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ॐ प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला को अपराधिक मामलों में दोषी करार देकर सहयोगियों के साथ तिहाड़ भेजा

एन डी ऐ के महत्वपूर्ण सहयोगी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को शायद इस दिन की कभी कल्पना नहीं रही होगी की पुत्र और समर्थकों के साथ तिहाड़ में रोटियां तोड़नी पड़ेंगी | सी बी आई की रोहणी स्थित अदालत ने आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक एक्ट और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल में ॐ प्रकाश चौटाला और उनके पुत्र अजय को दोषी करार दे कर तिहाड़ जेल भेज दिया है |सजा आगामी सप्ताह में सुनाई जायेगी| 1999-2000 में हरियाणा में उप प्रधान मंत्री चौधरी देवी लाल के पुत्र ॐ प्रकाश चौटाला का राज था। उनकी मर्जी के खिलाफ पत्ता भी नहीं हिलता था और अब समय ऐसा बदल गया की उन्हें उनके पुत्र और ५३ समर्थकों के साथ अपने विरोधी गोपाल कांडा के साथ तिहाड़ शेयर करनी पड़ रही है|

ॐ प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला अपराधिक मामलों में दोषी

तत्कालीन प्राइमरी शिक्षा निदेशक आईएएस संजीव कुमार ने व्हिस्हल ब्लोअर की भांति सुप्रीम कोर्ट में अपील की कि चौटाला उनपर शिक्षकों की भर्ती में लिस्ट बदलने का दबाव डाल रहे हैं। राज्य के 18 जिलों में तीन हजार 32 शिक्षकों की भर्ती में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। हांलाकि संजीव स्वयम भी अब इस मामले में दोषी हैं।
सीबीआई ने मई 2004 में इस मामले में एफआईआर दर्ज की। 24 जगहों पर छापे मार कर दस्तावेज बरामद किए गए। चार सालों के गहन पड़ताल के बाद सीबी आई ने दिल्ली की पटिय़ाला हाउस कोर्ट की स्पेशल सीबीआई अदालत में जून 2008 में चार्जशीट दाखिल की। इसमें कुल 62 लोगों को आरोपी बनाया गया। ट्रायल के दौरान इसमें से छह लोगों की मौत हो गई। अपनी चार्जशीट में सीबीआई ने ये साफ किया कि उनकी जांच में इसकी पुष्टि हुई है कि राज्य में कुल 3032 टीचरों को नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई है। उनकी नियुक्ति के लिए फर्जी लिस्ट तैयार की गई। सीबीआई ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक एक्ट और फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का मामला दर्ज किया। आखिरकार सीबीआई की मेहनत रंग लाई और इस मामले में 55 लोग दोषी पाए गए।बेशक १३ साल बाद यह निर्णय आया है और अनेकों नेताओं के भ्रष्टाचार के सैकड़ों मामले अदालत में पड़े धूल खा रहे हैं। लेकिन जिस तरह से कानून के फंदे में देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के बेटे और खुद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे फंसे हैं उससे स्वाभाविक एक उम्मीद बंधी है।
इस गिरफ्तारी के विरोध में ॐ प्रकाश चौटाला के समर्थक तिहाड़ के बहार जमा हुए और नारे बाजी भी की |जान कारों का मानना है कि अपराधिक मामलों में अगर किसी को २ साल तक कि सजा हो जाती है तो वह भविष्य में कभी चुनाव नही लड़ सकता |

Comments

  1. Fiona Jervey says:

    Immediately after he went by some birds the canine lastly realized to consider the noodle out of the bird’s beak.