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“आप” ने 1984 सिख संहार के मामलों को फिर से खोले जाने का स्वागत किया

[नई दिल्ली] “आप” ने 1984 सिख संहार के मामलों को फिर से खोले जाने का स्वागत किया
दिल्ली में सत्तारूढ़ “आप” ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामलों को फिर से खोलने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया हैं।
पूर्व विधायक जरनैल सिंह ने सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को तुरंत कांग्रेस पार्टी से बाहर निकालने की मांग भी की है |
गौरतलब हे के दिल्ली विधानसभा ने 30 जून, 2015 को ही 1984 के सिख कत्लेआम के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया था। अब ज़रुरी है कि, संसद भी सांप्रदायिक हिंसा की राजनीति के खिलाफ एक मजबूत संदेश देते हुए इसी तरह का प्रस्ताव पास करे। एक “सांप्रदायिक और जातीय हिंसा बिल” भी संसद में इस वक्त लंबित है, जिसमें सांप्रदायिक या जातिय हिंसा के दौरान राजनेताओं, पुलिस और प्रशासन की जवाबदेही तय करने के प्रावधान शामिल हैं, वो बिल तत्काल पास होना चाहिए। यदि सरकारी लोग हिंसा को रोकने में विफल रहते हैं, तो उन पर मुकदमा चलना चाहिए और उनपर सख्त सज़ा का प्रावधान भी किया जाना चाहिए