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Category: Politics

गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे लोक सभा में नए नेता सदन बनाए गए

नवनियुक्त गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे अब लोक सभा में नए नेता सदन बनाए गए हैं यह पद राष्ट्रपति बनने पर प्रणव मुख़र्जी द्वारा रिक्त किया गया है \
मिनिस्टर फार पार्लियामेंट अफेयर्स पवन बंसल ने बताया है की प्रधान मंत्री ने यह मनोनयन किया है|
श्री शिंदे दलित नेता हैं और महाराष्ट्रा के शोला पुर का प्रतिनिधित्व करते हैं महाराष्ट्रा के मुख्य मन्त्री भी रह चुके हैं|

अन्ना अनशन समाप्त अब राजनितिक विकल्प की तलाश

अन्ना टीम के आन्दोलन का मौजूदा १६ माह पुराना चरण आज १०वे दिनकी शाम साडे छह बजे समाप्त घोषित कर दिया गया |सेवानिवर्त जनरल वी के सिंह ने नारियल पानी पिलवा कर अन्ना टीम का अनशन भी तुडवाया |इस अवसर पर अनशन करने के बजाये राजनितिक विकल्प देने के संकल्प के साथ सरकार को चुनौती भी दी गई \सरकार ने भी चुनौती स्वीकार करके मानसून स्तर में लोक पाल बिल लाने से मना कर दिया|
आज पांच बजे अनशन को समाप्त करने की घोषणा की गई थी मगर सदस्यों के भाषण के चलते साड़े छह बजे अनशन तुड़वाने की ओपचारिकता पूरी कराई गई \इस अवसर पर जनरल वी के सिंह +मनीष शिशोदिया +अरविन्द केजरीवाल +गोपाल राय+योगेन्द्र यादव आदि ने अपने भाषण में नए विकल्प को जरुरी बताया |अरविन्द केजरीवाल ने कहा की अगर सरकार २०१४ तक जन लोक पाल बिल+राईट टू रिकाल+राईट टू रिजेक्ट+सत्ता के विकेन्द्रीयकरण जैसे सुधार ले आती है तब अन्ना टीम चुनावों में नहीं उतरेगी|अरविन्द ने कहा कि उनकी पार्टी बिना पैसे के चुनाव लडेगी जनता द्वारा मेनिफेस्टो तय किया जाएगा और पंचायतों को सत्ता में भागे दारी दी जायेगी
जनरल सिंह ने देश में १९७५ के हालत पैदा होजाने पर चिंता व्यक्त की और लोक नायक जयप्रकाश नारायण का नारा बुलंद करके सत्ता को आईना दिखाने का प्रयास किया “सिंघासन खली करो जनता आती है”
अन्ना ने आअज फिर दोहराया की वोह स्वयम पार्टी में नहीं आयेंगे और नाही चुनाव लड़ेंगे वरन बाहर रह कर इन पर नज़र रखेंगे|
गोगेन्द्र यादव ने राजनितिक पार्टी बनाए जाने पर आने वाली चुनौतियों के प्रति आगाह किया |
प्रशांत भूषण ने सरकार के सर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि बार बार सत्ता के गलियारों से चुनाव लड़ने कि चुनौती दी जाती रही है अब उस चुनौती को स्वीकार कर लिया गया है|
जिस समय अन्ना का अनशन समाप्त कराया जा रहा था ठीक उसी समय टी वी चेनलों पर संसदीय मंत्री पवन बंसल के हवाले से बताया गया कि मानसून सत्र में लोक पाल बिल को चर्चा के लिए शामिल नहीं किया गया है\
इसी बीच कांग्रेस के कई नेताओं ने अन्ना टीम पर कटाक्ष भी किये |कपिल सिबल+अम्बिका सोनी+दिग्विजय सिंह और रेणुका चौधरी आदि ने कहा कि अन्ना टीम के इस छुपे अजेंडे के बारे में हमें मालूम ही था अब चुनावों में उतरने से उन्हें सभी किन्तु परंतुओं का पता चल जाएगा

पूर्व राष्ट्रपति को लोन पर दे दिए १५० बेशकीमती राष्ट्रीय तोहफे

श्रीमति प्रतिभा पाटिल को अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल में मिले बेशकीमती तोहफों को नए राष्ट्रपति को हेंड ओवर करने या तोशाखाना में जमा करवाने के बजाये अमरावती पहुंचा दिया गया है|इसने एक अन्य विवाद को जन्म दे दिया है| संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि राष्ट्रपति को जो भी तोहफा मिलता है वह तोशखाना में जाता है। ये तोहफे प्रेजिडेंशियल इस्टेट और देश की जनता की संपत्ति होते हैं।:
प्रतिभा पाटिल की स्पेशल ड्यूटी पर रहे ऑफिसर ने मामले में सफाई दी। उन्होंने कहा कि इस तोहफों को लोन पर लिया गया है और प्रेजिडेंशियल इस्टेट जब चाहे इन्हें वापस ले सकता है।बताया जाता है कि पाटिल को अपने कार्यकाल के दौरान 150 से ज्यादा तोहफे मिले। इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा से मिला एक तोहफा और अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का सोने का छोटा प्रतीक भी शामिल है।
ऐसा बताया जा रहा है कि इन सभी तोहफों को अमरावती के विद्याभारती कॉलेज के म्यूजियम में रखा जाएगा। इस कॉलेज ट्रस्ट को पाटिल का परिवार संचालित करता है। सूत्रों का कहना है कि प्रेजिडेंशियल इस्टेट ने इस ट्रस्ट के साथ एक आधिकारिक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है। इस म्यूजियम में प्रतिभा पाटिल की राजनीतिक यात्रा को दिखाया जाएगा। संभावना है कि म्यूजियम इस साल दिसंबर महीने में खुलेगा।

कांग्रेस ने अन्ना टीम द्वारा विकल्प की तलाश का स्वागत किया

अन्ना हजारे ने राजनितिक संस्कृति बदलने के लिए अनशन त्याग कर धर्मनिरपेक्ष विकल्प तलाशने की बात क्या कह दी कि यूं पी ऐ के महारथियों ने अन्ना टीम पर कीचड उछालना शुरू कर दिया है|दिग्विजय सिंह और अम्बिका सोनी ने आज कहा कि अन्ना टीम का गुप्त अजेंडा उजागर हो गया है इसकी उन्हें ख़ुशी है
इन दोनों वरिष्ठ नेताओं ने एक स्वर में अन्ना को राजनीती में आने का न्यौता देते हुए कहा है कि लोक तंत्र में सबको राजनीती में आने का हक़ है लेकिन जनता द्वारा चुने गए सभी प्रतिनिधियों के विषय में अपशब्द नहीं कहने चाहिए |उन्होंने यह भी चेतावनी दे है कि राजनीति में आने पर राजनीती की सीमाओं के विषय में जानकारी भी उन्हें[अन्ना] हो जायेगी |

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अन्ना राजनितिक संस्कृति बदलने के लिए विकल्प देंगे अनशन कल समाप्त होगा

टीम अन्ना के सभी अनशनकारी शुक्रवार३-०८-२०१२ की शाम पाच बजे अपना अनशन समाप्त कर देंगे। अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल ने इस बात का ऐलान करते हुए अब राजनितिक संस्कृति बदलने के लिए राष्ट्रव्यापि आन्दोलन चलाने का इशारा किया है
अन्ना ने साफ कर दिया है कि वे खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे। बल्कि जनता के बीच से साफ-सुथरे धर्म निरपेक्ष उम्मीदवारों को खोजना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी|उन्होंने एक विकेंद्रित, लोकतात्रिक और धर्मनिरपेक्ष विकल्प देने का वादा भी किया है।
टीम अन्ना की मांग को बिल्कुल अनसुना करके सरकार ने मानवीय और राजनितिक संवेदनाएं त्याग कर अनशन कारियों को मौत के मुह में धकेल दिया है | इस अप्रिय स्थिति से बाहर निकालने के लिए और सरकार के लिए एक नया सर दर्द पैदा करने के लिए अब आन्दोलन को एक नया रूप देने का एलान किया गया है|
इससे पहले पिछले आठ दिन से अनशन पर बैठी टीम अन्ना को गुरुवार की सुबह पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह और धर्मगुरू श्री श्री रवि शकर सहित बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न क्षेत्र के शीर्षस्थ लोगों ने अनशन तोड़ कर चुनावी क्रान्ति शुरू करने की अपील की। इनमें पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जे.एम. लिंगदोह, वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर, फिल्म अभिनेता अनुपम खेर और जस्टिस संतोष हेगड़े सहित सुप्रीम कोर्ट के कई रिटायर्ड जज भी शामिल हैं। इसी तरह मैगसायसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पाडे और एकता परिषद के पीवी राजगोपाल जैसे कई सामाजिक कार्यकर्ता, योगेंद्र यादव जैसे समाजशास्त्री, ईएएस सरमा जैसे वरिष्ठ प्रशासनिक पदों से रिटायर्ड हुए अधिकारियों ने भी टीम अन्ना से राजनीति को नई दिशा देने की अपील की है।
इन लोगों ने अपील की है कि वह इस सत्ता से उम्मीद छोड़ अपनी ऊर्जा एक वैकल्पिक राजनीतिक ताकत तैयार करने में लगाएं। इन शीर्षस्थ लोगों ने देश के आम लोगों से भी अपील की है कि अगर टीम अन्ना इस चुनौती को स्वीकार करती है तो वे इनका साथ देने के लिए सामने आएं।

अन्ना अनशन तोड़ो राजनितिक विकल्प दो

टीम अन्ना के अनशन का आज नौवां दिन है इनके साथ ही सरकार भी अभी तक पलके झपकाने को तैयार नहीं दिखती संभवत इसीलिए अब राजनितिक विकल्प देने की संभावनाए तलाशी जाने लगी हैं|इस दिशा में जनता से दो दिनों में राय माँगी गई है|दो दिनों के बाद राजनीतिक विकल्प देने का फैसला किया जाएगा जंतर-मंतर पर अन्ना हजारे के अलावा अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय और मनीष सिसोदिया भी अनशन कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय की तबीयत बिगड़ती ही जा रही है। गोपाल राय को आठवें और नौवें दिन उल्टी हुई है
टीम अन्ना के समर्थन में मुम्बई से जंतर-मंतर पहुंचे अनुपम खेर ने 23 जाने-माने लोगों द्वारा आंदोलन के समर्थन में लिखा गया एक लेटर पढ़ा जिसमे टीम अन्ना से अनशन तोड़कर देश को नया राजनीतिक विकल्प देने की अपील की गई है ।
लेटर लिखने वालों में पूर्व जनरल वीके सिंह, पूर्व चीफ जस्टिस वीआर कृष्ण अय्यर, पूर्व नौसेना प्रमुख राम तहलियानी, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त जेएम लिंगदोह, प्रख्यात पत्रकार कुलदीप नैयर और अनुपम खेर आदि शामिल हैं।
अनुपम खेर द्वारा मंच पर इस चिट्ठी को पढने के बाद प्रशांत भूषण ने कहा कि अब देश की जनता ही हमें बताए कि हमें राजनीतिक विकल्प देने के बारे में सोचना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि जनता दो दिनों के भीतर सोशल साइट्स या जैसे भी संभव हो, अपनी राय हमें बता दे। इसके बाद राजनीतिक विकल्प देने पर फैसला किया जाएग।
मुम्बई में अनाना के समर्थन में प्रदर्शन कर चुके अनुपम खेर ने जंतर मंतर पर कहा, कि करप्शन के खिलाफ आवाज उठाना सबका अधिकार है। इस आंदोलन को लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है लेकिन पूरी कोशिश की जा रही है कि आंदोलन को अपनी ही मौत मरने दिया जाए। अनुपम खेर ने सरकार को धिक्कारते हुए कहा कि हम भूखे-प्यासे पड़ोसी का भी हाल-चाल पूछ लेते हैं लेकिन यहां तो अनशन के इतने दिन बीत जाने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘मैं जंतर-मंतर पर अपना चेहरा दिखाने नहीं आया हूं। मैं यहां एक आम आदमी की तरह आया हूं। यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक कि करप्शन हमारे समाज से खत्म नहीं हो जाता।’

अन्ना टीम को दिल्ली पोलिस ने अस्पताल जाने का नोटिस दिया

आमरण अनशन पर आठ दिनों से बैठे अरविन्द केजरीवाल +गोपाल राय और मनीष सिशोदिया को दिल्ली पोलिस ने अस्पताल जाने को कह दिया है इस बाबत एक पत्र भेजने के अलावा पोलिस के पांच अधिकारी सादे वस्त्रों में अनशन स्थल पर पहुंचे और अन्दर बाहर इंस्पेक्शन भी किया|
आज सुबह से ही अरविन्द केजरीवाल सरकार पर निशाना साध रहे थे कि जबरदस्ती अस्पताल में भर्ती करके उनकी ह्त्या की जा सकती है|ख़ुदकुशी का आरोप लगाने वालों को चेताया गया था कि यह ख़ुदकुशी नहीं वरन बलिदान है |और यह कोई अपराध नहीं है|
और अब पोलिस का पत्र और फिर इंस्पेक्शन भी हो गया यूं तो रोजाना पोलिस कि गश्त होती थी मगर आज अन्दर तक घुस कर जांच की गई|पोलिस का यह कहना है कि अन्ना ने अनशन से पहले यह लिख कर एफिडेविट दिया है कि क़ानून का पालन होगा इसीलिए अब जब तबियत खराब हो रही है तब इन्हें अस्पताल चले जाना चाहिए \अनशन कारियों का कहना है कि उनके सभी पेरामीटर दुरुस्त हैं\

मुलायम डांट पड़ते ही सी एम् मुस्कुरा कर बोले काम करके दिखाएँगे

सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के लख्ते जिगर अखिलेश यादव को ज़रा सी डांट कया पड़ी की अब अपने बुजुर्ग पार्टी प्रमुख को खुश करने के लिए काम करके दिखाने की बात कहने लग गए हैं|
बीते दिन पार्टी प्रमुख ने विधायकों और मंत्रियों की एक मीटिंग की थी इसमें उन्होंने सबको काम कम और ज्यादा ब्यान बाज़ी के लिए लताड़ा था प्रमुख की नाराज़गी की बात मीडिया में भी उछली तो आज मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस करके स्थिति को संभालने का प्रयास किया
दरअसल पार्टी प्रमुख की नज़र २०१४ के चुनावों पर है और उन्होंने काम करके दिखाने के लिए अपने पुत्र अखिलेश की सरकार को छह महीने दिए थे उसमे से चार महीने बीत भी गए हैं मगर अनावश्यक बयाँबाजी ज्यादा हो रही हैउन्होंने ब्यान बाज़ी से बचने कार्यकर्ताओं की अनदेखी नहीं करने और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने को जरुरी बताया|
कार्यकर्ताओं की सुनवाई न होने का जिक्र करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इनके बल पर ही हम सत्ता में आए हैं। इनकी अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुलायम ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार समय रहते मैसेज नहीं दे पायी तो २०१४ के लोकसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता पर रिपोर्ट सबकी मिल रही है। जनता ने बहुत उम्मीद से सत्ता दी है, उसे नाउम्मीदी नहीं मिलनी चाहिए।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा कि चुनाव घोषणा पत्र के अस्सी फीसदी वादों को या तो सरकार पूरा कर चुकी है या पूरा होने के कगार पर हैं। जो योजनाएं शुरू की गयी हैं उसका लाभ कुछ दिन बाद देखने को मिलेगा।
प्रदेश मुख्यमंत्री ने आज मुस्कुराते हुए अपनी सरकार की गलतिओं को स्वीकार तो किया मगर बिजली के महा संकट के लिए सारा दोष पूर्व की बसपा सरकार के मत्थे मड दिया |मायावती की मूर्ति तोड़े जाने के मामले पर बोलते हुए उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कीअभी तो स्पेयर मूर्ति रखी थी सो लगवा दी गई है भविष्य के लिए मूर्ति बनाने का सांचा तैयार करवा लिया जाएगा और जरुरत पड़ने पर प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्ति बनवा ली जायेगी \
अपराधों में वृधि के प्रति गंभी रुख अपनाते हुए उन्होंने अपराध नियंत्रण में ढिलाई बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वासन भी दिया

केजरीवाल ने लगाया ह्त्या का आरोप और अन्ना ने भरी हुंकार

अन्ना टीम के अनशन का आज आठवां दिन है|आज जहां अन्ना ने हुंकार भर कर जन लोकपाल के आने तक उनका अनशन जारी रखा जाएगा जबकि अरविन्द केजरीवाल ने सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया है
आज टीम अनशन का आठवाँ और अन्ना का चौथा दिन है आज अरविन्द केजरीवाल और गोपाल राय की तबियत खराब बताई जा रही है तभी ये दोनों मंच पर बैठे नहीं दिखाई दे रहे |सवाबाढ़ बजे के करीब अरविन्द थोड़ी देर के लिए मंच पर आये और सरकार पर उनकी [अरविन्द की]ह्त्या के षड्यंत्र रचाने का आरोप लगाया |उन्होंने बताया की सरकारी हलकों में कहा जा रहा है कि अरविन्द को आत्महत्या के आरोप में गिरफ्तार करके अस्पताल में भर्ती किया जा सकता है जहां उन्हें स्लो पोय्जन देकर मारा जा सकता है जबकि यह आत्म ह्त्या नहीं वरन आत्म बलिदान है और बलिदान कोई अपराध नहीं है |गांधी जी २५ दिन और संत तुका राम ४५ दिन तक अनशन पर रहे |उन्हें कभी नहीं पकड़ा गया अब ये सरकार अंग्रेजों से भी गई गुज़री हो गई है |
उन्होंने जयप्रकाश नारायण को कोट किया जेल में जय प्रकश को स्लोपायजन दिया गया इसके अलावा एक और स्वामी को अनशन से उठा कर अस्पताल में डाला गया अनशन स्थल पर तो वे ठीक थे मगर अस्पताल में उनकी मौत हो गई | यही षड्यंत्र अब उनके[अरविन्द]के साथ भी रचा जा रहा है|
उन्होंने बताया कि अभी तक कुछ कमजोरी जरूर है मगर मेरे सारे पेरामीटर ठीक हैं ऐसे में अस्पताल लेजाना किसी भी द्रष्टि से उचित नहीं है अगर जबरदस्ती अस्पताल ले जाया जाएगा तो जनता का डाईत्व उन्हें वापिस लाना होगा | अभी तक सरकारी अस्पताल जांच के सैम्पल ले रहे थे अब उन्हें सैम्पल भी नहीं दिए जायेंगे|
उधर सरकार इस मुद्दे पर संवाद स्थापित करने के मूड में नहीं दिख रही गृह मंत्री का चार्ज संभालने के बाद सुशील कुमार शिंदे ने अन्ना टीम से बात करने के स्थान पर उनका मज़ाक उड़ाना ज्यादा पसंद किया \श्री शिंदे ने कहा की अन्ना टीम मंच से नीचे और मंच के ऊपर कुछ अलग कह रही है जबकि अन्ना तीसरे नज़रिए की बात कर रहे हैं ऐसे में कैसे बात की जा सकती है|

जिलों के बाद अब यूनिवर्सिटी का नाम बदलने की कवायद

अंग्रेज़ी के विश्विख्यात साहित्यकार शेक्सपियर ने कहा था की नाम में क्या रखा है मगर आज कल उत्तर प्रदेश सरकार नाम के सहारे ही प्रदेश को २०१४ के चुनावों तक ले जाना चाहती है|जिलों के नाम बदलने के बाद अब कांशीराम उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, लखनऊ का नाम बदल कर ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी फारसी विश्वविद्यालय कर दिया गया है अजमेर दरगाह के सज्जादनशीन सैयद जैनुल आबेदीन अली खान और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस पर ऐतराज भी जता दिया है मायावती ने तो इसे बसपा आन्दोलन के जन्म दाता कांशीराम के प्रति एहसान फरामोशी बताया है| जबकि सूफी संतों के नाम पर राजनीति किये जाने की सैय्यद जैनुल ने भी गलत बताया है
मायावती सरकार के कार्यकाल में शुरू किये गऐ उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय का नाम बदलने के लिये सपा नेता एवं नगर विकास मंत्री आजम खां ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय का नाम उर्दू अरबी फारसी के किसी विद्वान या साहित्यकार के नाम पर रखे जाने का सुझाव दिया था। विश्वविद्यालय के कुलपति की और से इस सुझाव पर दस नाम आए थे जिसमें सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के नाम पर सरकार ने सहमति जताई है।
1993 में पूरी तरह से हाशिए पर आ गए सपा प्रमुख मुलायमसिंह यादव को कांशीराम जी ने ही सहारा देकर सपा-बसपा की गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री पद पर बैठाया था। अब उसी सपा सरकार द्वारा माननीय कांशीराम के नाम पर बनी यूनिवर्सिटी का नाम बदलने से उनके साथ एहसान फरामोशी की जा रही है