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हवाई यात्राओं को सुरक्षित रखने के लिए लगाये गए एयर इंडिया और इंडिगो के शत प्रतिशत सिक्युरिटी एजेंट फेल हुए

बेशक भारत में हवाई यात्रा के छेत्र के विकास के लिए लगातार तरक्की के उन्नति के आंकड़े दिए जा रहे हैं मगर दिनों दिन बढती जा रहे निजी और राष्ट्रीय हवाई यात्रा की सुरक्षा के दावे कितने हवाई हैं इसका अंदाजा इंडियन एविएशन सिक्युरिटी [बी सी ऐ एस ]| द्वारा कराये गए बेसिक टेस्ट के नतीजों से लगाया जा सकता है|गुडगाँव सेंटर के लिए कराये गए टेस्ट में एयर इंडिया और इंडिगो एयर लाइन्स के शत प्रतिशत प्रतिभागी फेल घोषित किये गए| ये टेस्ट दिल्ली के अलावा मुंबई और चेन्नई में भी आयोजित किये गए हैं|
बीते महीने कराये गए बेसिक टेस्ट में ७०% कर्मी [२४८] कुल प्रतिभागी फेल घोषित किये गए| इनमे सी आई एस ऍफ़ और एयर इंडिया के अलावा इंडिगो स्पाईस जेट जैसी निजी विमानन कम्पनियाँ भी हैं| गुडगाँव सेंटर के लिए कराये गए ८ से २१ जनवरी के टेस्ट में एयर इंडिया के[ २३] के [२३] और इंडिगो के छह के छह[रोल नंबर[ ४७६ से ४८०] फेल हुए स्पाईस जेट के [३५] में से केवल[ ३ ] [रोल नंबर[४४०,४४७,४६८] ही पास हो सके
अभी हाल ही में जर्मन की एक पत्रिका ने देश की एयर इंडिया को विश्व में तीसरी सबसे असुरक्षित एयर लाइन बताया था और देश की सभी एयर लाइन को विश्व में सुरक्षित एयर लाइन्स के पहले दस के क्लब से बाहर रखा था| अब अपनी देश की संस्था बी सी ऐ एस द्वारा कराये गए टेस्ट से ७०% सुरक्षा कर्मी [सिक्युरिटी अजेंट्स]फेल और शेष ३०% में से अधिकाँश फेंस[ पतली दीवार] पर बैठे बताये गए हैं|नॅशनल करियर का ताज सजाये एयर इंडिया और निजी और लाभ में नंबर वन विमानन कम्पनी इंडिगो के शत प्रतिशत प्रतिभागी सुरक्षा मुहैय्या करवाने के बेसिक टेस्ट में फेल साबित हुए हैं|
यहाँ यह बताना जरुरी है कि साल में लगभग ६० करोड़ यात्रियों द्वारा यात्रि वायु यानों का प्रयोग किया जाता है |लगभग १०० एक्टिव एयर पोर्ट्स में से सी आई एस ऍफ़ द्वारा आधे एयरपोर्ट्स पर लगभग २० हज़ार लोगों की तैनाती की गई है| शेष को राज्य पोलिस के हवाले छोड़ा गया है| .विश्व में आतंकवादी धमकियों के मद्दे नज़र यह लापरवाही विशेष कर राष्ट्रीय और निजी विमानन कंपनी इंडिगो ,स्पाइस जेट की लापर वाही चिंता का विषय हैं|इंडिगो का दावा है कि ६२ यात्री यानो के बेड़े से लगभग २५%मार्केट पर कब्जा है|
गौरतलब है कि वर्तमान में सो से अधिक एक्टिव एयर पोर्ट्स हैं |लगभग ७०० प्लेन्स का आवागमन रहता है|और बारहवीं पञ्च वर्षीय यौजना के अंतर्गत इस छेत्र के लिए ४० अरब डालर्स की व्यवस्था किये जाने के समाचार हैं ऐसे में निजी विमानन कंपनियों को केवल पैसा बनाने की खुली छूट देने के साथ सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी मानिटर किया जाना जरुरी है |अन्तराष्ट्रीय सिविल एविएशन ओर्गेनाईजेशन की सलाह भी आई है कि हवाई यात्राओं को सुरक्षित रखने के लिए अमेरिका, कनाडा या आस्ट्रलिया जैसी समर्पित सुरक्षा विशेषग्य दल जरुरी है

Comments

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