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Category: Politics

हवन के जरिये नरेन्द्र मोदी के लिए ,एन डी ऐ वाले समर्थन जुटाएंगे


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक तिलमिलाया कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये एन डी ऐ वालों ने क्या मजाक बना रखा है?एक तरफ तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए इनके घटक दल जे डी यूं वाले हसाड़े साथ पींगे बड़ा रहा हैं और दूसरी तरफ इनके सांसद कैप्टेन जय नारायण निषाद अपने दिल्ली की आलिशान कोठी में हसाड़े कट्टर दुश्मन नरेन्द्र मोदी को प्रधान मंत्री बनवाने के लिए हवन करवा रहे हैं ओये हवन करवाने के लिए और कोई नहीं अपनी सहयोगी भाजपा के पूर्व सांसद श्याम बिहारी को बुक किया गया है|ओये एक नहीं दो दिन तक हवन के जरिये ये लोग हसाडी लम्बी नाक के नीचे नरेन्द्र मोदी के लिए समर्थन जुटाएंगे| और इनकी नंगई तो देखो , ये भाजपाई नेता मुख्तार अब्बास नकवी और गिरिराज सिंह खुले आम यज्ञ-पूजा का समर्थन करने से गुरेज तक नहीं कर रहे|

 हवन के जरिये नरेन्द्र मोदी के लिए ,एन डी ऐ वाले समर्थन जुटाएंगे

हवन के जरिये नरेन्द्र मोदी के लिए ,एन डी ऐ वाले समर्थन जुटाएंगे

झल्ला

ओ भोले चतुर सुजाण जी बकौल जेडीयू के प्रवक्ता एस अली कैप्टेन निषाद की उम्र बहुत हो गई है। और आज बिहार का कोई भी राजनैतिक दल उनको तवज्जो नहीं देता है।अब जब उनकी अपनी पार्टी ने ही उन्हें खुडडे लाइन लगा कर पार्टी को ही दूसरी पटरी पर लाने की कोशिश शुरू कर दी है तो ये कैप्टेन महाशय अगर अपना प्लेन बदलना चाह रहे हैं तो इसमें क्या बुराई है?वैसे देखा गया है कि अन्य बातों के असामान्य हो जाने पर अपने खुद के बयानों तक से पलटने की परिपाटी है और यहाँ तो दिल्ली से अनुपस्थित निषाद ने अपनी कोठी के मैदान का एक हिस्सा ही दिया है| क्यों समझे या नहीं समझे ?

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं, तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगर शेरो शायरी चल ही निकलती है और जब शेर[ couplet]पड़ने वाले प्रधान मंत्री और प्रमुख विपक्षी नेता हो तो संसद मेजें थपथपा कर और मीडिया प्रस्तुत करके दाद देता रहता है| लोकसभा में ६ मार्च बुधवार को प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह और विपक्ष की सदन में नेत्री श्रीमति सुषमा स्वराज के बीच बातचीत शेर-ओ-शायरी के साथ हुई।भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेता राजनाथ सिंह प्रतीकों और मुहावरों का सहारा लेकर अपने विरुद्ध प्रधानमंत्री के कड़े तेवरों को बुझते दिए की फड़फड़ाती लौ तक कह डाला|
राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने बीते नौ साल में पी एम् को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिये की लौ तेज हो जाती है।
इसके अलावा राज्य सभा के सदस्य डाक्टर मनमोहन सिंह ने लोकसभा में आकर विपक्ष की नेत्री श्रीमति सुषमा स्वराज के आरोपों का जवाब शायरी से देकर माहौल को अंत में मनोरंजक बना दिया। भाजपा पर प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने शेर पढ़ा कि हमें है उनसे वफा की उम्मीद जो नहीं जानते वफा क्या है। इसके बाद श्रीमति सुषमा ने कहा कि उनकी शेर का कर्ज नहीं रखेंगी और एक शेर का जवाब वह दो शेर से देंगी । इस पर लोकसभा अध्यक्षा मीरा कुमार भी चुटकी लेने में पीछे नहीं रही और बोला कि फिर तो उन[पी एम्] पर उधार हो जाएगा। प्रधानमंत्री के जवाब में श्रीमति सुषमा ने दो शेर पढ़े कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता और कहा कि वह देश के साथ बेवफाई कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने दूसरा शेर पढ़ा कि तुम्हें वफा याद नहीं हमें जफा याद नहीं जिंदगी और मौत के दो ही तराने हैं एक तुम्हें याद नहीं, एक हमें याद नहीं।संसद में चले इस आकस्मिक मुशायरे में दाद देने के नियम का पालन करने से भी सदस्य चूक गए| ये तीनो शेर और प्रतीक अपने आप में काबिले तारीफ़ हैं मगर अधिकाँश सदस्यों ने केवल अपने नेताओं के शेर पर ही मेजें थपथपा कर दाद दी
गौरतलब है कि शुरुआती दिनों में महंगाई+ अपराध +भ्रष्टाचार को लेकर प्रमुख विपक्ष और समान्य विपक्ष के साथ ही सत्ता रुड दल के सदस्यों द्वारा हंगामा मचता रहा | सदन स्थगित होते रहे, कार्यवाही बाधित होती रही |इन गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए कोई भी गंभीर दिखाई नहीं दिया बेशक शेर अच्छे थे लेकिन |इस मुशायरे का मौजू [विषय]ज्वलंत समयायों पर आधारित होता तो और अच्छा लगता| इसीलिए यह नाचीज यह कहने को मजबूर है कि

 संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

संसद चले या ना चले बजट सत्र में बिजनेस हो या न हो मगरएक नहीं तीन- तीन शेर[ couplet] तो चल ही निकले

ख़ाक हो जायेंगे हम उनकों यकीन होने तक

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्‍ताव ध्वनि मत से पारित :पी एम् ने हैट्रिक बनाने का दावा किया

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्‍ताव पर लोकसभा में बयान देते हुए प्रधान मंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह आज बुधवार ६ मार्च को आक्रामक रुख दिखाते हुए मुख्‍य विपक्षी बीजेपी पर जमकर निशाने साधे लेकिन इसके साथ ही संसद की उबाऊ कार्यवाही में शायरी के रोचकता भी भर दी| पीएम ने शुरुआत एक शेर से की तो बीजेपी की नेत्री श्री मति सुषमा स्वराज ने भी इसका उधार चुकता कर दिया उन्होंने एक ही नहीं बल्कि दो-दो शेर शेर सुनाये |लेकिन दुर्भाग्य से डाक्टर मन मोहन सिंह और सुषमा स्वराज के शेरों पर केवल उनकी पार्टी के ही सदस्यों ने मेजें थपथपा कर दाद दी|
राष्‍ट्रपति के अभिभाषण पर बहस प्रस्‍ताव के बाद लोकसभा में बयान देते हुए डाक्टर मनमोहन सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जो गरजते हैं वो बरसते नहीं।’ उन्‍होंने दावा किया कि यूपीए का राज एनडीए से बेहतर रहा है। आर्थिक सुधार की कोशिश जारी है। इसके लिए निवेश को बढ़ावा देना होगा। 2009 में यूपीए की दूसरी पारी शुरू होने के बाद से ही सरकार 8 % का विकास दर बरकरार रखा है। एनडीए के शासनकाल में यह महज छह % रही है। बाकी सरकारों की तुलना में यूपीए की विकास दर अच्‍छी रही है। इस प्रकार केप्रत्येक दावे पर सदस्यों ने मेज थपथपाई |
मनमोहन सिंह ने यूपीए राज में गरीबी कम होने का दावा भी किया| शिक्षा का अधिकार को उन्होंने यूपीए सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया | सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति बेहद गंभीर है। उन्‍होंने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘2004 में इंडिया शाइनिंग फेल रहा है। हमें बीजेपी के स्तर पर उनकी भाषा में जवाब नहीं देना है। बीजेपी ने हमारे खिलाफ एक ‘आयरन मैन’ [एल के अडवाणी]को चुनाव में उतारा और कहा गया कि मनमोहन सिंह कमजोर प्रधानमंत्री हैं। लेकिन जो हश्र हुआ, वह हमारे सामने है। बीजेपी इसी तरह अहंकार दिखाती रही तो 2014 में भी उसका सफाया हो जाएगा। उन्होंने तीसरी बार यूं पी ऐ को सत्ता में आने का दावा भी किया

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्‍ताव ध्वनि मत से पारित :पी एम् ने हैट्रिक बनाने का दावा किया

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्‍ताव ध्वनि मत से पारित :पी एम् ने हैट्रिक बनाने का दावा किया


राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बुधवार को बोलते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में देश का विकास दर कम रही जिसे बढ़ाना होगा तथा आठ प्रतिशत का विकास दर हासिल करना हमारा लक्ष्य होना चहिए।
बीजेपी पर वार करते हुए उन्होंने कहा कि जो गरजते हैं, वे बसरते नहीं। उन्होंने भाजपा को समर्पित एक शेर पड़ा

हम को है उनसे वहा की उम्मीद जो नहीं जानते वहा क्या है|

इसके उत्तर में सुषमा स्वराज ने दो शेर सुनाये

कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता

उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘

तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं

भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है,

जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है।

विपक्ष के संशोधनों को निरस्त करते हुए ध्वनि मत से राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्‍ताव को पारित कर दिया गया |

व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर “आप” का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी के दुखी नेता

ओये झल्लेया ये हसाडा क्या मज़ाक बनाया जा रहा है|ओये हसाडे विश्व प्रसिद्द नेता अरविन्द केजरीवाल को कई दिन पहले ही व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में भाषण देने के लिए निमंत्रित किया गया था और अब कहा जा रहा है कि हमने गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी का पत्ता काट कर अपना नाम लिखा लिया है |भई ये तो हमारी वैश्विक क़ाबलियत और राष्ट्रीय पोलिटिकल हैसियत का मज़ाक उड़ाया जा रहा |एक बार फिर से सभी कण खोल कर सुन लो व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में हमारा कोई हाथ नहीं है|उधर राहुल गांधी को मुख्य वक्ता बनाया गया है |उनका नाम कोई नहीं घसीट रहा|

 व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर "आप" का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी

व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर “आप” का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी

झल्ला

ओ मेरे भोले बादशाहों व्हार्टन इंडिया वाले मुल्क में रविवार को अवकाश मनाया जाता है ऐसे में इस रविवासरीय अवकाश के दिन मोदी के व्याख्यान को रद्द करने के लिए पेनसिलवेनिया विविद्यालय के तीन भारतीय अमेरिकी प्रोफेसरों को 135 लोगों के हस्ताक्षर करने के लिए हाथ फेलाते देखा गया |अब उस हाथ के साथ आपका हाथ नहीं मिला हुआ है तो बड़े हाथ वालों के हाथों की रेखाएं गिननी होंगी|

भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी को संयम में रहने का आज पुरूस्कार मिला :Varun Gandhi Exonerated

भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी को संयम में रहने का आज पुरूस्कार मिला :Varun Gandhi Exonerated

भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी को संयम में रहने का आज पुरूस्कार मिला :Varun Gandhi Exonerated

भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी को संयम में रहने का आज पुरूस्कार मिल गया | भड़काऊ भाषण के दूसरे मामले में भी आज ५ मार्च , मंगलवार को उन्हें बरी कर दिया गया है|
पीलीभीत की अदालत के न्यायाधीश अब्दुल कयूम ने यह फैसला सुनाया है| वरुण गांधी को साक्ष्यों के अभाव में बरी किया गया है|
अदालत ने जब वरूण गांधी को बरी करने का फ़ैसला सुनाया तब वरूण अदालत में मौजूद थे. फ़ैसले के बाद वरूण शांत भाव से अदालत से बाहर निकले.
शुरू से ही वरुण कहते आ रहे हैं कि जिस सी डी के आधार पर मुकद्दमा दर्ज़ हुआ है उसे छेड़ चाड करके उनके विरुद्ध बनाया गया है|
इस सी डी के अलावा वरूण ख़िलाफ़ पेश किये गए गवाह भी मुकर गए , पुलिस कर्मियों का बयान भी बदलता रहा है|
स्वर्गीय संजय गाँधी और संसद मेनका गाँधी के पुत्र वरुण गांधी पर 2009 में चुनाव प्रचार के दौरान एक ख़ास समुदाय के खिलाफ़ भड़काऊ भाषण देने का आरोप था|वरुण के विरुद्ध वर्ष २००९ के १७ और १८ मार्च को दो प्राथमिकी [ऍफ़ आई आर]दर्ज़ की गई थी वरुण गांधी के कोर्ट के सामने समर्पण करने के पश्चात उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था|वरुण पर एन एस ऐ लगा कर जेल में भेजा गया | वर्ष २००९ की मई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एनएसए हटा लिया गया था और जेल में 19 दिन रहने के बाद उन्हें ज़मानत दे दी गई|
इन सभी विवादों के बावजूद वरुण गांधी ने पीलीभीत संसदीय सीट का चुनाव जीता मगर उन्हें पार्टी प्रचार से अलग रखा गया . अब वे दोनों आरोपों में दोषमुक्त ठहराए जा चुके हैं.ऐसे में २०१४ के चुनावों में विशेष कर उत्तर प्रदेश में इनका उपयोग किया जा सकेगा |[FILE PHOTO]

कृषि ऋण माफी योजना के अमल में गंभीर अनियमितताओ को उजागर करने वाली कैग की रिपोर्ट पर भाजपा ने जांच की मांग उठाई

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की किसानों की कर्ज माफी के लिए केंद्र सरकार की योजना में अनियमितताओं की ओर इशारा करती रिपोर्ट को चौंकाने वाली करार देते हुए प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने मामले में तत्काल सीबीआई जांच कराने की मांग की है।भाजपा ने आरोप लगाया है कि पात्र किसानो के बजाय अज्ञात अपात्रों को इसका लाभ दिया गया |

 कृषि ऋण माफी योजना के अमल में गंभीर अनियमितताओ को उजागर करने वाली कैग की रिपोर्ट पर भाजपा ने जांच की मांग उठाई

कृषि ऋण माफी योजना के अमल में गंभीर अनियमितताओ को उजागर करने वाली कैग की रिपोर्ट पर भाजपा ने जांच की मांग उठाई


भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि ऐसे वंचित पात्र किसानों का 31 मार्च 2013 तक का बकाया कर्ज भी तत्काल माफ किया जाना चाहिए उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि टेस्ट चेकिंग के अधर पर प्रस्तुत कैग की रिपोर्ट में अनियमितताएं सामने आई हैं और सरकार को इस मामले में सभी 3.5 करोड़ खातों की सीबीआई जांच करानी चाहिए।
वर्ष 2008 में शुरू की गई कृषि ऋण माफी तथा ऋण राहत योजना की लेखा परीक्षा संबंधी कैग की मंगलवार को संसद में पेश की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि नौ राज्यों में लेखा परीक्षा जांच में 9334 खातों में से 1257 (13.46 प्रतिशत) खाते वे थे जो कि योजना के तहत लाभ के पात्र थे, लेकिन जिन्हें ऋण देने वाली संस्थाओं द्वारा पात्र किसानों की सूची तैयार करते समय शामिल नहीं किया गया। जावड़ेकर ने कहा कि कैग ने 3.5 करोड़ खातों में से केवल 90 हजार की पड़ताल की है और तब ये नतीजे निकले हैं। सभी खातों की जांच में और अधिक अनियमितताएं सामने आ सकती हैं।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगते हुए कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार का पर्याय बन गयी है। [१]राष्ट्रमंडल खेल घोटाला[२] 2जी घोटाला[३]कोयला घोटाला[४] हेलीकॉप्टर घोटाला और अब [५]किसानों को कर्ज माफी योजना में घोटाला सामने आया है जिसमें अनेक अपात्र लोगों ने फायदा उठाया जिससे सरकारी खजाने को नुकसान हुआ।
संप्रग सरकार के पहले कार्यकाल में लागू की गई कृषि ऋण माफी योजना के अमल पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए लेखा परीक्षक कैग ने कहा है कि कई मामलों में उन किसानों को फायदा पहुंचाया गया जो इसके हकदार नहीं थे तथा कई मामलों में लाभ के पात्र किसानों को वंचित रखा गया।कैग ने संबंधित अधिकारियों और बैंकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की है। इस योजना पर कैग की रिपोर्ट आज संसद पटल पर रख दी गई है | इसमें कहा गया है कि उसने जितने खातों की जांच की उनमें 22 % से अधिक मामलों में चूक या गड़बड़ी हुई जिससे इस योजना के क्रियान्वयन पर गंभीर चिंता होती है।रिकॉर्डों से छेड़-छाड़ का हवाला देते हुए कैग ने सुझाव दिया है कि वित्तीय सेवा विभाग को ऐसे मामलों की समीक्षा करनी चाहिए और गलती करने वाले अधिकारियों और बैंकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
जावडेकर ने कैग की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कई मामलों में जिन किसानों ने गैर कृषि उद्देश्य से ऋण लिया था या जिनका ऋण इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने योग्य नहीं था उन्हें लाभ पहुंचाया गया है।

भारतीय विदेश मंत्रालय की कूटनीति को धत्ता बताते हुए आज मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद को हिरासत में ले लिया गया

भारतीय विदेश मंत्रालय की कूटनीति को धत्ता बताते हुए आज मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद को हिरासत में ले लिया गया

भारतीय विदेश मंत्रालय की कूटनीति को धत्ता बताते हुए आज मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद को हिरासत में ले लिया गया

भारतीय विदेश मंत्रालय की कूटनीति को धत्ता बताते हुए आज मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद को हिरासत में ले लिया गया |भारतीय विदेश मंत्रालय की कूटनीति को धत्ता बताते हुए आज मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति नशीद को हिरासत में ले लिया गया है| इससे पूर्व बताया गया था कि मालदीव की वर्तमान सरकार और भारतीय डिप्लोमेट्स के बीच अंडर स्टेंडिंग बन गई थी जिसके चलते भारतीय दूतावास में ग्यारह दिन शरण लेने के बाद नशीद बाहर निकले थे| नशीद पर चीफ जज को हिरासत में लेने के आदेश दिए थे इन्हें उनके निवास से हिरासत में लिया गया है|यह खबर सारे टीवी चैनल्स पर दिखाई जा रही है |इस प्रकार से हिरासत में लिए जाने से उन्हें सितम्बर में होने वाले चुनावों से बाहर रखा जा सकता है और नशीद की जान को भी खतरा बताया जा रहा है||अगर थोड़ा इतिहास में नज़र डाले तो इसी प्रकार की कूटनीति बँगला देश में भी असफल हो चुकी है उस समय इस गलती का खामियाजा शैख़ मुजीबुर्र रहमान की जान से चुकाया गया था |

समाज में सरकार के डर को दूर करने के लिए२३ मार्च से होगा अरविन्द केजरीवाल का उपवास और अवज्ञा आन्दोलन

समाज में सरकार के डर को दूर करने के लिए२३ मार्च से होगा अरविन्द केजरीवाल का उपवास और अवज्ञा आन्दोलन

समाज में सरकार के डर को दूर करने के लिए२३ मार्च से होगा अरविन्द केजरीवाल का उपवास और अवज्ञा आन्दोलन

विसंगतियों के विरुद्ध अवज्ञा आन्दोलन के लिए समाज को जागरूक किया जाना जरुरी है|लेकिन समाज में सरकार का प्रति अनावश्यक डर बैठा हुआ है |लोगों के दिलों में बैठे इसी अनावश्यक डर को दूर करने लिए “आप” के सर्वोच्च नेता अरविन्द अरविन्द केजरीवाल 23 मार्च से दिल्ली में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे। यह उपवास बिजली के बढ़े हुए बिलों के लिए होगा|यद्यपि यह एलान बीते दिन कर दिया गया था मगर सत्ता पर बैठे नेताओं की तरफ से इस घोषणा का मजाक उड़ाते हुए कहा गया कि अरविन्द केजरीवाल का ग्रुप पहले भी कई बार आमरण अनशन कर चुके हैं मगर उसका कोई इफेक्ट नहीं हुआ|इस पर प्रतिक्रया जानने के लिए जब आप के कार्यालय फोन किया गया तो मीडिया को देख रहीं अस्वती मुरलीधरन ने बताया कि पहले अन्ना हजारे के साथ भी अनशन किया जा चुका है मगर सरकार ने हमेशा धोखा दिया है|आश्वासन के बावजूद भी जन लोकपाल नहीं लाया गया |अब संसद में जो लोक पाल लाया जा रहा है वह जनता की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता|इसी परिपेक्ष्य में अब हमें इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं रह गई है| उन्होंने कहा कि वर्तमान में जनता सरकार की दमन कारी नीतियों से बेहद डरी हुई है उस डर को दूर करने के लिए ही यह उपवास किया जाएगा|
इससे पुर्व बीते दिन सामाजिक कार्यकर्ता से नेता बने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह बिजली और पानी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बिजली कंपनियों के साथ मिली हुई हैं। उसी का परिणाम है कि बिजली कंपनियां मनमाना ढंग से बिल बढ़ा रही हैं। उन्होंने लोगों से इसके खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग बिजली बिल देना बंद करें।
अरविंद ने कहा है कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल बढ़ने का सिर्फ एक कारण है करप्शन। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता डरी हुई है और एकजुट नहीं है। इसी का फायदा सरकार उठा रही है।उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल नाजायज तरीके से आ रहे हैं। जनता महंगाई की वजह से कराह उठी है।
अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि मजदूर की बिजली ४६००/= का भुगतान नहीं होने पर काट दी जाती है। मंत्रियों और सांसदों के ऊपर लाखों का बकाया है फिर भी उनसे कोई बकाया की रकम मांगता नहीं।

लोक सभा में हफ्ते के पहले दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट

लोक सभा में हफ्ते के पहले दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट

लोक सभा में हफ्ते के पहले दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट

[दिल्ली] लोक सभा में हफ्ते के पहले दिन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई| प्रश्न काल भी नहीं चलने दिया गया |पेट्रोल की कीमत में की गई बढ़ोतरी वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने सोमवार को लोकसभा में हंगामा किया| इसके फलस्वरूप सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।लोकसभा की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) तथा अन्य पार्टियों के सदस्यों ने इस मुद्दे पर हंगामा किया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल चलने देने का अनुरोध किया, मगर हंगामा बंद नहीं हुआ| इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी।
पेट्रोल की कीमत में एक मार्च से विभिन्न करों के अतिरिक्त 1.40 रुपये की वृद्धि हुई है। पिछले दो सप्ताह में पेट्रोल की कीमत में यह दूसरी वृद्धि है। इससे पहले 15 फरवरी को भी पेट्रोल की कीमत में 1.50 रुपये की वृद्धि की गई थी।

वाणिज्य कर सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र मोहन अग्रवाल ने उद्यमियों को वोट बैंक बनने की सलाह दी

वाणिज्य कर सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र मोहन अग्रवाल ने उद्यमियों को वोट बैंक बनने की सलाह दी

वाणिज्य कर सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र मोहन अग्रवाल ने उद्यमियों को वोट बैंक बनने की सलाह दी

[मेरठ]सोमवार ४ मार्च को बांबे बाजार स्थित चैंबर में वेस्टर्न यूपी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से बैठक का आयोजन किया गया| इसमें उत्तर प्रदेश वाणिज्य कर सलाहकार समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र मोहन अग्रवाल को 17 सूत्रीय एजेंडा सौंपकर शीघ्र समाधान की मांग की गई । इसके उत्तर में उद्यमियों को वोट बैंक बनने की सलाह दी गई|
गाजियाबाद इंडस्ट्रीज फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी अनिल कुमार गुप्ता ने अग्रवाल से कहा कि उद्यमी वर्ग का वोट बैंक न होने के कारण तवज्जो नहीं दी जाती। इसी कारण मुख्यमंत्री ने अभी तक एक बार भी उद्यमियों को मिलने तक का समय नहीं दिया। इस पर श्री अग्रवाल का सुझाव था की वोट बैंक बनोगे तभी तुम्हारी सुनी जायेगी|
सपा उप्र व्यापार सभा प्रदेश अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल ने कहा कि उद्यमी राजनीतिकरण करें और राजनीति का हिस्सा बनें। अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी का प्रारूप तैयार करने पर मंथन चल रहा है। इसके अनुसार गुड्स डिलीवरी पर सभी राज्य सरकारें संयुक्त रिपोर्ट तैयार करेंगी और केंद्र सरकार सर्विस टैक्स पर रिपोर्ट बनाएगी। समन्वय समिति दोनों रिपोर्ट पर जीएसटी की रिपोर्ट तैयार करेगी।
जिला मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसो. अध्यक्ष इंद्रपाल सिंह, महामंत्री रजनीश कौशल और कोषाध्यक्ष घनश्याम मित्तल ने सुरेंद्र मोहन अग्रवाल को ज्ञापन सौंपकर मांगों पर अमल करने की मांग की। अग्रवाल ने देर शाम सर्किट हाउस में वाणिज्य कर अधिकारियों को वसूली बढ़ाने के निर्देश दिए। एडिशनल कमिश्नर किरन कुमार, ज्वाइंट कमिश्नर एसआईबी राम प्रसाद, ज्वाइंट कमिश्नर केएल कुरील मौजूद रहे।