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अखिलेश यादव ने भी अपने पिता की गलती को दोहराते हुए लोकतंत्र के चौथे स्थम्भ के खिलाफ मोर्चा खोला

झल्ले दी झल्ली गल्लां

आक्रोशित सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये आप लोगों ने क्या ष्टराग फैला रखा है ओये हमने सैफई में सांस्कृतिक महोत्सव मना कर कोई गुनाह नहीं किया उलटे लोगों को रोजगार के अवसर दिए हैं|हसाडे युवा मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने भी कह दिया है कि कोई ३०० करोड़ वरोड खर्च नहीं हुए केवल १० करोड़ ही तो लगे हैं और राज्य सरकार ने तो ओनली एक करोड़ ही दिया है
एवंई ये सारा का सारा मीडिया उनकी छवि खराब करने पर तुला है इसके लिए तो भई माफी मांगनी चाहिए|

झल्ला

अरे पहलवान जी जरा लट्ठ को साइड में और कान मेरी तरफ करो | आप जी के ही प्रदेश की जनता हाड़ कंपाने वाली सर्दी में जहां तन ढकने + दो जून की रोटी के लिए दर दर भटक रही है ऐसे में आप जी की राजमद में डूबी समाजवादी सरकार करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही हैं।अपनी गलती को तो स्वीकार कर नही रहे उलटे अपनी बौखलाहट दिखाने के लिए लोकतंत्र के चौथे स्थम्भ को ही हिटलर के स्टाइल में धमकाने लग गए | सवाल पूछने पर एन डी टी वी के पत्रकार को लाइन में जाने को कह दिया और टाइम्स नाउ के पत्रकार को नासमझ बता कर उसे धमकाने की कोशिश की अब माफ़ी मांगने को कह रहे हैं |झल्ले विचारानुसार आप जी के नेता जी माननीय मुलायम सिंह यादव ने भी अपने समय में अमर उजाला और दैनिक जागरण से पंगा लिया था उस समय ये दोनों समाचार पत्रों ने एक होकर आप जी की पार्टी का ब्लैक आउट कर दिया था वोही गलती अब नेता जी के पुत्र अखिलेश यादव भी दोहरा रहे हैं |ये अच्छी बात है क्या?