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दुर्भाग्य से आज फिर न्याय के लिए उठी आवाज को ताकत से दबा कर देश को एक नए असंतोष के मार्ग पर धकेल दिया गया

दुर्भाग्य से आज फिर उठी न्याय के लिए आवाज को दबा दिया गया | अधिकारों के लिए चले आंदोलन को लठिया दिया गया|जनाक्रोश का सामना करने में असक्षम न्रेत्त्व ने ताकत का सहारा लिया और

दुर्भाग्य से आज फिर उठी न्याय के लिए उठी आवाज को ताकत से दबा कर देश को एक नए असंतोष के मार्ग पर धकेल दिया गया

| कल चले शान्ति पूर्ण आन्दोलन के बाद आज सुबह से ही इसे कुचलने के लिए प्रशासनिक प्रयास तेज़ कर दिए गए |मेट्रो ट्रेन्स[८ मेट्रो स्टेशंस ] का संचालन रोका गया प्रदर्शन कारियों को हतोत्साहित करने के लिए धारा १४४ लगाई गई|यहाँ तक कि पानी की बौछारें पत्रकारों की तरफ की गई|जिससे आम पब्लिक के साथ साथ पोलिस +पत्रकार भी घायल हुए|
एक चलती बस में गैंगरेप की घटना पर दिल्ली में जारी विरोध-प्रदर्शनों ने रविवार को उग्र रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस, पानी की बौछारें और पुलिस की लाठी फिर बरसी। नई दिल्ली में धारा 144 के बाद भी इंडिया गेट और जंतर-मंतर पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों की बीच जबर्दस्त झड़प हुई। खबर है कि विरोध प्रदर्शन में३७ पोलिस कर्मी और अधिकारी भी घायल हुए|
इससे पहले लाठीचार्ज से गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की जीप और एक गाड़ी को तोड़ दिया। यही नहीं 26 जनवरी के लिए लगाए गए बैरिकेड्स को उखाड़कर आग के हवाले कर दिया है। रविवार को प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी और बाबा रामदेव के समर्थक भी शामिल हो गए। शनिवार को विरोध-प्रदर्शनों का केंद्र विजय चौक रहा, तो रविवार को इंडिया गेट पर वही नजारा रहा |बेशक आज ताकत के बल पर प्रदर्शन कारियों को इंडिया गेट से धकेल दिया गया मगर जनाक्रोश को समाप्त नहीं किया जा सका है यहाँ तक कि उसे कम भी नहीं किया जा सका है| अब इस में भी आप के अरविन्द केजरीवाल और बाबा राम देव के कूद पड़ने से राजनीति शुरू हो गई है|दिल्ली की मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित और उनके सांसद पुत्र दोनों ने एक स्वर में पोलिस कमिश्नर को तत्काल हटाये जाने की मांग कर डाली है|
घटनाक्रम
[१] मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने रविवार देर शाम इस मामले पर कैबिनेट की बैठक बुलाई। इसके बाद वह पूरी कैबिनेट के साथ गृह मंत्री शिंदे से मिलने गईं। उन्होंने इस मामले में दिल्ली पुलिस की भूमिका पर रोष जताते हुए दोषी ऑफिसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
[२] प्रदर्शन में एक एएसआई राजपाल सिंह और कॉन्स्टेबल के बुरी तरह घायल होने की खबर है। उन्हें राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। गौरतलब है कि इससे
[३] पुलिस ने इंडिया गेट पर रिपोर्टिंग कर रहे मीडिया वालों को भी नहीं बख्शा। कैमरों को तोड़ा गया और रिपोर्टर्स पर पानी फेंका गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को भी वहां से खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया गया।
[४] इंडिया गेट पर जमे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस ने शाम साढ़े पांच बजे एक बार फिर लाठीचार्ज करना शुरू किया। इससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच एक बार फिर झड़प शुरू हो गई। पुलिस ने मीडिया को भी वहां से हटने के लिए कहा।
[५] रायसीना हिल्स और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के कुछ ही घंटों बाद इंडिया गेट से होते हुए रायसीना हिल्स की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आंसू गैस के गोलों और पानी के बौछारो का उपयोग किया। आरोपियों को कठोर सजा देने की मांग करते हुए प्रदर्शन कर रहे युवाओं के खिलाफ पुलिस ने रविवार को लगातार दूसरे दिन बल प्रयोग के अलावा आंसू गैस के गोलों और पानी की बौछारों का उपयोग किया।
सोनिया-राहुल से मुलाकात प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने सोनिया और राहुल गांधी से भी मुलाकात की। उन्होंने आश्वासन दिया है कि न्याय जरूर मिलेगा। रायसीना हिल्स की ओर बढ़ने की कोशिश के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पूर्वी दिल्ली के सांसद संदीप दीक्षित की कार घेर ली और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया।
[६]रात से डटे प्रदर्शनकारी रायसीना हिल्स और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने आज सुबह हटा दिया। गैंग रेप की घटना का विरोध कर रहे कुछ प्रदर्शनकारी शनिवार को दिन में प्रदर्शन के बाद रात में इन इलाकों में रूक गए थे। रायसीना हिल्स इलाके में प्रदर्शन कर रहे लोगों में ज्यादातर छात्र-छात्रायें शामिल हैं। इन लोगों ने कल दिन भर पुलिस से जूझने के बाद पूरी ठंडी रात खुले आसमान के नीचे गुजारी। पुलिस आज तड़के एक अभियान में प्रदर्शनकारियों को बस में बैठाकर ले गई।
[७]धारा 144 लागू सुबह करीब छह बजकर 30 मिनट पर पुलिस बसों में भरकर रायसीना हिल्स आई। घने कोहरे के बीच पुलिस ने इलाके में धारा 144 के तहत चार से ज्यादा लोगों के जमा होने पर रोक लगाने की घोषणा करते हुए प्रदर्शनकारियों को बसों में भर दिया। रायसीना हिल्स में मौजूद 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घना कोहरा होने की वजह से अधिक प्रतिरोध नहीं कर सके। उन्होंने बस में नारेबाजी की।
इंडिया गेट पर जमा प्रदर्शनकारियों को सुबह 9 बजे कहा गया कि इस क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है और वे वहां से चले जाएं। धारा 144 के तहत 4 या इससे ज्यादा लोगों को एक [८]बाद में प्रदर्शनकारियों ने उन्हें लेकर जा रही बसों के टायरों की हवा निकाल दी और लड़कियों का समूह बसों के सामने लेट गया। महिला प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी की,
[9] इंडिया गेट और रायसीना हिल्स के पास के 8 मेट्रो स्टेशनों को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है। कल रात सिर्फ चार मेट्रो स्टेशनों- पटेल चौक, केन्द्रीय सचिवालय, उद्योग भवन और रेस कोर्स रोड़ को बंद करने का निर्णय लिया गया था लेकिन आज सुबह बाराखम्भा रोड, मंडी हाउस, प्रगति मैदान और खान मार्केट मेट्रो स्टेशनों को भी बंद कर दिया गया।
[10]केजरीवाल का प्रदर्शन इस बीच आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसौदिया ने इंडिया गेट के पास अशोक रोड स्थित हैदराबाद हाउस में धरना दिया। केजरीवाल ने कहा, सरकार की निष्क्रियता, उदासीनता और अहंकार बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। लेकिन मैं सबसे अपील करूंगा कि वे हिंसा न करें।’ उन्होंने कहा कि पहले ऐसा कभी नहीं हुआ जब पूरी नई दिल्ली में धारा 144 लगाई गई हो। सरकार लोगों से डरी हुई है। सरकार लोगों के साथ युद्ध कर रही है। सरकार कैसे निहत्थे लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोक रही है? धारा 144 केवल लोकतंत्र को बचाने के लिए लिए इस्तेमाल की जानी चाहिए।उन्होंने बलात्कारियों के खिलाफ कड़ा कानून बनाने और फास्ट ट्रैक अदालतों के गठन के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने का आह्वान किया।
सफदरजंग अस्पताल के बाहर भी प्रदर्शन हुए। पीड़िता का इलाज इसी अस्पताल में चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने अशोक रोड पर यातायात रोक कर दिया है और इंडिया गेट पर वाहनों की लंबी लाइन लगी हुई हैं।
[11] बाबा राम देव के साथ पूर्व जनरल वी के सिंह भी आये | बाबा राम देव के खिलाफ दंगा भड़काने का केस दर्ज़ किया गया है|
[१२] एक गाड़ी को पलटे जाने को मुद्दा बना कर पोलिस ने दमनात्मक कार्यवाही शुरू कर दी|
[१३] कल गृह मंत्री ने प्रदर्शन कारियों से सीधे संवाद स्थापित किये जाने के सुझाव को हवा में उड़ा दिया था लेकिन यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी ने कुशल न्रेत्त्व का प्रदर्शन करते हुए कल और आज भी प्रदर्शन कारियों के एक गुट से मिली और शान्ति स्थापित करने की अपील की मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बिना नेता के प्रदर्शन कारी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए