Category: Travel
दिल्ली के अन्तराष्ट्रीय एयर पोर्ट के डेवलपमेंट के नाम पर फीस की वसूली में आज से कटौती A D F Reduced
गौरतलब है कि दिल्ली का अन्तराष्ट्रीय एयर पोर्ट को बनाने में १२८०० करोड़ रुपयों का खर्च बताया जा रहा है जिसका लगभग २५% विकास शुल्क के रूप में ३६ माह में वसूलने का प्रावधान रखा गया था|नागरिक विमानन मंत्री अजित सिंह ने अक्टूबर माह में दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट पर ज्यादा फीस वसूली पर एतराज जताते हुए इसे बंद करने को कहा था। इसके बाद एईआरए ने दोनों एयरपोर्ट पर शुल्क ढांचे की समीक्षा की। दिल्ली के मामले में पाया गया कि शुल्क पूरी तरह खत्म करना उचित नहीं होगा, बल्कि इसे कम किया जा सकता है। इसी के बाद 28 दिसंबर को दिल्ली में एयरपोर्ट फीस को कम करने के साथ इसकी वसूली की अवधि लगभग दो साल बढ़ाने का आदेश जारी किया गया|
इससे पूर्व सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरवी रविंद्रन और न्यायमूर्ति एके पटनायक की खंडपीठ ने स्वयंसेवी संगठन ‘कंज्यूमर ऑनलाइन फाउंडेशन’ की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली एवं मुंबई हवाई अड्डों से यात्रा करने वाले यात्रियों से निजी सेवा संचालकों द्वारा वसूले जा रहे हवाई अड्डा विकास शुल्क (एडीएफ) को रद्द कर दिया था |
यदपि अभी भी वसूली की समय समय पर समीक्षा की जानी है मगर इसके साथ ही ऐ डी ऍफ़ में की गई आज से कटौती से हवाई यात्रा के सस्ता होने की उम्मीद भी जताई जा रही है|इस दिशा में एयर लाइन्स के टिकटों पर मंत्रालय की पैनी नज़र जरूरी होगी|
किंग फ़िशर को डुबा कर अपनी पसंदीदा एयर लाइन्स को फायदा तो नहीं पहुँचाया जाएगा ?
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक प्राईवेट एयर लाईनर
ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है |ओये ये केंद्र की सरकार एक तरफ तो गला फाड़ फाड़ कर देश की इकोनोमी को सुधारने और रोज़गार के गेट खोलने का दावा कर रही है|इसीलिए एयर इंडिया को बार बार डूबने से बचाने के लिए करोड़ों रुपयों कि सेफ्टी बेल्ट प्रोवाईड की जा रही हैं लेकिन ये किंग फ़िशर के पीछे हाथ धो कर क्यूं पड़ गए हैं | पहले इस कम्पनी का लायसेंस निलंबित किया गया [सस्पेंड] आज इस कम्पनी का लायसेंस निरस्त[केंसिल] कर दिया गया इससे तो हज़ारों का स्टाफ सडकों पर आजायेगा||इनके लंबित ७० करोड़ के वेतन और ५०० करोड़ के एयर पोर्ट की लेन दारी भी बट्टे खाते में चली जायेगी| और तो और बैंको का ७००० करोड़ का कर्ज़ भी डूब जाएगा|ये तो टेक्स पेयर्स के साथ भद्दा मज़ाक ही है|
झल्ला
ओ सेठ जी ये केंद्र सरकार अक्सर एक तीर से कई शिकार करने की आदि है और इस प्रकार के आरोप डी वी बी नामक जर्मन फायनेंसर डी जी सी ऐ पर लगा ही चुका है|अब देखो किंग फ़िशर एयर लाईन्स को उभरने नहीं देने से [१]एयर इंडिया + इंडिगो और स्पाईसजेट जैसी कम्पनियाँ बिना प्रतिस्पर्धा के खुले आसमान में उडेंगी |इंडिगो तो हवा में ठंडा समोसा १२० रुपये का धडल्ले से बेचेगा|
[२] शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल वाली एन सी पी की उड़ान कुछ ज्यादा सरकार के लिए सर दर्दी पैदा कर रही है | महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात में भी सीटों के बटवारें पर तलवारें खिंची हैं|चूंकी प्रफुल्ल पटेल की नजदीकियां किंग फ़िशर विजय माल्या के साथ कुछ ज्यादा ही हैं सो एन सी पी किंग फ़िशर में सवार हो सकते हैं| इसीलिए एन सी पी के पर कतरने के लिएकिंग फ़िशर एयर लाईनर को क्रेश करवाना जरूरी हो जाता है|क्यों ठीक है न ठीक ?
वैष्णो देवी शक्ति पीठ पर पवन हंस का हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त:सभी सुरक्षित
त्रिकुटा की पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी शक्तिपीठ के लिए श्रधालुओं को ले कर लौट रहे पवन हंस हेलीकाप्टर की रविवार को आपातकालीन लैंडिंग कराई गई| जिससे पायलट कर्नल ऐ परमार एक महिला सुनीता घायल हो गए शेष पांच को मामूली चोटें आई हैं|। प्राप्त जानकारी के अनुसार पवन हंस का एक हेलिकॉप्टर 6 वैष्णो देवी श्रद्धालुओं को लेकर सांझीछत स्थित हैलिपैड [२ की मी ]से लौट रहा था। पायलट ने तकनीकी दिक्कत महसूस कर हेलिकॉप्टर को बीच
में आपातकालीन स्थिति में उतारा। भवन और कटरा क्षेत्र से पुलिस दल मौके पर पहुंचा और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गयाकटरा कस्बा माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा के पास मौजूद है और यहीं से माँ वैष्णो देवी शक्ति पीठ की यात्रा शुरू की जाती है| हर साल एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु माता के दर्शन करते हैं।जे & के की आर्थिक प्रग्रति में यहाँ का विशेष योगदान है| पवन हंस और ग्लोबल विक्ट्रा हेलिकॉप्टर सेवाएं श्रद्धालुओं को सांझीछत स्थित हैलिपैड और कटरा शिविर के बीच सेवाएं देती हैं।
,जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार रात से घना कोहरा छाया हुआ है। लेकिन माँ वैष्णो देवी के आशीर्वाद से सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित बताये जा रहे हैं ‘।
अखिलेश यादव साथ दें तो आसमान में विमानों की झाड़ी लगा देंगे:अजित सिंह
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव उनका साथ दें तो आसमान में विमानों कि झड़ी लगा दी जायेगी|
एक लम्बे अरसे के बाद आगरा को पुनः एयर इंडिया के मानचित्र पर अंकित करते हुए अजित सिंह ने आगरा एअरपोर्ट पर दिल्ली -वाराणसी-आगरा-खजुराहो विमान सेवा का उद्घाटन किया|उन्होंने उनके मंत्रालय और प्रदेश सरकार के संबंधों को सुधारने का प्रयास किया और कहा कि देश में प्रदेश की आबादी १८% है जबकि सिविल एविएशन की सुविधा या व्यापार आबादी का मात्र १०% भी नहीं है|
इस अवसर पर दिए भाषण से लगता है कि अजित सिंह पूरे तैय्यारी के साथ आगरा आये थे और विमानन आकंड़ों के साथ विमानन सेवा के विस्तारीकरण को प्रदेश के विकास के लिए अहम् बताया|उन्होंने बताया कि दिल्ली की सकल घरेलू उत्पाद का १५% से ज्यादा हिस्सा विमानन सेवा से आता है|
केरल से खाड़ी देशों के लिए प्रति सप्ताह ३६० उड़ाने हैं |खाड़ी के देशों में यूं पी से भी बड़ी संख्या में लोग जाते हैं जबकि प्रदेश से एक विमान सेवा भी नही है|इसीलिए यूं पी से इराक शारजाह के लिए भी सीधी उडान होनी जरुरी है|
विमानन मंत्री ने प्रदेश मुख्य मंत्री से सहयोग की अपेक्षा करते हुए मेरठ ,मुरादाबाद और फैजाबाद कि हवाई पट्टी की मांग कर डाली|
उन्होंने अपने भावी यौजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि आगरा से वृन्दावन के लिए हेलीकाप्टर और गोवा के लिए विमान सेवा शुरू कि जा सकती है|गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा मेरठ, सहित अन्य शहरों में हवाई सेवा मुहैय्या करवाने के लिए प्रदेश से लागातार जमें मांगी जा रही है इसके लिए फायलों के घोड़े दौड़ाये जा रहे है मगर प्रदेश सरकार जमीन को मुफ्त में देने के बजे उसकी वाजिब कीमत की मांग करती आ
इस अवसर पर एयर इंडिया के अध्यक्ष रोहित नंदन,सांसद डाक्टर कठेरिया,एस पी बघेल,विधायक पूरण प्रकाश,मेयर,आदि उपस्थित थे|
किंगफिशर एयरलाइंस बचाने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय [डीजीसीए] को फिर से पुनरुद्धार योजना सौंपी
पिछले हफ्ते ही कंपनी ने लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन किया है। डीजीसीए ने लाइसेंस नवीनीकरण से पहले कंपनी से पुनरुद्धार योजना मांगी थी। डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि किंगफिशर ने उड़ान लाइसेंस दोबारा हासिल करने की पहली शर्त के तहत यह योजना पेश की है। इससे पहले परिचालन ठप्प होने की वजह से डीजीसीए ने 20 अक्टूबर को लाइसेंस अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था। उस समय भी नियामक ने एयरलाइंस से परिचालन एवं वित्तीय समस्याओं के संदर्भ में विस्तृत योजना जमा कराने को कहा था। मगर वह ऐसा करने में असफल रही थी।
तब नियामक ने लाइसेंस बहाली के लिए कंपनी को सभी हितधारकों का बकाया भुगतान करने को कहा था। मगर कंपनी इसमें भी नाकाम रही है। सूत्रों के मुताबिक किंगफिशर का लाइसेंस खतरे में है। आमतौर पर पांच साल के लिए लाइसेंस का नवीनीकरण होता है। मगर किंगफिशर के मामले में स्थिति बिल्कुल अलग है। ऐसे में इस बात की संभावना बेहद कम है कि डीजीसीए पुनरुद्धार योजना को मंजूरी देगा।
कुछ दिनों पहले विजय माल्या ने 17 बैंकों के कंसोर्टियम को बताया था कि वे एयरलाइंस का सीमित परिचालन शुरू करने के लिए 425 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इन बैंकों का किंगफिशर पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज है।किंग फ़िशर अभी तक विदेशी निवेशकों को आकर्षित नहीं का पाई है पहले रियाद की एक कम्पनी द्वारा ३००० करोड़ के निवेश की बात कही जा रही थी मगर अभी तक वह फायनल नहीं हुई है| यूं बी ग्रुप द्वारा सवा छह सो करोड़ का निवेश करने के बात कही जा रही है मगर विदेशी निवेश के अभाव में यह पूंजी भी अपर्याप्त समझी जा रही है|
कोहरे से सड़क और वायु यातायात प्रभावित हुआ
चौधरी अजित सिंह पर १३ बर्खास्त पायलटों के टरमिनेशन आर्डर रद्द करने को दबाब
एयर इंडिया के १३ पायलटों के टरमिनेशन आर्डर को वापिस लेने के लिए इंडियन एयर लाइन्स पायलेट बाडी [आई सी पी ऐ] ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह से निवेदन किया है|इस बाडी ने मंत्री को अवगत कराया है कि निष्कासन से इन पायलटों को अपना घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है|
एसोशियेशन ने कहा है कि सभी निष्कासित पायलटों को वापिस लिए जाने से वर्किंग एन्वायर्नमेंट सुधरेगा | इससे पूर्व भी अनेकों फोरम से ऐसे निवेदन किये जा चुके हैं |
गौरतलब है कि एयर लाईन्स मेनेजमेंट द्वारा ४०० पायलटों के दो महीने की हड़ताल पर जाने के कारण १०१ पायलटों को निष्कासित कर दिया गया था और उनकी गिल्ड की मान्यता भी रद्द कर दी गई थी| बाद में कोर्ट के आदेशानुसार सभी पायलटों को वापिस काम पर ले लिया गया था|लेकिन उनमे से १३ पायलटों को छोड़ दिया गया था| ये सभी १३ पायलट हड़ताली कोर कमेटी से जुड़े थे |
अब चूंकि ड्रीम लाईनर और लिए जाने हैं और ट्रेंड पायलट्स की स्वाभाविक जरुरत होगी ऐसे में वर्किंग एनवायरनमेंट को सुधारने के लिए इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाना उचित ही होगा
नागरिक उड्डयन नियंत्रक ने बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू करने से इंकार किया::किसी को फेवर तो नहीं ?
हैंगर्स में पार्क्ड कर्ज़ में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस के लाइसेंस को रिन्यू करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर को खत्म हो रही है। लेकिन नागरिक उड्डयन नियंत्रक [डीजीसीए] ने साफ कर दिया है कि बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू नहीं होगा।इससे सवाल पैदा होना स्वाभाविक है कि क्या किसी दूसरी कमपनी को फायदा पहुंचाने के लिए किंग फ़िशर एयर लाइन्स को उठाने नहीं दिया जा रहा|
किंगफिशर एयरलाइंस ने डीजीसीए को लाइसेंस रिन्यू का आवेदन दिया है लेकिन डीजीसीए ने कहा है कि बिना रिवाइवल प्लान के आवेदन देना केवल औपचारिकता है। 31 दिसंबर को किंगफिशर का फ्लाइंग लाइसेंस खत्म हो रहा है। 31 दिसंबर के बाद किंगफिशर को नए सिरे से फ्लाइट और ऑपरेटिंग मैनुअल पास कराना होगा।इस अवधि के पश्चात भी 2 साल तक किंगफिशर लाइसेंस रिन्यू करा सकती है|
लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस को अपने रिवाइवल प्लान में[१] फंड का प्रूफ, [२]कर्मचारियों के भुगतान का सबूत देना होगा। [३] एयरपोर्ट, तेल कंपनियों के बकाया भुगतान का एग्रीमेंट भी देना होगा।[४] दोबारा उड़ान में कोई बाधा नहीं आने का भरोसा देना होगा। रिवाइवल प्लान पर किंगफिशर ने चुप्पी साध रखी है। पहले किंगफिशर ने सीमित उड़ान शुरू करने का इरादा जताया था लेकिन इसके लाइसेंस की अवधि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है।
वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी का परिचालन अक्टूबर से ही ठप है। इसकी वजह से डीजीसीए ने इसका उड़ान लाइसेंस अस्थाई रूप से निलंबित कर रखा है सूत्रों के मुताबिक बिना वित्तीय योजना पेश किए विजय माल्या की एयरलाइंस का लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हो पाएगा। कंपनी 9,000 करोड़ रुपये के घाटे में है और इस पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज भी है।
दारू किंग विजय माल्या की किंग फ़िशर एयर लाइन्स के ग्राउंड पर आ जाने का लाभ एयर इंडिया और निजी कम्पनी इंडिगो,जेट एयर वेज,स्पाईस जेट को मिल रहा है|किंग फ़िशर के मैदान से हटने से इंडिगो और एयर इंडिया पहले और दूसरे नंबर पर आगये हैं ऐसे में प्रतिस्पर्द्धी किंग फ़िशर के बाहर रहने में ही इंडिगो और एयर इंडिया का फायदा है|इसी प्रकार की नाजायज़ गतिविधियों के आरोप जर्मन के अन्तराष्ट्रीय फायनेंसर डी वी बी ने डी जी सी ऐ पर लगाये हैं|यहाँ यह कहना तर्क संगत ही होगा कि एक तरफ तो इस फील्ड में विदेशी
निवेशकों के लिए बाज़ार को खोलने के दावे किये जा रहे हैं स्वयम एयर इंडिया के लिए बैल आउट पॅकेज लिए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ हज़ारों कर्मियों के रोज़गार और बैंको के ७०००+करोड़ रुपयों को नज़रंदाज़ करके एक कम्पनी को ऊपर उठाने के लिए सहारा देने के बजाय उसे और नीचे गिराने का उपाय किया जा रहा है|
आज़म खान ने ट्रेन में कोच अटेंडेंट को मुर्गा बनाया
उत्तर प्रदेश के शहरी विकास मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान का विवादों से पुराना नाता है अब फिर एक नया विवाद इनके नाम के साथ जोड़ा जाने लगा है लेकिन ये विवाद किसी सेलेब्रेटी से जुदा नहीं है वरन सौ साल पूरे करने वाली पंजाब मेल के सी ग्रुप के एक कोच अटेंडेंट से जुड़ा है| प्राप्त जानकारी के अनुसार आज़म खान के खिलाफ मारपीट की शिकायत की गई है| जबकि आज़म खान ने केवल बहस होने की बात कही है| पंजाब मेल
निर्मल मुर्मू द्वारा अमृतसर में रेलवे पुलिस से यह शिकायत की गई है|.रेलवे पुलिस ने शिकायत रामपुर जीआरपी को भेज दी है |निर्मल मुर्मू के मुताबिक आजम खान ने उनकी पिटाई की और कान पकड़कर उठक-बैठक करवाई|बताया गया है कि हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल[३००५अप] से वरिष्ठ मंत्री आजम खान 18 दिसंबर को लखनऊ से रामपुर जा रहे थे|
आजम खान ने इस आरोप को नकारते हुए कहा है कि उन्होंने[मंत्री] ट्रेन में बिस्तर गंदा होने की बात जरूर कही थी जिस पर रेलवे स्टाफ के साथ उनकी बहस भी हुई थी
नागरिक उड्डयन प्रबंधक पर एयर लाइन्स को अनाधिकृत फेवोर का आरोप:इंडिगो और जेट एयर वेज की फंडिंग रुकी D V B Charges
नागरिक उड्डयन प्रबंधक[डी.जी सी ऐ] द्वारा [ निजी]भारतीय एयर लाइन्स[किंग फ़िशर] को अनाधिकृत रूप से फेवोर करने का आरोप लगा कर केस दर्ज़ किया गया है और लगातार फायदा दिखा रही निजी कम्पनी इंडिगो और जेट ऐरवेज को भविष्य के कार्यक्रमों के लिए लोन दिए जाने पर पर पाबंदी भी लगा दी गई है| विश्व के सबसे बड़े एयर क्राफ्ट[जर्मन] बैंकर डी.वी.बी द्वारा यह कार्यवाही की गई है|.इस प्रकार की कार्यवाही से एक बार फिर से सिविल एविएशन मंत्रालय की कार्यविधि और सिविल एविएशन में विदेशी निवेशकों के भरोसे पर सवालिया निशाँ लग गया है|
डी वी बी द्वारा लगाये गए आरोप के अनुसार किंग फ़िशर पर कंपनी की लेन दारी के चलते कम्पनी के दो विमान कब्जाए गए थेये दोनों विमान अब टर्की में हैं मगर इनकी रजिस्ट्रेशन से मुक्ति में डी जी सी ऐ द्वारा विलंभ किये जाने से क़र्ज़ में डूबी किंग फ़िशर को लाभ पहुंचाया गया है और विश्व विख्यात फायनेंसर डी वी बी को हानि उठानी पड़ी है| भारत सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए डी वी बी ने भारतीय एयर लाइन्स विशेष कर इंडिगो और जेट एयर वेज की फंडिंग पर रोक लगा दी है|
इकोनोमी टाईम्स ने डी वी बी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कार्सटेन गर्लेच[
के हवाले से लिखा है की डी जी सी ऐ और किंग फ़िशर के विरुद्ध दायर इस रिपोर्ट पर पहली सुनवाई अगले वर्ष की ८ अप्रैल को होगी|बेशक इसका तत्काल असर न पड़े मगर इंडिगो की भविष्य[२०१६-२५] में ७२ हज़ार करोड़ के १८० एयर बस की खरीद के लिए फायनेंस जुटाना मुश्किल हो जाएगा| इसी प्रकार वाडिया ग्रुप की गो एयर [७२ एयर बस].जेट ऐरवेज[१० बी ७८७] भारतीय एयर इंडिया के २७ ड्रीम लाईनर्स का प्रोजेक्ट भी खटाई में पड़ता दिख रहा है| गौरतलब है की विश्व भर में ९०० एयर क्राफ्ट्स के लिए फंड्स मुहय्या करवाने वाली इस डी वी बी कंपनी को किंग फ़िशर एयर लाइन के दो पुराने विमानों को बेच कर केवल ४७ मिलियन डालर्स ही मिलने की संभावना हैलेकिन भारत में इनके पंजीकरण को समाप्त करने में आनाकानी के कारण सरकार की इस छेत्र में की जा रही तमाम सुधारात्मक प्रयासों को धक्का पहुँचाना स्वाभाविक है|सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा ने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग सम्मेलन में यह कहा है कि बैंकर निवेशकों खासकर खुदरा निवेशकों का भरोसा बनाए रखने के लिए जरूरी उपाय किये जाने चाहिए
मर्चेट बैंकर यह तर्क दे सकते हैं लिस्टिंग प्राइस या अर्थव्यवस्था के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। लेकिन आंकड़ों को देखते हुए बैंकरों को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत हैलेकिन डी वी बी के आरोपों को देखते हुए इंडिगो,एयर इंडिया,स्पाईस जेट,जेट ऐरवेज आदि विमानन कंपनियों के साथ इनके नियामक के लिए उत्तरदाई डी जी सी ऐ की कार्यप्रणाली में आत्म निरीक्षण के साथ पारदर्शिता जरुरी हो गई है|
Recent Comments