Ad

मायावती ने लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन किया :सरकार ने इसे काली कमाई का दुरूपयोग बताया

बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज लखनऊ में एक रैली करके शक्ति प्रदर्शन किया और केंद्र व राज्य सरकारों को चुनौती दी| वहीं प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि काली कमाई का करोड़ों रुपया फूंकने के बावजूद बसपा रैली में अपेक्षित भीड़ नहीं जुटी |

मायावती ने लखनऊ में शक्ति प्रदर्शन किया :सरकार ने इसे काली कमाई का दुरूपयोग बताया

लखनऊ में बसपा के पूर्व प्रमुख कांशीराम की पुण्यतिथि पर बहुजन समाज पार्टी की संकल्प महारैली में मायावती ने अखिलेश सरकार द्वारा लिए गए फैसलों को दलित विरोधी करार देते हुए जम कर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि इसका भविष्य में बहुत बुरा अंजाम होगा। प्रदेश में जानबूझकर बसपा सरकार के कार्यकाल में रहे मंत्रियों और अधिकारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। मायावती ने प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करने वाली सपा के मुखिया को निशाना बनांते हुए कहा कि अगर अम्‍बेडकर नहीं होते आरक्षण नहीं होता तो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव आदि कि जमींदार के खेतों में गाय और भैंस चरा रहे होते। प्रोफ़ेसर राम गोपाल ने यादव ने तत्काल इसका उत्तर देते हुए कहा कि गाय +भैंसे चराना कोई बुरी बात नहीं है इसीलिए मायावती को समझ जाना चाहिए कि गाय + भैसे चराने वाले सरकार भी चला सकते हैं| है केंद्र की खुदरा में एफ डी आई का विरोध किया मगर केंद्र सरकार के समर्थन वापिसी के निर्णय को कल तक के लिए टाल दिया|
अखिलेश यादव ने फिर किया वार, कहा- तकलीफ में हैं मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा बसपा रैली में सपा पर लगाए गए आरोपों पर आजमगढ़ में कन्‍या विद्याधन और बेरोजगारी भत्‍ता बांटने गए मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि लोकतंत्र में सबसे बड़ी सजा चुनाव में हार होती है। यह सजा यूपी की जनता ने बसपा को दे दी है। मायावती जिन दलित महापुरुषों के अपमान की बात कर रही हैं और वह जरा सा भी उन महापुरुषों को मानतीं तो प्रदेश में भीमराव अम्‍बेडकर और दूसरे महापुरुषों के नाम पर बनाए गए पार्कों में अरबों रुपयों की लूट नहीं करतीं।