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खट्टर ने विकास के लिए किसान महापंचायत बुलाई लेकिन विरोधियों ने तोड़फोड़ की

(चंडीगढ़,हरियाणा)खट्टर ने विकास के लिए किसान महापंचायत बुलाई लेकिन विरोधियों ने तोड़फोड़ की
करनाल जिले के कैमला गांव में प्रदर्शनकारी किसानों ने ‘किसान महापंचायत’ के कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की जहां मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के ‘‘फायदे’’ बताने वाले थे।सी एम मनोहरलाल खट्टर के अनुसार उन्होंने इस छेत्र के लिए 100 करोड़ ₹ की यौजनाओं की घोषणा भी करनी थी जो अब भविष्य में किसी अन्य कार्यक्रम में कई जाएंगी।
इससे पहले पुलिस ने कैमला गांव की ओर किसानों के मार्च को रोकने लिए उन पर पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस के गोले छोड़े।
बहरहाल, प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल तक पहुंच गए और ‘किसान महापंचायत’ कार्यक्रम को बाधित किया।
उन्होंने मंच को क्षतिग्रस्त कर दिया, कुर्सियां, मेज और गमले तोड़ दिए।
किसानों ने अस्थायी हेलीपेड का नियंत्रण भी अपने हाथ में ले लिया जहां मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरना था।
किसानों के इस हुड़दंगी व्यवहार के लिए बीकेयू नेता गुरनाम सिंह चरूनी पर आरोप लगाए जा रहे है
भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) के तत्वावधान में किसानों ने पहले घोषणा की थी कि वे ‘किसान महापंचायत’ का विरोध करेंगे। वे तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने किसानों पर पानी की बौछारें छोड़ने और आंसू गैस के गोले दगवाने के लिए मुख्यमंत्री खट्टर की आलोचना की।