विश्व जनसंख्या दिवस पर जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए भारत सरकार ने [११ जुलाई] आज भारत की राजधानी दिल्ली में पदयात्रा का आयोजन किया |
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त निकाय जनसंख्या स्थिरता कोष (जेएसके) ने आज नई दिल्ली में ‘जनसंख्या स्थिरीकरण की ओर पद यात्रा’ आयोजित की । पद यात्रा इंडिया गेट से विजय चौक तक थी, जो कि सुबह सात बजे से शुरू हुई। इसे केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती संतोष चौधरी की उपस्थिति में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
इस अवसर पर दिल्ली के विभिन्न स्कूलों से 200 से अधिक विद्यार्थियों ने जनसंख्या स्थिरीकरण में अपना समर्थन दर्शाने के लिए भाग लिया। पद यात्रा का उद्देश्य नारी शिक्षा में कमी,+कम उम्र में शादी+ बच्चे पैदा करना जैसे अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए जनसंख्या स्थिरीकरण के मुद्दे पर गति बढ़ाना तथा जागरूकता फैलाना है।
विद्यार्थियों ने जनसंख्या स्थिरीकरण के मकसद को समर्थन देने के लिए नारे वाली तखतियां लेकर भाग लिया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री गुलाम नबी आज़ाद ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पद यात्रा स्थाई स्तर पर समग्र सामाजिक आर्थिक विकास में जनसंख्या स्थिरीकरण के महत्व को रेखांकित करने के लिए आयोजित की गई। उन्होंने उम्मीद जताई कि पद यात्रा लोगों को मां, बच्चे और पूरे परिवार के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए छोटा परिवार रखने के लिए जागरूक तथा प्रेरित करेगी।
जारी आंकड़ों के अनुसार 2011 की जनगणना में भारत की जनसंख्या 1.21 अरब पहुंच गई है। 2001-2011 के दौरान दशकीय वृद्धि दर 17.64 प्रतिशत हुई, जबकि 1991 -2001 के दौरान वृद्धि दर 21.15 प्रतिशत थी। 1911-1921 के अपवाद को छोड़कर 2001-2011 की अवधि पहला दशक है, जिसमें अन्य दशकों की तुलना में आबादी में कम बढ़ोतरी हुई। परन्तु उत्तर प्रदेश+ बिहार,+मध्य प्रदेश+ राजस्थान+ झारखंड+छत्तीसगढ़ में जनसंख्या की उच्च वृद्धि देखी गई।