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नशे की गिरफ्त में ‘उड़ता पंजाब’ अब बना “मरता पंजाब”

[चण्डीगढ़,पंजाब]नशे की गिरफ्त में ‘उड़ता पंजाब’ अब बना “मरता पंजाब”
धनधान्य से भरा पंजाब अभी बामुश्किल आतंकवाद के श्राप से मुक्त ही हुआ था के अब इसे नशे की लत ने आ घेरा है |इसके चंगुल में प्रतिदिन एक से ज्यादा फंसे असमय युवा मृत्यु का ग्रास बन रहे हैं | सीमा पर स्थित इस सम्पन्न प्रदेश के नेतागण एक दूसरे पर दोषारोपण की मृग तृष्णा में ही लिप्त है | एसऐडी से सरकार हथियाने के पश्चात् कांग्रेस के राज में भी
नशीली वस्तुओं का कारोबार फलफूल रहा है|एक तस्कर की स्वीकरोक्ति के अनुसार पिछले पांच वर्षों में झाड़खंड के नक्सली इलाकों से पंजाब के लिए ८०० क्विंटल अफीम स्मगल की जा चुकी है अर्थार्त प्रति वर्ष १६० क्विंटल अफीम पंजाब में खपाई जा रही है |नशे के ओवरडोज से पंजाब में प्रतिदिन एक से ज्यादा मृत्यु हो रही हैं
जाहिर है इसका पैसा नक्सली गिरोहों के हाथों में जा रहा है|दोनों ही सूरतों में राष्ट्र की हानि है|
पंजाब में वर्तमान सीएम कांग्रेस के कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने ड्रग्स को ही मुद्दा बना कर प्रदेश में आप पार्टी को पछाड़ कर अकालियों से सत्ता हथियाई थी |उस समय उन्होंने गुटका साहब की सौगंध खा कर कहा था के जो काम आप पार्टी चार महीनों में करेगी वोह ड्रग्स के सफाये का काम केवल चार हफ़्तों में कर दिखाएँगे |हुआ इसके ठीक ही उलट नशे की ओवरडोज से मरने वालों की संख्या में इजाफा होने लगा |अमृतसर जैसे धार्मिक शहर में ही नशे की ओवरडोज से बीते दिन दो युवाओं के मरने के समाचार हैं |
ऐसा नहीं प्रदेश सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया |कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने नशे के तस्करों के लिए फांसी का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है |इसके अलावा उन्होंने पोलिस सिपाही और कर्मियों के लिए डोप टेस्ट अनिवार्य करते हुए नेताओं को अपनी अंतरात्मा के अनुरूप डोप टेस्ट करवाने को भी प्रेरित किया है लेकिन नशे की तस्करी और उससे हो रही मौतों के मध्यनजर कैप्टेन के प्रयासों को मुख्य मुद्दे से टालने वाला ही माना जा रहा है| प्रदेश में पॉलिटिशियन+पुलिस+ड्रग पेडलर्स की मिली भगत बेहद गहरी मालूम देती है तभी अभी तक ना तो कोई पॉलिटिशियन पकड़ा गया ,नाही ड्रग की कोई बढ़ी खेप ही पकड़ी गई और ना ही कोई एनकाउंटर में तस्कर मारा गया|छोटी मछलियों तक ही प्रशासन और शासन सिमित दिखाई देता है
पोलिस की बात करें तो मोगा का नवीनतम उद्धारहण है |एक पोलिस कप्तान को हटाया तो दूसरा भी ड्रग्स की तस्करी को बढ़ाव देने के आरोप में एक हफ्ते में ही बदल दिया गया |
पंजाब के पड़ौसी राज्यों की बात की जाये तो हरियाणा में बीते दिन एक अंतराष्ट्रीय तस्कर चार्ल्स माइकल को एनकाउंटर में मार गिराया गया| दिल्ली पुलिस ने झाड़खंड से पंजाब के लिए आ रही अफीम की बढ़ी खेप पकड़ ने में सफलता पाई
सम्भवत इसीलिए आप पार्टी के प्रदेश के नेता सुखपाल सिंह खेरा और एच एस फुल्का ने डोप टेस्ट में पारदर्शिता की मांग उठाई है|
खेरा ने सभी कर्मियों के डोप टेस्ट के आदेश से नशा तस्कर गिरोहों से ध्यान भटकेगा इसीलिए इसकी समीक्षा की मांग की गई है |