[नई दिल्ली] शहरी विकास मंत्री एम वैंकेया नायडू ने आधुनिक शहरी भारत के निर्माण में भागीदारी के लिए प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया और प्रशासनिक सुधारों का परिचय देते हुए सीपीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ इंजिनियर [इलेक्ट्रिकल] को ड्यूटी से २४ साल तक गैर हाजिर रहने पर बर्खास्त भी किया
शहरी विकास मंत्री एम वेकैंया नायडू ने अनुशासनहीनता के लिए सीपीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी को बर्खास्त किया और मामले में देरी के लिए जवाबदेही तय करने के भी निर्देश दिए
शहरी विकास मंत्री श्री नायडू ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग- सीपीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी को अवैध रूप से ड्यूटी से गैर हाजिर रहने के लिए सेवा से बर्खास्त करने का आदेश दिया है। मामले की जांच में कार्यकारी इंजीनियर (इलेक्ट्रिकल) श्री ए. के. वर्मा के जान-बूझकर कर ड्यूटी से गैर हाजिर रहने का पता चलने पर श्री नायडू ने यह निर्णय लिया।
श्री ए. के. वर्मा ने 1980 में सहायक इंजीनियर के तौर पर विभाग में सेवा की शुरूआत की थी। वह वर्ष 1990 दिसम्बर में अर्जित अवकाश पर चले गए और उसके बाद सेवा में नहीं लौटे। वह अवकाश बढ़ाये जाने के लिए आवेदन करते गए, जिसे स्वीकार नहीं किया गया और उन्हें कार्य पर लौटने के लिए कहा गया। सितम्बर, 1992 में जांच बैठा दी गई।
विभाग की कार्य प्रणाली के अनुसार और जिम्मेदारी तय करने के लिए श्री वेकैंया नायडू ने मंत्रालय का पद भार संभालने के बाद मामले की सतर्कता और अनुशासनात्मक पुनर्समीक्षा करने और आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के आदेश जारी किए थे। इस बीच श्री वर्मा वापस लौट आए हालांकि उन्हें सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश श्री नायडू ने जारी किए हैं। श्री नायडू ने वर्ष 2007 से मामले में कोई कार्रवाई न किए जाने को गंभीरता से लेते हुए इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी की जवाबदेही तय करने को भी कहा है।
श्री एम वैंकेया नायडू ने 1200 बिलियन अमरीकी डॉलर की नई शहरी योजनाओं में निवेश के अवसरों का शुभारंभ किया और आधुनिक शहरी भारत के निर्माण में भागीदारी के लिए प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया
उन्होंने कहा महात्मा 100 साल पहले के आंदोलन के नेता थे, जबकि श्री मोदी आज के नेता हैं