Ad

स्पोर्ट्स स्कैम्स से अज्ञान केंद्र सरकार आधारभूत संरचना के प्रति पूरी जागरूकता दिखा रही है

स्पोर्ट्स स्कैम्स से अज्ञान केंद्र सरकार आधारभूत संरचना के प्रति पूरी जागरूकता दिखा रही है केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय के पास बेशक देश के स्टेडियम की जानकारी नही है बेशक खिलाडियों के साथ उम्र को लेकर भेद भाव किया जा रहा है उनका उत्पीडन किया जा रहा है उसके बावजूद केंद्र सरकार द्वारा आधारभूत संरचना[ INFRASTRUCTURE ] पर भरपूर खर्च किया जा रहा है स्वयम युवा कार्यक्रम और खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) जितेन्‍द्र सिंह ने संसद में यह जानकारी प्रदान की |संसद में उन्होंने स्वीकार किया है कि ‘खेल’ राज्‍य का विषय है |उनके पास राज्‍य सरकारों द्वारा निर्मित खेल स्‍टेडियमों से संबंधित आंकड़े नहीं हैं|इससे पूर्व चीन के नानजिंग में चल रहे एशि‍याई युवा खेलों में 17 भारतीय ट्रैक और फील्‍ड एथलीटों को 17 वर्ष से अधि‍क उम्र के होने के कारण बाहर किये जाने पर आश्चर्य व्यक्त कर चुके हैं|
[१]आज ई-शासन प्रणाली के अनुसार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के लिए ई-कार्यालय प्रणाली का उद्घाटन किया।
उन्होंने इस प्रणाली के शीघ्र लागू होने का भरोसा भी दिलाया |
[२] स्‍टेडियम में छात्रावास सुविधाओं की कमी
मंत्री श्री सिंह ने आज लोक सभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्‍तर में बताया कि ‘खेल’ राज्‍य का विषय है। केंद्रीय सरकार राज्‍य सरकारों द्वारा निर्मित खेल स्‍टेडियमों से संबंधित आंकड़े नहीं रखती तथापि, दिल्‍ली में, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पाँच स्‍टेडियम नामत: जवाहरलाल नेहरू स्‍टेडियम, मेजर ध्‍यानचंद राष्‍ट्रीय स्‍टेडियम, इंदिरा गांधी स्‍टेडियम, डॉ. श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी तरणताल परिसर और डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज हैं। जवाहरलाल नेहरू स्‍टेडियम परिसर और इंदिरा गांधी स्‍टेडियम परिसर में क्रमश: 140 बेड और 150 बेड की क्षमता वाले हॉस्‍टलों की सुविधा है।
मंत्री महोदय ने सदन को यह जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय सरकार के पास राज्‍य सरकारों के स्‍टेडियमों में हॉस्‍टल/आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए कोई स्‍कीम नहीं है। तथापि, यह निर्णय लिया गया है कि भारतीय खेल प्राधिकरण के दिल्‍ली स्थित दो खेल हॉस्‍टलों में उपलब्‍ध सुविधाओं का उन्‍नयन किया जाये
तय उम्र से अधि‍क के एथलीटों के मामले में जांच के आदेश
[३]युवा मामले और खेल मंत्री श्री जि‍तेन्‍द्र सिं‍ह ने चीन के नानजिंग में चल रहे एशि‍याई युवा खेलों में 17 भारतीय ट्रैक और फील्‍ड एथलीटों को 17 वर्ष से अधि‍क उम्र के होने के कारण भाग लेने की अनुमति‍न देने संबंधी मीडि‍या रि‍पोर्ट पर आश्‍चर्य व्‍यक्‍त कि‍या है। ये 17 एथलीट एथलेटि‍क फैडरेशन ऑफ इंडि‍या द्वारा चुने गए 27 सदस्‍यों वाले शि‍ष्‍टमंडल का हि‍स्‍सा थे। श्री जि‍तेन्‍द्र सिं‍ह ने इसी तरह की दूसरी मीडि‍या रि‍पोर्ट का संज्ञान लि‍या है, जि‍समें कहा गया था कि‍चार भारतीय बैडमिंटन खि‍लाड़ी वापस भेजे जाएंगे, क्‍योंकि‍ उनके नाम खेलों की प्रवेश सूची में शामि‍ल नहीं थे।
खेल मंत्री ने भारतीय खेल प्राधि‍करण के महानि‍देशक से दोनों मामलों की जांच करने और दोषी व्‍यक्‍ति‍यों की जि‍म्‍मेदारी तय करने को कहा है। उन्‍होंने खेल प्राधि‍करण के महानि‍देशक से ऐसी व्‍यवस्‍था करने को कहा है कि‍भवि‍ष्‍य में ऐसी घटनाएं न हो।
बेशक खेल मंत्री ने भारतीय खेल प्राधि‍करण के महानि‍देशक से दोनों मामलों की जांच करने और दोषी व्‍यक्‍ति‍यों की जि‍म्‍मेदारी तय करने को कह दिया है इसके साथ ही उन्‍होंने खेल प्राधि‍करण के महानि‍देशक से इसकी पुनरावृति रोकने को भी कह दिया है लेकिन इसके बावजूद इस स्पोर्ट्स स्कैम के प्रति मंत्री की अनभिज्ञता से विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लगाना स्वाभाविक है|