Ad

अरविन्द केजरीवाल द्वारा बिजली पानी के बिलों को लेकर लिखे पत्र पर दिल्ली सरकार का मौन जारी

आम आदमी पार्टी [आप]के, बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार को लेकर, 23 अप्रैल को लिखे पत्र पर अभी तक दिल्ली सरकार की तरफ से कोई उत्तर नहीं दिया गया है |अरविन्द केजरीवाल द्वारा बिजली पानी के बिलों को लेकर लिखे पत्र पर दिल्ली सरकार का मौन जारी है जबकि आप ने २८ अप्रैल तक का नोटिस दिया हुआ है| आप पार्टी के नेता मनीष शिशोदिया ने फोन पर बताया है कि श्री मति शीला दीक्षित कि तरफ से कोई कार्यवाही की सूचना नहीं आई है | पूछे जाने पर श्री शिशोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार से जवाब पाने की उनकी उम्मीद टूटी नही है|उन्हें अभी भी जवाब पाने की आशा है|
गौरतलब है कि दिल्ली में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार को लेकर आप पार्टी ने असहयोग आन्दोलन छेड़ा हुआ है|जिसके फलस्वरूप साडे दस लाख दिल्ली वासियों ने आप पार्टी के माध्यम से पत्र लिखे हैं|इन्हें डिलीवर करने के लिए पहले दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के निवास की तरफ मार्च किया गया था|जिसे दिल्ली पोलिस की सहायता से असफल कर दिया गया था|उस समय कहा गया था कि आप पार्टी ने पूर्व सूचना नहीं दी थी संभवत अब २३ अप्रैल को पूर्व सूचना के तौर पर आप पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती दीक्षित को पत्र लिख कर यह ओपचारिकता पूरी कर दी है|लेकिन अभी तक असहयोगी बने साडे दस लाख दिल्ली वासियों के पत्रों को रिसीव करने के लिए दिल्ली की सरकार द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गई है|
गौरतलब है कि दिल्ली में बिजली पानी के बिलों में भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी ने घोषणा की है कि २८ अप्रैल को दिल्ली के जंतर मंतर पर साडे दस लाख पत्रों के साथ इकट्ठा होंगे जहां से साडे दस लाख पत्रों को रिसीव कराने के लिए मुख्य मंत्री के निवास की तरफ मार्च किया जाएगा| अब सी एम् निवास की तरफ मार्च से पूर्व पत्राचार की ओपचारिकता निभाई गई है|यह एक सकारात्मक कदम है इससे टकराव टाला जा जा सकता है लेकिन अब गेंद दिल्ली सरकार के पाले आ गई है|