दुनियाभर में स्थापित कर सकेगा।
उल्लेखनीय है कि भारत, मलेशिया और त्रिनिडाड टोबेगो के साथ ऐसे ही समझौते कर चुका है और निकट भविष्य में रूस, नेपाल, श्रीलंका, सर्बिया और मैक्सिको के साथ ऐसे ही समझौते करने वाला है।
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आयुर्वेद+यूनानी+योग+सिद्ध पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों से दुनियाभर को लाभ पहुँचाने का हंगरी के माध्यम से शुभारम्भ
राहुल जी अगर भाजपा के शासन काल में बनी सडकों पर केवल चमकती कारें ही चलती हैं तो यूं पी ऐ की सडकों पर तो हवाई जहाज लैंड करते होंगे
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया हसाड़े होने वाले प्रधान मंत्री राहुल गाँधी जी ने तो मध्य प्रदेशके भाजपाई मुख्य मंत्री शिव राज सिंह की मांद में जाकर सिंह नाद कर दियाओये तालियों की गूँज में उन्होंने बता दिया कि भाजपा जनता को विकास के नाम पर केवल भूख परोस रही है| सड़कें बना कर आदि वासियों की जमीन हड़प रही है और उन्हें सड़क के दूसरी तरफ खडा करके केवल सुनहरे सपने ही दिखा रही है ओये अब एम् पी में कमल को हसाडा हाथ मसल कर रख देगा |
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण जी ठप्पे रहो+ ढंके रहो|अरे आप जी के राहुल गाँधी आज कल अपने जोहर दिखा रहे हैं यह अच्छी बात है हर जगह स्थानीय समस्यायों के माध्यम से लोगो से संवाद स्थापित कर रहे हैं लेकिन अपने भाषण के दौरान कुर्ते की बाँहें चडा कर + अति उत्साह में एक आध तीर ऐसा चला देते हैं जो लौट कर उनके तरफ ही आता दिखता है|अब जैसे राहुल गाँधी ने शहडोल में कहा कि भाजपा ओनली सड़कें बना कर लोगों को सपने परोस रही हैं सडकों के जो आंकडें उन्होंने पढ़ कर सुनाये वोह उनकी तरफ ही लौट कर आते हैं | बिना सुने तुम भी नहीं मानोगे |राहुल गाँधी ने कहा कि एनडीए की सरकार ने दो हजार छह सौ पचास किलोमीटर सड़क बनवाई जबकि यूपीए ने उतने ही समय में नौ हजार पांच सौ सत्तर किलोमीटर सड़कें बनवा दी फिर उन्होंने सीना ठोककर कहा कि सड़क हम ज्यादा बनाते हैं चतुर सुजाण जी अब आप ही बताओ अगर भाजपा के शासन काल में बनी सडकों पर केवल चम् चमाती कारें ही चलती हैं तो यूं पी ऐ की सडकों पर तो हवाई जहाज लैंड करते होंगे|
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Republicans Released American Govt.From 16 Days Old Partial Shut Down After Loss Of $ 24 billion
Republicans Released American Govt.From 16 Days Old Partial Shut Down After Loss Of $ 24 billion The US Congress, In an 11th-hour deal, passed a bipartisan bill which was quickly signed into law by President Barack Obama today to end a 16-day government shutdown and avert a historic debt default by the world’s largest economy that could have global repercussions.This Partial ShutDown has caused loss of $ 24 billion.
Washington[D C ] Less than four hours before the midnight deadline, the United States’ Senate voted 81-18 the legisation to end government shutdown and avert a catastrophic debt default. The bill will fund the government through January 15, 2014 and averts default
US President Barack Obama early this morning signed a bill into law to end this shutdown and increase the current debt ceiling of $16.7 trillion to prevent the country from a debt default with potentially worldwide economic repercussions.
भारत और हंगरी के सांस्कृतिक और व्यापारिक सम्बन्ध और प्रगाड़ हुए
भारत और हंगरी के सांस्कृतिक सम्बन्ध और प्रगाड़ हुए
हंगरी के प्रधानमंत्री डॉ विक्टर ओरबन आज कल अपने सहयोगियों के साथ भारत में आये है| उन्होंने आज 17 अक्तूबर, २०१३ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की
इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रपति ने डॉ अरबन का स्वागत करते हुए कहा कि भारत हंगरी के साथ संबंधों और राजनयिक संबंधों से काफी पहले से सांस्कृतिक संबंधों को खास महत्व देता है। उन्होंने खास तौर पर बताया कि संस्कृत को ईएलटीआई[ ELTI ] विश्वविद्यालय में 1873 में ही एक नियमित विषय के रुप में अध्ययन के लिए शामिल किया गया। उन्होंने उस कमरे के संरक्षण के लिए जहां इलाज के दौरान रबींद्रनाथ ठाकुर ठहरे थे और बालटनफर्ड शहर में टैगोर के नाम पर एक खूबसूरत घास के खुले मैदान को बनाने के लिए हंगरी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से लगातार हो रही द्विपक्षीय यात्राओं से दोनों देश हमारे द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने में सक्षम हुए हैं।
यह जानना संतोषजनक है कि हंगरी में कई क्षेत्रों में भारत का निवेश 1.5 अरब डॉलर के करीब है जिससे 8 हजार से अधिक हंगरी निवासियों को रोजगार मिला हुआ है।
द्वपक्षीय व्यापार भी 2007 में 398 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2011 में 840 मिलियन डॉलर तक बढ़ गया है। हालांकि, यह संभावनाओं से काफी कम है। राष्ट्रपति ने कहा कि जैव-प्रौद्योगिकी+ स्वच्छ ऊर्जा+ कृषि + जल संसाधन प्रबंधन जैसे नए क्षेत्रों में भी विस्तार की संभावनाएं हैं।
राष्ट्रपति ने हंगरी के प्रधानमंत्री के साथ आए व्यापार प्रतिनिधिमंडलपर खुशी जाहिर कीऔर ये उम्मीद जताई कि भारतीय व्यापारियों से उनकी बातचीत में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और मजबूती प्रदानकरने वाले नए क्षेत्रों का उभार होगा।
राष्ट्रपति की बातों पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए हंगरी के प्रधानमंत्री ने कहा कि हंगरी में भारत के महान संस्कृति और सभ्यता की काफी सराहना होती है। उन्होंने कहा कि हंगरी ही नहीं पूरे मध्य यूरोप में भारत के लिए सहयोग बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं जिससे भारत को पूरे यूरोप में अहम भूमिका निभाने में काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की भारत की मांग काफी उचित है और इससे वैश्विक शांति और सहयोग बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
संस्कृति सचिव श्री रवींद्र सिंह तथा हंगरी के मानव संसाधन मंत्री जोलतन बालोग ने आज नई दिल्ली में ‘फ्रॉम आरगेनिक फार्मस टू लाइट आर्ट’ नामक समकालीन हंगरी कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
इस मौके पर श्री रवींद्र सिंह ने कहा कि भारत और हंगरी के संस्कृति संबंध पिछले कई मौकों पर विभिन्न आयामों के तहत दिखे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह देख प्रसन्नता हुई कि प्रदर्शनी को नेशनल गैलरी ऑफ मार्डन आर्ट ने साकार किया है और इसमें हंगरी की सांस्कृतिक विरासत के मूल को दिखाया गया है और इसका असर विश्व की संस्कृति पर पड़ा है। हंगरी के मानव संसाधन मंत्री ने कहा कि इस प्रदर्शनी के दो हिस्से हैं। पहले में आर्गेनिक हिस्से को दिखाया गया है और दूसरे में विज्ञान, तकनीक और कला के संबंधों पर आधारित लाइट आर्ट को दिखाया गया है।
यह प्रदर्शनी जनता के लिए 31 अक्तूबर 2013 तक खुली है।
फोटो कैप्शन
[१] प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह हंगरी से आये अपने समकक्ष विक्टर ओर्बन के साथ
राहुल गाँधी ने अपने चुनावी तरकश से इमोशनल तीर चलाये,पारम्परिक लाइन का अनुसरण किया,गरीब समाज की भलाई के संकल्प को दोहराया
कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने आज अपने चुनावी तरकश से इमोशनल तीर चलाये और अपनी पार्टी की पारम्परिक लाइन का अनुसरण करते हुए गरीब +आदिवासी समाज की भलाई के लिए समर्पित भाव से कार्य करने के संकल्प को दोहराया |भावुक होकर यहाँ तक कह गए कि
अगर कोई महिलाओं, गरीबों की इज्जत नहीं करेगा, तो उसे वोह देख लेंगें |आदिवासियों और गरीबों से, दिल और प्यार के रिश्तों का हवाला दिया |मध्य प्रदेश में भाजपा के विकास के दावों का मखौल भी उड़ाया |
मध्य प्रदेश के शहडोल+ग्वालियर में राहुल गांधी ने चुनावी सभाओं को संबोधित किया|.
शहडोल में राहुल गाँधी बोले पेट में भूख की आग लगी हो, तो सड़क का कोई मतलब नहीं रहता .| यूनीसेफ नामक अन्तराष्ट्रीय संस्था के हवाले से उन्होंने मध्य प्रदेश के बारे में कहा कि जितनी भूख अफ्रीका में है, उतनी मध्य प्रदेश में है|इनको ये[भाजपा] समझ नहीं आता कि जब कोई भूखा रहता है, जब पेट में दर्द होता है, तो विकास की बात शुरू ही नहीं हो सकती. ये सोचते हैं कि सड़क बना दो. आदिवासियों को इस साइड खड़ा करो और उस सड़क में बड़ी बड़ी चमकती गाड़ियों को निकालो. आदिवासी उन गाड़ियों को देखें| इसको ये लोग विकास और प्रगति कहते हैं.तो सबसे पहले मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आए. चाहे कोई भी सीएम बने, एक बात की मैं गारंटी देता हूं. आदिवासी महिलाओं की, गरीबों की, युवाओँ की इज्जत होगी इस प्रदेश में और अगर कोई इज्जत नहीं करेगा, तो हम देखेंगे|
संसद में अपनी माता श्री मति सोनिया गांधी की बीमारी का किस्सा सुना कर श्रोताओं को भावुक किया |
उन्होंने कहा कि इज्जत का मतलब क्या होता है, मैं आपको बताना चाहता हूं. ये मेरी मां के बारे में है. इज्जत के बारे में सोच रहा था. भोजन के अधिकार की बात हो रही थी, सबसे पहले सालों के लिए, उसको रोकने की कोशिश की. बीजेपी के लोगों ने रोकने की कोशिश की. लड़ाई लड़े हम, आगे पीछे यहां-वहां. फिर दिन आया, जब पार्लियामेंट में बिल पास करना था. ऐतिहासिक बिल है. पहली बार हिंदुस्तान में कोई भूखा नहीं जाएगा.ये जो महिलाएं यहां बैठी हैं. आपको मालूम होना चाहिए कि आपके जो बच्चे हैं,बिल के बाद कभी भूखे नहीं जा सकते. चाहे कोई भी हो. दलित हो, आदिवासी हो, किसी भी जाति का या धर्म का हो. गारंटी करके उसे एक रुपये का अनाज दिया जाएगा, पूरे देश में और ये गारंटी कौन करेगा, कांग्रेस पार्टी करेगी. क्यों करेंगे. क्योंकि हम आपकी भूख को, आपकी लड़ाई को समझते हैं.
मैं पार्लियामेंट मैं पीछे बैठा था| आगे देख रहा था. मुझे मालूम था कि मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं है.में उन्हें डाक्टर के पास लेजाना चाहता था लेकिन
मां बोलीं कि बिल जब तक पास नहीं होगा नहीं जाऊंगी.वो बोलीं कि कुछ भी कर लो. नहीं जाऊंगी. मैं सालों से इस बिल के लिए लड़ी हूं. जब तक वोटिंग के लिए बटन नहीं दबाऊंगी, नहीं जाऊंगी.मैंने आपको अंदर की बात बता दी, जो मुझे लग रही थी. वो मेरी एक मां है. हिंदुस्तान में लाखों मां हैं, जिनकी आंख में आंसू आता है, जब बच्चों को देखती हैं और अपने आप से पूछती हैं कि इसका होगा क्या. पेट भूखा है, रोजगार नहीं है और ये लोग विकास की बात करते हैं, सड़क की बात करते हैं. होटल की बात करते हैं. एसी कमरों से बात करते हैं.
मैं एक नए प्रकार की राजनीति शुरू करना चाहता हूं. जहां जो राजनेता है. वो पहले आपकी इज्जत की बात करे, आपके घर आए. आपके साथ खाना खाए. आपसे पूछे कि भइया क्या बात है.एक ऐसी राजनीति जिसमें आम आदमी लोकसभा के बंद कमरे में दिखे. विधानसभा के अंदर दिखे.ये लोग क्या चाहते हैं, मैं आपको बता देता हूं. अच्छी तरह सुनो. ये चाहते हैं कि गरीब, आम आदमी, दलित आदिवासी उन कमरों में, लोकसभा में, विधानसभा में पंचायत में न घुसे.इसमें नुकसान राहुल गांधी का नहीं, हिंदुस्तान का होता है.
पहली जनवरी को आयु के १८ साल पूर्ण कर चुके युवा वोट डालने के हक़दार होंगे
पहली जनवरी को आयु के १८ साल पूर्ण कर चुके युवा वोट डालने के हक़दार होंगे | यह जानकरी आज मतदाता नामांकन प्रक्रिया से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में चुनाव कार्यालय द्वारा जारी की गई हैं|
मतदाता के रूप में नामांकित होने की योग्यता के लिए निम्न शर्तों का पालन किया जाना जरुरी है:
(क) योग्यता के लिए निर्धारित तारीख पर प्रत्येक नागरिक जो 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो (संबद्ध वर्ष में 1 जनवरी को आयु 18 वर्ष हो, नहीं तो नामांकन के लिए अयोग्य)
(ख) केवल सामान्य निवास स्थान पर नामांकन
(ग) केवल एक स्थान पर नामांकन
(घ) विदेशों में रह रहे भारतीयों का उनके पासपोर्ट में दिए गए पते पर सामान्य निवासी के रूप में माना जाएगा
मतदाता के लिए 18 साल की उम्र की योग्यता की तिथि के लिए आर.पी. अधिनियम,1950 के अनुच्छेद 14 (बी) लागू होगी जिसके अनुसार योग्यता की तिथि से आशय उस साल के जनवरी माह की पहली तारीख से है जिसमें नामांकन संख्या दर्ज या संशोधित की जानी है।
नव विवाहिता के नामांकन को पति के पते पर करवाने के लिए
यह निम्नलिखित बातों का होना जरुरी है:
(क) यदि पत्नी पहली बार मतदान करने वालों में से है तो उसे नए मतदाता के रूप में फार्म संख्या 6 भरना होगा।
(ख) यदि पत्नी पहले ही एक मतदाता है लेकिन समान विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में नहीं है (जैसे दिल्ली के किसी अन्य विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अथवा भारत के किसी अन्य क्षेत्र में हो) तो उसे निवास स्थान परिवर्तन के लिए फार्म संख्या 6 भरना होगा।
(ग) यदि आपकी पत्नी समान विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में है लेकिन उसका पता बदल गया है तो उसी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में उसे निवास स्थान परिवर्तन के लिए फार्म संख्या 8ए भरना होगा।
(घ) निवास स्थान के साक्ष्य के रूप में विवाह प्रमाणपत्र अथवा विवाह आमंत्रण पत्र जमा कराया जा सकता है।
मतदाता के रूप में नामांकन कराने के लिए निवासी के तौर पर पासपोर्ट, बैंक की पासबुक, चालन अनुज्ञाप्ति इत्यादि और कोई भी सरकारी दस्तावेज मानी होगा|
भारत का गैर-नागरिक मतदाता नहीं हो सकता है लेकिन हां। लोक प्रतिनिधित्वकरण(संशोधन) अधिनियम, 2010 के प्रावधान के अनुसार वो व्यक्ति जो भारत का नागरिक है और जिसने किसी अन्य देश की नागरिकता प्राप्त नहीं की है और वो लोग जो रोजगार, शिक्षा या किसी अन्य कारण से भारत स्थित अपने सामान्य निवास स्थान पर गैर उपस्थित है, अपने पासपोर्ट में दर्ज पते के निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता पंजीकरण करा सकता है
आसाराम बापू ने जननक्षमता टेस्ट से मना कर दिया तो बदनाम और टेस्ट करा लेते तो तो तो ….
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
चकित धर्म प्रेमी ओये झल्लेया ये आसा राम बापू जी को क्या हो गया है?उन्होंने अपनी जननक्षमता [Potency ] का टेस्ट करवाने से इंकार कर दिया है अरे भाई अब जब बापू जी सच्चे हैं तो उन्हें किसी भी आंच से दर कर मुंह नहीं फेरना चाहिए |
झल्ला अरे भोले बाबा जी अब आप ही बताओ के आप जी के बापू जी अगर प्रबलता [Potency ] टेस्ट करवाएं तो आप बदनाम करेंगे क्योंकि अगर टेस्ट पाजिटिव निकालता तो आपलोगों ने कहना था कि देखो जरूर इसने कुछ गलत किया होगा| और अगर टेस्ट नेगेटिव निकलता तो कहते बापू तो बुढाए गए| अब अपने अधिकारों का प्रयोग करके टेस्ट करवाने से मना कर दिया तो भी आपको ऐतराज है |टेस्ट करवाएं या टेस्ट न करवाएं इनके सफ़ेद कपड़ों पर कालिख तो लगानी ही है | किसी के चरित्र हनन के लिए इससे सस्ता सुन्दर और टिकाऊ कोई दूसरा इलाज नहीं हो सकता नहीं समझे अरे बाबा जी होइये वोही जो सी बी आई रची राखा
दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के लिए अभी तक किसी नेता का चयन नहीं किया गया:भाजपा
[नई दिल्ली]दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के उम्मीदवार के नाम को लेकर लगाईं जा रही तमाम अटकलों को विराम देते हुए भाजपा ने स्पष्ट किया है कि अभी तक इस विषय में कोई निर्णय नहीं लिया गया है|
भाजपा के कार्यालय प्रभारी अरुण कुमार जैन ने दिल्ली के चुनाव प्रभारी नितिन गडकरी के हवाले से बताया है कि भाजपा ने दिल्ली की विधान सभा चुनावको लेकर मुख्य मंत्री पद के लिए अभी किसी नेता का चयन नहीं किया गया है|इस विषय में जो भी फैंसला होगा वह पार्टी का संसदीय बोर्ड तय करेगा| गौरतलब है कि बीते दिन दिल्ली के मुख्य मंत्री पद के उम्मीद वार के रूप में विजय गोएल के स्थान पर हर्षवर्धन के नाम की चर्चा गर्म रही |इससे विजय गोएल को इस पद के लिए कांग्रेस की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित और आप पार्टी के अरविन्द केजरीवाल के सामने कमजोर उम्मीद वार बताया जा रहा है|पूर्व मुख्य मंत्री मदन लाल खुराना आज कल बीमार हैं और विजय कुमार मल्हौत्रा को केंद्र कि राजनीती में लाने के चर्चे हैं ऐसे में हर्षवर्धन के नाम को उछाला जा रहा है|
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