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१५ हज़ार के बिल के लिए दिल्ली में श्रमिक की बिजली काटी:केजरीवाल ने जोड़ दी

१५ हज़ार के बिल के लिए दिल्ली में श्रमिक की बिजली काटी:केजरीवाल ने जोड़ दी

इंडिया अगेंस्ट करप्शन के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज शनिवार को एक श्रमिक के घर की बिजली के कनेक्शन को बहाल किया। केजरीवाल ने इसके साथ ही बिजली-पानी सत्याग्रह शुरू कर दिया। श्रमिक द्वारा बिल का भुगतान नहीं करने पर उसका कनेक्शन काट दिया गया था।
ये विरोध प्रदर्शन आज सुबह दिल्ली के तिगडी में उस समय शुरू हुआ, जब केजरीवाल और उनके समर्थकों ने श्रमिक का कनेक्शन बहाल कर दिया। इस तीन सौ रुपये ध्याड़ी कमाने वाले इस मजदूर ने दावा किया था कि पिछले महीने उसका बिल 15 हजार रुपये आया था और भुगतान नहीं करने के कारण उसका कनेक्शन काट दिया गया था।जबकि इससे पूर्व कभी सात और कभी दस हज़ार का बिल भेजा जा रहाथा|
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बिजली पानी सत्याग्रह शुरू हो गया है। दिल्ली सरकार जब तक बढ़ी हुई दरों को वापस ले नहीं लेती तब तक बिजली और पानी के बिल देना बंद करें। चलिये एकजुट हो और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ें। यदि वे बिजली का कनेक्शन काट देते हैं तो उसे फिर जोड़ने के लिये बड़ी संख्या में लोग पहुंचेगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली इस नागरिक अवज्ञा आंदोलन के जरिये रास्ता दिखायेगी। केजरीवाल ने कहा कि यदि उन्होंने कनेक्शन काट दिया तो मैं निजी रूप से आऊंगा और बिजली का कनेक्शन जोड़ दूंगा। मैं दंड सहूंगा। हम इसके लिये जेल जाने को तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि इंडिया अंगेस्ट करप्शन कल धरना आयोजित करेगी और 114 नगर निकाय वार्डों में बिजली के बिल जलायेगी।. राजनीति में कूदने का ऐलान कर चुके अरविंद केजरीवाल ने दिल्‍लीवासियों से बिजली का बिल जलाने को कहा है। केजरीवाल का मानना है कि ऐसा करने से दिल्‍ली सरकार राष्‍ट्रीय राजधानी में बिजली बिलों में होने वाली गड़बड़ी रोकने के लिए कदम उठाएगी।इंडिया अंगेस्ट करप्शन (आईएसी) से जुड़े केजरीवाल की टीम ने सदस्‍य सात अक्‍टूबर को धरना देने का एलान करते हुए राजधानी के 114 म्‍यूनिसिपल वार्डों में बिजली के बिल जलाए जाने की घोषणा की है| बिजली विभाग की तरफ से काटे गए कनेक्शन जोड़ने के मामले में अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली सरकार कार्रवाई कर सकती है।: इंडिया अंगेस्ट करप्शन (आईएसी) के अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली सरकार कार्रवाई कर सकती है। दिल्ली सरकार केजरीवाल पर प्राथमिकी दर्ज करा सकती है। दिल्ली सरकार ने इसी बीच बिजली कम्पनी से ब्यौरा मांगा है।
गौरतलब है की एक तरफ दिल्ली और केंद्र की सरकारें गरीबों के सहायता का दम भरते हुए अनेक योजनाओं की घोषणा कर रही है तो दूसरी तरफ बिजली और पानी जैसी जरूरतों के दामो में भारी वृधि कर दी गई है|अल्प आय वाले नागरिकों के घरों में भी उनकी आय से भी कई गुना अधिक बिजली के बिल भेज दिए गए हैं|और बिल का भुगतान नहीं किये जाने पर उनके कनेक्शन काटे जा रहे है| पिछले दिनों मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने बिजली महकमे को बिल अमेंड करने का आदेश भी दिया था मगर उस दिशा में कोई प्रग्रती नहीं देखी जा रही| इसीलिए केजरीवाल ने सरकार पर बिजली सप्लाई करने वाली कम्पनिओं के साथ सांठ गाँठ का आरोप लगाते हुए नागरिक अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत कर दी है|
सोश्लाईट से राजनीतिक बने अरविन्द केजरीवाल ने इसे सुनहरा अवसर समझ कर इसे भुनाना शुरू कर दिया है||
यहाँ में महात्मा मोहन दस करम चंद गांधी जी के नमक तोड़ो आन्दोलन का उल्लेख करना चाहता हूँ | इस बारे में आगे कुछ कहूं उससे पहले में यह साफ करना चाहता हूँ के में कतई गांधी जी की तुलना अरविन्द नहीं कर रहा हूँ मगर जिस तरह अरविन्द ने बिजली पानी अवज्ञा आन्दोलन छेडा है| बिजली का क़ानून तोडा है|उससे ऐसा जरूर लगता है के उन्होंने महात्मा के नमक कानून से प्रेरणा जरूर ली है मगर मौजूदा भारत सरकार ने नमक कानून को तोड़ने के प्रति बरती गई अंग्रेजों की उदासीनता से कोई सबक नहीं लिया है|शायद इसीलिए बिजली की समस्या को सुलझाने के लिए आम जनता के बजाये बिजली के ठेकेदारों के साथ ज्यादा खडी दिखाई दे रही है|यहाँ बताते चलें की गाँधी जी ने मामूली समझे जाने वाले नमक कानून को तोड़ कर स्वतंत्रता संग्राम के लिए देश वासिओं को एकता के सूत्र में पिरोने की शुरुआत कर दी थी