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अब कान्हा की झांकी को लेकर मेरठ में बवाल =शांति बहाल

भगवान श्रीकृष्ण की झांकी निकालने के दौरान मस्जिद के सामने माइक-डीजे बजाने को लेकर दो संप्रदायों के लोग आमने-सामने आ गए और हंगामा खड़ा हो गया। भावनपुर थाना क्षेत्र के औरंगाबाद गांव में शुक्रवार को संप्रदाय विशेष के कुछ लोग ईट पत्थर लेकर धार्मिकस्थल के आस-पास घरों की छतों पर चढ़ गए। सांप्रदायिक तनाव की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन के होश उड़ गए और एसपी देहात और सीओ भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए। अधिकारियों ने लोगों को समझाबुझा कर शांत किया। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।
औरंगाबाद गांव में जन्माष्टमी के अवसर पर मोहित कुमार ठाकुर ने भगवान कृष्ण की झांकी निकालने की अनुमति ली थी। शाम चार बजे ठाकुरों के मोहल्ले से झांकी निकलनी शुरू हुई। गांव के बीच में ही मस्जिद के पास कुछ संप्रदाय विशेष के युवकों ने झांकी का माइक उतारने और डीजे बंद करने को कहा। विरोध करने पर दोनों संप्रदाय के युवक आमने-सामने आ गए और हंगामा हो गया। इसी बीच कुछ युवक मस्जिद के आसपास के घरों की छतों पर चढ़ गए और ईट पत्थर उठा लिए। एसओ भावनपुर के सामने ही झांकी का डीजे बंद नहीं होने पर खून खराबे की धमकी दी गई। यह सुन पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में डीजे बंद कराकर झांकी को आगे निकलवाया गया। मामला निपटता दिखाई दिया, लेकिन इसी दौरान संप्रदाय विशेष के कुछ युवकों ने टीका टिप्पणी करते हुए तालियां बजा दी। इससे फिर आक्रोश भड़क गया और ग्रामीण झांकी दोबारा निकालने पर अड़ गए। सूचना पर एसपी देहात आरपी पांडेय, सीओ किठौर महेंद्र कुमार कई थानों की फोर्स के साथ वहां पहुंचे। अधिकारियों ने दोनों संप्रदायों से बातचीत कर किसी तरह मामला शांत कराया और झांकी शुरू कराई। मस्जिद के गेट के सामने एसओ ने कुछ समय के लिए डीजे बंद कराया तो फिर हंगामा शुरू हो गया। बिना डीजे बजाए लोगों ने आगे जाने से मना करते हुए झांकी रोक दी और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। काफी विवाद के बाद डीजे शुरू हुआ तो दूसरे संप्रदाय के लोग सामने आ गए। सूचना पर एसएसपी के.सत्यनारायण भी मौके पर पहुंच गए और किसी तरह से मामला शांत करा कर झांकी निकलवाई। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। पहले से थी प्लानिंग
ठाकुर समाज और हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि संप्रदाय विशेष के लोगों ने पहले से ही इस तरह की प्लानिंग कर ली थी। इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी, लेकिन पुलिस अनजान बनी रही।
हिंदू संगठनों और भाजपाइयों का जमावड़ा
पूरे प्रकरण की जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद से सुदर्शन चक्र महाराज और पूर्व जिला महामंत्री भाजपा अजीत चौधरी औरंगाबाद गांव पहुंच गए। एसएसपी से इस तरह की घटना को लेकर विरोध जताया और कार्रवाई की मांग की। आंदोलन की चेतावनी भी दी।
मंदिर तक जाने के लिए दूसरा बड़ा रास्ता है। कुछ युवकों ने जबरन मस्जिद के सामने से झांकी निकाली और गेट के सामने झांकी रोककर डीजे बजाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में नजाम का समय होने वाला था और मना करने पर हंगामा हो गया। सभी को समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया गया।
बाबू, पूर्व प्रधान औरंगाबाद गांव।
कुछ युवकों ने मस्जिद के गेट के सामने ही डीजे बजाया था। मस्जिद के कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो हंगामा हो गया। पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। कुछ लोग इस तनाव ग्रस्त छेत्र में शोभा यात्रा निकालने की परमिशन देने में पोलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाते दिखाई दिए
इसके अलावा अब्दुलाहपुर में एक मंदिर में भजन कीर्तन के लिए लगाए गए माईक का भी कुछ लोग विरोध करने सड़क पर उतर आये |स्थिति सामान्य है।