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गुनाहों के शहर लास वेगास [सीजर] में प्रक्रति के रचियेता लार्ड ब्रह्मा के आशीर्वाद से कोई गुनाहगार नही है

अमेरिका के नवाडा रेगिस्तान में विश्व भर के वैभव +विलासता +संस्कृति को एकत्र किया गया है| इसीलिए विश्व भर से सैलानियों के आगमन का ताँता लगा रहता है|लास वेगास नामक इस शहर को गुनाहों का शहर[City Of Sins] कहा जाता है|ऐसे शहर में प्रकति के रचियेता भगवान् ब्रह्मा का सुनहरा +चमकता हुआ मंदिर अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है| यह बीते तीन दशकों से सभी को खुशहाली+उज्जवल भविष्य+गुड लक का आशीर्वाद दे रहा है| शायद यही कारण है कि गुनाहों के इस शहर में कोई गुनाहगार नहीं है|सभी कुछ लीगल है|
भव्य सीजर पैलेस के उत्तरी लान में एक छोटा लेकिन बेहद सुन्दर ब्रह्मा का मंदिर स्थापित है |इसपर लगे शिला पट के अनुसार १९८४ में बुद्ध धर्म के संतों के आशीर्वाद से थाईलैंड के अख़बार जगत के पुरोधा [ tycoons ]कम्फोल वाचर्फोल दंपत्ति[ Mr. and Mrs. Kamphol Vacharaphol ]और हाँकोंग के मिस्टर यिप हों[ Mr. Yip Hon,] द्वारा समर्पित किया गया है| तीन दशक से इसकी भव्यता+ मान्यता बरकरार है| उपलब्ध जानकारी के अनुसार १४ फुट ऊंचे और ८००० पौंड्स वजन के इस तीर्थ को कांस्य धातू से बना कर सोने की परत चडाई गई है|
मान्यता के अनुसार श्र्धालू जन अपनी श्रधानुसार लकड़ी के हाथी+नकदी आदि अर्पित करते हैं| बताय गया है कि इसे सीजर द्वारा थाई लैंड में चैरिटी के लिए दे दिया जाता है|

गुनाहों के शहर लास वेगास [सीजर] में प्रक्रति के रचियेता लार्ड ब्रह्मा के आशीर्वाद से कोई गुनाहगार नही

गुनाहों के शहर लास वेगास [सीजर] में प्रक्रति के रचियेता लार्ड ब्रह्मा के आशीर्वाद से कोई गुनाहगार नही

धार्मिक मान्यतानुसार ब्रह्मा के चार मुख [१]अनुकम्पा+[२]दया+[३]सहानुभूति+[४] धेर्य का संदेश और आशीर्वाद देते हैं|ब्रह्मा को प्रक्रति का रचियेता भी कहा जाता है|इसके बावजूद भारत में ब्रह्मा के मंदिर बेहद कम हैं| इनमे से राजस्थान के पुष्करतीर्थ प्रसिद्द है|इसके अलावा महाराष्ट्र +आंध्रा+गुजरात+कुल्लू+केरल+गोवा+के अलावा कम्बोडिया में भी ब्रह्मा के विग्रह स्थापित हैं|
हिन्दू मान्यतानुसार तीन बड़े भगवानों में शिव को संहारक तो ब्रह्मा को रचियेता बताया गया है|तीसरे भगवान् विष्णु हैं|विष्णु और शिव के मंदिर हर गली मोहल्ले में हैं शिव कि पूजा घर घर और गली गली में होती है लेकिन ब्रह्मा के केवल गिनती के मंदिर हैं इसके पीछे भी धार्मिक ग्रंथों में अनेकों मान्यताये हैं| लेकिन लगभग सभी में ब्रह्मा को शापित बताया गया है|
मान्यताओं के अनुसार [१]भगवान् विष्णु [२] भगवन शिव[३]ऋषि ब्रिघू [४]शतपुरा[पुत्री]द्वारा विभिन्न कारणों से भगवान् ब्रह्मा को शाप दिए गए कि उनकी कहीं पूजा नही होगी|