झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक भारतीय सिपाही
ओये झल्लेया ये पाकिस्तान को क्या हो गया है ?जब देखो उलटे काम ही करता है|भड़काने वाले काम करता रहता है|अब देखो गलती से एक आवारा कुत्ता समझौता एक्सप्रेस में घुस गया और सबकी नज़रें बचा कर पकिस्तान के लाहौर पहुँच गया|अब इस गलती के जवाब में उन्होंने हिमाकत करते हुए उसी गाड़ी से ५० भूखे +खूंखार कुत्ते हसाड़े मुल्क में भेज दिए|ओये अभी तक तो लड़ाई में इंसान ही भेजे जा रहे थे अब क्या कुत्तों की लड़ाई लड़ी जायेगी|?
झल्ला
ओये जवाना तेरी चिंता वाजिब है लेकिन ये भी तो देख कि हम लोगों ने अपने पूर्वजों की सीख को भुला दिया है लेकिन ये पाकिस्तान ने हसाड़े उपेक्षित पूर्वजों के सिद्धांत का ही पालन किया है “
जल बाड़े नाव में घर में बाड़े दाम ,दोनों हाथ उलीचिये यही सयानो काम
“अब उनके यहाँ कुत्ते ज्यादा हैं तो उन्हें ही उलीच रहे हैं|वैसे अगर आप बुरा नहीं मानो तो एक बात कहना जरुरी है कि आप एक कुत्ता नहीं पकड़ पाए और अगर एक आतंकवादी कुत्ता बन कर गाडी में आ जाये तो……. ?