Ad

पंजाब में अकालियों की सरकार गई तो अब इज्जत पर भी खतरा मंडराया

[चंडीगढ़,पंजाब] पंजाब में अकालियों की सरकार गई तो अब इज्जत भी खतरे में आई
खेमकरण से विधायक अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा के खिलाफ साढ़े तीन दशक पुराना कत्ल का केस खोले जाने की मांग उठने लगी है
१९८३ के सितम्बर की ३० तारीख को डॉ सुदर्शन कुमार त्रेहन का कत्ल हुआ था जिसमे हरदेव सिंह और बलदेव सिंह के साथ ही वल्टोहा का नाम भी लिया गया था|लेकिन विधायक वल्टोहा बचते आ रहे थे| आरोप है के उन्होंने इस अपराध में संलिप्तता को चुनाव आयोग से भी छुपाया था|कांग्रेसी नेत्री निमिषा मेहता की माने तो वल्टोहा ने स्वयं को आतंकवादी घोषित किया था |मेहता ने वल्टोहा के खिलाफ अदालत में जाने की बात भी कही है|