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हंगामे के बाद ही टंकी ठीक होगी??

अव्यवस्थाओं को व्यवस्थित पटरी पर लाने के लिए व्यवस्थापकों को किसी न किसी अन्होने या घटना या फिर किसी निरिक्षण का इंतज़ार रहता है|तभी फोटो में दिखाए गए पानी के टैंक से बहता मूल्यवान पानी किसी जिम्मेदार

को दिखाई नहीं दे रहा|
कल ईद है और इस टंकी से गंगा नगर से सटे मुस्लिम बाहुल्य अब्दुल्लाह पुर के सेकड़ों परिवारों को पानी मुहैय्या करवाया जाता है |इस पानी को बहते हुए पूरा दिन बीत गया है मगर किसी के कानो पर जून तक नहीं रेंगी है सो पानी की बर्बादी बदस्तूर जारी है|
गंगानगर के ग्लोबल सिटी के सामने जे एन एन यूं आर एम् द्वारा करोड़ों रुपयों की लागत से यह विशाल तिनकी बनवाई गई है| इसके लेवल को मापने के लिए ईंडीकेटर को किसी तार से टंकी के नीचले भाग से जोड़ा गया था |लगता है की किसी शरारती तत्व ने वोह कनेक्टिंग तार निकाल दिया |अगर समय रहते यह ठेक नहीं हुआ तो पानी की टंकी का लेवल गिना स्वाभाविक है और ईद के दिन अगर परेशानी हुई तो हंगामा तो होना ही है|शायद तभी यह अव्यवस्था को व्यवस्था में बदला जाएगा|