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Category: Social Cause

गुरु के आदेशों को मानने वालों का अनुसरण करो

अन्दरों कुसुद्दा कालियां बाहरों चिटमुहियां ।
रीसां करे तिन्हाडिया जो सेवन दर खाड़ियाँ ।

अर्थात अंतर में तो विषय – विकार की कालिख भरी हुई है और बाहर चिकना – चुपड़ा चेहरा बनाकर हम गुरु को , प्रभु को अपनी और आकर्षित करना चाहते हैं । हम उन लोगों की नक़ल करते हैं , जो गुरु के आदेश पर चलते हैं , उनका हुक्म मानते हैं ।
गुरुवाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना

Rakesh Khurana

मेरठ छावनी के पार्षदों और परिषद् की लड़ाई अब सड़को पर आई

मेरठ छावनी परिषद्

भारत में ६२ छावनियों में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी छावनी मेरठ में विकास के बजाय पार्षदों और परिषद् में टकराव बढ़ता जा रहा है| इसीके फलस्वरूप कल सोमवार को आठों पार्षद परिषद् कार्यालय पर धरना देंगे और प्रदर्शन करेंगे|पार्षदों ने परिषद् अध्यक्ष मेजर जनरल वी के यादव ,मुख्य अधिशासी अधिकारी और दशकों से परिषद् में जमे अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है| आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली में रक्षा मंत्रालय में भी जाने के घोषणा की गई है|
पार्षद अजमल कमाल के अनुसार मेरठ के पार्षदों का हौंसला बढाने के लिए छावनी परिषदों के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव गुप्ता [झांसी]के साथ अनेकों छावनियों के उपाध्यक्ष आयेंगे |
गौरतलब है की छेत्र में विकास के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही है|इसके लिए धनाभाव का रोना रोया जाता है जबकि सैनिक अधिकारियों के छेत्रों में ही कार्य कराये जा रहे हैं|ये आरोप लगाते हुए असंतुष्ट पार्षदों ने कहा है कि [१]गृह कर और जल कर में की गई वृद्धि को तत्काल वापिस लिया जाए|[२]विकास कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराये जाये|[३]चेंज आफ परपस को चालू किया जाए[४]नक्शा पास करने के प्रक्रिया तेज की जाए[५]बंगलो एरिया में बिजली पानी और सड़क सुविधा दी जाये|
इसके अलावा पार्षद अजमल कमल ने सुझाव भी दिया ही कि छावनी परिषद् में किये जा रहे चालान को कोर्ट में भेजने के बजाये चालानपर बोर्ड द्वारा ही निर्णय कराया जाना चाहिए इससे बोर्ड को अतिरिक्त आमदनी होगी| कम्पाउंड प्रक्रिया को गति दी जानी चाहिए|एन ओ सी देने में की जारी देरी को रोक जाना चाहिए|एतिहासिक स्थलों का सौन्द्रियकरण हो और फ्रीहोल्ड प्रक्रिया यथा शीघ्र शुरू की जाए |

सियाचिन में बर्फीले तूफ़ान में असम रेजिमेंट के छह जवान शहीद और एक लापता

सियाचिन में बर्फीले तूफ़ान

सियाचिन ग्लेशियर में आए भयंकर बर्फीले तूफान में 6 भारतीय सैनिकों के मारे जाने की खबर है जबकि एक सैनिक लापता बताया जा रहा है। सेना के सूत्रों के मुताबिक सियाचिन ग्लेशियर के हनीफ सब सेक्टर में सुबह सात बजे हिमस्खलन आया, जिसमें असम रेजिमेंट के छह जवान मारे गए व एक लापता हो गया। चौकियों के बीच सैनिकों की आवाजाही के दौरान यह घटना घटी।यह चौकी 15-16 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है।
कई सालों में पहली बार इस ग्लेशियर क्षेत्र में भारतीय चौकी हिमस्खलन की चपेट में आई है ।
ऐसा नहीं की केवल भारतीय ही बर्फीले तूफ़ान की चपेट में आते हैं बल्कि पिछले साल इसी क्षेत्र में हिमस्खलन में पाकिस्तानी शिविर चपेट में आया था और 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
भारत ने पिछले करीब 30 साल से सियाचिन में अपने सैनिक तैनात कर रखे हैं। यहाँ भारत ने दुश्मन की गोलियों से कहीं अधिक जवान मौसम और प्रतिकूल भौगोलिक स्थितियों की वजह से गंवाए हैं।सम्भवत इसीलिए यहाँ से जवान हटाने के लिए पकिस्तान और भारत में बात हो रही है| कई दौर की बातचीत के बाद भारत और पाकिस्तान कुछ साल पहले इस क्षेत्र के सैनिक हटाने के करीब पहुंच गए थे, लेकिन समझौता नहीं हो सका
भारतीय जनरल बिक्रम सिंह ने साफ कर दिया है कि भारतीय सेना रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस बर्फीली चोटी से हटना नहीं चाहती है जिसके लिए उनसे अपना काफी खून बहाया है। उन्होंने कहा कि सेना ने अपने विचार से सरकार को अवगत करा दिया है और अंतिम फैसला उसे करना है।

रहमान मलिक ने केवल अपने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के शब्दों को ही अपनी आवाज़ दी है


झल्ले दी झाल्लियाँ गल्लां

एक भारतीय नागरिक

ओये झल्लेया ये पकिस्तान कब सुधरेगा? पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मालिक भारत आये लेकिन अथिति धर्म भुला कर हसाड़े मुल्क को ही आतंकवाद का दोषी करार देने लग गए | अबू जिंदाल को भारतीय बता दिया |समझौता एक्सप्रेस में बम और अयोध्या काण्ड के मुकाबिले मुम्बई के एटैक की बात करने लग गए |ये कैसा पाकिस्तानी भाई चारा है?

रहमान मलिक ने केवल अपने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के शब्दों को ही अपनी आवाज़ दी है

झल्ला

ओ बाऊ जी इसमें कुछ भी नया नहीं है| उन्हें पता है कि गुजरात में चुनावों के मध्य नज़र रहमान मालिक को कोई करार जवाब नहीं देगा|इसीलिए जनाब रहमान मालिक साहेब ने अपने पुराने राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की बात को ही दोहरा दिया है|आप शायद भूल गए कि जनाब परवेज ने भी एक बार भारत पर जवाबी तोहमत लगाई थी |जब मीडिया ने उनसे पूछा कि पाकिस्तान से आकर आतंकवादी भारत में गडबडी क्यूं फैलाते हैं?इस पर जनरल परवेज ने कहा था कि भारत भी कोई दूध का धुला नहीं है|अब वोही तोहमत को नए शब्दों में प्रस्तुत किया गया है|

एक व्यक्ति प्रतिदिन मात्र चार रुपये में पेट भर खा सकता है:शीला दीक्षित

शीला दीक्षित के एक बयान पर बवाल हो गया है. शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली की सीएम ने कहा कि 600 रुपये पांच लोगों के परिवार की दाल-रोटी-चावल के लिए काफी हैं. हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान पर सफाई भी दी, शीला दीक्षित ने अन्नश्री योजना की शुरुआत की थी. योजना है गरीब परिवारों को हर महीने अनाज के बदले 600 रुपये महीना देने की. शीला दीक्षित ने इस कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है. उसे कम से कम दाल, चावल और गेहूं तो मिल ही सकता है.
क्या दिल्ली में रहने वाले किसी आदमी का पेट सिर्फ 4 रुपये में भर सकता है.दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मुताबिक दिल्ली में ऐसा संभव हैं.

शीला दीक्षित ने कहा, सरकार अन्नश्री के तहत हर महीने गरीब परिवारों को 600 रुपये देगी. मैं समझती हूं दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है.अर्थार्त पञ्च लोगों के परिवार के लिए महीने में १५० डाईट और ६०० रुपयों में १५० डाईट का अर्थ हुआ ४ रुपये प्रति डाईट |इस एक डाईट में सुबह दोपहर और शाम का खाना शामिल है|
शीला दीक्षित ने ये बात १५-दिसंबर को दिल्ली में अन्नश्री योजना की शुरुआत करते वक्त कही थी|.
शीला ने जब यह बयान दिया, तब कांग्रेस और यूं पी ऐ अध्यक्षा सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।
जो सीधे परिवार की महिला सदस्य के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ 25 लाख लोगों को मिलेगा।
इस योजना से लाभान्वित होने वाले लोगों ने शीला के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है|लोगों का कहना है कि अगर ४/= प्रति व्यक्ति प्रति दिन पर्याप्त है तो गरीब को तो खुली छत के नीचे रहना और कभी बीमार नहीं होना चाहिए\इसके अलावा सरकार को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि बाज़ार कीमतें भी इसी के अनुरूप रहेंगी|
योजना को शुरू करने के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ये योजना आधार कार्ड से जुड़ा होगी और पीडीएस स्कीम से अलग होगी। सोनिया गांधी ने अन्न श्री योजना लागू करने के लिए दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस स्कीम की सबसे अच्छी बात ये है कि पैसा जरूरतमंद परिवार की महिला सदस्य को मिलेगा।
श्रीमति सोनिया गांधी ने कहा कि यूपीए और कांग्रेस की सरकार गरीबों को भोजन देने की गांरटी को लेकर गंभीर है और जल्द ही संसद में फूड सिक्योरिटी बिल पेश किया जाएगा। एक तरफ सरकार मानती है महंगाई बढ़ रही है लेकिन दूसरी तरफ कभी ये कहा जाता है कि 20 रुपये से ज्यादा कमाने वाले को गरीब नहीं माना जा सकता। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने ही अन्नश्री योजना की शुरुआत करते हुए यहां तक कह डाला कि 600 रुपये में पांच सदस्यों वाले एक परिवार का खर्च आसानी से चल जाएगा। ये बयान गरीबी का मजाक नहीं तो और क्या है। इसके पहले मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने 27 रुपये रोज कमाने वाले शख्स को गरीबी रेखा के नीचे करार देने से इनकार कर दिया था। मोंटेक की तब खासी किरकिरी हुई थी। बावजूद इसके अब शीला दीक्षित ने 600 रुपये की थ्योरी देकर प्रति व्यक्ति के लिए पूरे दिन के खाने के लिए मात्र चार रुपये पर्याप्त बता कर चौंका दिया है। रांची में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने २०११ में दाल-भात योजन की शुरूआत की। इस योजना के अंतगर्त राज्य में 100 केंद्रों पर प्रतिदिन मात्र 5/- (पांच) रूपय में दोपहर के खाने की व्यवस्था सरकार के द्वारा की गई|अब एक साल के बाद महंगी दर इतनी बड चुकी है मगर सरकारी आंकड़ों के अनुसार मानवीय डाईट की आवश्यकता घटाई गई है यह हास्यस्पद है|

शीला दीक्षित

पेशावर बाचाखान एयर बेस पर आतंकवादियों ने राकेट दागे: दस मरे

भारत और पाकिस्तान जब भी शांति के पथ पर कदम रखते हैं तभी कभी सीमा और कभी मुल्क के अन्दर तनाव पैदा करने के प्रयास शुरू हो जाते हैं|पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मालिक के भारत दौरे के समय पकिस्तान के पेशावर और करांची में तनाव हो गया| पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी शहर पेशावर में बाचा खान हवाई अड्डे[एयर बेस] पर १५ दिसंबर की रात तालिबानी आतंकवादियों ने पांच राकेट दागे जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक लोग घायल हो गए। मरने वालों में पांच हमलावर भी बताये गए हैं|
तालिबान आतंकवादी विस्फोटकों से भरा वाहन लेकर जबरन हवाई अड्डा परिसर में घुस गए और गाड़ी परिसर की दीवार से टकरा दी। पाक मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकवादियों ने हवाई अड्डे पर पांच रॉकेट भी दागे। उनमें से दो ने रनवे पर हमला किया।
हमले के बाद हवाई अड्डे से सभी अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गईं।। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने हमले की निंदा की है। माना जा रहा है कि इसके पीछे अल-कायदा और तालिबान का हाथ हो सकता है सेना के अनुसार यह हमला हाल ही में आतंकवादियों के खिलाफ किए गए सैन्य अभियान की प्रतिक्रिया हो सकती है रॉकेट हमले में रिहाइशी इलाके के कई मकानों में आग लग गई। हमले में करीब 40 लोगों के जख्मी होने की खबर है। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने ली है।
पेशावर के जिस इलाके में ये हमला हुआ, वो सुरक्षा के लिहाज से काफी चाक-चौबंद माना जाता है। मगर इसके बावजूद आतंकी पेशावर के बाचा खान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंचने में कामयाब रहे। इसके बाद एयरपोर्ट को निशाना बनाकर आतंकियों ने रॉकेट भी दागे। आतंकियों के दो रॉकेट एयरपोर्ट के पास रिहाइशी इलाकों में जा गिरे।एयरपोर्ट में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पड़ोस में मौजूद रिहाइशी इलाकों के कई घरों में आग लग गई। एयरपोर्ट पर उस वक्त मौजूद यात्री जेद्दाह की उड़ान का इंतजार कर रहे थे। जिन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और सभी उड़ानें स्थगित कर दी गईं। पेशावर एयरपोर्ट की तरफ जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए ताकि आतंकी भाग न सके।
हमले में शामिल आतंकियों की तादाद 5 बताई गई है। इनके पास से मिले रॉकेट लॉन्चरों, असॉल्ट राइफलों और गोला बारूद मिले। एयरपोर्ट के पास दो सुसाइड जैकेट भी मिलीं, जिन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने नाकाम कर दिया।
इस बीच पाकिस्तानी मीडिया के सामने पाकिस्तान की जमीन पर पनपे और प्रतिबंधित तहरीके तालिबान पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी कबूल की है।
प्रवक्ता अहसानुल्लाह ने जिम्मेदारी ली है| उनका निशान पेशावर एयरपोर्ट पर मौजूद एयरफोर्स बेस था। हमले के लिए दो जगहों पर विस्फोटकों से भरे वाहनों का भी इस्तेमाल करने का भी दावा किया गया |
इसके अलावा कराची में हुई हवाई फायरिंग के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग गलियों में हथियार लेकर घूम रहे हैं। उन्होंने कुछ दुकानों को भी बंद करने की धमकी दी। इससे शहर में तनाव बन गया और कराची बार एसोसिएशन के चुनाव भी टाल दिए गए।
इससे पूर्व भी पेशावर में आतंकी हमले हो चुके हैं यहाँ तक की यू एन कार्यालय में हुए एक हमले में तीन लोग मारे गए थे| गृह मंत्री रहमान मालिक ने भारत दौरे में यह स्वीकार किया है की उनका मुल्क भी आतंकवाद से जूझ रहा है ऐसे में पकिस्तान और भारत में शांति बहाली के लिए दोनों मुल्कों को पुराना द्वेष्य भुला कर सहयोगात्मक कदम उठाने होंगे |इसके लिए भारत ने समझौता एक्सप्रेस में हुए बम विस्फोट के आरोपी

पेशावर बाचाखान एयर बेस पर राकेट दागे:

को गिरफ्तार करके पहल कर दी है अब पाकिस्तान को भी वहां पनप रहे आतंकवादियों को गिरफ्तार करके बिना किसी इफ एंड बट्स के कानूनी प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए

भाजपा की हाहाकार रैली में आज लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बढ़ते अपराधों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए पार्टी के तेवर दिखाए

भाजपा की हाहाकार रैली

भाजपा की हाहाकार रैली में आज प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बढ़ते अपराधों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए पार्टी लाईन को उजागर किया|
कमिश्नरी चौक में आज भाजपा द्वारा हाहाकार रैली का आयोजन किया गया जिसमे भारी संख्या में लोग शामिल हुए| प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई,संसद राजेंद्र अग्रवाल,पूर्व विधायक अमित अग्रवाल,मोहन लाल कपूर,मेयर हरिकांत अहलुवालिया,आदि ने रैली को संबोधित किया|इसमें प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि इस माह गन्ना ,धान,के प्रति सरकार की जन विरोधी नीतियों का पूरजोर विरोध किया जाएगा|
श्री वाजपई ने कहा कि मुरादाबाद,मेरठ,और देवरिया[१८दिसंबर] चंदौली [१९ दिसंबर ]] में आगामी सप्ताह से आन्दोलन शुरू किये जायेंगे| धान के कट्टे सर पर रख कर अधिकारियों के कार्यालय में कार्यकर्ता और नेतागण जायेंगे और सरकार को धन खरीदने के लिए मजबूर किया जाएगा

जिलाधिकारी जी आप अगर कानून व्यवस्था से संतुष्ट हैं तो में चला जाता हूँ

मेरठ के जिलाधिकारी के एक ज्ञापन भी सौंपा जाना था मगर रैली के स्थान पर एस पी और ऐ डी एम् [ सिटी] के ही आने पर वाजपई भारी समर्थकों के साथ जुलुस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे जहाँ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया |यहाँ वाजपई ने कानून व्यवस्था पर अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि जिलाधिकारी महोदय आप रोजाना सुबह अखबार में खंगाले गए घरों कि फोटो,लूट डकैती के ख़बरें, देख कर संतुष्ट हैं तो में वापिस चला जाता हूँ |इस पर अधिकारी ने व्यवस्था में सुधार लाने का आश्वासन दिया|

रैली में दो जेब कतरों को धुना गया

रैली में दो जेब कतरों को जनता ने पकड़ कर धुन दिया थोड़ी देर के बाद एक पोलिस अधिकारी आये और उन्होंने जेब कतरों को हिरासत में लिया

आत्म दाह का प्रयास किया

प्रशासन के खिलाफ एक व्यक्ति ने आत्मदाह का प्रयास किया जिसे पोलिस कर्मियों ने तत्परता से विफल कर दिया

आरक्षण समर्थकों की नारे बाज़ी

कलेक्ट्रेट में प्रोमोशन में आरक्षण विरोधी भी अपना मंच सजाये थे और बार बार माईक पर भाजपा से आरक्षण का विरोध करने के लिए नारे लगाते रहे |

अखिलेश यादव जी और आज़म खान साहब बिजली की बर्बादी नहीं रुकी तो स्टॉक तंग करने लगेगा

एक पत्र मुख्य मंत्री अखिलेश यादव जी के नाम

बिजली की बर्बादी नहीं रुकी तो स्टॉक तंग करने लगेगा

आप ने कई बार बिजली की बर्बादी रोकने के सख्त आदेश जारी किये हैं यहाँ तक की कर्मियों के वेतन से कटौती की बात भी कही गई थी मगर हकीकत कुछ जुदा है। अलग है ।डिफरेंट है। आज दिन में खीची गई ये तस्वीरें चीख चीख कर ब्यान कर रही हैं कि या तो आपके आदेश कागजी या हवाई थे और नहीं तो यह विभाग आपके काबू में नहीं रहा । हो सकता है कि आपके राम पुर +मैनपुर + सैफई आदि में सस्ती बिजली भरपूर मिल रही हो मगर ऐसी बर्बादी चलती रही तो जनाबे आली बिजली का स्टोक तंग करने लगेगा और इसके फलस्वरूप आपके यहाँ भी चांदनी चार दिन की ही रह जानी है

स्कूली बच्चों पर कहर बरपा:अमेरिका में २० बच्ची मारे गए जबकि चीन में २२ बच्चे घायल किये गए

अमेरिका और चीन में दो अलग अलग ह्रदय विदारक घटनाएँ हुई हैं जिनमे मासूम स्कूली बच्चों पर कहर ढाया गया है| अमेरिका के कनेक्टिकट में एक प्राथमिक विद्यालय में एक व्यक्ति ने गोलियां चलाकर अपनी मां और 26 अन्य लोगों की हत्या कर दी, जिनमें 20 बच्चे भी शामिल हैं। हमलावर की पहचान रेयान लांजा के तौर पर हुई है। इस हत्याकांड के बाद उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।उधर शिन्हुआके अनुसार

स्कूली बच्चों पर कहर बरपा:

चीन के हेनान प्रांत के झिन्यांग शहर में चेंपैंग गावं के एक प्राईमरी स्कूल के गेट पर एक व्यक्ति द्वारा २२ निर्दोष छात्रों को चाकू मार कर घायल कर दिया गया | इन घटनाओं को मीडिया ने चिंता के साथ प्राथमिकता दी है|
अभी तक गोलीबारी में घायल / मृत लोगों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है|अमेरिका की विश्व प्रसिद्ध समाचार प्रेषक ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के अनुसार लांजा की मां इस स्कूल में शिक्षिका थीं और उसने अपनी मां को मारने के बाद अन्य लोगों की हत्या की। पुलिस के अनुसार हमलावर ने काली पोशाक पहनी हुई थी और उसके पास नौ एमएम की दो बंदूकें थीं। उसने सुबह कनेक्टिकट के इस विद्यालय में गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे पूरे शहर में भय का माहौल कायम हो गया| सीएनएन न्यूज के अनुसार, इस घटना में मारे गए लोगों में स्कूल की प्रिंसिपल, मनो चिकित्सक और 20 बच्चे शामिल हैं। हमलावर को इसी स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे का पिता बताया गया है|
गौरतलब है कि न्यूटाउन न्यूयार्क से 60 किलोमीटर पूर्वोत्तर में स्थित है और इस विद्यालय में लगभग ७०० विद्यार्थी पढ़ते हैं। इस घटना के बाद यहां के बाकी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने के अनुसार राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संघीय जांच एजेंसी एफबीआइ के निदेशक और कनेक्टिकट के गवर्नर से बात की है और इस घटना पर शोक जताया है।
इस ह्रदय विदारक वारदात को अमेरिका के स्कूलाें में अब तक की सबसे बड़ी घटनाओं में माना जा रहा है।एनबीसी न्यूज ने बगैर किसी का हवाला दिए कहा है कि गोलीबारी करने वाले व्यक्ति के मारे जाने के बाद उसके पास से दो बंदूकें बरामद हुई हैं। वारदात स्थल से 18 किमी दूर डैनबरी अस्पताल में यहां के तीन घायल भर्ती हुए हैं और उनकी हालत बहुत खराब है। न्यूटाउन शहर की आबादी करीब 27 हजार है।

घटनाओं का इतिहास

अमेरिका में इस तरह की गोलीबारी की अनेकों घटनाएँ हुए हैं [१] ओरेगन की है जहां गत मंगलवार को एक बंदूकधारी ने पहले दो लोगों की हत्या कर दी और बाद में आत्महत्या कर ली।[२] इसी साल जुलाई में कोलोराडो की एक घटना में रात में बैटमैन फिल्म के प्रदर्शन के दौरान 12 लोगों की हत्या कर दी गई थी और 58 लोग घायल हुए थे।ल 27 फरवरी को इस स्कूल के एक छात्र ने अचानक गोली चला दी, जिसमें तीन छात्रों की मौत हो गई जबकि दो घायल हो गए।
[३]2 अक्टूबर 2006, वेस्ट निकेल माइंस स्कूल,
पेनसिलवेनिया के इस स्कूल में 32 साल के एक युवक ने पहले तो 11 लड़कियों को बंधक बना लिया। फिर गोलीबारी कर पांच की जान ले ली और छह को जख्मी कर दिया। बाद में हमलावर ने खुद को भी गोली मार ली।
[४]8 नवंबर 2005, कैंपबेल काउंटी हाई स्कूल, जैक्सबोरो, टेनेसी
यहां 15 साल के एक छात्र ने प्रिंसिपल और दो सहायक प्रिंसिपल पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं जिसमें एक की मौत हो गई।
[५]21 मार्च 2005, रेड लेक हाई स्कूल, मिनेसोटा
यहां 16 साल के एक लड़के ने अपने दादा, चार साथी छात्रों और एक टीचर समेत 8 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और बाद में खुद को गोलीमार कर खुदकुशी कर ली।
[६]5 मार्च 2001, सैंटना हाई स्कूल, कैलिफॉर्निया
इस स्कूल में पढ़ने वाले 15 साल के छात्र ने गोलीबारी कर अपने दो साथियों की जान ले ली और 13 लोगों को जख्मी कर दिया।
इससे पहले नब्बे के दशक में भी अमेरिकी स्कूलों में हुई हिंसक घटनाओं ने लोगों का दिल दहला दिया था।
[७]20 अप्रैल 1999, कोलंबाइन हाई स्कूल, कोलोरैडो
इस स्कूल के दो छात्रों ने खुदकुशी करने से पहले अंधाधुंध फायरिंग कर 12 छात्रों और एक टीचर की जान ले ली
[८] 21 मई 1998, थर्स्टन हाई स्कूल, ओरेगन
15 साल के एक छात्र ने पहले अपने मां-बाप को मारने के बाद स्कूल में फायरिंग की जिसमें दो छात्रों की मौत हो गई।
[९]24 मार्च 1998, वेस्टसाइड मिडल स्कूल, जोंसबोरो, अरकनसास
इस स्कूल में पढ़ने वाले 11 और 13 साल के दो छात्रों ने अपने टीचर और साथियों को घेरकर हमला किया जिसमें पांच लोग मारे गए।
[१०]1 दिसंबर 1997, हीथ हाई स्कूल, केंटकी
यहां 14 साल के छात्र ने प्रार्थना सभा में अचानक फायरिंग कर 3 लड़कियों की जान ले ली।
[११]2 फरवरी 1996, फ्रंटियर जूनियर हाई स्कूल, वॉशिंगटन
यहां पर 14 साल के एक छात्र ने राइफल से फायरिंग कर 2 छात्रों और एक टीचर को मार दिया।
[१२]26 फरवरी 1992, थॉमस जैफर्सन हाई स्कूल, न्यूयॉर्क
15 साल के एक लड़के ने फायरिंग कर 2 छात्रों की जान ले ली।
गोलीबारी की घटनाओं में बढोत्तरी ने आम लोगों के साथ साथ राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा को भी हिला दिया है। दरअसल, अमेरिका में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, इसके पीछे बड़ी वजह है अमेरिका में खुली बंदूक संस्कृति जिसके चलते अमेरिका के कई राज्यों में हथियार खरीदना तो आसान है ही, उनमें गोली भरकर घूमना भी वैध है। लेकिन अब कनेक्टिकट की दिल दहला देने वाली घटना के बाद लोगों का सब्र जवाब दे रहा है। अमेरिका जनता सरकार से गन कल्चर पर लगाम कसने की मांग कर रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति स्वयम कई बार खुली बन्दूक संस्कृति के खिलाफ बयाँ दे चुके हैं लेकिन वहां हथियार लाबी के अलावा एक विशेष वर्ग हथियारों के प्रेम पाश को त्याग नहीं पा रहा है|अब इन घटनाओं में वृद्धि को देखते हुए अब गन कल्चर में बदलाव करने का समय आ गया है|

निष्काम कर्म बांधने वाले नहीं होते:सकाम कर्म मुक्त नहीं करते

युक्त: कर्मफलं त्यक्त्वा शान्तिमाप्नोति नैष्ठिकीम ।
अयुक्त: कामकारेण फले सक्तो निबध्यते ।

Rakesh Khurana

का त्याग करके नैष्ठिकी शांति को प्राप्त होता है । परन्तु सकाम मनुष्य कामना के कारण फल में आसक्त होकर बंध जाता है ।
व्याख्या-कर्म बाँधने वाले नहीं होते , प्रत्युत कर्म फल की इच्छा बाँधने वाली होती है । कर्म न तो बाँधते हैं , न मुक्त ही करते हैं । कर्मों में सकाम भाव बाँधने वाला और निष्काम भाव मुक्त करने वाला होता है ।
श्लोक श्रीमद्भगवद्गीता
श्रीभगवानुवाच
प्रस्तुति राकेश खुराना