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Category: Religion

बुल्लिया साईं[सतगुरु] घट-घट वसदा ज्यों आटे में लौंन[नमक]

अपने तन की खबर नहीं, सजन की खबर ले आवे कौन
ना मैं माटी ना मैं अग्नि ना पानी ना पवन

बुल्लिया साईं[सतगुरु] घट-घट वसदा ज्यों आटे में लौंन[नमक].

बुल्लिया साईं[सतगुरु] घट-घट वसदा ज्यों आटे में लौंन[नमक].


भावार्थ: सूफी संत बुल्लेशाह समझाते हुए कहते हैं जब तुम खुद को ही नहीं समझ पाए तो सद्गुरु को क्या जानपाओगे?सद्गुरु के पास जाने से पहले अपने आप को जान लेने की आवश्यकता है कि हम आत्मा हैं हम शरीर नहीं हैं. मिटटी , आग, पानी अथवा वायु से तो यह भौतिक शरीर बना है जोनश्वर है. मेरे तो घट-घट मैं सद्गुरु के नाम का वास उसी प्रकार हैं जैसे आटे में नमक समाया हुआ है.

[१]सूफी संत बुल्लेशाह की वाणी
[२]प्रस्तुति राकेश खुराना

सांसद राजेंद्र अग्रवाल को गऊ रक्षकों ने सम्मानित किया

सांसद राजेंद्र अग्रवाल को गऊ रक्षकों ने सम्मानित किया

सांसद राजेंद्र अग्रवाल को गऊ रक्षकों ने सम्मानित किया

मेरठ हापुड़ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल को आज गो रक्षक संघ ने सम्मानित किया|दिल्ली और गाजियाबाद से आये संघ के पदाधिकारियों ने सांसद के निवास पर जाकर सांसद को स्मृति चिन्ह भेंट किया| उल्लेखनीय है कि सांसद द्वारा पिछले दिनों संसद में प्रश्न उठाया और आयरन बढाने के लिए गोमांस को उपयोगी बताने वाली पुस्तक को बंद कराने के लिए आवाज उठाई थी | इस अवसर पर सांसद अग्रवाल ने कहा कि भारत कि अर्थ व्यवस्था को सुधारने के लिए पशु धन और विशेष कर गऊ धन विशेष उपयोगी हो सकता है|उन्होंने कहा कि केमिकल फर्टिलाईजरों के अंधाधुंध प्रयोग से समूचा वातावरण प्रदूषित हो रहा है ऐसे में जैविक खाद की तरफ लौटना जरुरी है|

प्रभु को समर्पित भाव से प्रेम करने पर सभी मलिनता धुल जायेगी

प्रभु को समर्पित भाव से प्रेम करने पर सभी मलिनता धुल जायेगी

प्रभु को समर्पित भाव से प्रेम करने पर सभी मलिनता धुल जायेगी

श्री रामशरणम आश्रम , गुरुकुल डोरली , मेरठ में आज 03 मार्च 2013 को प्रात:कालीन सत्संग के अवसर पर पूज्यश्री भगत नीरज मणि ऋषि जी ने अमृतमयी प्रवचनों की वर्षाकरके श्रधालुओं को निहाल किया |
” न कुछ हंस के सीखा है , न कुछ रो के सीखा है ,
अगर हमने कुछ सीखा है , किसी का हो के सीखा है । ”
व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि संतजन समझाते हैं कि जब तुम किसी संत , महापुरुष की शरण में जाओ तो अपना आप संत को सौंप दो । अपना आप सौंपने का यह अर्थ नहीं है कि अपनी दौलत , जायदाद सौंप दो । अपने आप को सौंपने का अर्थ है कि अपने मन को सौंप दो जिससे तुम्हारी मन – मति समाप्त हो जाए और गुरु -मति धारण हो जाए ।
हम लोग मंदिरों और आश्रमों में आते तो हैं परन्तु हमारा मन जगत में विचरण करता है अर्थात हमारे मन की चंचलता शांत नहीं होती । हम अपनी मन – मति से मन -माने कुकर्मों को कर-करके अपने पाप कर्मों की गठरियों को बाँध – बाँध कर उसे सिर पर रखकर एक बोझित जीवन व्यतीत करते हैं । इसीलिए संतजन समझाते हैं कि परमात्मा से सच्चा प्रेम करो , जहाँ प्रेम है वहीँ समर्पण है और समपर्ण में बड़ा आनंद है । जो समर्पित और श्रद्धावान हैं परमात्मा के दरबार में उनकी भक्ति परवान चढ़ती है । परमात्मा के दरबार से आपके ह्रदय के आँगन में उसकी कृपा की जो बरसात होगी
उससे मन की मलिनता धुल जाएगी और मन शुद्ध – विशुद्ध हो जायेगा ।
प्रस्तुति राकेश खुराना

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने २८ फरवरी को वेटिकन से ससम्मान विदाई ली| पिछले छह शताब्दियों में इस्तीफादेने वाले पहले पोप के रूप में उनका नाम दर्ज़ हो गया

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

पोप बेनेडिक्ट 16वें ने वेटिकन से ससम्मान विदाई ली

है| . पोप की विदाई पर वेटिकन सिटी के आलीशान सेंट पीटर्स चौक पर भव्य समारोह हुआ| यहाँ उन्‍होंने भारी श्रधालुओं के बीच विदा ली|आधुनिक युग की अपने तरह की यह पहली घटना कही जा सकती है| बाद में वो एक हेलिकॉप्टर के जरिए दक्षिण रोम के कास्टेल गांदोल्फो गए जहां रिटायरमेंट के शुरुआती दो महीने बिताएंगे|
पोप बेनेडिक्ट ने गुरुवार को अंतिम बार अपने धर्मावलंबियों को अभिवादन किया और शुभचिंतकों से कहा कि वह एक सामान्य श्रद्धालु के रूप अपने जीवन का अंतिम चरण शुरू कर रहे हैं|वेटिकन के क्लेमेंटिन हॉल में कार्डिनल की ओर से आयोजित विदायी समारोह में पोप ने कहा, ‘कि अपने उतराधिकारी पोप का मैं बिना शर्त आज्ञापालन करने और उन्हें सम्मान देने का वादा करता हूं”.|
पोप के इस्तीफा देने के साथ ही पीले और सफेद रंग का वेटिकन का झंडा झुका दिया गया और पोप के अंगरक्षकों ‘स्विस गार्डस’ को ग्रीष्म निवास के दरवाजों से हटा लिया गया।
१.२ अरब कैथोलिक्स के पोप ने वेटिकन से विदा होने से पहले दुनियाभर के लोगो के नाम जारी संदेश में कहा कि आप लोगों के प्रेम और समर्थन के लिए शुक्रिया। मैं कामना करता हूं जर्मन मूल के फादर जोसेफ रेटजिंगर अपने ग्रीष्म निवास में अप्रैल तक रहेंगे। इस समय तक वेटिकन के एक कोवेट का जीर्णोद्धार भी पूरा हो जाएगा जो कि उनका नया निवास बनेगा। पोप के रूप में उनका कार्यकाल पादरियों पर लगने वाले यौन उत्पीड़न के आरोपों उनके बटलर द्वारा निजी दस्तावेज सार्वजनिक करने के विवादास्पद मामले और चर्च में महिलाओं की अधिक भागीदारी संबंधी मांगो से घिरा रहा था।

हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

 हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

हे दाता राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से तुम्हारा नाम ले सकूं

भूखे रहकर भक्ति नहीं की जा सकती : हे मालिक राशन भी दो ताकि निश्चिंतता से नाम ले सकूं
भूखे भगति न कीजै । यह माला अपनी लीजै ।
दुह सेरु मांगउ चूना । पाउ घीउ संगि लूना ।
अध सेर मांगउ दाले । मोकउ दोनउ वखत जिवाले ।
खाट मांगउ चउपाई । सिरहाना अवर तुलाई ।
ऊपर कउ मांगउ खींधा । तेरी भगति करै जनु थींधा ।
मैं नाहीं कीता लबो । इकु नाउ तेरा मैं फबो ।
हे मालिक ! मैं भूखा रहकर तेरी भक्ति नहीं कर सकता , इसलिए मैं रोज दो सेर आटा मांगता हूँ । साथ घी , नमक और आधा सेर दाल , ताकि दोनों समय आजीविका की व्यवस्था हो जाये। चारपाई , सिरहाना , बिछौना और ओढ़ने को रजाई भी दे , ताकि दास निश्चिंत होकर तेरी भक्ति कर सके । यह सब मैं कोई लोभवश नहीं मांग रहा हूँ । मुझे तो केवल तेरा नाम ही अच्छा लगता है।
वाणी : श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी
प्रस्तुति राकेश खुराना

हाई कोर्ट के प्रतिबन्ध के बावजूद संगम में डुबकी लगाने के लिए दबंग आई पी एस नवनीत सिखेड़ा के खिलाफ जांच के आदेश

महा कुम्भ में आखरी शाही स्नान पर्व में वी आई पी भी अपने पाप धोने या पुन्य कमाने संगम [गंगा+जमुना+सरस्वती] जी में डुबकी लगाने पहुँच गए| गौरतलब है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने शाही स्नान पर्व पर वी आई पी के स्नान पर पाबंदी लगाई हुई है|संभवत शाही स्नान के लिए लोग नंगे पैर पैदल ही तट तक आते हैं इसीलिए कर स्वर वी आई पी के आगमन पर पाबंदी लगाई गई है| ऐसे में अगर हाई कोर्ट के आदेशों को धत्ता बता कर सरकारी कार लेकर संगम तट पर पहुँचने वाला स्वयम नवनीत सिखेड़ा जैसा कर्तव्यनिष्ठ +कड़क वरिष्ठ आई पी एस अधिकारी हो और वह सत्ता रूड दल का नजदीकी भी हो तो बवाल मचना लाजमी ही था|कार से प्रतिबंधित छेत्र पर पहुँच कर फिर नाव पर सवार होकर बीच संगम तक गए और स्नान किया| सो मीडिया ने इसे हाथों हाथ ले कर टी आर पी बटौरी| अपनी तरफ मीडिया के कैमरों का मुह अपनी तरफ देख कर उन्होंने हाई कोर्ट के आदेशों के विषय में अज्ञानता जाहिर की और दुपट्टे से अपना मुह ढक कर पैदल ही अपनी गाड़ी तक गए | महा कुम्भ मेला मंत्री आज़म खान ने बात को आगे बढने से रोकने के लिए हाई कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की जांच के आदेश तत्काल दे दिए हैं|

उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज कुम्भ त्रासदी को लेकर बसपा ने चिंघाड़ भरी:भाजपा ने बहिष्कार किया

उत्तर प्रदेश विधानसभा में आज १४ फरवरी गुरुवार को बसपा ने कुम्भ त्रासदी को लेकर चिंघाड़ भरी| बजट सत्र के पहले दिन बीएसपी विधायकों ने कुंभ हादसे और कानून व्यवस्था के मसले पर हंगामा मचाया और राज्यपाल के भाषण को झूट का पुलंदा करार देकर उनकी तरफ की तरफ पेपर के गोले भी फेंके|बाद में सदन का बहिष्कार भी किया|
विधायकों ने हाथो में सरकार विरोधी पोस्टर लेकर जमकर नारेबाजी की.कुछ विधायकों ने टेबल पर चढ़कर हंगामा मचाया. हालात को देखते हुए विधानसभा को 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. | कार्रवाई शुरू होने के बाद भी बीएसपी विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया

.बीजेपी

ने बजट सत्र की औपचारिक शुरुआत से पहले विधानमंडल के दोनो सदनों के संयुक्त अधिवेशन में होने वाले राज्यपाल बीएल जोशी के अभिभाषण का बहिष्कार किया, जबकि मुख्य विपक्षी बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सहित अन्य दलों के सरकार विरोधी नारेबाजी और शोरगुल के बीच राज्यपाल तीन-चार मिनट में ही अपने 92 पृष्ठ के अभिभाषण का प्रतीक पाठ करके सदन से चले गए।राज्यपाल श्री जोशी जैसे ही अपना अभिभाषण पढ़ने खड़े हुए बसपा के सदस्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए अपनी-अपनी जगह पर खड़े हो गए और कुछ ने राज्यपाल की ओर कागज के गोले भी फेंके। सरकार विरोधी नारे लगा रहे बसपा और रालोद के सदस्य ‘अखिलेश सरकार फेल है’, ‘कानून-व्यवस्था ध्वस्त है’, ‘कुंभ हादसे की न्यायिक जांच हो’, ‘अखिलेश सरकार बर्खास्त हो’ आदि नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थे।
बसपा सदस्यों ने नीले रंग की टोपियां लगा रखी थीं।विपक्षी दलों के शोर-शराबे के बीच जब राज्यपाल जोशी अपने अभिभाषण का पाठ कर रहे थे, उस दौरान संसदीय कार्य मंत्री आजम खां यह कहते सुने गए, “गुंडों की सरकार अब चली गई है|
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद 12:30 बजे विधानमंडल के दोनों सदनों की औपचारिक बैठकें शुरू हुईं, तो विधानसभा में इसके अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने जैसे ही राज्यपाल का अभिभाषण पढ़ना चाहा, विपक्षी दलों ने पुन: आपत्तियां उठाईं। बीजेपी विधानमंडल दल के नेता हुकुम सिंह ने कहा कि राज्यपाल के 92 पृष्ठ के अभिभाषण में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि सदन का सत्र क्यों बुलाया गया है, इसीलिए संवैधानिक व्यवस्था के तहत उनके अभिभाषण को सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं बनाया जा सकता।
विधानसभा अध्यक्ष श्री पांडेय ने उनकी आपत्ति यह कहते हुए खारिज कर दी कि यह बजट सत्र है और इससे इसके बुलाए जाने का उद्देश्य स्वयं ही स्पष्ट है। बसपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल के अभिभाषण को सरकारी दस्तावेज बताते हुए कहा कि संभवत: राज्यपाल इसी वजह से वह अभिभाषण पढ़े बिना चले गए।

वासन्ती उल्लास और प्रेम के इन त्योहारों की वधाईयां +मुबारकां +कनग्रेचुलेशनास जी: सियासी पतंगों को बचाओ


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक प्रकृति प्रेमी

ओये झल्लेया मुबारकां|बसंत आ गया | मतवाला मौसम हसाड़े दिलों के साथ साथ नेचर पर भी छा गया |ओये हर तरफ पीली पीली सरसों फूली +पीली उड़े पतंग |हर तरफ हरियाली और पीले रंग से प्रकृति ने कितना आकर्षक मेकअप किया है| इस मौसम की मस्ती को बढाने के लिए वेलनटाईन डे भी आ गया |अब तो झल्लेया सब कुछ भुला के कोई न कोई यार मिले तो मने असली बंसंत और वेलनटाईन डे |

झल्ला

वासन्ती उल्लास और प्रेम के इन त्योहारों की हार्दिक वधाईयां +मुबारकां +कनग्रेचुलेशनास जी आप पतंगों को भूल गए
आज के दिन खुले आकाश में अनेको रंग बिरंगी पतंगें भी उड़ रही है लेकिन ये पींगें बढाने के बजाये एक दूसरे को काटने में ही लगी है| नरेन्द्र मोदी की पतंग राहुल गांधी के पीछे है तो कांग्रेसी श्री प्रकाश जायसवाल की कानपुर में डोर काटने के लिए सपा की साईकिल पर बैठ कर स्टैंडिंग कामेडियन किंग राजू श्रीवास्तव पेंच लड़ाने आ गए हैं| दिल्ली में बेचारी शीला दीक्षित अपनी पतंग को आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल से बचाने के लिए मांझे बदल रही हैं|योग गुरु बाबा राम देव + रिटायर्ड जनरल वी के सिंह और अन्ना हजारे २०१४ के लिए अपने मांझे पर नई धार चड़ाने में व्यस्त है| भाजपा ने अपनी चरखी पर अगस्ता हेलीकाप्टरों में दलाली का मांझा चड़ा लिया है तो कांग्रेसी हाथ सी बी आई की डोर थामे हुए है| उधर कटी पतंगे लूटने के लिए जे डी यु+शिव सेना+ लेफ्टिस्ट+लालू यादव और राम विलास पासवान आदि सभी भागे फिर रहे हैं| खैर कुछ भी हो असानूं की ???

भाजपा को बैठे बिठाए हिन्दू मान्यताओं से जुड़ी गाय के अपमान का एक मुद्दा मिला:सांसद इसे संसद में उठाएंगे

हिन्दू वोट बैंक के ध्रुवीकरण के लिए भाजपा को बैठे बैठाए हिन्दू मान्यताओं से जुड़ी गाय के अपमान का एक मुद्दा मिल गया है| जिसे अब संसद में उठाने की घोषणा कर दी गई है| फिलहाल अल्प संख्यक कल्याण विभाग के माध्यम से केंद्र सरकार पर प्रहार शुरू कर दिया गया है| सांसद राजेन्द्र अग्रवाल के न्रेतत्व में आज भाजपा की मेरठ महानगर की इकाई ने भारत सरकार के अल्प संख्यक कल्याण मंत्रालय को एक ज्ञापन दिया है इसमें राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान द्वारा बांटी गई पुस्तक की भर्त्सना की गई और पुस्तक के जिम्मेदार सभी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्यवाहीऔर सभी पुस्तकों को जब्त करने की मांग की गईहै| इस डेलिगेशन में विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल+रविन्द्र भडाना +मेयर हरी कान्त अहलुवालिया+पूर्व विधायक अमित अग्रवाल और महानगर अध्यक्ष सुरेश जैन ऋतुराज आदि भी थे|
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया गया है कि भारत सरकार के अल्प संख्यक कल्याण विभाग द्वारा एक पुस्तक प्रकाशित कराई गई है इस पुस्तक में आयरन की कमी को दूर करने+आक्सीजन संचरण+और खून बढाने के लिए नॉन वेज में गाय के मीट के सेवन की भी सलाह दी गई है| उन्होंने कहा कि
 भारत सरकार अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की इस पुस्तक में गोमांस के सेवन की सलाह से सब तरफ हड़कंप मच गया है। मवाना में नई दिल्ली की राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (निपसिड) की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह पुस्तिका बांटी गई है। इसमें आयरन की पूर्ति को गाय का मीट सेवन करने की सलाह दी गई है।यह अति निंदनीय है|और इसकी सभी छेत्रों से भरपूर भर्त्सना की जानी चाहिए|करोड़ों भारतवासियों की गाय के प्रति भावना का सम्मान करते हुए इस मामले को बजट सत्र में संसद में पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा|उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यक्रम के तहत एनजीओ को हरेक ब्लॉक में पुस्तक वितरित कर प्रशिक्षण की जिम्मेदारी दी गई है। मंगलवार को मवाना में इसी संबंध में हरेक ब्लॉक से दो महिलाओं को प्रशिक्षण के लिए चुना गया था। प्रशिक्ष्‍ाण में ही यह अति निंदनीय पुस्तक बांटी गई।पुस्तक का नाम पोषण है। इसमें बताया गया है कि किस पोषक तत्व की कमी से कौन सी बीमारी होती है। पोषक तत्वों के स्रोत को भी बताया गया है। पृष्ठ संख्या सात पर आयरन (लोहा) के स्रोत की जानकारी दी गई है। हैरत की बात यह है कि जानवर स्त्रोत में मुर्गा और गाय का मीट बताया गया है। इसके फायदे बताते हुए कहा गया है कि यह ऑक्सीजन संचरण और खून बनाने के लिए आवश्यक है। पुस्तक बंटते ही हड़कंप मच गया है। एलआईयू भी सक्रिय हो गई है। कई संगठनों ने इसकी निंदा की है।
मेरठ से भाजपा के सांसद राजेंद्र अग्रवाल, के अनुसार सरकार को हिंदुओं की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए था। यह गंभीर मसला है। इसे संसद में उठाया जाएगा।
– भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने भी प्रदेश की राज धानी में प्रेस कांफ्रेंस करके “पोषण” नामक पुस्तिका की प्रति उपलब्ध कराई और भर्त्सना की हैउन्होंने दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है|
गौरतलब है कि वर्तमान में प्रयाग राज इलाहाबाद में कुम्भ मेला चल रहा है वहां संत सम्मलेन में गाय रक्षा का संकल्प दिलाया जा रहा है जनता वहां हुए हादसे से पहले ही त्रस्त है और रुष्ट है ऐसे में यह पोषण नामक पुस्तिका सहन शीलता का कुपोषण फैला सकती है इसीलिए समय रहते इस पर कोई निर्णायक कार्यवाही जरुरी है|

मेरे खैरख्वाह ! मुझे उस रास्ते पर चला , जिस पर चलने से तू खुश और मेरी मुक्ति हो जाये

बर आँ दारम ऐ मस्लेहत ख्वाह मन ,
के बर मस्लेहत में शवद राह मन ।
रह पेशम आवर के अंजाम कार ,
तू खुशनूद बाशी व मन दस्तकार ।

अर्थ : ख्वाजा निज़ामी प्रार्थना करते हैं – हे मेरे खैरख्वाह ! मुझे उस रास्ते पर चला , जिस पर चलने से मेरी राह भलाई की ओर हो और मेरे सामने ऐसा रास्ता रख कि अंत में तू खुश हो जाये और मेरी मुक्ति हो जाये ।
निज़ामी साहिब
प्रस्तुती राकेश खुराना