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मजदूरों के अन्तराष्ट्रीय त्यौहार एक मई को सवेतन राष्ट्रीय अवकाश घोषित करो:लाल झंडे लहराए

मजदूरों के अन्तराष्ट्रीय त्यौहार एक मई पर फिर मजदूरों के लाल निशान वाले झंडे लहराए |इस अवसर पर केंद्र सरकार के कर्मियों ने सरकार की जन विरोधी आर्थिक नीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई|देश भर में धरना प्रदर्शन हुए | केंद्र और राज्य सरकारों को ज्ञापन भी प्रेषित किये गए|मेरठ में भी केंद्रीय ट्रेड युनियन [राज्य/केंद्रीय विभाग]कर्मचारी स्न्ग्थानो की संयुक्त समन्वय समिति के तत्वधान में कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करके प्रधान मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया|
आरोप लगाया गया है कि विश्व बैंक के दबाब में उदारीकरण के नाम पर मजदूर विरोधी नीतियाँ बनाई जा रहे हैं| मजदूरों की गाड़े कि कमाई को शेयर बाज़ार के हवाले किया जा रहा है|इससे बेरोजगारी के साथ महंगाई भी बढ रही है|एक मई से ही दिल्ली में अमूल का दूध २/= लीटर महँगा कर दिया गया है|
इस ज्ञापन के माध्यम से उठाई गई मांगों में मुख्यत
एक मई को सवेतन राष्ट्रीय अवकाश घोषित किये जाने की मांग भी की गई है|जन लोक पाल का समर्थन किया गया|रसोई गैस के रेट्स तत्काल घटाए जाएँ|पल्स पोलियो अभियान के कर्मियों का मानदेय बढाया जाये|उत्तर प्रदेश में बंद किये गए प्रतिष्ठानों के कर्मियों का बकाया भुगतान किया जाए|
इस विरोध प्रदर्शन में सी आई टी यु+आयकर +उत्तर प्रदेश राज्य का. महासंघ+सी जी एच एस+यू पी बैंक एम्प्लाईज एसोसिएशन+एल आई सी+कैंट बोर्ड+इंटक+ बी एस एन एल+५१० वर्कशाप+पोस्टल एम्पलाईज आदि के कर्मचारी नेता उपस्थित थे|