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किंग फिशर एयर लाइंस के मिसमैनेजमेंट पर मोहर लगी और शीतकालीन उड़ाने हुई रद्द

सफल शराब उद्योगपति विजयमाल्या एयर लाइंस के व्यवसाय में पूर्णतय असफल साबित हो रहे हैं| किंग फिशर एयर लाईन्स के लगातार घाटे के दल दल में फंसते जाने के बावजूद भी आज तक ना तो कर्मिओं की हड़ताल ही खुलवा पाए और नाही कंपनी में चल रही ताला बंदी को ही खुलवा पा रहे हैं| इसके अलावा आज बुधवार को नागरिक उड्डयन नियामक ने संकटग्रस्त कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस की शीतकालीन प्रस्थान और आगमन उड़ान योजना भी रद्द कर करके कम्पनी के मिसमेनेजमेंट पर मोहर भी लगा दी है| लेकिन इतनी उठापटक होने के बावजूद आश्चर्यजनक रूप से कंपनी के शेयरों में बडत देखी गई | बीत दिन १२ रुपयों पर बंद हुआ एन एस ई का शेयर १२.५५ पर जा पहुंचा|
गौरतलब है कि लागातार घाटा झेल रही कम्पनी अव्यवस्थाओं से जूझ रही है|एयरलाइन के कई विमानों का जनवरी से संचालन नहीं हो पा रहा है| जिसके फलस्वरूप नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने भी कहा था कि एयरलाइन को अपनी उड़ानों का संचालन शुरू करने की अनुमति प्राप्त करने से पहले सुरक्षा और वेतन भुगतान के बारे में ठोस योजना डीजीसीए के समक्ष पेश करनी होगी| डी जी सी ऐ ने चेतावनी देते हुए कहा था कि एयर लाईन्स का पूरा बेड़ा बिना उड़ान के जमीन पर खड़ा है,वह सुरक्षित और भरोसेमंद सेवाएं नहीं दे पा रहा है जिसकी वजह से क्यों न उसका फ्लाइंग लाइसेंस निलंबित कर दिया जाए या रद्द कर दिया जाए.| डीजीसीए ने किंगफिशर को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय भी दिया था |

किंग फिशर एयर लाइंस के मिसमैनेजमेंट पर मोहर लगी और शीतकालीन उड़ाने हुई रद्द


.किंगफिशर एयरलाइंस ने आज फिर बकाया वेतन पर गतिरोध दूर करने के लिए कर्मचारियों के साथ बैठक की। लेकिन इस बैठक में कोई समझौता नहीं हुआ । बैठक के बाद किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल ने तालाबंदी की अवधि तीसरी बार बढ़ाने की घोषणा की। कर्मचारी भी 7 महीने से बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर है | बताते चलें कि सात महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण ही कर्मचारी पिछले महीने से हड़ताल पर हैं। एयरलाइंस प्रबंधन ने परिचालन शुरू करने के लिए बकाये का कुछ हिस्सा देने का प्रस्ताव रखा था जिसे कर्मचारियों ने ठुकरा दिया था। उनकी मांग है कि उन्हें पूरा भुगतान किया जाए तभी वे काम पर लौटेंगे। किंगफिशर का परिचालन 29 सितंबर से ही पूरी तरह ठप्प है।उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी पिछले साल हर सप्ताह 2,930 प्रस्थान उड़ान संचालित करती थी, लेकिन मिसमेनेजमेंट + कर्ज और कर्मचारियों के काम छोड़ने के कारण इसमें लगातार गिरावट आती गई। कंपनी ने 12 एक अक्टूबर को घोषित तालाबंदी की अवधि को 20 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया।कम्पनी की वित्तीय स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता ही कि बैंकों के समूह से विमानन कंपनी पर 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज है

दिल्ली मुम्बई से नए वर्ष की पहली उड़ान सस्ती होगी:चौ.अजित सिंह

सिविल एविएशन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने आज टैक्स छूट का दायरा बढ़ाते हुए मुम्बई और सबसे महंगी दिल्ली के डोमेस्टिक और अन्तराष्ट्रीय यात्रिओं को एयर पोर्ट डेवेलोपमेंट फीस से राहत दे दी है| इन शहरों से नए वर्ष की पहली उड़ान अब सस्ती होगी| दो प्रायवेट प्लेयर्स में हुए एग्रीमेंट के अंतर्गत यह [ ऐ डी ऍफ़] फीस एयरपोर्ट्स के विकास के लिए वसूला जा रहा था| फ़िलहाल अन्तराष्ट्रीय उड़ान के यात्रिओं से दिल्ली में १३००/=और डोमेस्टिक पेसेंजर्स से २००/= वसूले जा रहे थे |दिल्ली से वसूली जा रही यह फीस सबसे अधिक होने के कारण लगातार आलोचना का शिकार रही है| मुम्बई में यह लेवी क्रमश ६००/= और १००/= है|
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दिल्ली मुम्बई से नए वर्ष की पहली उड़ान सस्ती होगी:चौ.अजित सिंह


गौरतलब है कि २००९ में इंदिरा गांधी इंटर्नेशनल एयर पोर्ट के आधुनिकीकरण के लिए ८९५७ करोड़ सेंक्शन किये गए थे जो अब डी आई ऐ एल ने १२८५७ करोड़ की मांग की|एयर पोर्ट इकोनोमिक रेगुलेटरी आथोरिटी [A E R A] एरोनाटिकल चार्जेस में ३४५% की बढोत्तरी कर दी जिसे मई से लागू कर दिया गया|
बताया जा रहा है कि इस फीस को समाप्त किये जाने से मुम्बई और दिल्ली से क्रमश ४२०० करोड़ और ११७५ करोड़ की वित्तीय रिक्ती [ financial gap]होगी| इसकी भरपाई के लिए एअरपोर्ट आथोरिटी[A A I]और ओपरेटर करेंगे[MIAL]
से होगी|
इससे पूर्व भी चेन्नई और कोलकत्ता के एयर पोर्ट्स पर भी विकास शुल्क समाप्त किया जा चुका है|

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नौसेना का चेतक क्रैश हुआ तीन लोगों की मौत

नौसेना का एक चेतक हेलिकॉप्टर सोमवार को गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट पर उतरते समय १० बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलेट सहित तीन लोगों की मौत हो गई है|
बताया जा रहा है कि यह हेलिकॉप्टर मुंबई से डाबोलिम जा रहा था| डाबोलिम एयरपोर्ट पर उतरते वक्त रन-वे पर हेलिकॉप्टर का रोटर टूट गया जिसके बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई।

नौसेना का चेतक क्रैश हुआ तीन लोगों की मौत


मरने वालों में पायलट, सह-पायलट और एक यात्री भी शामिल हैं। इससे पुर्व गुजरात में जामनगर के निकट वायुसेना के दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर 30 अगस्त को सरमत रेंज के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इस हादसे में पांच अधिकारियों समेत नौ रक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी।
चेतक विशेष कर ऊंची उड़ानों के लिए लाभकारी है| मुम्बई से डाबोलिम जाने का कोई कारण अभी तक नहीं बताया गया है |दुर्घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं.|
इस हादसे के बाद डाबोलिम एयरपोर्ट पर आवाजाही रोक दिए जाने से एयरपोर्ट से लगभग सभी उड़ानें विलंब से चलीं।

चौ.अजित सिंह ने यात्रिओं को राहत दी और एयर पोर्ट विकास शुल्क लगाने से मना किया

सिविल एविएशन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने आज देश के दो महत्वपूर्ण एयर पोर्ट्स पर डेवेलोपमेंट चार्जेस वसूलने के ऐ ऐ आई के प्रोपोजल को नकार दिया है|इसके फलस्वरूप अब फिलहाल चेन्नई और कोलकत्ता में डेवेलोप मेंट चार्जेस नहीं वसूले जायेंगें| मंत्री ने इस विषय में कहा है कि सरकार का उद्देश्य यात्रिओं को किफायती दरों पर हवाई यात्रा मुहैय्या करवाना है|जबकि इस प्रकार से डेवेलोपमेंट फीस लगाना तो उद्देश्यों के विरुद्ध जाना होगा|

चौ.अजित सिंह ने यात्रिओं को राहत दी और एयर पोर्ट विकास शुल्क लगाने से मना किया


एयर पोर्ट्स आथोरिटी आफ इंडिया[ऐ ऐ आई]द्वारा चेन्नई औ|अब ऐ ऐ आई ने एयर पोर्ट डेवेलोपमेंट फीस के बगैर ही प्रस्ताव को एअरपोर्ट इकोनोमी रेगुलेटरी आथोरिटी[ऐ ई आर ऐ] को भेज दिया है|
बेशक अब घरेलू यात्रिओं से ३००/= और विदेशी से १०००/= डेवेलपमेंट चार्जेस नहीं वसूले जायेंगे मगर अभी भी यूजर डेवेलोपमेंट फीस[यूं डी ऍफ़]लैंडिंग और पार्किंग आदि टैरिफ अवश्य देना होगा|

किंग फिशर एयर लाइंस के चेक बाउंस होने पर विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

हवाई उड़ानों को लेकर लगातार आलोचनाओं का केंद्र रहे किंग फिशर के मालिक विजय माल्या और चार अन्य के खिलाफ हैदराबाद की एक अदालत ने चेक बाउंस होने के मामले में अदालत में पेश नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है|। ऐसे में आसार लगाये जा रहे हैं कि श्री माल्‍या को कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है
गौरतलब है की जीएमआर हैदराबाद इन्‍टरनेशनल एयरपोर्ट की प्रबंधन कर्ता है| विमानों की पार्किंग, लैंडिंग और रखरखाव के किराये के[यूजर फीस] रूप में जी एम् आर धन वसूलती है| किंग फिशर एयर लाइंस जिस पर इस मद में वर्तमान में लगभग ६४ करोड़ की देन दारी है ने १० करोड़ का भुगतान बैंक चेक्स से किया था |लेकिन चेक दो बार बाउंस बैक हो गए | जे एम् आर ने किंगफिशर के खिलाफ 10.3 करोड़ के चेक बाउंस होने का केस दर्ज करवा दिया| श्री माल्या को जारी किए गए सम्मन के बावजूद जब वह अदालत में उपस्थित नहीं हुए तब अदालत ने वारंट जारी किया। मामले में किंगफिशर, उसके अध्यक्ष माल्या और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अधिकारी संजय अग्रवाल को जवाबी बनाया गया है। किंगफिशर पर मुंबई और दिल्ली में भी ऐसे ही मामले चल रहे हैं।

किंग फिशर एयर लाइंस के चेक बाउंस होने पर विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी


इसके पहले मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट चलाने वाली कंपनी जीवीके ग्रुप ने जून 2012 में और दिल्‍ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) की प्रबंधन कंपनी ने तीन करोड़ रूपये के चेक के बाउंस होने का केस किंगफिशर के खिलाफ दायर किया था।
इस केस की सुनवाई की अगली तारीख 5 नवंबर निर्धारित की गई है
उधर कर्ज के बोझ तले दबी किंगफिशर एयरलाइंस में तालाबंदी एक सप्ताह २० अक्टूबर तक बढ़ा दी गई है।।
गौरतलब है, इससे एक दिन पहले किंगफिशर एयरलाइंस के सीईओ संजय अग्रवाल ने सभी कर्मचारियों से अपील की थी कि वे काम पर लौट आएं ताकि फ्लाईटों का संचालन फिर से शुरू किया जा सके।
वहीं, हड़ताली कर्मचारी इस मांग पर अड़े हुए हैं कि पहले उनकी सात माह से रुकी हुई तनख्वाह और अन्य भत्तों का निपटारा किया जाए। उसके बाद ही वे दोबारा काम पर लौटेंगे। कंपनी की सभी फ्लाइटों का संचालन बंद पड़ा है। गौरतलब है कि किंगफिशर पर अपनी वितीय हेसियत से सात गुना ज्यादा का कर्ज बोझ है। और इसके शेयर भी संभल नहीं पा रहे शुक्रवार को ०.४४% गिर कर ११.४० पर बंद हुए|।
वर्ष की दूसरी तिमाही 30 जून 2012 तक कंपनी को 651 करोड़ रूपये का घाटा हुआ है | इस माह एक अक्टूबर से ग्राउंड पर खडी किंग फिशर एयर लाइंस ने २००५ से लगातार घाटा ही बुक किया है| अब विदेशी निवेश की आशा जगी थी मगर उसमे लगातार हो रही देरी से कम्पनी को होल्ड पर रखने में तमाम परेशानियां आ रही है और रोजाना नई सर दर्दी से किरकिरी हो रही है| कंपनी के एक कर्मचारी की पत्नी को आत्म हत्या के लिए मजबूर करने के आरोप से बचते बचाते विजय माल्या अब जी एम् आर को दिए चेक के बाउंस होने और अदालत की अवमानना के दोष में जेल जा सकते हैं|जी एम् आर फिलहाल इनकम टेक्स के छापे झेल रही है जाहिर है पैसे की उसे ज्यादा जरुरत होगी सो विजय माल्या के लिए मुश्किलें कम होंगी इसकी उम्मीद कम ही नज़र आ रही है |

पन्द्रह नए एयर पोर्ट बनेंगें और पचास गैर मेट्रो शहरों में एयर पोर्ट्स का आधुनिकीकरण होगा

पन्द्रह नए एयर पोर्ट बनेंगें और पचास गैर मेट्रो शहरों में एयर पोर्ट्स का आधुनिकीकरण होगा

हवाई यातायात में भले ही अभी गिरावट आ रही हो+ एयर पोर्ट की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हों+कर्मिओं के असंतोष की घटनाएँ बढ रही हों+कार्बन टेक्स की तलवार लटक रहीहो+हवाई सफ़र लगातार महंगा किया जा रहा हो +पुराने तैयार एयर पोर्ट यातायात के लिए खोले नहीं गए हों मगर इस सबके बावजूद दस से पन्द्रह नए एयर पोर्ट बनाने और पचास गैर मेट्रो शहरों में एयर पोर्ट्स का आधुनिकीकरण करने की यौजना पर काम शुरू कर दिया गया है|जाहिर है इसके लिए ऍफ़ डी आई के लिए द्वार खोल दिए गए हैं|
आज जिस तरह से मध्यम वर्ग की संख्या बढ रही है और सड़क से यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है ऐसे में अब हवाई यात्रा एक लग्जरी यात्रा नहीं रह गई है|वरन आज के दौर की जरुरत बंटी जा रही है|लेकिन दुर्भाग्य से इसे दुधारू गाय समझ कर इसका लगातार दोहन किया जा रहा है| संवैधानिक संस्था कैग की आपत्तियों के उत्तर आने शेष हैं|अनाप शनाप टेक्स थोपे जा रहे हैं|सुविधा के नाम पर आये दिन हड़ताल और अब तो आत्म हत्याएं भी होने लग गई है|प्लेन में आराम की या सुविधा की किसी को परवाह नहीं है|सीटें छोटी और कतारें संकरी होती जा रही हैं|कहने का तात्पर्य है कि हवाई सफ़र रोजाना महंगा हो रहा है मगर सुविधायों का अभाव होता जाता है|किंग फिशर के अलावा एयर इंडिया का स्टाफ भी अपने वेतन और तैनाती के लिए तरस रहा है|यहाँ तक कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करने के लिए भी वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है| बेशक इसे सिविल एविएशन मंत्री चौधरी अजित सिंह अस्थाई झटके बता कर पल्ला झाडना चाहते हैं लेकिन सवाल तो अपने जगह कायम हैं|चौधरी अजित सिंह का कहना है कि [१] कोलकाता और चेन्नई में बनाए गए गए नए एयरपोर्ट जल्द ही शुरू हो जाएंगे[२]।यूरोपीय संघ द्वारा थोपे गए विवादास्पद कार्बन टैक्स (जिसका भारत सहित कई देशों ने विरोध किया है) के मसले पर यूरोपीय संघ या दूसरे किसी भी समूह द्वारा थोपे गए एकतरफा पर्यावरण उपायों का प्रतिनिधिमंडल से विरोध करने का अनुरोध करेंगे[३]पायलटों के वेतन में कुछ महीने की देरी हो सकती है,।
इसके साथ यह भी दावा किया गया है कि सरकार अब देश के कई शहरों में हवाई उड़ान की बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने पर विशेष ध्यान दे रही है।
अजित सिंह एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नागरिक उड्डयन महानिदेशकों के 49वें सम्मेलन के मौके पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया, ‘देश का सिविल एविएशन सेक्टर 9 फीसदी की सालाना बढोत्तरी दर्शा रहा है। अगले कुछ वर्षों में इस ग्रोथ रेट के दहाई[१०] अंकों पर पहुंच जाने की उम्मीद है।’विमानन क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने के लिए सरकार ने 15 नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाने की योजना बनाई है। इसके अलावा छोटे शहरों के 50 हवाई अड्डों को भी आधुनिक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विमानन क्षेत्र ९ % सालाना की दर से बढ़ रहा है।
उन्होंने सकारात्मक द्रष्टिकोण से कहा कि बड़ा मध्यम वर्ग तेजी से बढ़ रहा है। और भारत कम से कम ६% की आर्थिक वृद्धि दर हासिल कर लेगा|उन्होंने बताया कि सरकार ने अब ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स में 100 फीसदी तक एफडीआई को अनुमति दे दी है।
इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि सरकार ने मौजूदा हवाई अड्डों के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि सरकार इस काम को मिश्रित रणनीति,सार्वजनिक, निजी क्षेत्र, संयुक्त उद्यम और सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिये अंजाम दे रही है। यहाँ चौधरी अजित सिंह के गृह जिले का उदहारण देना जरुरी है मेरठ में हवाई पट्टी के विकास के लिए सारे कागजी कम हो गए बताये जा रहे है मगर प्रदेश सी एम् का कहना है कि जब तक केंद्र किसानों की भूमि का उचित दाम नहीं देता तब तक जमीन का अधिकरण नहीं होगा| पटना के एयर पोर्ट की बदहाली की दास्तान तो संसद में भी सुनाई जा चुकी है| ऐसे में यह कहा जा सकता है|वन इन हैण्ड इज बेटर देन टू इन बुश |यानी जो हाथ में है पहले उसे सुधार लो

उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के पांच एअरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा :यात्रा भी महंगी हो सकती है

उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के पांच एअरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा :यात्रा भी महंगी हो सकती है

प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की मीटिंग में उत्तर प्रदेश के लखनऊ व वाराणसी तथा दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली, मंगलूर और कोयम्बतूर समेत देश के पांच हवाई अड्डों को पूर्ण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा 4 अक्टूबर 2012 को दे दिया गया है|.
यह दर्जा पाने के बाद इन पांचों हवाई अड्डों पर सुविधाओं का विस्तार होगा तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का दायरा बढ़ जाएगा. इससे इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को गति मिलेगी.लेकिन इसके साथ ही यहाँ करों की वसूली भी बाद जायेगी अर्थार्त यहाँ भी यात्रा महंगी हो सकती है|अगर दिल्ली से तुलना की जाये तो दिल्ली में केवल एक शुल्क ही १३००/= है|:
[१]घरेलू यात्री
[२]अंतर्राष्ट्रीय यात्री 1300/=
+ यूं डी ऍफ़
आधुनिकीकरण के बाद यहां से चीन, कोरिया, सिंगापुर, हांगकांग, मलेशिया, आस्ट्रेलिया, यूरोप, अमेरिका आदि के शहरों को सीधी उड़ानें संभव होंगी.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लखनऊ, वाराणसी, मंगलोर, तिरुचिरापल्ली तथा कोयंबटूर हवाईअड्डों को अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा का दर्जा दिये जाने के प्रस्ताव को गुरुवार को मंजूरी दे दी।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक के बाद वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, ‘ये सभी हवाईअड्डे मध्यम से लंबी दूरी वाले विमानों के परिचालन में सक्षम हैं और रात्रि परिचालन की सुविधाओं से भी युक्त हैं।’ उन्होंने कहा कि हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप उन्नत बनाया गया है और इस घोषणा से घरेलू या अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। साथ ही यह संबंधित क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी मददगार होगा। । वित्तमंत्री ने कहा कि इन सभी एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन समेत अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। लखनऊ एयरपोर्ट पर फिलहाल एयरबस 300 विमान के सभी मौसमों में उड़ान भरने की सुविधा है। जबकि एयरपोर्ट पर 14 विमानों को पार्क करने की सुविधा है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने के बाद विमान पार्किंग की संख्या भी बढ़ेगी। जबकि वाराणसी एयरपोर्ट पर एयरबस 320 विमानों के सभी मौसम में उड़ानें भरने की क्षमता है और पांच विमानों की पार्किंग की सुविधा है। वाराणसी से देश की सरकारी और निजी एयरलाइनों के साथ दो विदेशी थाई एयरवेज और कास्मिक एयरवेज अपनी उड़ानें संचालित करते हैं।
नागर विमानन मंत्रालय ने इन हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव किया था। मेरठ में हवाई पट्टी के विस्तारीकरण का प्रस्ताव सारे आश्वासनों के बावजूद लंबित है|

किंग फिशर के जहाज उड़ाने वालों ने आज सडकों पर जुलुस निकाला

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों ने आज शुक्रवार को मुम्बई की सडकों पर जुलूस निकाला और अपने सात माह से लम्बित वेतन और अन्य बकायों के भुगतान की मांग की। कल केंडल मार्च भी निकाला गया था |१२ अक्टूबर तक उड़ानें न शुरू होने की खबर से किंगफिशर एयरलाइंस का शेयर भी 4.७ % टूटा
गौरतलब है कि बीते दिन किंगफिशर प्रबंधन ने अपनी आंशिक ताला बंदी को 12 अक्टूबर तक बढ़ाकर हड़ताली कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की है।संभवत इसी दबाब का जवाब देने के लिए कर्मचारिओं ने आज रैली निकाली|
किंगफिशर के एक कर्मचारी की पत्नी द्वारा आत्महत्या किए जाने के एक दिन बाद , आज कर्मचारिओं में कंपनी +व्यवस्था के प्रति रोष और जनता में सहानुभूति दिखाई दी|
किंगफिशर कर्मचारी की पत्नी की आत्महत्या से कम्पनी के अन्य कर्मचारी सदमे में हैं, क्योंकि उनमें से कई कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है

बीमा और फंड्स की कटौती

यहाँ यह बताना भी जरुरी है कि कर्मचारिओं के वेतन से सीधे अनेक प्रकार के फंड्स [पेंशन+बीमा]की किश्त काट कर सम्बन्धित विभागों में +कम्पनिओं में जमा करवाई जाती है ऐसे में सात महीने से वेतन नहीं मिलने से बीमा और फंड्स की किश्त की कटौती भी लंबित हो गई होगी| ये किश्तेंकर्मिओं के परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए बेहद जरुरी भी हैं| सम्बन्धित विभाग को ये किश्तें जमा नहीं करवाए जाने से कर्मिओं के परिवार का भविष्य भी असुरक्षा के घेरे में आ जाता है|

कंपनी का अड़ियल रुख

कर्मचारी प्रबंधन के उस निर्णय से भी चिंतित हैं, जिसके तहत आंशिक बंदी एक सप्ताह और बढ़ा दी गई है।
आधी रात से ठीक पहले बंदी की मियाद बढ़ाने के लिए कंपनी ने हड़ताली पायलट, विमान रखरखाव इंजीनियर और तकनीशियन को जिम्मेदार ठहराया है| यह बंदी पहली अक्टूबर से ही लागू है। अब कम्पनी केवल एक माह का वेतन देकर हड़ताल खुलवाने पर अमादा है|
विमानन कम्पनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ”हमें खेद है कि अवैध हड़ताल अभी तक वापस नहीं ली गई है और कम्पनी में सामान्य स्थिति बहाल नहीं हो पाई है, जिसके कारण पूरी कम्पनी का कामकाज लगातार बाधित है।कम्पनी के सचिव राघवन कल इस्तीफा दे चुके हैं|आज 12 अक्टूबर तक उड़ानें न शुरू होने की खबर से किंगफिशर एयरलाइंस का शेयर भी 4.7 % टूटा

मंत्रालय का रुख

उधर सिविल एविएशन मंत्री चौधरी अजित सिंह ने इस पूरे मामले में कर्मिओं को राहत दिलाने में असमर्थता जताई है|फिर भी उन्होंने फ्लाईट्स की सेफ्टी के लिए कंपनी के ऊपर डी जी सी ऐ के प्रतिबंधों का पालन किया जाना आवश्यक कर दिया है|
बताते चलें कि डेकन कंपनी को टेक ओवर करने वाली इस किंग फिशर एयर लाइंस ने यात्रिओं से लगभग ६० करोड़ रुपयों का सर्विस टेक्स वसूला मगर अभी तक

किंग फिशर के जहाज उड़ाने वालों ने आज सडकों पर जुलुस निकाला

जमा नहीं कराया है|इसके अलावा सात माह का वेतन जो कि इस राशि का लगभग दोगुना होगा पेंडिंग है| बाज़ार हेसियत से सात गुना अधिक का कर्जा है|जबकि फ्रीज़ किये गए खातों में बेलेंस केवल ६०० करोड़ ही बताये जा रहे हैं|बैंकों ने इस कम्पनी को बैल आउट पैकेज देने में कोई रूचि नहीं दिखाई गई यहाँ तक कि ऍफ़ डी आई का लाभ भी मिलता नहीं दिख रहा |इस सब के बावजूद कंपनी के प्रति मंत्रालय की नरमी और पीड़ित कर्मिओं के प्रति उदासीनता के चलते आज प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने भी नाराजगी दिखाई है| प्रवक्ता मुख़्तार अब्बास नकवी ने सरकार से तत्काल इस समस्या का समाधान करने को कहा है|

किंगफिशर एयरलाईन्स कर्मी की पत्नी ने आत्म हत्या की:कंपनी सचिव ने इस्तीफा दिया

किंगफिशर एयरलाइंस के एक कर्मचारी की पत्‍‌नी ने आज गुरुवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट के अनुसार पिछले पांच महीने से पति को वेतन न मिलने से वह डिप्रेशन में थी। यह घटना दिल्ली के पालम गांव की है।किंगफिशर एयरलाइंस में ग्राउंड स्टाफर मानस चक्रवर्ती की पत्नी श्रीमति सुष्मिता चक्रवर्ती ने दिल्ली में आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि सुष्मिता चक्रवर्ती ने बँगला भाषा में सूइसाइट नोट में लिखा है कि आर्थिक तंगी की वजह से वह खुदकुशी का रास्ता चुन रही हैं। उनके पति मानस को पिछले पांच महीने से सैलरी नहीं मिली है | उसे हमेशा इस बात का डर सताता रहता था कि कहीं कंपनी खराब हालत के कारण बंद न हो जाए| इस आत्म हत्या के बाद अब लगने लगा है कि विजय माल्‍या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़ा संकट धीरे-धीरे और ज्‍यादा भयावह रूप लेता जा रहा है|
आत्‍महत्‍या की यह दुखद घटना राजधानी दिल्‍ली के द्वारका में हुई.
गौरतलब है कि कंपनी के ज्‍यादातर कर्मचारी पिछले सात माह से वेतन न मिलने की शिकायत कर रहे हैं| कर्मचारियों का एक समूह बकाया वेतन के भुगतान के मसले को लेकर इन दिनों हड़ताल पर भी है| हड़ताल के कारण किंगफिशर एयरलाइंस में आंशिक ताला बंदी चल रही है| प्रबंधन व हड़ताली कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच बातचीत बेनतीजा रहने की वजह से ऐसा करना पड़ा है। इन बातों को देखते हुए हड़ताल के और लंबा खिंचने के आसार हैं।
डीजीसीए और केंद्र सरकार ने सुरक्षा के पहलू को नजरअंदाज किए जाने पर किंगफिशर एयरलाइंस प्रबंधन को चेतावनी दी है. एयरलाइंस को कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करने के भी निर्देश गए हैं. इतना होने के बावजूद कंपनी वेतन देने की बजाए कर्मचारियों को सिर्फ आश्‍वासन ही देती रही है|आज भी सात माह के वेतन के स्थान पर केवल एक माह का वेतन ही आफर किया गया | बहरहाल, आत्म हत्या की ताजा घटना कंपनी के लिए एक और गंभीर चेतावनी की तरह है|कंपनी का प्रबंधन आज भी ऍफ़ डी आई और बैंकों के भरोसे बैठा है|बैंकों का भरोसा कम्पनी खो चुकी है और विदेशी निवेशकों के लिए यह स्थिति कोई उत्साह जनक नहीं होगी|

किंगफिशर एयरलाईन्स कर्मी की पत्नी ने आत्म हत्या की:कंपनी सचिव ने इस्तीफा दिया


इस घटना के बाद किंगफिशर एयरलाइंस के सचिव भरत राघवन ने इस्तीफा दे दिया है।
एक तरफ तो सरकार उड्डयन छेत्र में ऍफ़ डी आई के जरिये विदेशी धन लाने को प्रयास रत है वहीं डी जी सी ऐ और कम्पनी प्रबंधन के निराशाजनक प्रदर्शन से अब इस छेत्र में भी आत्म हत्याएं होने लगी हैं|यह चिंता का विषय होना चाहिए

किंगफिशर एयरलाइंस का एयरपोर्ट पर प्राइम स्लॉट खतरे में

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों और मैनेजमेंट के बीच आज बुधवार को हुई वेतन संबंधी बातचीत का कोई सकारात्मक नतीज़ा नहीं निकला|इधर, सरकार ने भी एयरलाइंस में आंशिक तालाबंदी के बाद एविएशन मानकों की निगरानी तेज कर दी है। पूरी स्थिति पर नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इस मामले पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को दे दी है। इसमें इजीनियरों की हड़ताल की वजह से सुरक्षा मानकों को लेकर चिंता जताई गई है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एयर लाईन्स द्वारा केवल एक महीने का वेतन देकर हड़ताल खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि उन्हें सात महीनों से वेतन नहीं मिला है। सिविल एविएशन के नियामक डीजीसीए ने कर्मचारियों के बकाया भुगतान की ठोस योजना और ऑपरेशनल सेफ्टी प्लान पेश करने तक एअरलाइंस को अपनी उड़ानें स्थगित रखने को कहा है। जाहिर है कि अब किंगफिशर एयरलाइंस को दोबारा उड़ान भरने की अनुमति तभी मिलेगी जब भुगतान की योजना और सुरक्षा इंतजाम संतोषजनक होंगे लिहाजा हड़ताल के अभी जारी रहने की संभावना है|
इससे पहले मंगलवार को डीजीसीए के सामने उपस्थित हुए किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल ने उम्मीद जताई थी कि आयकर विभाग कंपनी के फ्रिज अकाउंट खोलने की इजाजत दे सकता है। यूं बी बैंक पैसा देने को तैयार है| उड़ानें फिर से शुरू करने के बारे में कंपनी 4 अक्तूबर को फैसला कर लेगी लेकिन अब इनके सामने हड़ताली कर्मचारियों के अलावा डीजीसीए का सामना करने की भी चुनौती है|
फिलहाल 10 में से केवल सात विमानों के जरिए 50 से ज्यादा उड़ानें संचालित कर रही

किंगफिशर एयरलाइंस के सामने एअरपोर्ट पर प्राइम स्लॉट गंवा देने का खतरा पैदा हो गया है।


किंगफिशर की स्थगित इन उड़ानों का फायदा उठाने के लिए बाकी एअरलाइंस की नज़रें किंग फिशर एयर लाईन्स के टाइम स्लॉट पर टिक गई हैं ।