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बदायूं प्रकरण में सीबीआई की क्लीन चिट पर सपा ने पीठ थपथपाई,आप+बसपा+कांग्रेस+भाजपा ने घेरा

बदायूं प्रकरण को लेकर सी बी आई की क्लीन चिट पर समाजवादी पार्टी बेशक अपनी पीठ थपथपा कर विपक्ष को निशाने पर ले रही है लेकिन समूचा विपक्ष मुद्दा छोड़ने के पक्ष में नहीं दीखता |बसपा+कांग्रेस+भाजपा के बाद अब आम आदमी पार्टी[आप] ने भी सी बी आई की रिपोर्ट पर सवाल उठादिए हैं |
बदायूं की दो बहनों की बलात्कार के बाद हत्या के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आज इसे आत्महत्या करार दे दिया जिसे लेकर प्रदेश में सियासत गरमा गई है| इस अवसर का लाभ उठाते हुए मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए मीडिया और राजनितिक पार्टियों के सर ठीकरा फोड़ दिया हैं |
उत्तर प्रदेश की बदनामी के लिए मीडिया + एक पार्टी की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि सरकार की छोटी गलतियों को बढा चढाकर पेश किया जाता है जबकि अच्छी पहल को मीडिया जगह नहीं देता।
इसके ठीक विपरीत आम आदमी पार्टी[आप] ने विज्ञप्तिजारी करके बदायूं सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई द्वारा प्रस्तावित आत्महत्या सिद्धांत को खारिज कर दिया।
आप ने मांग की है के सीबीआई को अपनी रिपोर्ट पर पुनर्विचार करना चाहिए क्योंकि विश्लेषण में जल्दबाजी की जा रही है |
सीबीआई पूर्ण तथ्यों को साझा नहीं कर रहा है।पार्टी ने सवाल उठाया के कैसे दो युवा लड़कियों को शारीरिक रूप से, अपने शरीर को उठा उनकी गर्दन पर गांठ बांध, सात फुट ऊंची एक पेड़ की टहनी पर से अपना दुपट्टा बाँध कर अपने दम पर मरने के लिए शक्ति को बनाए रखने कर सकते हैं? निश्चित रूप से इसमें एक अनिर्णायक कहानी की बदबू आ रही है।
पांच सक्षम डॉक्टरों द्वारा किए गए प्रारंभिक पोस्टमार्टम बलात्कार की पुष्टि की थी जो इनकार नहीं किया जा सकता है।
सीबीआई केवल परिस्थितिजन्य साक्ष्य पर ही काम कर रहा है?
“आप” ने बदायूं केस को अंतरराष्ट्रीय शर्म की बात कह कर इसे उत्तर प्रदेश में निराशाजनक कानून और व्यवस्था की स्थिति की स्वीकृति से बचने के लिए एक सुविधाजनक कवर अप बताया ।