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पूर्वोत्तर अमेरिका में बर्फीले तूफ़ान से ५ राज्यों में आपातकाल घोषित :Emergancy in America

अमेरिका में बर्फीले तूफान की बजह से पूर्वोत्तर अमेरिका में हजारों घरों में बिजली गुल हो गई और हज़ारों हवाई उड़ानें रद्द हो गई हैं। न्यूयार्क से बोस्टन तक बर्फ की बिछी चादर से जन जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।अमेरिकी अख़बारों में चक्रवाती तूफान सैंडी के विनाश के बाद इस तूफान की तबाही को महत्वपूर्ण स्पेस दियागया है|इस तूफ़ान के कारण पांच राज्यों में आपातकाल घोषित करके पेट्रोल आदि के संग्रह [स्टोरेज] नहीं करने की सलाह दी जा रही है|
बीते दिनों आए इस भयंकर बर्फीली तूफान को देखते हुए न्यूयॉर्क, मेसाच्यूसेट्स, कनेक्टिकट, न्यू हैंपशायर और रोड आइलैंड जैसे पांच राज्यों में आपातकाल [इमरजेंसी]घोषित कर दिया गया है।अमेरिका के मुख्य अख़बार द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।खबर के अनुसार न्यूयॉर्क के कई इलाकों में बर्फ की एक फुट मोटी चादर बिछ गई है।

दस लाख से अधिक लोग बर्फीले तूफान के रास्ते में हैं और हजारों लोग एयरपोर्ट पर फंसे हैं।

करीब

60 हवाई अड्डों पर हजारों उड़ानें रद हो चुकी हैं।

अकेले मेसाच्यूसेट्स राज्य में ही दो लाख से अधिक लोग अंधेरे में रहने को मजबूर है। भारी बर्फबारी के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं।

एक हजार से ज्यादा नेशनल गार्ड के सदस्य राहत कार्य में लगे हुए है

तूफान के कारण मेसाच्यूसेट्स स्थित एक परमाणु संयंत्र को अचानक बंद करना पड़ा है। मेसाचुसेट्स, की राजधानी बोस्टन में प्रत्येक सड़क पर वाहन निकालने से रोक लगा दी है।
न्यूयार्क के मेयर माइकल आर ब्लूमबर्ग ने लोगों को घरों में रहने के लिए कहा है और घबराकर जरूरत से अधिक पेट्रोल खरीदने से मना किया है। उन्होंने कहा है कि पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल उपलब्ध है| यहाँ के एक अन्य अखबार “हेराल्ड” के मुताबिक मेसाचुसेट्स में 1,75,000 से अधिक घर और कारोबारी प्रतिष्ठानों में बिजली गुल है।

एयर इंडिया ने क़र्ज़ के वित्तांश का भुगतान किया :जी एम् आर के शेयर्स भाव भी उछाले

लगातार घाटा झेलते और सरकारी सहायता पर चलती आ रही नेशनल एयर इंडिया ने अपने कर्जे उतारने शुरू कर दिए हैं |दिल्लीऔर हैदराबाद के एयर पोर्ट्स पर व्यवस्था व्यवस्था के लिए अधिकृत जी एम् आर द्वारा अल्टीमेटम दिए जाने के पश्चात ४१५ करोड़ का भुगतान किया गया है| यह वित्तांश पा कर जी एम् आर ने प्रसन्नता व्यक्त की है|इस वित्तांश के भुगतान के पश्चात कंपनी के शेयर्स को भी पंख लग गए हैं | २.०७% की बढोत्तरी से १९.७५ पर दर्ज़ किया गया|

अंतरराष्ट्रीय एयरो इंडिया के शो में विमानों ने हवा में कलाबाजियों से रोमांचित किया

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ऐ के एंटनी ने आज बुधवार ६ फरवरी को पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय एयरो इंडिया के आयोजन को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर देश-विदेश के प्रतिनिधि, राजनयिक, रक्षाकर्मी और अन्य प्रतिष्ठित व्यक्ति उपस्थित थे| अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनियों को भारत आने का न्यौता देते हुए श्री एंटनी ने कहा, कि भारत में नए गठबंधन करने व भारतीय कंपनियों की साझीदारीके लिए देश में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय एयरोस्पेस कंपनियों के लिए भारी अवसर मौजूद हैं। द्विवार्षिक एयरो इंडिया प्रदर्शनी का नौवां संस्करण आज ६ फरवरी बुधवार को वायुसेना के येलहंका हवाई ठिकाने पर शुरू हो गया। इस शो में लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और मालवाहक विमान तरह-तरह की कलाबाजियां दिखा रहे हैं।आकाश पर सीधे ऊपर उठ कर अनेको आकर्षक रेखाएं खींची गई|
कार्यक्रम के औपचारिक उद्घाटन के तत्काल बाद विमानों की कलाबाजियां शुरू हो गईं। सर्वप्रथम वायु सेना के टाइगरमोथ विमान से हुई, जिसके बाद स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस की कलाबाजियां देखने को मिलीं। बाद में फ्रांसीसी विमान रफेल+ सुखोई+ मिराज 2000 तथा हॉक जेट प्रशिक्षक विमान ने भी हवाई करतब दिखाए एयर शो के दौरान चेक गणराज्य की टीम ने भी चार विमानों के साथ कलाबाजियां दिखाकर दर्शकों को रोमांचित कियाइस आयोजन में सैन्य और असैन्य विमानों के नवीनतम उत्पाद तथा प्रौद्योगिकी प्रदर्शित किए जा रहे हैं। इसमें बेल्जियम, ब्रिटेन, बुल्गारिया, फ्रांस, यूक्रेन ,जर्मनी, इजरायल, इटली, रूस सहित 27 देशों के ५ऒ से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं।अनेकों राजनीतिक व्यापारिक और रक्षा से सम्बंधित हस्तियाँ उपस्थित थी

अंधेरी में स्थित किंगफिशर एयरलाइंस का मुख्यालय “दी क्यूब” को अँधेरे में डुबोया

अंधेरी में स्थित किंगफिशर एयरलाइंस का मुख्यालय अँधेरे में डुबो दिया गया है | भारी कर्ज और घाटे में डूबी इस एयरलाइन ने अपने मुंबई स्थित हेड ऑफिस में ताला लगा दिया है।५ फरवरी का दिन कंपनी के लिए अन्धेरा लेकर आया |शेयर्स डाउन हुए,और घाटा भी ७०% तक बडा |
बिजली के बिलों का भुगतान नहीं करने पर पांच फरवरी की सुबह बिजली काट दी गई कंपनी का मुख्यालय अंधेरी में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास कमर्शियल कॉम्पलेक्स ‘दी क्यूब’ में स्थित है।
कम्पनी के सारे कामकाज की निगरानी यहीं से की जाती है। एयरलाइन ने यहां तैनात कर्मचारियों को अगले आदेश तक छुट्टी दे दी है। किंगफिशर को यह हेडऑफिस भी खाली करने का कहा गया है।इससे पूर्व एयर पोर्ट पर एलोटेड स्लाट्स खाली कराकर दूसरी एयर लाइन को दिए जा चुके हैं|
किंगफिशर की उड़ानें पिछले साल एक अक्टूबर से ठप हैं। कंपनी का उड़ान लाइसेंस भी 31 दिसंबर को रद्द हो चुका है।
दिन में किंगफिशर एयरलाइंस ने 31 दिसंबर को खत्म तीसरी तिमाही के परिणाम जारी कर 755.15 करोड़ रुपए का घाटा होने की जानकारी दी।

फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन प्रतिबंधों को झुटला कर हवा में परवाज:ड्रीम लाइनर आपको कंपेंसेशन देंगें ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सिविल एविएशन मंत्रालय का चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े चौधरी अजित सिंह जी का कमाल|ओये ड्रीम लाईनर ७८७ को उड़वा कर कर दिया सबको हैरान | ओये हमारे यहाँ तो पहले भी कोई परेशानी नहीं थी मगर ये अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने ही अपने ड्रीम लाईनर विमानों की उड़ानें रोक दी थी| ओये जापान में लीथियम बैट्रीज में धुआं क्या उठा हमारे मुल्क में भी फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन और अन्य उड्डयन प्राधिकरणों ने जनवरी के मध्य में इन विमानों की उड़ानें रोक दी |ओये इस प्रकार से ग्राउंडेड ड्रीम लाइनर से हमारी घाटे में जारही एयर इंडिया को और गड्डे में धकेला जा रहा है|इससे इंडिगो +स्पाईस जेट और जेट ऐरवेज जैसी कंपनियों की चांदी कट रही है और हम नुक्सान उठा रहे हैं|अपनी इसी पीड़ा को दिखाने के लिए हमारे जाबांजों ने बिना यात्रियों के दो ड्रीम लाइनर उड़ा कर सबको चौंका दिया है |

झल्ला

ओय भोले चतुर सुजाण जी |तमाम बंदिशों के बावजूद आपने अपने एक तिहाई यात्री जहाज़ मुम्बई में उड़वा कर बेशक सबको चोंका दिया है मगर अपनी बेवकूफी भी दिखा दी है|आपने ये भी नहीं देखा कि जापानियों ने ड्रीम लाइनर से मुआवजेकी मांग कर रखी है और आपके खुद के मंत्री ने भी अंग्रेज़ी में कंपेंसेशन को जरूरी बताया है अब जब आप खुद ही प्रतिबंधों को झुटला कर हवा में परवाज का लोभ नहीं छोड़ पाए तो ड्रीम लाइनर उत्पादक आपको क्यूं कम्पेंशेशन देंगे |में ठीक हूँ या क्या में ठीक हूँ ?

प्रॉफिट की हवा में उड़ने वाले इंडिगो जैसे भी अगर घाटे के शहर एयर इंडिया के लिए छोड़ेंगे तो क्या देश बहुत खुश होगा?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

निजी एयर लाइन्स इंडिगो का एक दुखी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये नागर विमानन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने क्या चौधराहट फैला रखी है|सिविल एविएशन मंत्रालय की ओये देखो अतिरिक्त सचिव के कद वाली कमेटी ने पहले हसाडी नंबर वन इंडिगो को १६ यात्री जहाज खरीद कर भारतीय हवा में परवाज करने की इजाजत दे दी लेकिन अब सुना है की मंत्री अजित सिंह उस कमेटी की सलाह पर रोक लगा कर ११ जहाज़ कम कर रहे हैं |

झल्ला

ओ बाऊ जी साहब आप जी की इंडिगो कम्पनी बेशक ६२ जहाज़ों के साथ लगभग २५% मार्केट पर काबिज होकर नंबर वन है लेकिन यह तभी तक है जब तक किंग फिशर एयर लाइन्स हैंगर्स में है और यूं ऐ ई की एतिहाद की जेट के प्रति एह्तियाद जारी है| लेकिन ये तो आप मानोगे की देश के विकास के लिए टियर २ और ३ वाले शहरों के लिए भी सस्ती और सुरक्षित हवाई यात्राएं जरूरी है|अब अगर आप जैसे प्रॉफिट की हवा में उड़ने वाले अगर मीठा मीठा[लाभ वाले रूट्स] ही खायेंगे और कड़वा[टियर २&३ ] थू थू या एयर इंडिया के लिए छोड़ेंगे तो क्या देश बहुत खुश होगा मंत्री शाबाशी देगा क्यों ?

जेट के एयर पोर्ट पर काम करने वाले ७५०० कर्मियों के वेतन में बढोत्तरी संभव:एतिहाद के लिए जेट ने एहतियात बरती

एतिहाद से 1८०० करोड़ के समझौते को निर्विघ्न करने के लिए जेट द्वारा एहतियात बरतते हुए ७५०० कर्मियों के वेतन में बढोत्तरी की जा सकती है | खबरें आ रही हैं कि जेट मेनेजमेंट ने दो सालों से लंबित वेतन सम्बन्धी मुद्दों पर कर्मचारियों से चर्चा शुरू कर दी है| नरेश गोयल, प्रवर्तित एयरलाइन ने पहले ही अपने कर्मचारियों की यूनियनों में से एक आल इंडिया जेट एयरवेज आफिसर्स एसोसिएशन के साथ समझौता कर लिया है। अब सभी श्रेणी में वेतन वृद्धि सुनिश्चित हो गई है| एयर पोर्ट पर कार्यरत कर्मियों के वेतन में १८०००/= तक की यह वृद्धि अप्रैल 2011 से लागू हो सकती है| जेट एयर वेज़ और एतिहाद में फायनल पेक्ट होने से पहले एफआईपीबी से क्लीयरेंसजरुरी है और उस क्लीयरेंस से पहले कर्मचारियों के असंतोष को शांत करना अक्लमंदी होगी|

एतिहाद के लिए जेट ने एहतियात बरती
जेट में यु ऐ ई की कंपनी एतिहाद रूचि दिखा रही है |24 % हिस्सेदारी तकरीबन 1 800 करोड़ रुपये में खरीदी जा सकती है।
इससे सरकार की ऍफ़ डी आई की नीति के दरवाजे खुलने के आसार बनते दिखने लगे हैं|इसीलिए सबसे पहले कर्मचारियों के असंतोष को दूर करना जरुरी हैं संभवत इसीलिए एक साल से लंबित कर्मचारियों के वेतन बढोत्तरी की मांग को मान लिया गया है|इसे एक अच्छा संकेत माना जा रहा है क्योंकि क्रमचारियों के असंतोष के नकारात्मक परिणाम किंग फ़िशर एयर लाइन्स और एयर इंडिया पर दिख रहे हैं|

कोहरे के कहर से सड़क,रेल और हवाई यातायात कराह रहा है

मौसम ने यूं टर्न क्या लिया कि जनवरी [ बीते दिन] के कोहरे ने आज फरवरी के पहले दिन कहर बरपाते हुए धुंध की शक्ल लेनी शुरू कर दी |इसका असर पूरे एन सी आर के यातायात पर दिखाई दे रहा है|सड़क से रेल और हवाई सफ़र कराह रहा है|द्र्श्य्ता [ विजिबिलिटी] शून्य तक आने के कारण बीते तीन घंटे से इंदिरा गाँधी एयर पोर्ट और पालम एयर पोर्ट लगभग ठप्प से है|[३४]घरेलू और [१०]अन्तराष्ट्रीय उड़ाने निश्चित समय से देरी से उड़ने को अभिशिप्त हैं|दिल्ली में लगभग ५० ट्रेन्स की आवाजाही प्रभावित है|इनमे विक्रमशिला+काशी विश्वनाथ+ महाबोधि+महानंदा+जन साधारण और गरीब रथ प्रमुख हैं| चौड़ी सडकों पर महंगे वाहन भी हेड लाईट जला कर रेंगते दिखाई दे रहे हैं| मेरठ में बीती रात अनेकों वहां आपसमे टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गए |मौसम विशेषज्ञों की राय के अनुसार इस बदलाव से ई ठण्ड का प्रभाव अभी एक हफ्ते और चलेगा|वैसे दोपहर तक कोहरे के छटने की संभावना जताई जा रही है|

इंडिगो एयर लाइन्स ने शार्क्लेट वाली एयर बस ऐ – ३२० खरीदी


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

इंडिगो एयर लाइन्स का एक चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकान ओये देखा ह्साडी कंपनी ने एक और एयर बस ऐ ३२० [A320 aircraft equipped with Sharklet ]lखरीद ली है| इससे ऐ टी ऍफ़ की खपत में ४% की बचत होगी ओये तुम लोग बड़ी आलोचना करते फिरते हो ,देश में ६२ जहाज़ों के साथ कमाई में नंबर वन हसाडी इंडिगो अब शार्क्लेट [ Sharklet ]वालेयात्री विमान में भी नंबर वन हो गई है ओये हुन तो पैसा बरसे ही बरसे

इंडिगो एयर लाइन्स

झल्ला

सेठ जी बात तो वाकई वधाई वालीहै सो खैर मुबारक जी|लेकिन एक बात समझ में नहीं आ रही कि आपको फायनेंस करने वाली जर्मन डी वी बी ने आपको फेवोर करने का आरोप डी जी सी ऐ पर लगा कर आप को लोन देने से मना कर दिया था फिर ये शार्क्लेट वाली एयर बस को खरीदने के लिए पैसे कहाँ से आये ?

कजाकिस्तान में SCAT एयर लाइन्स का जेट प्लेन क्रैश हुआ:सभी सवारों की मृत्यु की आशंका

कजाकिस्तान में २९ जनवरी की सुबह एक एयर क्रैश में यात्री विमान में सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गई है| कजाकिस्तान की व्यावसायिक राजधानी अल्माटी के पास हुए इस हादसे का कारण घना कोहरा बताया जा रहा है। १९९७ से कार्यरत एससीएटी[SCAT] एयरलाइन के इस जेट विमान में मरने वालों की संख्या २१

कजाकिस्तान में SCAT एयर लाइन्स का जेट प्लेन क्रैश हुआ:सभी सवारों की मृत्यु की आशंका

बताई जा रही है जिनमे ५ स्टाफ सदस्य थे | स्कैट एयरलाइन का यह दुर्भाग्यपूर्ण विमान कनाडा निर्मित बोंम्बार्डियर चैलेंजर सीआरजे 200 था।
बताया गया है कि यह यात्री विमान उत्तरी कजाकिस्तान के कोकशेतु से दक्षिण पूर्व में अल्माटी आ रहा था।
कजाकिस्तान में इससे पहले 25 दिसंबर को खराब मौसम के कारण एक सैन्य मालवाही विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। उसमें 27 लोगों की मृत्यु हुई थी|एससीएटी[SCAT] एयरलाइन का यह जेट विमान अल्माटी एयरपोर्ट पर पहुंचने के पहले क्रेश हो गया।
हवा में विमान का क्रैश के पीछे ख़राब मौसम को कारण बताया जा रहा है मगर किसी भी एजेंसी ने अभी तक किसी प्रकार की टक्कर + या फैलउर की जानकारी नहीं दी है विमान के ब्लैक बाक्स की ढूढ़ जारी है|