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Category: Politics

दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित से ग्यारह करोड़ रुपये वसूले जाएँ :लोकायुक्त मन मोहन सरीन की टेडी नज़र

निजी छवि को सुधारने के लिए छपवाए जा रहे विज्ञापनों में सरकारी धन के दुरूपयोग पर लोकायुक्त ने टेडी नज़र करते हुए दिल्ली कीमुख्य मंत्री शीला दीक्षित से ग्यारह करोड़ की रिकवरी की सिफारिश की है| लोकायुक्त जस्टिस मनमोहन सरीन ने बुधवार को विज्ञापनों में सरकारी धन के दुरुपयोग के मामले में राष्ट्रपति डा . प्रणव मुखर्जी से सिफारिश की है के दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भविष्य में ऐसा न करने की ‘चेतावनी’ दी जाए और विज्ञापनों पर खर्च सरकारी 11 करोड़ रुपए वसूले जाएँ|आदेश में कहा गया है कि पूरे साल छपे विज्ञापनों में पूरा तारतम्य नजर आता है। लोकायुक्त ने अपने आदेश में कहा कि शीला दीक्षित ने न तो अपने ऊपर लगाए आरोपों को झूठा साबित करने की कोशिश की और न ही अभियान से संबंधित लेख के संबंध में यह सबूत पेश किए कि वह उनकी अनुमति के बगैर लिखा गया।
पिछले विधानसभा चुनाव वर्ष में विज्ञापनों पर 22 करोड़ 56 लाख रुपए खर्च किये गए थे इसका करीब 50 % रिकवर किये जाने की संतुति की गई है| इसे राजनीतिक फायदे के लिए खर्च किया बाते गया है| यह भी सुझाव दिया गया है कि यदि इस राशि को पर्याप्त न समझें तो राष्ट्रपति ज्यादा वसूलने का आदेश दें।
लोकायुक्त ने विज्ञापनों में सरकारी धन के इस्तेमाल को लेकर दिशानिर्देश बनाए जाने की भी सिफारिश की है
।’बदल रही है दिल्ली’,+ ‘परिवर्तन की डोर टूटे ना’,+ ‘डोन्ट स्टॉप क्लीन दिल्ली,+ ग्रीन दिल्ली’, आदि दर्जनों स्लोगन युक्त विज्ञापनों से शहर पटा हुआ दिखाई दे रहा था। इससे दिल्ली सरकार ने जनता के समक्ष सिर्फ अपनी पार्टी की बेहतर छवि बनाने के रूप में प्रयोग किया।77 पेज की मामले की सुनवाई व आदेश में उदय सहाय द्वारा लिखे गए लेख का उल्लेख करते बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने एंटी इन्कम्बंसी फेक्टर को कम करने के लिए रणनीति तैयार की थी और उसके असर को कम करने के लिए इसे प्रचार अभियान में तब्दील किया।
भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की याचिका पर कराई जांच के आधार पर लोकायुक्त ने ७७ पेज के अपने आदेश में यह सिफारिश की है। गुप्ता ने आरोप लगाया था कि नवंबर २००८ के विधानसभा चुनाव में राजनीतिक फायदा पाने के लिए विज्ञापन अभियान में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अपने पद और सरकारी धन का दुरूपयोग किया। चुनाव के बाद जून, २००९ में एक अखबार में सूचना एवं प्रचार निदेशालय के निदेशक उदय सहाय के एक लेख को इस मामले का आधार बनाया गया, जिसमें यह बताया गया कि किस तरह सरकारी विज्ञापनों को रणनीति के तहत अभियान की तरह चलाया गया।

सुब्रमण्यम स्वामी ने आई पी एल में मंत्रियों की संलिप्तता का दावा करके सरकार की नौंवी वर्षगाँठ में खलल डाला

U P A Ministers Involvment In I P L Scams
संप्रग सरकार की नौंवी वर्षगाँठ के उत्सव में खलल डालते हुए जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने एक नए घोटाले की तरफ इशारा किया और क्रिकेट के आई पी एल में व्याप्त फिक्सिंग घोटाले में अनेको मंत्रियों की संलिप्तता का दावा किया है| स्वामी ने दावा किया है कि आइपीएल फिक्सिंग मामले में जल्द ही डा.मनमोहन सिंह सरकार के कुछ मंत्रियों के भी नाम सामने आएंगे। बुधवार को पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लेने श्रीनगर आए पार्टी अध्यक्ष स्वामी ने कहा कि केंद्र सरकार के आशीर्वाद के बगैर कोई घोटाला नहीं हो सकता । उन्होंने पिछले घोटालों को गिनाते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोग कोयला , +कॉमनवेल्थ खेल घोटाले में शामिल रहे और अब आइपीएल फिक्सिंग में भी शामिल हैं।आइपीएल में फिक्सिंग समेत जितने भी घोटाले सामने आए हैं, मौजूदा संप्रग सरकार उन सबमें शामिल रही है।
स्वामी ने कश्मीर समस्या को सुलझाने के लिए नई रणनीति के साथ प्रयास करने पर बल देते हुए कहा कि कश्मीर समस्या को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु की देन है | इस मुद्दे पर भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत की कोई जरूरत नहीं है। कश्मीर भारत का एक अविभाज्य अंग है। कश्मीर समस्या भारत का अंदरूनी मामला है, अब केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर कश्मीर को वापस लेने के प्रयास किये जाने चाहियें|

दिल्ली मैं सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक ने भ्रष्टाचार को उजागर करने पर “आप” को धमकाया

दिल्ली मैं सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक ने आम आदमी पार्टी को धमकाया |आम आदमी पार्टी [आप] ने यह आरोप लगाते हुए बताया है कि
बवाना से कांग्रेसी विधायक सुरेंदर कुमार के गुर्गो ने ‘आप’ के एक कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी है| विधायक के कुछ खास समर्थको मैं से एक बिजेंदर सोलंकी, आम आदमी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता भगवान् सोलंकी के निवास पर गए और उनकी माता जी को धमकाते हुए कहा कि अपने

बेटे से कहो चुप चाप बैठ जाये नहीं तो जान से मार देंगे.

इसके जवाब में आप के कार्यकर्ता ने विधायक को चेतावनी देते हुए कहा

सत्य की लडाई के लिए अगर जान भी जाये तो कोई गम नहीं पर हम पीछे नहीं हटेंगे.

पार्टी के पत्र आआकके अनुसार 19 मई को बवाना विधायक के घेराव के दौरान भगवान् सोलंकी ने विधायक के द्वारा अवैध कब्जाई जमीनों के बारे मैं खुलासा किया था. इसके बाद विधायक और उनके साथी खासे नाराज थे.|

उत्तर प्रदेश में बढते अपराधों को लेकर रालोद ने अखिलेश सरकार के इक़बाल पर सवाल उठाया

उत्तर प्रदेश में अपराध ग्राफ को लेकर आज राष्ट्रीय लोक दल[ रालोद ] ने प्रदेश में समाजवादी सरकार पर हमला बोला| रालोद के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर मुन्ना सिंह चौहान ने फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि सरकारें इक़बाल पर चलती हैं लेकिन आये दिन हो रहे अपराधों से ऐसा लगता है कि यह सरकार अपना इक़बाल खो चुकी है|चौहान ने मुजफ्फर नगर+लखनऊ आदि का उल्लेख करते हुए बताया कि कानून व्यवस्था बदत्तर होती जा रही है | पोलिस थानों में बन्दर बाँट मची हुई है|कोतवाल के स्थान पर अपने सब इन्स्पेक्टर कोतवाल बना दिए गए हैं| इसीलिए कर्मियों की कुंठा भी समय समय पर निकल रही है|मुन्ना सिंह चौहान ने चुटकी लेते हुए कहा कि एक तरफ तो मुख्य मंत्री व्यापारियों के हितों की बात करते हैं |इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कारोबारियों के एक सम्मेलन में बड़े बड़े दावे करते हैं लेकिन वास्तव में व्यापारियों को लूटा और मारा जा रहा है गाजिआबाद में एक व्यापारी के पूरे परिवार को मार डाला गया है|
[१] गौरतलब है कि मुख्य मंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगाए गए दो सुरक्षा कर्मी आपस में ही भिड़ गए| मुख्यमंत्री इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कारोबारियों के एक सम्मेलन को संबोधित करने गए थे. दोनों जवानों की तैनाती वहीं थी.प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनील दीक्षितऔर मुकुंद यादव में झगड़ा हो गया. | दोनों हाथ में लाठी लेकर एक-दूसरे पर टूट पड़े.|
[२] .गाजियाबाद:कोतवाली थाना क्षेत्र की नई बस्ती में मंगलवार की रात्रि बदमाशों ने खलचूरी कारोबारी व उसके परिवार के सात लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी।अनाज मंडी में सतीश गोयल + पत्‍‌नी मंजू,+ पुत्र सचिन,+ पुत्रवधू ,+ पोते व दो पोतियों की गला रेतकर हत्या कर दी। घटना की जानकारी सुबह आठ बजे के आसपास उस समय मिली जब चिकित्सक सतीश को इंसुलिन का इंजेक्शन लगाने पहुंचा। दरवाजा खुला था। घर में सात लोगों की लाश देखकर चिकित्सक घबरा गया और उसने पड़ोस के लोगों को और पुलिस को इसकी जानकारी दी। मौके पर पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। एसएसपी नितिन तिवारी भी मौके पर पहुंचे।

कैग के बदलने पर भी “आप” तो आर टी आई से अन्दर की खबर निकलवा ही लोगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी का एक परेशान नेता

ओये झाल्लेया ये तो बड़ा जुल्म हो गया ओये हसाड़े सोणे +ईमानदार और कर्मठ कोम्प्त्रोल्लेर एंड आडिटर जनरल [ कैग] [ CAG ]विनोद राय को रिटायर करके २३ मई को शशि कान्त शर्मा को सरकार के मोहरे के रूप में लगाया जा रहा है|और तो और सरकार के साथ हज़ार छेदों वाली द्रुमुक भी अब विनोद राय को संसद में घसीट कर अपमानित करने की धमकी देने लग गई है|ओये अब हमें अन्दर की खबरें कैसे मिलेंगी ?

झल्ला

बाऊ जी ये तो व्यवस्था का नियम है किसी ना किसी को कभी ना कभी तो आना ही है|आप तो आर टी आई के सहारे से अगले पाच साल तक उपयोग के लिए खबर तो निकलवा ही लोगे लेकिन ये सोचो के कैग के आडिट करने के दायरे को बढाने के बजाय कहीं कम ही न कर दिया जाए |डिफेंस की डील्स के साथ अब डिफेंस की सहयोगी संस्थाओं की आर्थिक बैलेंस शीट पर भी नज़र रखना लाभकारी होगा |

२३ मई को विनोद राय के रिटायर होने से केंद्र और कारपोरेट को राहत मिलती नही दिख रही :नए कैग को सरकार का मोहरा बताया

२३ मई का दिन कांग्रेस [ CONGRESS ]और रिलायंस[ Reliance ] के लिए कुछ ख़ास राहत प्रदान करने वाला नही होगा क्योंकि यह दिन कैग[ CAG ]विनोद राय[ VinodRai ] के लिए कैग कार्यालय में बेशक आखिरी दिन होगा| लेकिन नए कैग के रूप में जिस शशि कान्त शर्मा[ ShanshiKantSharma ] का चयन किया गया है उसके चयन प्रक्रिया में बरती जा रही गोपनीयता पर भी सवाल उठने लग गए हैं| राय २३ मई को रिटायर होंगे और नए कैग शर्मा एक बजे पद की शपथ लेंगे|
शर्मा को नए कैग के रूप में चुने जाने की प्रक्रिया जानने के लिए एक सरकारी अधिकारी द्वारा आर टी आई भी दाखिल की जा चुकी है जिसके उत्तर में पहले तो फाईल को इकोनोमिक्स अफेयर्स और सेंट्रल सचिवालय में तीन माह तक घुमाया जाता रहा अब जा कर १६ मई को बताया गया है केकैग के चयन के लिए किसी पात्रता की आवश्यकता नहीं है|
कैग के चयन के लिए कोई निश्चित गाईड लाईन नहीं है| इसीलिए सलेक्शन कमिटी के गठन करने के बजाय पुराने रिवाजों और प्रेक्टिस को ही आधार बनाया गया है|इसी का पालन करते हुए भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने शशी कान्त शर्मा का नाम प्रेजिडेंट के पास भेजा था |
इस उत्तर के अधर पर आम आदमी पार्टी[आप] ने इस चयन प्रक्रिया पर टिपण्णी करते हुए कहा है कि कैग का चयन किसी प्रकार की पारदर्शिता के बजाय पूर्णतया सरकार को बचाने के लिए किया गया है| यह सर्व विदित है कि आउट गोइंग कैग विनोद राय ने भ्रष्टाचार के अनेकों केस खोल कर सरकार और कुछ कारपोरेट घरानों की नींद हराम कर दी थी|
क्योंकि कैग का मुख्य कार्य डिफेन्स की खरीद का आडिट करना भी है और नए कैग लम्बे समय तक डिफेन्स सेक्रेट्री रहे हैं|और सरकार के सहयोगी रहे हैं| इसके अलावा के जी बेसिन को लेकर आडिट कि मांग को रिलायंस द्वारा टाला जा रहा है|इसके साथ ही दिल्ली में बिजली कम्पनियां अपने आडिट को नए कैग के आने तक टालने में सफल रही है|
आप पार्टी ने आरोप लगाया है कि कमजोर कैग सभी पोलिटिकल पार्टियों के लिए लाभकारी होगा शायद इसीलिए किसी पार्टी ने अभी तक नए कैग के चयन पर आपत्ति नही की है|
नए कैग का केंद्र सरकार के साथ का साथ या सहयोग इस प्रकार है| १९७६ बैच के बिहार केडरके आई ऐ एस अधिकारी है| जुलाई २०११ से लगातार डिफेन्स सेक्रेट्री हैं और रिटायरमेंट के पश्चात फ़िलहाल एक्सटेंशन पर हैं|इससे पूर्व रक्षा मंत्रालय में ही लगातार दस साल तक [२००३-२०१०] संयुक्त सचिव+अतिरिक्त सचिव+डी जी के पदों पर रहे हैं |इसी अवधि में रक्षा खरीद ज्यादा हुई है|

राजीव गाँधी को उनकी २२ वी पुण्य तिथि पर कांग्रेस ने भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की

[मेरठ]दिवंगत राजीव गाँधी[ RajivGandhi ] को उनकी २२ वी पुण्य तिथि पर कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं ने भावभीनी श्रधांजलि अर्पित की|बुढाना गेट स्थित पार्टी के कार्यालय में आयोजित इस श्रधांजलि सभा में दिवंगत नेता के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वाहन किया गया|
आश्चर्यजनक रूप से एक ऐ आई सी सी और दो पी सी सी सदस्यों के अलावा लगभाग २० कार्यकर्ता ही मौजूद थे जबकि यहाँ चार ऐ आई सी सी[ AICC ] और बाईस पी सी सी[ PCC ] सदस्य हैं|ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जमावड़े का आभाव कहीं न कहीं यह सन्देश जरुर देता है कि २०१४ के टारगेट को प्राप्त करने के लिए किये जा रहे कार्यों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है |

बी एस पी नेताओं ने स्मारकों के निर्माण में ३४% का घोटाला किया :जस्टिस मेहरौत्रा

उत्तर प्रदेश के [लोकायुक्त] सेवानिवृत जस्टिस एन के महरौत्रा ने मायावती के शासन में बने स्मारकों में १४०० करोड़ रुपयों के घोटाले के लिए बहुजन समाज वादी पार्टी के दो दिग्गजों और अनेकों नौकर शाहों के विरुद्ध ऍफ़ आई आर दर्ज़ कराये जाने के लिए संतुति कर दी है| जुलाई २०१२ में समाज वादी सरकार द्वारा बैठे गई इस जांच को पूर्ण करके जस्टिस मेहरौत्रा ने ८८ पन्नो की अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है| लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक इनके विरुद्ध कार्यवाही शुरू नही कीहै| दोषियों में बसपा सुप्रीमो मायावती के नाम का उल्लेख नही है|
जिन दो राजनितिक दिग्गजों का नाम दर्ज़ हैं उनमे महत्वपूर्ण मंत्रालयों के प्रभारी मंत्री [१]नसीमुद्दीन सिद्दीकी[पी डब्लू डी][२]बाबु सिंह हैं[खदान]|इनके अलावा शारदा प्रसाद+अनिल कुमार मौर्या +रमेश चन्द्र दूबे भी हैं इनके अलावा दो सौ विभिन्न अधिकारी और इंजीनियर्स हैं| इस रिपोर्ट के आधार पर सी बी आई से जांच करवाने के सलाह भी दी गई है| गौरतलब है कि बसपा सरकार द्वारा ४१४८ करोड़ रुपयों में स्मारक बनवाये गए थे |इनमे से ६६%का खर्चा ही हुआ शेष १४०० करोड़ का घपला पाया गया है|
गौरतलब है कि अखिलेश यादव की सरकार ने अपने नियंत्रण में यह जांच बैठाई अब जबकि आरोप तय किया जा चुके हैं आगे की कार्यवाही को टाला जा रहा है|

चीन और भारत ने विश्व की एक तिहाई आबादी के हितों के लिए सीमा विवाद को छोड़ कर आठ समझौते किये

[नई दिल्ली]विश्व की दो बड़ी शक्तियों ने विश्व की एक तिहाई आबादी के हितों के लिए सीमा विवाद को सीमा पर ही छोड़ा कर सहयोग और शांति बहाली का वायदा किया और आठ सूत्री समझौते पर हस्ताक्षर किये दिल्ली के हैदराबाद में आयोजित इस शिखर वार्ता में भारत के प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने सीमा विवाद पर अपनी सराकर के रुख के अनुसार गंभीरता से लिखे भाषण को धीरे धीरे पड़ कर सुनाया तो चीन के युवा प्रधान मंत्री ली कछ्यांग ने अपने देश के अनुसार तेज +एक्शन और जोश में पत्रकारों का सामना किया |
भारत और चीन के बीच सोमवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की शिखर वार्ता खत्म हो गई। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मौजूदगी में कैलाश-मानसरोवर यात्रा आसान बनाने एवं बह्मापुत्र पर हाइड्रोलॉजिकल डाटा साझा करने के साथ-साथ कुल आठ समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
तीन दिवसीय दौरे पर भारत आए चीनी प्रधानमंत्री ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत बेहद अहम पडौसी है और इसके साथ हमेशा शांति और सहयोग पर जोर रहेगा। दोनों देशों के बीच आपसी रणनीतिक साझेदारी बढ़ने की उम्मीद है।
भारतीय प्रधानमंत्री डा. सिंह ने कहा कि दोनों देश सीमा पर शांति चाहते हैं। विकास के लिए अमन होना जरूरी है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कारोबारी रिश्ते भी मजबूत बनाने में इंटरेस्ट दिखाया | ने चीन जाने का न्यौता स्वीकार करते हुए यह आशा जताई कि भविष्य में दोनों देशों के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। उन्होंने चीन से भारत के लिए अपना बाजार और खोलने की मांग की।
इससे पहले, रविवार को हालिया सीमा विवाद के साये में चीनी प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सीमाओं पर शांति का मुद्दा उठाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों नेताओं के बीच एक घंटे चली बातचीत में दोनों पक्षों ने अपने-अपने मुद्दों को उठाया।
प्रधानमंत्री ने अपने चीनी काउंटरपार्ट के सम्मान में रात्रिभोज भी दिया| कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी+पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी+लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्य सभा प्रतिपक्ष अरुण जेटली + सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव + प्रकाश करात भी उपस्थित थे।दौरे पर आए ली मंगलवार को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई जाएंगे। भारत के बाद चीन के पी एम् को पाकिस्तान भी जाना है।
जिन मुद्दों पर हस्ताक्षर हुए वोह निम्न हैं :-
[1]. कैलाश-मानसरोवर यात्रा को सुगम बनाने एवं मार्ग में सुविधाएं बढ़ाने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता।
[2]. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा संयुक्त आर्थिक समूह के तहत तीन कार्यसमूहों का गठन।
[3]. कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण प्राधिकरण के अंतर्गत मांस, मत्स्य उत्पादों एवं चारा व चारा सामग्री,+ समुद्री उत्पादों का एक-दूसरे देशों में निर्यात को बढ़ावा देने का समझौता।
[4.] शहरी क्षेत्र में सीवेज ट्रीटमेंट के क्षेत्र + अन्य आपसी हित के मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ अनुभव का आदान-प्रदान करना।
[5]. जल के कुशल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना।[6] नदियों को लेकर हाइड्रोलॉजिकल डाटा को एक-दूसरे से साझा करने को लेकर समझौता।
[7]. भारत और चीन के शहरों व प्रांतों के लोगों के बीच आपसी सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए समझौता।
[8] किताबों के अनुवाद एवं प्रकाशन के क्षेत्र में समझौता।

खेल मंत्री जीतेन्द्र सिंह और भारतीय ओलिंपिक एसोसियेशन में अभी तक कोई संवाद कायम नही हुआ IOA V/S Sports Ministry

भारत के खेल मंत्री जीतेन्द्र सिंह आई ओ सी की लूसान की मीटिंग अटैंड करके लौट आये हैं|उन्होंने अपने गृह प्रदेश में दिए पहले वक्तव्य में प्रेस के माध्यम से आश्वासन दिया कि दो माह में भारत के ओलिंपिक खिलाड़ियों की संस्था आई ओ ऐ पर लगाये गए प्रतिबन्ध हट जायेंगे| लेकिन भारत सरकार इस वक्तव्य के पश्चात आगे चली हो ऐसा दिखाई नही दे रहा क्योंकि अभी तक उनके अपने कोड के अंतर्गत चुने गए आई ओ ऐ से कोई संवाद स्थापित नही हुआ है|
खेल मंत्री ने यह दावा किया कि नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के आंतरिक मामलों में दखल दिए बगैर ही भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन[आई ओ ऐ] के पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ फ्री और फेयर चुनाव कराये जायेंगे| निलाबित आई ओ ऐ के अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला और कार्यवाहक अध्यक्ष वे के मल्हौत्रा ने किसी संवाद या मिनट्स की प्राप्ति से इनकार किया है
आई ओ सी की मीटिंग पर संतोष व्यक्त करते हुए तत्काल आई ओ ऐ के अभय सिंह चौटाला ने भी मीडिया के माध्यम से आई ओ सी की मीटिंग की उपलधि पर संतोष व्यक्त करते हुए यह आश्वासन दिया कि ओलिंपिक चार्टर और आई ओ ऐ के नियमो के अनुसार दोबारा चुनाव कराने को तैयार हैं| आई ओ ऐ के नियमों के अनुसार चुनी गई ,[ इनकी अध्यक्षता वाली],आई ओ ऐ फ़िलहाल निलम्बन[४/१२/२०१२] से अभिशिप्त है|
भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा [ कुछ संशोधन के साथ हुए] आई ओ ऐ के चुनावों को मान्यता दी गई थी लेकिन आई ओ सी ने चयनित बाडी को ही निलंबित कर दिया|
इसके फलस्वरूप भारतीय खिलाड़ियों को भारतीय झंडे के साथ ओलिंपिक में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया | इसी गतिरोध को दूर करने के लिए भारतीय खेल मंत्री +कुछ चुनिन्दा खिलाड़ी और अन्तराष्ट्रीय संस्था की जॉइंट मीटिंग स्वीटजरलैंड के लुसाने में हुई | मीटिंग के मिनट्स अभी तक अभय सिंह चौटाला को नहीं मिले हैं इसके अलावा आज आई ओ ऐ के निलंबित अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने बताया कि अभी तक खेल मंत्री की तरफ से भी कोई संवाद स्थापित नही किया गया है और नाही आई ओ सी से मीटिंग के मिनट्स ही प्राप्त हुए हैं |मीटिंग के मिनट्स मिलने और मंत्री के संवाद प्राप्त होने के पश्चात ही कोई निर्णय लिया जा सकेगा|
इसके अलावा वी के मल्होत्रा ने भी अभी अपने पत्ते खोलने से परहेज दिखाया है|श्री मल्होत्रा के अनुसार मिनट्स आने पर ही कोई रणनीति की घोषणा की जायेगी|
इस सब के बावजूद चौटाला और कार्य वाहक अध्यक्ष मल्होत्रा ने एक समान बात जरुर कही कि खेल मंत्री आई ओ ऐ के चुनाव कैसे करा सकते हैं |चुनाव तो आई ओ ऐ ही कराएगा|
खेल मंत्री जीतेन्द्र सिंह से कार्यालय और घर पर प्रयास करने के पश्चात भी संपर्क नही हो पाया |