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अन्ना अनशन समाप्त अब राजनितिक विकल्प की तलाश

अन्ना टीम के आन्दोलन का मौजूदा १६ माह पुराना चरण आज १०वे दिनकी शाम साडे छह बजे समाप्त घोषित कर दिया गया |सेवानिवर्त जनरल वी के सिंह ने नारियल पानी पिलवा कर अन्ना टीम का अनशन भी तुडवाया |इस अवसर पर अनशन करने के बजाये राजनितिक विकल्प देने के संकल्प के साथ सरकार को चुनौती भी दी गई \सरकार ने भी चुनौती स्वीकार करके मानसून स्तर में लोक पाल बिल लाने से मना कर दिया|
आज पांच बजे अनशन को समाप्त करने की घोषणा की गई थी मगर सदस्यों के भाषण के चलते साड़े छह बजे अनशन तुड़वाने की ओपचारिकता पूरी कराई गई \इस अवसर पर जनरल वी के सिंह +मनीष शिशोदिया +अरविन्द केजरीवाल +गोपाल राय+योगेन्द्र यादव आदि ने अपने भाषण में नए विकल्प को जरुरी बताया |अरविन्द केजरीवाल ने कहा की अगर सरकार २०१४ तक जन लोक पाल बिल+राईट टू रिकाल+राईट टू रिजेक्ट+सत्ता के विकेन्द्रीयकरण जैसे सुधार ले आती है तब अन्ना टीम चुनावों में नहीं उतरेगी|अरविन्द ने कहा कि उनकी पार्टी बिना पैसे के चुनाव लडेगी जनता द्वारा मेनिफेस्टो तय किया जाएगा और पंचायतों को सत्ता में भागे दारी दी जायेगी
जनरल सिंह ने देश में १९७५ के हालत पैदा होजाने पर चिंता व्यक्त की और लोक नायक जयप्रकाश नारायण का नारा बुलंद करके सत्ता को आईना दिखाने का प्रयास किया “सिंघासन खली करो जनता आती है”
अन्ना ने आअज फिर दोहराया की वोह स्वयम पार्टी में नहीं आयेंगे और नाही चुनाव लड़ेंगे वरन बाहर रह कर इन पर नज़र रखेंगे|
गोगेन्द्र यादव ने राजनितिक पार्टी बनाए जाने पर आने वाली चुनौतियों के प्रति आगाह किया |
प्रशांत भूषण ने सरकार के सर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि बार बार सत्ता के गलियारों से चुनाव लड़ने कि चुनौती दी जाती रही है अब उस चुनौती को स्वीकार कर लिया गया है|
जिस समय अन्ना का अनशन समाप्त कराया जा रहा था ठीक उसी समय टी वी चेनलों पर संसदीय मंत्री पवन बंसल के हवाले से बताया गया कि मानसून सत्र में लोक पाल बिल को चर्चा के लिए शामिल नहीं किया गया है\
इसी बीच कांग्रेस के कई नेताओं ने अन्ना टीम पर कटाक्ष भी किये |कपिल सिबल+अम्बिका सोनी+दिग्विजय सिंह और रेणुका चौधरी आदि ने कहा कि अन्ना टीम के इस छुपे अजेंडे के बारे में हमें मालूम ही था अब चुनावों में उतरने से उन्हें सभी किन्तु परंतुओं का पता चल जाएगा