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बिजली मेनेजर्स देखो दिन में भी स्ट्रीट लाईट्स जल रही हैं

सयानो के लिए कहा गया है कि जल बाड़े नाव में या घर में दाम बाड़े तो दोनों हाथों से उसे बाहर उलीचना चाहिए शायद इसी उपदेश का पालन करने के लिए प्रदेश का बिजली विभाग दिन में भी स्ट्रीट लैम्प्स जला कर रखता है | यूं पी पर अक्सर कोटे से अधिक बिजली लेने का आरोप लगाया जाता है और सोमवार की रात तीनो ट्रिप ग्रिडों के ट्रिप हो जाने के लिए भी यही दलील दी जा रही है यूं पी में उद्योगों की बिजली तीन दिन के बाद बुधवार को दोपहर दो बजे ही नसीब हुई लगातार तीन दिन बिजली कटौती से मात्र औद्योगिक इकाइयों को ही करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
ग्रिड फेल होने के बाद यूपी पावर कारपोरेशन ने पूरे प्रदेश में औद्योगिक इकाइयों को बिजली देना बंद कर दिया। बुधवार को दोपहर बाद उन्हें थोड़ी सी राहत दी गई। मेरठ की औद्योगिक इकाइयों में केवल मोहकमपुर फीडर की बिजली सही हो पाई। उद्योगपुरम, परतापुर फीडर की बिजली आई, लेकिन पांच- पांच मिनट के अतंराल पर जाती रही।
इस सब के बावजूद दिन में लेम्प्स को जला कर रखना किसी भी द्रष्टि से दानिशमंदी नहीं कहा जा सकता |
फोटो में दिखाया गया लेम्प एक उदहारण मात्र है यह २६-०८-२०१२ मेरठ के पाश इलाके में बुद्धिजीवियों के बिजली विभाग से सटे इलाके में सारे दिन जलता पाया गया है